अनुराग दीक्षित Language: Hindi 234 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनुराग दीक्षित 29 Feb 2024 · 1 min read जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। एक वो अहले सियासत हैं जो अपने खातिर, मजलूमों को भी हर रोज लड़ाकर रखते हैं, एक हम हैं जो दर्द सहकर भी, जख्म... Hindi 110 Share अनुराग दीक्षित 29 Feb 2024 · 1 min read आज के युवा। आज के युवा। आज के युवा बहुत होशियार काम घर बैठ करें सब पार हाथ है तकनीकी हथियार देख कर सबही करें विचार आज का दौर अजब है यार आज... Hindi 78 Share अनुराग दीक्षित 29 Feb 2024 · 1 min read इंसानियत का रिश्ता। इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला इसे प्रेम ने है सींचा भावों ने इसको पाला । जीवन्त हों सभी जन, पावन सभी के हों मन गुरवत खतम करें मिल... Hindi 184 Share अनुराग दीक्षित 29 Feb 2024 · 1 min read खट्टे मीठे पल जिन्दगी के,। खट्टे मीठे पल जिन्दगी के, - खट्टे मीठे पल जिन्दगी के रोज गुजारें हम, कभी कुछ गरम गरम, कभी कुछ नरम नरम । देख रहे सब दुनियां दारी कैसी ये... Hindi 126 Share अनुराग दीक्षित 28 Feb 2024 · 1 min read कहने को तो जिन्दगानी रही है । न राजा रहा है न रानी रही है, प्रजातंत्र की बस कहानी रही है, नमन त्याग से जो करें देश सेवा, ये जनता उन्हीं की दिवानी रही है, ये जनता... Hindi 2 99 Share अनुराग दीक्षित 27 Feb 2024 · 1 min read वक्त ने क्या क्या किये सितम। कैसे कहें कि वक्त ने क्या क्या किये सितम, अपने हि घर को आज लगे अजनबी से हम। कहने को राज ए दिल था जरुरी बहुत मगर , कहने गए... Hindi 103 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read चलो खुशियों के दीपक जलायें। चलो खुशियों के दीपक जलायें। दीप का पर्व हिलमिल मनायें चलो खुशियों के दीपक जलायें। रामजी जीत लंका को आये देव प्रमुदित हुये मुस्कराये, आज स्वागत में हर्षित दिशायें प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 98 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । भारत नया बनायेंगे हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । नवयुग का निर्माण करेंगे नवप्रभात फिर लायेंगे बिगुल बजा दें हम सब मिलकर तिमिर चीर दिखलायेंगे हम... Poetry Writing Challenge-2 85 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read पग पग दीप करे उजियारा। पग पग दीप करे उजियारा, दूर तिमिर अज्ञान रहे कृपा करें माँ कमला सब पर भरा अन्न भंडार रहे पावन होवे मानस सबका निज मर्यादा मान रहे। पग पग दीप... Poetry Writing Challenge-2 184 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read ये दुनियां दोधारी तलवार। ये दुनियां दोधारी तलवार। मीठी मीठी बनकर करती, बड़े चाव से प्यार, पीछे-पीछे करती देखो छल से वार हजार, समझ न आवे दुनियांदारी क्या है ये करतार। ये दुनियां दोधारी... Poetry Writing Challenge-2 107 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read हुई पावन मेरी कुटिया, पधारे राम रघुराई। हुई पावन मेरी कुटिया, पधारे राम रघुराई। परम सौभाग्य मैं गदगद चकित सुधबुध हि बिसराई अजब है हाल आखिर भाव विह्वल हूँ मै शवरी सा, निहारत नैन भर नैना,निरख छविधाम... Poetry Writing Challenge-2 2 58 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री मन में नाचे मोर । कैसे कहूँ सखी री मोरी जी में उठे हिलोर... Poetry Writing Challenge-2 57 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर। माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर आयेगी पास मंजिल चलकर के खुद ही आखिर। तेरे साथ चांद तारे तेरे साथ ये जमीं है तुझे सब दिया