ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: कविता 880 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Oct 2024 · 1 min read कोई मिठाई तुम्हारे लिए नहीं बनी ..( हास्य व्यंग कविता ) गुलाब जामुन बेशक काला होता है , मगर भीतर से तो मीठा होता है । इसीलिए गुलाब जामुन से तुम्हारा चरित्र मेल नहीं खाता । काजू कतली ,बर्फी ,रसगुल्ला ,... Hindi · कविता · व्यंग्य कविता 2 79 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Sep 2024 · 2 min read यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ? यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?, नहीं दिखती थोड़ी सी भी आसक्ति । आडंबर है मात्र ,ना कहो इसे प्यार , क्या इसी के लिए करते वर्ष भर इंतजार।... Hindi · कविता · मानवता का पतन 1 104 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Sep 2024 · 1 min read यूज़ एंड थ्रो कंटेनर्स अपने स्वार्थ हेतु व्यक्तियों को , अपने राजनीतिक प्रचार से जोड़ लेना । और स्वार्थ पूर्ण होते ही , दूध में से मक्खी की तरह निकाल फेंकना । जैसे व्यक्ति... Hindi · कविता · मोहरा 56 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jun 2024 · 1 min read कृतघ्न अयोध्यावासी ! लानत है तुम्हें मूर्ख और कृतघ्न अयोध्यावासियो ! कई युगों से जुल्म सहे, न अपना धर्म बचा पाए । डर और लालच से वशीभूत होकर पहले मुगलों , फिर दुष्ट... Hindi · कविता 2 99 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 May 2024 · 1 min read छोटे दिल वाली दुनिया दुनिया है बहुत बड़ी , मगर सबके दिल है छोटे । बाहर से दिखते तो है भलेमानस , मगर भीतर से दिल के खोटे। दिखावा तो करते अपने पन का... Hindi · कविता 2 110 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 May 2024 · 1 min read आह और वाह आह और वाह क्या है , बस तकदीर का तमाशा है । किसी के दामन में सौगात , तो किसी के अश्क बेतहाशा है । हीरा हैं या पत्थर ,मालूम... Hindi · कविता 1 99 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2024 · 1 min read सत्यं शिवम सुंदरम!! सत्य को जानना चाहते हो , सत्य को पहचानना चाहते हो , तो सत्य को स्वीकार करना होगा । सत्य कठोर होता है , सत्य निष्ठुर होता है , परंतु... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 261 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Mar 2024 · 1 min read बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु ) मासूम सी लाइका, अनजान थी । सड़क पर घूमना ,जीना मरना, सड़क छाप उसकी पहचान थी । ले गया उसे एक व्यक्ति , अचानक सड़क से उठाकर , इस तरह... Hindi · कविता 169 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Feb 2024 · 1 min read स्मार्ट फोन.: एक कातिल हां जी ! यह तो होगा ही स्मार्ट , जब इसने छीन ही लिए सबके काज । बेकार हो गई वो सभी चीजें , आड़े बन करवरग गई जो आज... Hindi · कविता 1 221 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Feb 2024 · 1 min read समय बदल रहा है.. बरसों किया हम पर तुम्हारे , पूर्वजों ने हम पर शासन । तोड़े हमारे अराध्य मंदिर , महिलाओं का किया मान मर्दन । मगर अब समय बदल गया है ,... Hindi · कविता 247 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Dec 2023 · 1 min read धर्म निरपेक्षता हमारे दिल में यह ख्याल आता है जो भीतर तक कचोट सा जाता है । रोजगार ,शिक्षा दीक्षा का हक, देश में रहने का सभी को जाता है । अपनी... Hindi · कविता 2 356 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Dec 2023 · 1 min read धृतराष्ट्र की आत्मा धृतराष्ट्र को मरे यूं तो कई युग बीत गए बस ! कहने भर को । उसकी आत्मा अब भी विचरती है , नजर चाहिए उसे देखने को । कई दुशासन... Hindi · कविता 2 300 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2023 · 1 min read मेरी जिंदगी मेरे लिए क्या खुशी ,प्रसन्नता ,आनंद ,संतोष और साज श्रृंगार का समाहार । मेरे लिए सब दिन एक जैसे है , क्या करवा चौथ ,क्या होली दिवाली , और तीज... Hindi · कविता 295 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Oct 2023 · 1 min read बुजुर्ग कहीं नहीं जाते ...