Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2023 · 1 min read

फायदे का सौदा

अपने अनुभव से हमने जाना ,
जिंदगी एक अजाब से कम नहीं ।
देती है सिर्फ गम ही गम हरदम ,
खुशी जरा सी भी नहीं ।
मौत को लोग जाने क्यों बुरा कहते है ,
जबकि वो होती जिंदगी सी बेवफा नहीं।
जिंदगी के लाखो दर्द ,और मौत का बस एक ,
बोलो दोस्तों ! फायदे का सौदा है या नहीं ।

Language: Hindi
3 Likes · 807 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
जो भक्त महादेव का,
जो भक्त महादेव का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
चिंतन और अनुप्रिया
चिंतन और अनुप्रिया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
खुशी -उदासी
खुशी -उदासी
SATPAL CHAUHAN
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
■ तेवरी-
■ तेवरी-
*Author प्रणय प्रभात*
*धन का नशा रूप का जादू, हुई शाम ढल जाता है (हिंदी गजल)*
*धन का नशा रूप का जादू, हुई शाम ढल जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
धन्य सूर्य मेवाड़ भूमि के
धन्य सूर्य मेवाड़ भूमि के
surenderpal vaidya
तुम रंगदारी से भले ही,
तुम रंगदारी से भले ही,
Dr. Man Mohan Krishna
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
चंद्रयान ३
चंद्रयान ३
प्रदीप कुमार गुप्ता
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
राम और सलमान खान / मुसाफ़िर बैठा
राम और सलमान खान / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
3066.*पूर्णिका*
3066.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
_सुलेखा.
श्री राम जी अलौकिक रूप
श्री राम जी अलौकिक रूप
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
Pratibha Pandey
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
विजय कुमार अग्रवाल
कुछ बात कुछ ख्वाब रहने दे
कुछ बात कुछ ख्वाब रहने दे
डॉ. दीपक मेवाती
नयी शुरूआत
नयी शुरूआत
Dr fauzia Naseem shad
While proving me wrong, keep one thing in mind.
While proving me wrong, keep one thing in mind.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
लिखना चाहूँ  अपनी बातें ,  कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
DrLakshman Jha Parimal
मुश्किल घड़ी में मिली सीख
मुश्किल घड़ी में मिली सीख
Paras Nath Jha
दोहे- उदास
दोहे- उदास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"चापलूसी"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
सच तो हम और आप ,
सच तो हम और आप ,
Neeraj Agarwal
आगाज़-ए-नववर्ष
आगाज़-ए-नववर्ष
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
उफ़ ये बेटियाँ
उफ़ ये बेटियाँ
SHAMA PARVEEN
Loading...