kumar ashok3 Tag: ग़ज़ल/गीतिका 83 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read शीश महल तू और खण्डर मैं देखलें तू मेरा शीशे का मकान रहने दें जिस्म से रूह तक का निशान रहने दें होठों पे मत ला बाजार की बातें तू भी यूँ रिश्तों में व्यापार का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 321 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read गर देश में मेरे रहने होगा गर देश में मेरे रहना होगा वंदे मातरम, कहना होगा वन्दे मातरम ,वन्दे मातरम, वन्दे मातरम कृष्ण बंसी के सुरों संग तुझको भी बहना होगा वन्दे मातरम कहना होगा........ कैद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read ऐसी चोट खाई दिल ने बिकने चला हूँ मैं आज सरेबाज़ार जाने किस सोच में खड़े है ख़रीदार गुस्ताखी इतनी सी दिल ने कर डाली शौक ऐ तमाशा में हो यार के दीदार ढूंढ़ रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read मेरी तो जिंदगी भी मेरे यार की नज़र भी जैसे शराब है पी हमनें नजरों से तो क्या खराब है गोरे गोरे गाल और बहकती हुई चाल अंगूर की बेटी पर छाया जैसे शबाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 354 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read मजबूर है पर बेवफ़ा नहीं हम *उम्मीद कभी हमें* *छोड़ कर नहीं जाती...* *जल्दबाजी में हम ही* *उसे छोड़ देते हैं...*? सब किस्मत का खेल है* *ऐसे में मुँह मोड़ देते है..* *बता किस पर यकीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read तुम हँस दो गर कैसे कह दे कि आपके तलबगार हम नही । मेरी ईद हो जाये अगर आपका दीदार हो जाये । तुम हँस दो गर तुम हँस दो गर फूलों सा हमे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 312 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read कितने लगे घाव क़लम से कितने लगे घाव क़लम से देखिये मिज़ाज हमारा हो गरम से देखिये ये मेरे देश को कौन बेचने लगा है नहीं उठेगी निगाह शरम से देखिये रोजाना सियासत होती टीवी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read मैं आज किसी और को मैं आज किसी और को पटा लूँगा उसका नाम लब पर भी रटा लूँगा उसकी गोद मे बैठकर के सुन ले उसकी जुल्फो की अब घटा लूँगा तूने क्या सोचा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 293 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read अब क्या लिखूं तुझपर राहें इश्क में आये है दोनों हाथ को जोड़कर हजारों उल्फत की कसम खाने को दौड़कर रिमझिम बारिश है और रंजोगम की घटाएं कागज पर अपनी आँखें रखी है निचोड़कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 333 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read कब तक याद रखें हम प्रेमचंद, महादेवी वर्मा को नहीं मिलता हमारी रचनाओं का कोई खरीददार कविताएं पहुंच गई हाशिए पर शिल्प हुआ बेकार कब तक याद रखेंगे हम प्रेमचंद, महादेवी वर्मा को कब चर्चित कृतियां ही बनी रहेंगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 313 Share kumar ashok3 9 Feb 2021 · 1 min read मासूम ही तो है मासूम ही तो है, पर आवारा नहीं है इश्क़ में नाकाम है पर बेचारा नहीं है लोग इलज़ाम तो लगा देते अक्सर दिल ही तो है अपना बेचारा नहीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 436 Share kumar ashok3 9 Feb 2021 · 1 min read वंदे मातरम के सँग सबको नचाये चलो की कोई नई धुन बनाये ग़मो के बादल ख़ुशी में उड़ाए बहुत बुरी गुलामी मानसिकता राष्ट्रहित में गीत नया कोई गाए सुन लो दिल की बात मेरे साथी धुन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 275 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read जिंदगी कब तक तू जिंदगी तू कब तक मेरे बचपने को छलेगी कब तक शमाँ बनकर यूँ अंधेरो में जलेगी तेरी शान इसमें है की तू चुपचाप सुधर जा वरना मौत की वारदातों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 259 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read गांव से आया था गाँव से आया था, मित्र मुझे मिलने मिलाने सच कहूँ तो यारों मुझे मेरी औकात दिखाने लाख समझाया खुद को झूठ के पाँव नहीं मेरा जिस्म छलनी उसकी बातों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 328 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read लगा डालूं फेक्ट्री गीत गज़लों की लगा डालूं फेक्ट्री गीत ग़ज़लो की श्रीमान जहाँ ख़्वाब बेचे जाते हो खोलूँ ऐसी दुकाँ जहाँ धरती से झुक कर मिलने आया करें वो घमण्डी अभिमानी ऊँचा नीला आसमाँ जहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 307 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read अशोक तो मां बाप को भगवान रूप में माँ और बाबू जी के लिए ये भले ही प्रयास अच्छा ना हो पर माँ बाप को समर्पित मेरी गीतिका.... जिंन्होंने हमारे लिए ना जाने कितने गम उठाए हैँ। दुश्वार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read टूटकर बिखर गया आईना टूटकर बिखर गया आईना उसको बड़ा गुमाँ था झील के दर्पण से हुआ जो उसका अपमान था जलते घरों को देखकर