( पितृ पक्ष अमावस्या विशेष ) घर के बुजुर्ग कहीं नहीं जाते , उनका बस जिस्म खत्म होता है । मगर आत्मिक रूप से रह जाते , अभिलाषाओं में उनका निवास होता है । घर की... Hindi · कविता 474 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Oct 2023 · 1 min read तेरे जाने के बाद .... ऐसे उजड़े तुम्हारे जाने के बाद , के फिर कभी जिंदगी में बस ना पाए । हे पिता ! माफ करना,हम तुम्हारे अधूरे , ख्वाबों की ताबीर न बन पाए... Hindi · कविता 1 482 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Oct 2023 · 1 min read बदलता दौर अब कहां वो हुस्न ,वो अदा,वो नजाकत , शर्मो हया पर्दा नशीनों सी । ज़माने के बदलते दौर ने छीन लिया सब , अब कहां रही वो बात इनमें नाजनीनों... Hindi · कविता 1 308 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Aug 2023 · 1 min read चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए .. जो था नामुमकिन , वो कर दिखाया । हमारे होनहार वैज्ञानिकों ने , एक कीर्तिमान रच दिखाया। बहुत इतराते थे चंदा मामा, दूर के सिंहासन में बैठे हुए । उन्हें... Hindi · कविता 1 415 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2023 · 1 min read हम भारतीयों की बात ही निराली है .... होंठों पर हसीं मगर , दिल में है गम भी । आंखों में आंसू तो है , मगर है शिकवा भी । टूटे हुए है हताश है , मगर छोड़ा... Hindi · कविता 392 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Aug 2023 · 1 min read चिकने घड़े तीरे पर तीर चलाते है जहरीले , मगर घायल तो कोई होता नहीं । हादसों पर अफसोस का सिलसिला , शर्म तो किसी को फिर भी आती नहीं। अजी! छोड़िए... Hindi · कविता 2 576 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2023 · 1 min read कैसा विकास और किसका विकास ! यह विकास हो रहा है देश में , या कोई छलावा। समझ कुछ भी नहीं आ रहा । हमें दिख तो रहा है विकास , मगर कहां ! बढ़ती मंहगाई... Hindi · कविता 251 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jun 2023 · 1 min read मेरे जाने के बाद ,.... मेरे जाने के बाद , सभी की आंखें रोएंगी । किसी की कम,किसी कि जायदा। बेगानों की कम , अपनों की जायदा। दर्द की मात्रा भी किसी में कम,किसी में... Hindi · कविता 4 415 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jun 2023 · 1 min read साड़ी हर नारी की शोभा साड़ी हर नारी की शोभा है , अपितु साड़ी में ही नारी कि शोभा है । अति सुन्दर लगे गरिमा लिए हुए , संस्कार शीलता दर्शाती शोभा है । लज्जा... Hindi · कविता 2 2 997 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jun 2023 · 1 min read हे पिता ! जबसे तुम चले गए ...( पिता दिवस पर विशेष) हे पिता ! जबसे गए तुम , हमारी दुनिया ही उजड़ गई । हर आनंद जीवन का और , हर खुशी जमाने कि छिन गई । वो सुकून ,वो चैन... Hindi · कविता 3 3 601 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jun 2023 · 1 min read ना मुराद फरीदाबाद फरीदा ! तेरे शहर में आकर , जिंदगी हो गई झंड ।