खुदा नें तेरे... Poetry Writing Challenge-2 67 Share अनुराग दीक्षित 21 Feb 2024 · 1 min read मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी है अनमोल धरा पर मिट्टी है अनमोल । सुन्दर उपज अन्न फल, जल पा मुख से फूटें बोल मिट्टी... Poetry Writing Challenge-2 51 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 1 min read मन का मीत। मन की आंखों में बसा मेरे मन का मीत, कभी चुरावे नैन वो गाये कभी वो गीत। नहीं वो कुछ भी पूछे शरारत उसको सूझे करे इशारे दूर से कभी... Poetry Writing Challenge-2 1 115 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 1 min read अनुपम उपहार । अनुपम उपहार । ” ज्यों हो उपहार कोई अनुपम यूँ आन मिले मुझसे प्रियतम जीवन को नव आयाम मिले जैसे सीता को राम मिले हो पुण्य फलित दें अमित तोष... Poetry Writing Challenge-2 166 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 2 min read माँ तुम्हारी गोद में। है सकल संसार मेरा माँ तुम्हारी गोद में , तृप्ति का सागर छुपा है, माँ तुम्हारी गोद में। घूम लूं मैं विश्व सारा या गगन में घूम आऊँ या कि... Poetry Writing Challenge-2 91 Share अनुराग दीक्षित 19 Feb 2024 · 1 min read सुरभित मन्द समीर बहे। वन उपवन मृग भरें कुलांचें , सुरभित मन्द समीर बहे। चहुँ दिश फूल खिलें मनभावन, प्रकृति छटा सर्वत्र रहे। घिरे घटा घनघोर घनेरी मगन मयूरा मस्त रहे वन उपवन मृग... Poetry Writing Challenge-2 133 Share अनुराग दीक्षित 19 Feb 2024 · 1 min read कतरा कतरा बिखर रहा था । कतरा कतरा बिखर रहा था । उधर से होकर गुजर रहा था मैं कतरा कतरा बिखर रहा था । नहीं रहा है वो मिलना मुमकिन जो रोज का सिलसिला रहा... Poetry Writing Challenge-2 108 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read होली खेल रहे बरसाने । होली खेल रहे बरसाने, मेरे नटवर नन्द किशोर । गोपी ग्वाल बाल सब नाचें धूम मची चहुँ ओर होली आई है कन्हाई नाचे मस्त मगन मन मोर होली खेल रहे... Poetry Writing Challenge-2 1 75 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read बेटी बेटी घर में घुसत तो पुकारत चलत चाव, देखत रिझावत सुता वो सुखकारी है धावत झपट चल बाबुल को देवे नीर, कन्या तो स्वभाव से ही पितु की दुलारी है... Poetry Writing Challenge-2 100 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read तुम फिर आओ गिरधारी! तुम फिर आओ गिरधारी! हे मोहन मदन मुरारी, तुम फिर आओ गिरधारी दम्भी का दर्प मिटाया बन गोवर्धन गिरधारी हे मोर मुकुट सिर धारी मन भावे छवि तुम्हारी हे मोहन... Poetry Writing Challenge-2 54 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन।। तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवा दिवस युवा शक्ति प्रेरक सकल कर्मयोगी तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवाशक्ति जागे कर्म पथ हो आगे सदा कर्म सिंचित हो अपना... Poetry Writing Challenge-2 125 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 2 min read प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम। प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम मेरी उल्फत का अहसास कर लो सनम। खत लिखूँगा तो भीगेगा कागज़ का तन प्रेम से हो सराबोर उसका भी मन चुपके... Poetry Writing Challenge-2 109 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read अवध में फिर से आये राम । अवध में फिर से आये राम । आज सब हर्षित हैं पुर ग्राम अवध में फिर से आये राम । रहे त्रेता में वनवासी, तो कलियुग में तम्बूवासी कभी निश्चर... Poetry Writing Challenge-2 62 Share अनुराग दीक्षित 