Arun Prasad Tag: ग़ज़ल/गीतिका 31 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arun Prasad 1 Dec 2021 · 1 min read गजल--जिस गली से गुजरा खूँ से लिपटी मिली वो गली ---------------------------------------------------- जिस गली से गुजरा खूँ से लिपटी मिली वो गली किस शहर में आ गया हूँ ठिकाना ढूँढने मैं अली। जिस नदी में जल का निवास था सन्नाटा पसर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 543 Share Arun Prasad 3 Nov 2021 · 1 min read नज़्म ------------------------------------------------- सभी तैयार खड़े हैं हाथ सेंकने को दोस्त। चिता पे जलने को पर,कोई भी तैयार नहीं। तुम सुलगाओ जो सिगरेट हम भी पी लेंगे। तीली जलाने को हममें कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 233 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 1 min read चला तो था मैं पूछने उसका पता ----------------------------------- चला तो था मैं पूछने उसका पता. राह में मोह,भ्रम.लिप्सा था नंगा खड़ा. रुक गया मैं भी तमाशबीनों की तरह. व्याकरण सारे जीवन के गया गड़बड़ा. तब गणित खोलकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 1 min read गजल --- मन की बातें करके,तन के दर्द न जाये भुलाये ------------------------------------- मन की बातें करके,तन के दर्द न जाये भुलाये। तन पर फाहे रखनेवाला अब तो कोई आये। उमर वर्ष और युग ने जैसे खाये कसम हजार। वैसा स्वपन दिखानेवाला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read गजल_-गुस्से का ------------------------------------------------- क्यों हो नहीं सकता, यहाँ गुस्से का गजल। जीते हैं लोग हर दिन यहाँ गुस्से का गजल। प्यार सिर्फ कथाओं में है जीता हुआ मिला। व्यवहार में सुनते-सुनाते वे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 357 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read देवी वन्दना ------------------------------------------------------------------- हे देवी, पृथ्वी के हर कण में तुम मातृ-रूप में हो स्थित। हम पुत्र-रूप में तुम्हें नमन कर, होते धन्य सदा ही रहें।। हे देवी, तेरा पूजन-अर्जन, साध्य हमारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 510 Share Arun Prasad 19 Oct 2021 · 1 min read गजल- जिसे जीना नहीं आया --------------------------------------------------------------- जिसे जीना नहीं आया उसके हिस्से में रोना आया। मेरे हिस्से में आया तो बस स्याह सा कोना आया। हम जिसे जिन्दगी समझ रहे हैं जी,मौत से बदतर। तुम्हारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 187 Share Arun Prasad 19 Oct 2021 · 1 min read हाँ,जिंदा हूँ ------------------------------------------- कोई वजह नहीं है फिर भी जिंदा हूँ। जिन्दगी तुम्हें जीते हुए शर्मिंदा हूँ। काश! गीत, गजल की तरह जीता। काश! करुण रस की तरह ही पीता। वीभत्स रस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 171 Share Arun Prasad 19 Oct 2021 · 1 min read शहर के लोग हैं --------------------------------------------------- इस शहर को लूटने वाले इस शहर के लोग हैं। लौह के मोटे कवच को काँच करदे ये लोग हैं। लूटना फितरत है इनकी,लूट से बचने जतन, कह के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 263 Share Arun Prasad 19 Oct 2021 · 1 min read अभिलाषा ------------------------------------------------------ नहीं चाहती सुरबाला सी इठलाना तुमको ललचाना। नहीं चाहती प्रेमी बनकर देह तुम्हारा,पौरुष पाना। वांछित बनना, उत्स तुम्हारा बन आलोक तेरे पथ जलना। मातृभूमि की गरिमा कहने हे कवि,मरकर,पुन:... