Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2023 · 2 min read

मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️

मेघा तू सावन में आना
++++++++++++

जगत प्रकृति रानी ने …..
सपनो का पथ बनाया
अष्ट दलीय सफेद पुष्प

शेफाली का माला गुंथा
लाल झुमके सी मालती

फुलों से सुंदर सेज सजाया
निर्मल नील अम्बर से आना

मेघा तू सावन में आना
फुहारी हाथों से छूने आना

आकांक्षा पूरी कर जाना
मेघा तू सावन में आना

शरत सुन्दरी एक मैं और तू
शीतल शिशिर बयार लाना

उमड़ी गंगा यमुना की तट
सागर नदी नावों से भरने

राज हंस पंख पसार रहा
मोर मयूरी चन्द्र मौली सी

विहवल हो भू गुलशन
झूम झूम नृत्य दिखा रहा

सावन बरखा फुहारों से
स्पर्श नहाने मचल रहा

पग तल नग थल जलचर
जीव वृंद कला में मस्त हो

काले बदरा को गले लगाने
कह रहा मेघा तू सावन में आ

घटा घनघोर नभ भरने आना
वन पर्वत खेतों को छूते आना

नदी नाले ताल सरोवर नव
पानी से जलमग्न करनेआना

गगन आंगन भरा मेघों से
अपलक नयनों से देख रही

द्वार अकेले बैठी घटा अंधेरे
अभिसार के लिए पुकार रही

दीपक वाती की उजाला नहीं
बुझे दिल र्मे दीप जलाने आना

निबिड़ निशा की कसौटी में
आंखो से पानी झर झरा रहा

सावन मेघों की विस्तृत छाया
वन भूमि गुंजन रहित दरबाजे

दस्तक देने मेघा तू आ जाना
खिड़की आंगन खुला हुआ

निज कमरे इक कोने बैठी
अंधेरी रात रिक्त पहर में कब

से अश्रु धारा झर झरा रहा
उड़न प्राण पखेरू बचा जाना

नदी कछार बरसातों की झड़ी
बाट जोहने के थकान मिटाने

मेघों की ओंठ से मधुर हास्य
भू ललाट पर तेरे कर स्पर्श का

आनंद असंख्य छोड़ बन्द ताल
झरने को तीव्र संवादी स्वर देने

सूनी गोद खेतों की बगिया
धान पनीरी गगरी नदिया भरने

काले मेघा तू .सावन में आना
आनंद उन्मत्त जीवन खग वृंद

घास पात खिल खिला उठा
धूल मिट्टी कीचड़ बन बैठा

ताल तिलैया जल से लवालव
हो पूर्णता की दरस दिखा रहा

प्राणी में नव प्राण संचार करानें
मेघा तू सावन में आना
🌿🌿🌿🌸🌸🌷🌷
****************
तारकेश्‍वर प्रसाद तरूण

Language: Hindi
5 Likes · 218 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all
You may also like:
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
Manoj Mahato
सत्य को सूली
सत्य को सूली
Shekhar Chandra Mitra
"बाल-मन"
Dr. Kishan tandon kranti
रुक्मिणी संदेश
रुक्मिणी संदेश
Rekha Drolia
सुभाष चन्द्र बोस
सुभाष चन्द्र बोस
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
बेटी
बेटी
Sushil chauhan
** सावन चला आया **
** सावन चला आया **
surenderpal vaidya
एक प्यार का नगमा
एक प्यार का नगमा
Basant Bhagawan Roy
योग
योग
जगदीश शर्मा सहज
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इश्क की गली में जाना छोड़ दिया हमने
इश्क की गली में जाना छोड़ दिया हमने
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
आगाज़
आगाज़
Vivek saswat Shukla
शराब
शराब
RAKESH RAKESH
*लोग क्या थे देखते ही, देखते क्या हो गए( हिंदी गजल/गीतिका
*लोग क्या थे देखते ही, देखते क्या हो गए( हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ख़्याल
ख़्याल
Dr. Seema Varma
यूं ही कुछ लिख दिया था।
यूं ही कुछ लिख दिया था।
Taj Mohammad
रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
कृष्णकांत गुर्जर
💐प्रेम कौतुक-560💐
💐प्रेम कौतुक-560💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अब उनकी आँखों में वो बात कहाँ,
अब उनकी आँखों में वो बात कहाँ,
Shreedhar
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
कवि रमेशराज
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
Dr Archana Gupta
3109.*पूर्णिका*
3109.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
योगा डे सेलिब्रेशन
योगा डे सेलिब्रेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिंदगी भर किया इंतजार
जिंदगी भर किया इंतजार
पूर्वार्थ
रुई-रुई से धागा बना
रुई-रुई से धागा बना
TARAN VERMA
My City
My City
Aman Kumar Holy
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
अंसार एटवी
Loading...