Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2023 · 1 min read

बुरे काम का बुरा नतीजा

अरे पाकिस्तान ! तेरा अंजाम तो ,
ऐसा बुरा होना ही था ।
खोदा जो गड्ढा हम भारतीयों के लिए ,
उसमें तुझे धसना ही था।
तुम्हारे वतन में रह रहे हमारे हिंदू भाई बहनों ,
तुम सताते रहे अब तक ,
उनकी दर्द भरी आहों का असर भी होना ही था ।
जायदा पाने के लालच में जो है उसको भी गंवाओगे,
इस बुरे कर्म का फल तो तुमको ,
अवश्य पाना ही था ।

Language: Hindi
105 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
तुम मुझे दिल से
तुम मुझे दिल से
Dr fauzia Naseem shad
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"पसीने से"
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
** मन मिलन **
** मन मिलन **
surenderpal vaidya
हौसला
हौसला
Monika Verma
💃युवती💃
💃युवती💃
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
पूर्वार्थ
मनोहन
मनोहन
Seema gupta,Alwar
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
शादी
शादी
Adha Deshwal
वाह भाई वाह
वाह भाई वाह
gurudeenverma198
सोदा जब गुरू करते है तब बडे विध्वंस होते है
सोदा जब गुरू करते है तब बडे विध्वंस होते है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जीवन में संघर्ष सक्त है।
जीवन में संघर्ष सक्त है।
Omee Bhargava
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
कवि रमेशराज
प्रेम गजब है
प्रेम गजब है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
शायर देव मेहरानियां
जिंदगी हमें किस्तो में तोड़ कर खुद की तौहीन कर रही है
जिंदगी हमें किस्तो में तोड़ कर खुद की तौहीन कर रही है
शिव प्रताप लोधी
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
Ranjeet kumar patre
*कागभुशुंडी जी थे ज्ञानी (चौपाइयॉं)*
*कागभुशुंडी जी थे ज्ञानी (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
सत्य कुमार प्रेमी
आ ठहर विश्राम कर ले।
आ ठहर विश्राम कर ले।
सरोज यादव
कृष्ण भक्ति
कृष्ण भक्ति
लक्ष्मी सिंह
गुरु नानक देव जी --
गुरु नानक देव जी --
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
👍 काहे का दर्प...?
👍 काहे का दर्प...?
*प्रणय प्रभात*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मिलने वाले कभी मिलेंगें
मिलने वाले कभी मिलेंगें
Shweta Soni
यह मेरी मजबूरी नहीं है
यह मेरी मजबूरी नहीं है
VINOD CHAUHAN
Loading...