खुश होता था जो कभी उन जलती लपट्टों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 289 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read चाँद छत से आकर चाँद छत से आकर रख गया ख़त सिरहाने आ गले लग जा सनम ,तू ईद के ही बहाने मेरी मंजिल होकर ,तू मेरा इंतज़ार ना करें मैं वापिस आऊँगा तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 511 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read क्यों खाती तू मुझे देखकर क्यों खाती तू मुझे देखकर भाव प्रिये क्या तेरा नहीं है प्रेम में मेरा चाव प्रिये लोग कहते चेहरे से लगती तू मस्तानी मैं लगता प्रेम में पागल बाजीराव प्रिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read नागिन बन विष फैलाती यहां ममता माँ की यह सुनकर मर गई ममता भृष्टाचार की जननी हो गई ममता सर उठाने लगी दुश्मन की खातिर मातृभूमि बेच खाने लगी ये ममता घोटालों की आग से हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 488 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read मां बाप के बिन ख़ुशी अधुरी मेरा गाँव मेरे दिल मे आज भी कही बसता है पार्ट 3 कविता कदम धरती पे रखता हूँ यह मनवा विस्तृत यूँ है गांव देता श्रेष्ठता का अहसास मन समर्पित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 265 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 2 min read क्या मुद्दा मुद्धाहीन को मिल गया उपहार मुझे अभी तक ये समझ नहीं आ रहा की असली में किसानों की समस्या अगर सही है तो पूरा देश क्यो नहीं आंदोलन कर रहा है और पोलिस के जवानों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 303 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read किसका कन्धा पकड़े जाकर हम अंकित हो या पंकज क्यों हमारें देश में आजाद नहीं क्यों हिंदुस्तानी धर्म की सुनती सरकारे फरियाद नहीं कब तक अपने चमन में कैद बनकर हम रहेन्गे यारों क्यों मुस्लिमों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 323 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read मिलाकर थोड़े खुबसूरत ख़्वाब चलो आज तुम भी पियो थोड़ी हम भी पीते है साक़ी की नजरों में नजरें डाल पैहम भी पीते है माना बदनाम हो जाऊँगा यारों की महफ़िल में चाय के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 476 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read जो देख रहे है मेरा काँच जो देख रहे है मेरा कांच का घर उस मासूम के हाथ में है पत्थर दोस्ती टूट गई तो हादसा हो गया अब रह नहीं गया वो मेरा रहबर बस्तियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 319 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read आज उसकी आँखों मे देखा आज उसकी आँखो में देखा मैंने गुमाँ टूटा दिल मेरा तो फासिले हुए दरमियाँ हम तीरगी में रौशनी ढूढ़ने चले थे मियां मेरी बेबसी को वो जिंदगी कहते थे नदान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read आज बनकर आये है फ़िर से आज बनकर आये है वो कत्ल का फिर से सामान रक्त से तर ब तर हो गया देख उसका तीर कमान झूठी मेरी बात लगे तो मुआफ़ कर देना यारो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read हमारी पद्मा रानी मां पर सुन बॉलीवुड के भांड जितनी तेरी जेब में कमाई है उससे ज्यादा तो इतिहास में भयानक हुई लड़ाई है तेरी करनी का ही तो बोया कड़वा बीज तूने काटा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हम खाकी वाले है जुल्म ए बहर में खोकर कब किसने होश सम्भाले है इलाजे दर्द ना जिसका जी हाँ हम वही खाकी वाले है तबियत ख़राब हो तो भी ड्यूटी बजाने के आदेश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 454 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read जनाजा शराफ़त का न हमने पहनी खाकी वर्दी ,अपने वतन के लिये शीश सदा झुकेगा भारत माँ तेरे वचन के लिए आतंकी हमला हो या कोई पाकृतिक आपदा मां हम सुर मिलाते सुर से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 633 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हमारे अनन्त प्रेम का साक्षी गमों का साया है प्रिये कटती नहीं रात अपने घर मे पराए से होने की ये बात जिंदगी की शतरंज़ के हम दो प्यादे है इस खेल में होती प्रिये,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read किसी और के दिल की पारिजात जानें क्यो आज मुझसे उनसे यह खुराफ़ात हो गई बाम में पर खड़े देख दिल की दिल से बात हो गई कल सुबह देखा जो बाल बनाते उसको क्या कहें,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 418 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read मुँह पे मुखोटा हमने पहनी वर्दी,ले भारत माँ का नाम सुंदर छवि आँखों में शोभित अभिराम उस गुलशन का उगता सूरज हूँ मैँ तो कहलाती वीरों की है जो पावन धाम वीर योद्धा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 275 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read आज पानी पर हाथों से आज पानी पर हाथों से लकीर बनाने आया आईना दिखाकर अंदर की पीर बताने आया अपने नगर