, भ्रष्टाचार, गंदगी और शोर शराबा, उस पर जानलेवा गर्मी से आए तंग । क्यों बसाया गया यह जहन्नुम... Hindi · कविता 1 654 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jun 2023 · 1 min read फायदे का सौदा अपने अनुभव से हमने जाना , जिंदगी एक अजाब से कम नहीं । देती है सिर्फ गम ही गम हरदम , खुशी जरा सी भी नहीं । मौत को लोग... Hindi · कविता 3 960 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 May 2023 · 1 min read बेचारा जमीर ( रूह की मौत ) कहां है ,है भी या नहीं , इसकी भनक भी लगी नहीं । मरा है या जिंदा उसकी , कोई खबर ही मिली नहीं । मार ही डाला होगा उसे... Hindi · कविता 2 2 556 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 May 2023 · 1 min read क्या तुम इंसान हो ? दुश्मनों से मिलकर साजिश कर , अपने देश से गद्दारी करते हो । आतंकवादियों से मिलकर , अपने पुराने मधुर संबंध भुलाकर , अपने पड़ोसियों को नुकसान पहुंचाते हो ,... Hindi · कविता 1 424 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 May 2023 · 1 min read काश ये मदर्स डे रोज आए .. साल भर तो माता को संतान , आखें दिखाए , कोई उपदेश ,कोई शिक्षा उसकी , तुमको रास न आए । उसकी हर बात पर उसका बेबाकी से मजाक उड़ाए... Hindi · कविता 2 2 429 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Apr 2023 · 1 min read अरे पाकिस्तान ! तेरा अंजाम तो , अरे पाकिस्तान ! तेरा अंजाम तो , ऐसा बुरा होना ही था । खोदा जो गड्ढा हम भारतीयों के लिए , उसमें तुझे धसना ही था। तुम्हारे वतन में रह... Hindi · कविता 1 164 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Apr 2023 · 1 min read प्यारे पिताजी के जन्म दिवस पर ... परम आदरणीय और प्यारे पिताजी , जन्मदिन की आपको बहुत बहुत बधाई । आज के दिन फिर आपके दुलार को तरसा दिल , बेशुमार सुनहरी यादों ने ली अंगड़ाई ।... Hindi · कविता 2 2 342 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Mar 2023 · 2 min read आंगन को तरसता एक घर .... हां ! मैं एक घर हूं , सदियों से मैं अस्तित्व में हूं । मेरे अंदर लोग रहते हैं , परिवार बनाकर । सदियों से ही रहते आए हैं। अंतर... Hindi · कविता 1 2 253 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Feb 2023 · 1 min read भगवान सर्वव्यापी हैं । कौन कहता है की , भगवान नहीं है । भगवान है, हर कहीं है । हमारे प्राणों में ,इस पृथ्वी के कण कण में , समस्त प्राणियों में , इस... Hindi · कविता 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Feb 2023 · 1 min read अजी! कहां का प्रेम दिवस प्रेम दिवस उनके लिए है , जिनके हृदय में प्रेम की धारा बहती हो । समय की आंधियां जहां , और उम्र का असर कोई प्रभाव ना डालता हो ।... Hindi · कविता 216 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Feb 2023 · 1 min read बुरे काम का बुरा नतीजा अरे पाकिस्तान ! तेरा अंजाम तो , ऐसा बुरा होना ही था । खोदा जो गड्ढा हम भारतीयों के लिए , उसमें तुझे धसना ही था। तुम्हारे वतन में रह... Hindi · कविता 135 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Jan 2023 · 1 min read रिश्तों को तो बख्श दो . इस सोशल मीडिया और , देश की कुत्सित मानसिकता वाली राजनीति ने , मानव समाज का वातावरण ऐसा बना दिया । की भाई बहन के पवित्र रिश्ते को भी ,... Hindi · कविता 2 1 169 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Nov 2022 · 1 min read भारत माता का दिल अब मैं कितना और कब तक , शर्मसार होता रहूं , और कितनी बार दहल जायूं। ना हादसे रुकते हैं , ना हालात बदलते हैं। और मैं कितना इंतजार करूं... Hindi · कविता 2 225 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Nov 2022 · 1 min read हमारी प्यारी मां को जन्म दिन की बधाई .. हमारी प्यारी प्यारी मां , हमको तो जान से भी प्यारी मां । आपका स्नेह आशीष सदा सर पर रहे , यह दुनिया है धूप ,और आप हो शीतल छांव... Hindi · कविता 1 241 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Nov 2022 · 1 min read तू दरिंदा है इंसान नहीं ,.. यह तो साबित हो गया , तुम