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share Arun Prasad 17 Oct 2021 · 1 min read दोस्ती के रिश्ते -------------------------------------------------- दोस्ती के रिश्ते मैंने देखे उधेड़ कर जब। दोस्तों ने खुशियाँ बांटे गैरों ने दर्द बांटे। सूरज की रौशनी से जब फूटा सिरफ़ लहू था। ये थे अँधेरे जिसने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share Arun Prasad 17 Oct 2021 · 1 min read गजल --- अभी जो रात है और जो अँधेरा है. अभी जो रात है और जो अँधेरा है. कल की कोख का खूबसूरत सबेरा है. शहर की चारदीवारी में बंद दरवाजे. कर्म से तेरे खुलेंगे वादा यह तेरा है. किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 200 Share Arun Prasad 17 Oct 2021 · 1 min read गजल--इश्क को चाहिए क्यों कुछ वक्त -------------------------------------------------- इश्क को चाहिए क्यों कुछ वक्त बयाँ होने तक. आह को जलना,जलाना है क्यों जुबाँ होने तक. तम का हर सैलाब है तेरा सूर्य हो जाने तक. रात ठहरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 166 Share Arun Prasad 17 Oct 2021 · 1 min read उसके घर में -------------------------------------------------- अब तो नहीं किन्तु,तब तो हिसाब होगा. उसके जहाँ में होंगे जब,तब जबाब होगा. पढ़ो मर्शिया या गीता हर गुनाह शक्ल लेगा. मेरी जिन्दगी का लोगो यही एक सबाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 172 Share Arun Prasad 17 Oct 2021 · 1 min read गजल ------ साँझ का धुंधलका सब कुछ, साँझ का धुंधलका रे. ------ साँझ का धुंधलका सब कुछ, साँझ का धुंधलका रे. आज धुँध में लिपटा-लिपटा किसे पता है कल का रे. ना यह अपना,ना वह अपना;फागुन,वर्षा,जाड़ा,गर्मी. जो आया तन जला गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 195 Share Arun Prasad 17 Oct 2021 · 1 min read गजल----------- इश्क को चाहिए क्यों कुछ वक्त बयाँ होने तक. इश्क को चाहिए क्यों कुछ वक्त बयाँ होने तक. आह को जलना,जलाना है क्यों जुबाँ होने तक. तम का हर सैलाब है तेरा सूर्य हो जाने तक. रात ठहरी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 166 Share Arun Prasad 17 Oct 2021 · 1 min read गाँव सहमा हुआ आया है जीता ----------------------------------- गाँव सहमा हुआ आया है जीता। सारे घुटन और त्रास एकाकी पीता। गाँव शतरंज की बिसात सा बिछा है। कौन किसको खेलेगा बात-बात में छिपा है। शहरों में आकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 173 Share Arun Prasad 13 Oct 2021 · 1 min read रोटी के नाम पर -------------------------- हर शहर बदहवास है रोटी के नाम पर. हर गाँव भी हताश है रोटी के नाम पर. तदबीर ने न पूछो कितना बहाया पसीना. तकदीर पर उदास है रोटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 342 Share Arun Prasad 13 Oct 2021 · 1 min read गजल ---- हमारे हाथ में बस जिन्दगी का एक दिन है. ------------------ हमारे हाथ में बस जिन्दगी का एक दिन है. कहते लोग कैसे जिन्दगी यह चार दिन है. वो दिन जब कयामत हमसे होगा रूबरू जी. वही तो मौत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share Arun Prasad 13 Oct 2021 · 1 min read लेखनी का धर्म ------------------------------------------------- लेखनी हालात पर ही व्यंग्य करने को उठे. शख्सियत से लेखनी को वैर ना बांटें मनुज. तेरी कुत्सितता उझल आती है तेरे बोल में. स्वच्छ कर मन बोलने