में धोखेबाज़ लोग बहुत है साथियों नामचीन लोगो को मैं आज फकीर बनाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हादसों के शहर में हादसों के शहर में पूनम की रात काली हुई रूह तक बिखर सी गई जमकर दळाली हुई जिसकी कमजोरियों ढँक देते पैबन्दो से हम वही कश्ती पैबन्द हटा समन्दर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 280 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हम सब भारत माता की हम सब तो है भारत माता की वीर संतान माँ के एक इशारे पर गर्दन करते है कुर्बान अरमानों की बस्ती में लिखेंगे आज लहू से इश्क सिर्फ माटी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 515 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read आओ हिन्दवासियो आओ हिन्दवासीयों आओ तुमकों चुड़िया उपहार दे दूँ बहुत हुई नामर्दी तुम्हारी तुमकों गांडीव की टंकार दे दूँ यह जो तुम पाकिस्तान के दीवाने भारत मे पाल रहें हो आवाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 297 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read कौन से शहर में जाये कौन से शहर में जाए अपनी दूकान लेकर ख़रीदो लो मेरे सपने तुम मेरी जुबाँ लेकर आये है शहर में अपनी नई पहचान लेकर बेजुबानों के लिए हम इक नई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 339 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read कठपुतली का शहर बना कठपुतलियों का शहर बना मेरा हिंदुस्तान भारत तेरे टुकड़े होंगे की चली जो जुबान राजनीतिक रोटियां सेंक लो शाहीन बाग़ में बन्द पड़ी जो चल निकलेगी उनकी दुकान अब कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 289 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सस्ती क़ीमत पे मेरे बाज़ार में सस्ती कीमत पे मेरे बाजार में बिकने के चर्चे बड़े माहौल बदला देखकर मेरे खरीददार सोच में खड़े बेशक हमारे पुराने चित्र के संग चरित्र पुराना नहीं हमारे माथे पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read ए जिंदगी तू कठपुतली सी ए जिंदगी तू कठपुतली सी नचाती क्यो है जिंदगी में प्यार दे नफरतें, फैलाती क्यो है जब चाहती नहीं कि तू अरमां पूरे हो मेरे तो सपनों को मेरे हमेशा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 203 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read जिंदगी भी बिखरी पड़ी नहीं कोई यहाँ अपनी डगर कोई मौत का भी नहीं हमकों डर कोई औरों की ख़ुशीयों पे ख़ुश हो लोग ऐसे हालात ऐसे रह गये शहर नहीं कभी मौत से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 268 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read देख लेते तेरी भक्ति में चल आज उतार देता हूँ शराफ़त का लबादा।। देख लेते तेरी भक्ति में मज़ा कितना ज़्यादा।। ज़िंदगी की बिसात में मैं तेरी कठपुतली ठहरा तू बादशाह बनकर जैसा चलाये चलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 212 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सूखकर भी कमज़ोर पत्ता इस छोटी सी जिंदगी में तो हम हमेशा से भाग्यवान रहें तस्लीम ऐ मोहब्बत हमकों देने वाले आप बागवान रहें तस्लीम ऐ मोहब्बत प्रेम की श्रद्धा मरके जाना इस दुनियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 220 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सोया देश जगाने को मैं हम हिन्द के वासी रखतें इसका ध्यान हम बुलबुले इसके ये हमारा गुलिस्तान हम तीन रँग तिरंगे के समझ लेना तुम थल जल वायु से हम इसके निगेहबान ऐसी आग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 255 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read इक छोटा सा पुलिसवाला हाँ जी साहब मैं हूँ इक छोटा सा वो पुलिसवाला जिसकी नोकरी ने उसका सब कुछ छीन डाला माना कि अब पढ़ लेते चेहरे मिजाज देखकर के पर कुछ अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read ये रात वो रात नहीं ? *छोड़ दिया चाँद का साथ हमने ये सोचकर*.. *जो रात का ना हुआ वो हमारा क्या होगा...* उसके बिना एक पल भी जीना मेरा यारा... इस ज़ालिम जमाने को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 290 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read मन की तू बात न पूछ हो सके तो मेरे मन की तू बात मत पूछ कितने सहें है मैंने यहाँ आघात मत पूछ माना की मुसीबत अब छंट गई मेरे मित्र दुर्घटना में कत्ल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 290 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हमारी रौशनी पर पहरा क्यों मेरे हिस्से का तुम सब मुझे सिर्फ इतवार दे दों गम बांट सकूँ मैं जिनके संग वो परिवार दे दों मैं भी चाहता हूँ पंख लगा के उड़ना आसमाँ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 377 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सरहदों ने परिंदों को गर तूने मुझे आज आँखों से पिलाया ना होता मैंने भी कसम से सब को बताया ना होता डूब रहा हूँ मैं साहिल पर आज देख लेना काश तूने इश्क करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 183 Share Page 1 Next