दरिंदे हो इंसान तुम हो नहीं। एक मासूम का कत्ल करते हुए , जो तुम्हारे हाथ कांपे नहीं । वोह मासूम लड़की जो... Hindi · कविता 1 205 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Nov 2022 · 2 min read भूतों के अस्तित्व पर सवाल .. पहले कभी सुना था , और पुरानी फिल्मों में देखा था , दुखी और अतृप्त आत्माएं , बदला लेती है अपने दुश्मनों से , अपने साथ हुए अन्याय और हत्या... Hindi · कविता 2 369 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Nov 2022 · 1 min read ३५ टुकड़े अरमानों के .. डोली सजी ना बरात आई , टुकड़ों में सजकर बिटिया की अर्थी आई । सपने देखे थे जिसके लिए जाने क्या क्या , देखकर जिसे एक चीख निकल आई ।... Hindi · कविता 3 314 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Nov 2022 · 1 min read सुनो ! तुम क्या माता पिता से भी बड़े हो गए.. माता पिता के कंधे से , ऊपर क्या हुए तुम । खुद को उनसे ऊंचा समझने लग गए। माता पिता ने ही शिक्षा दीक्षा दी , तुमको आत्म निर्भर बनाया... Hindi · कविता 3 2 194 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Nov 2022 · 1 min read सियासत का नशा अन्ना हजारे जैसे समाज सेवी संग , मिलकर जो लड़का सच्चा समाज सेवक , खुद को दर्शाता था । अब कहां गुम हो गए अन्ना हजारे और उनका पवित्र अभियान... Hindi · कविता 4 6 200 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Nov 2022 · 1 min read दोष रोपण नहीं जमीर का आंकलन अपना गिरेबान देखते नहीं , लगाते सदा दूसरों पर दोषरोपण । करने लगे यदि सभी नेता अपने , व्यक्तित्व और जमीर का आंकलन । तो स्वीकार करे अपनी त्रुटियां ,... Hindi · कविता 1 133 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Nov 2022 · 2 min read उफ़ यह कपटी बंदर जानवरों पर भी दिखने लगा है , इंसानों की मक्कारी का रंग । देखकर बंदरों का कपट जाल , रह गए हम तो बहुत दंग । बगिया उजाड़ रखी है... Hindi · कविता 1 422 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Oct 2022 · 1 min read अध्यक्ष चाहे कोई भी बने , अध्यक्ष चाहे कोई भी बने , हुकम तो आला कमान का ही चलेगा। तुम तो बस कठपुतली हो प्यारे ! डोर तुम्हारी कोई और ही थमेगा । जिस कांग्रेस दल... Hindi · कविता 138 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Oct 2022 · 1 min read इतिहास खुद को दोहराता है ... १०० साल तुमने हम पर राज किया , हम पर जुल्म ओ सितम किया । हमारी सहनशक्ति और तुम्हारी दुष्टता की पराकाष्ठा देखो । अब हमारे भारतीय मूल का व्यक्ति... Hindi · कविता 163 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Oct 2022 · 2 min read वाह रे पशु प्रेम ! ( हास्य व्यंग कविता) आज कल कैसी है आई , विदेशी सभ्यता से बीमारी । पड़ोसियों के टामी को , कुत्ता कहना पड़ गया भारी । पड़ोसी तो क्या घर के लोग ही ,... Hindi · कविता 2 2 362 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Oct 2022 · 1 min read जीवन साथी को जन्म दिन की बधाई .. क्या ही शुभ घड़ी आई , आपके जन्म दिन की बेला आई । सदा यूं ही हंसते मुस्कुराते रहो , आपकी मुस्कान से ही चांदनी खिल आई । फूल फूल... Hindi · कविता 4 2 242 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Oct 2022 · 1 min read अंजाम ए जिंदगी जाने क्यों और कैसे खुदा , मुझे यह कैसे शहर में ले आया। जहां आते ही हमारी खुशियों , का जहान उजड़ गया । दिल का चैन खत्म, और सुकून... Hindi · कविता 2 560 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Oct 2022 · 1 min read बॉलीवुड की नीचता की पराकाष्ठा बॉलीवुड वालों ने नई तकनीकी का प्रयोग कर , आदि पुरुष नाम की फिल्म बनाई । मगर यह हिंदू समाज को रास न आई । आए भी कैसे इन्होंने पहुंचाया... Hindi · कविता 1 259 Share Page 1 Next