17 Feb 2024 · 2 min read मैं भारत हूं मैं, भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। गौतम का न्याय सूत्र मुझमें,तो... Poetry Writing Challenge-2 56 Share अनुराग दीक्षित 16 Feb 2024 · 1 min read आखिर क्यों सबको भरमाया। क्यों नहीं समझ अब तक पाया क्यों नहीं समझ अब तक आया हर चीज यहाँ पर ठीक बनी हर चीज में है तेरा फेरा पर बहुत समझना है मुश्किल क्या... Poetry Writing Challenge-2 96 Share अनुराग दीक्षित 16 Feb 2024 · 1 min read प्रेम की बात को । प्रेम की बात को मौन जज़्बात को बिन कहे बिन छुये वो समझ जायेगा। राधिके कृष्ण को प्रेम के प्रश्न को कौन समझा है हल कौन कर पायेगा अब न... Poetry Writing Challenge-2 1 48 Share अनुराग दीक्षित 15 Feb 2024 · 1 min read मेरे अधरों का राग बनो । मेरे अधरों का राग बनो कर दो कुसुमित जीवन उपवन दे विहंस चपल चंचल चितवन सौन्दर्य रूप विरचित तन मन सुरभित मृदु मधुर पराग बनो मेरे अधरों का राग बनो... Poetry Writing Challenge-2 97 Share अनुराग दीक्षित 15 Feb 2024 · 1 min read इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। अपनी बहनों को रक्षा का देवें वचन नेह सिंचित करें उनके घर का चमन कल को रह जाय ना पर्व बन कर रसम पूर्ण मन... Poetry Writing Challenge-2 132 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2024 · 1 min read रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। तुम मेरी जान सजती संवरती रहो रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। चांद के नूर की तुमको दौलत मिले तेरी खुशियों में आनंद पाता रहूं। खिलखिलाती खिली सी चहंकती... Poetry Writing Challenge-2 1 92 Share अनुराग दीक्षित 29 Mar 2023 · 1 min read रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। तुम मेरी जान सजती संवरती रहो रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। चांद के नूर की तुमको दौलत मिले तेरी खुशियों में आनंद पाता रहूं। खिलखिलाती खिली सी चहंकती... Hindi 121 Share अनुराग दीक्षित 4 Mar 2023 · 1 min read होली के रंग, हुरियारों के संग। 1- मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया रंग से सराबोर मन की नगरिया न लागे से छूटें न हों रंग फीके मुझे प्रेम के रंग रंग दे संवरिया।। 2-... Hindi 174 Share अनुराग दीक्षित 26 Jan 2022 · 2 min read मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। गौतम का न्याय सूत्र मुझमें,तो है कणाद का वैशेषिक सीता अनुसुइया सा सतीत्व आदर्श राम सा परितोषिक ऋग्वेद... Hindi · कविता 2 285 Share अनुराग दीक्षित 4 Jan 2022 · 1 min read जय हिन्द देश, जय हिन्दुस्तान। जय हिन्द देश, जय हिन्दुस्तान। सेना का हर वीर जवान, बन प्रहरी भारत की शान हर कुचक्र को दम से दलने आज खड़ा है सीना तान जय हिन्द देश जय... Hindi · कविता 1 285 Share अनुराग दीक्षित 14 Dec 2021 · 1 min read क्रूर नियति की भेंट चढ़ गया भारत माँ का लाल। -जनरल बिपिन रावत जी को मार्मिक श्रद्धांजलि- क्रूर नियति की भेंट चढ़ गया भारत माँ का लाल जिसके पौरुष से था गर्वित भारत माँ का भाल। युद्ध नीति में आक्रामक... Hindi · कविता 1 1 247 Share अनुराग दीक्षित 6 Nov 2021 · 1 min read चलो खुशियों के दीपक जलायें। चलो खुशियों के दीपक जलायें। दीप का पर्व हिलमिल मनायें चलो खुशियों के दीपक जलायें। रामजी जीत लंका को आये देव प्रमुदित हुये मुस्कराये, आज स्वागत में हर्षित दिशायें प्रेम... Hindi · गीत 3 2 284 Share अनुराग दीक्षित 20 Oct 2021 · 1 min read बेटी बेटी घर में घुसत तो पुकारत चलत चाव, देखत रिझावत सुता वो सुखकारी है धावत झपट चल बाबुल को देवे