से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 529 Share Arun Prasad 13 Oct 2021 · 1 min read जोश और जज़्बात जोश और जज़्बात नारों में बहुत तेरे है दोस्त। कुछ न बदले,नारों से ज्वाला निकलना चाहिए। राष्ट्रभक्ति की हमें भाषण सुनाये तुमने बहुत। अब तो तेरे कर्म से ऐसा ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share Arun Prasad 7 Oct 2021 · 1 min read ग़ज़ल नियति नये वर्ष की फिर यहां नयी आशाओं का जनम होगा। फिर यहाँ साल भर ‚ सिर धुनेगा आदमी। पुराने आकाश का रंग चाहे फिर से नया होगा। दर्द और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share Arun Prasad 4 Oct 2021 · 1 min read ऋजुवर्गीय -------------------------------------- हमारे पंखों को दोस्तो‚ये क्या हो गया है। उड़ान भरने का जज्बा‚क्यों खो गया है? रगों और शिराओं में उफान है पूर्ववत्। आँखों की पुतलियों में मंजिल है समाहित।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share Arun Prasad 4 Oct 2021 · 2 min read राजनीति भारतीय राजनीति का भविष्य लिखनेवाले लोग आज सत्तांध गये हैं हो। परम उच्छृखंल‚अराजक व युद्धोन्माद से पीड़ीत वाक्यों से सड़ांध गये हैं हो। सिद्धान्तहीन होकर कर रहे हैं संसद से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 210 Share Arun Prasad 4 Oct 2021 · 1 min read आदमी–4_ आदमी को कोई नहीं‚ छला है आदमी के जीवन ने। आदमी–4 आदमी को कोई नहीं‚ छला है आदमी के जीवन ने। पर‚ आदमी देता रहा है इल्जाम हरदूजे आदमी को। दगा खुद को दिये जायेगा और सजा उस खुदा को।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 162 Share Arun Prasad 3 Oct 2021 · 1 min read गज़ल_-वेद बदल जायगा‚तलवार टूट जायगी वेद बदल जायगा‚तलवार टूट जायगी। साहस के साथ दोस्तो पत्थर इसे दिखा। धरती दरिद्रता नहीं सम्पन्नता का नाम। आकाश को पानी के लिए आँखे जरा दिखा। मजहब के सच को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 183 Share Arun Prasad 3 Oct 2021 · 1 min read गज़ल सुरक्षित है घर फिर भी ताले लगे हैं। क्यों रक्षित की चिन्ता बढ़ाने लगे हैं। मची लूट बाजार में ऐॐ सियासत खाद्यान्न छीनने अब निवाले लगे हैं। कहीं सड़ रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 390 Share Arun Prasad 26 Sep 2021 · 1 min read गजल ००--- हमारे हाथ में बस जिन्दगी का एक दिन है हमारे हाथ में बस जिन्दगी का एक दिन है। कहते लोग कैसे जिन्दगी यह चार दिन है। वो दिन जब कयामत हमसे होगा रूबरू जी। वही तो मौत का उपहास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 208 Share Arun Prasad 26 Sep 2021 · 1 min read गजल --- अभी जो रात है और जो अँधेरा है अभी जो रात है और जो अँधेरा है। कल की कोख का खूबसूरत सबेरा है। शहर की चारदीवारी में बंद दरवाजे। कर्म से तेरे खुलेंगे वादा यह तेरा है। किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 194 Share Arun Prasad 24 Sep 2021 · 1 min read गजल ------ चाहने वालों ने मुझसे मुंह फेर लिया चाहने वालों ने मुझसे मुंह फेर लिया मुझे मुझमें कोई पटक गया सा है दोस्त दिल में जलजला सा कुछ पैठ गया. कोई उजाला दरक गया सा है दोस्त. कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 295 Share Arun Prasad 9 Sep 2021 · 1 min read चाँद के ओठ पे मुहब्बत का इतिहास अपने प्यार के हर किस्से को करें खास चलें। और इस श्वेत चाँदनी में बैठें हम गुनाह करें। हर हुस्न के आतिश को लगा दिया आतिश आज चाँद चूमें चलो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 407 Share