नीर, कन्या तो स्वभाव से ही पितु की दुलारी है... Hindi · घनाक्षरी 2 2 659 Share अनुराग दीक्षित 20 Aug 2021 · 1 min read इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। अपनी बहनों को रक्षा का देवें वचन नेह सिंचित करें उनके घर का चमन कल को रह जाय ना पर्व बन कर रसम पूर्ण मन... Hindi · कविता 2 456 Share अनुराग दीक्षित 20 Aug 2021 · 1 min read मन का मीत मन की आंखों में बसा मेरे मन का मीत, कभी चुरावे नैन वो गाये कभी वो गीत। नहीं वो कुछ भी पूछे शरारत उसको सूझे करे इशारे दूर से कभी... Hindi · कविता 1 2 453 Share अनुराग दीक्षित 11 Aug 2021 · 1 min read सखी री आई तीज ! सखी री आई तीज ! सखी री आई तीज बड़ी मनभावन माँ गौरा से आशिष पावें है अति पर्व ये पावन मिल सोलह श्रृंगार करें सखि मौसम मधुर सुहावन सखी... Hindi · कविता 469 Share अनुराग दीक्षित 16 May 2021 · 1 min read बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। रज कण से चहुँ दिश सोंधी सी गंध सुहाई दग्ध धरा प्रमुदित हो जैसे हो मुस्काई दादुर बोले मोर नचे चल दी पुरवाई काली... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 7 620 Share अनुराग दीक्षित 7 May 2021 · 1 min read प्रेम की बात प्रेम की बात को मौन जज़्बात को बिन कहे बिन छुये वो समझ जायेगा। राधिके कृष्ण को प्रेम के प्रश्न को कौन समझा है हल कौन कर पायेगा अब न... Hindi · कविता 1 1 371 Share अनुराग दीक्षित 1 May 2021 · 1 min read जीवन नहीं सरल। एक रचना के माध्यम से जन जन से मार्मिक अपील। उदयाचल से अस्ताचल तक घर से नहीं निकल, बहुत कठिन है दौर ये बन्दे जीवन नहीं सरल। रूप बदल अदृश्य... Hindi · कविता 1 2 349 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2021 · 1 min read मेरे अधरों का राग बनो। मेरे अधरों का राग बनो कर दो कुसुमित जीवन उपवन दे विहंस चपल चंचल चितवन सौन्दर्य रूप विरचित तन मन सुरभित मृदु मधुर पराग बनो मेरे अधरों का राग बनो... Hindi · कविता 2 2 380 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2021 · 1 min read आखिर क्यों सबको भरमाया क्यों नहीं समझ अब तक पाया क्यों नहीं समझ अब तक आया हर चीज यहाँ पर ठीक बनी हर चीज में है तेरा फेरा पर बहुत समझना है मुश्किल क्या... Hindi · कविता 1 2 294 Share अनुराग दीक्षित 1 Feb 2021 · 2 min read प्रेम के खत प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम मेरी उल्फत का अहसास कर लो सनम। खत लिखूँगा तो भीगेगा कागज़ का तन प्रेम से हो सराबोर उसका भी मन चुपके... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 86 1k Share अनुराग दीक्षित 29 Jan 2021 · 2 min read प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम। कुछ ख़त मोहब्बत के प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम मेरी उल्फत का अहसास कर लो सनम। खत लिखूँगा तो भीगेगा कागज़ का तन प्रेम से हो सराबोर... Hindi · कविता 2 2 312 Share अनुराग दीक्षित 16 Dec 2020 · 1 min read मिलकर कदम बढ़ाना होगा। मिलकर कदम बढ़ाना होगा साथ सभी को आना होगा मिलकर कदम बढ़ाना होगा आज चुनौती वैश्विक आयी कोरोना महामारी लायी बहुत कठिन है ये कठिनाई धीरज धर्म निभाना होगा साथ... Hindi · कविता 2 2 460 Share अनुराग दीक्षित 16 Dec 2020 · 1 min read जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही! जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही। जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही खुद से अपने हाथ धोवें सबको समझावें सही ना छुयें चेहरा स्वयं का तय... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 46 1k Share Page 1 Next