Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2022 · 2 min read

मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं।

मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं।

गौतम का न्याय सूत्र मुझमें,तो है कणाद का वैशेषिक
सीता अनुसुइया सा सतीत्व आदर्श राम सा परितोषिक
ऋग्वेद ऋचाओं का साक्षी, मैं सिंधु सभ्यता का पोषक
गौतम प्रबुद्ध बुद्ध महावीर,स्वामी विवेक से उद्घोषक

श्री कृष्ण प्रेम रस योग जोग, जीवन सुमंत्र से गुर लेकर
गीता सा कर्म योग देकर मै आज सकल जग आरत हूं।

मैं भारत हूं मैं भारत हूं,मैं भारत हूं मैं भारत हूं।

मैं आर्य द्रविड़ मैं बंगबंधु उत्कल गुजरात मराठा हूं
मैं मारवाड़, मेवाड़ पूज्य,मैं शान पंजाबी ढाटा हूं
मैं कन्नौजी,बृज,अवध मगध,उत्तराखंड राजस्थानी
है शुभ्र मुकुट सा काश्मीर,सागरमाथा सी पेशानी
सब भिन्न भिन्न होकर अभिन्न,ऐसा है अपना राष्ट्रवाद,
समवेत स्वरों में बोलें हम भारत माता की जिन्दाबाद
सबको जो जोड़ रखे जड़ से रखता मैं वो ही महारत हूं।

मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं।

छाई सारे जग पर माया मैं सोन चिरैया कहलाया
हम भेद भाव से थे पीड़ित था क्रूर नियति ने भरमाया
मंगोल, अरब, यूनान, रोम अफगान फिरंगी जग आया
व्यापार बहाना था केवल छल छद्म जाल था फैलाया
धोखे के हम होकर शिकार अपने ही घर में गये हार
पर हमने हार नहीं मानी, आगे बढ़ लड़ने की ठानी

इस अखिल विश्व में आशा की मैं लिखता नई इवारत हूं,
मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं।

माँ शकुन्तला दुष्यंत पुत्र श्री भरत नाम गुण धामी हूं,
है दांत शेर के जो गिनता मै उस पौरुष का स्वामी हूं
खो खो कर पाया है हमने,पा पाकर हमने खोया है
अन्याय,अकाल,अनीति सभी हमने अतीत में ढोया है
रथ अलेकक्षेन्द्र का रोक दिया पुरु राजा हिन्दुस्तानी हूं,
जो थी बुलन्द जो है बुलन्द जो और अभी होगी बुलन्द
वो साहस रचित इमारत हूं

मैं भारत हूं मैं भारत हूं, मैं भारत हूं मैं भारत हूं।

अनुराग दीक्षित
स्वरचित

Language: Hindi
2 Likes · 245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
हिंदी दोहा- महावीर
हिंदी दोहा- महावीर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"खुशी"
Dr. Kishan tandon kranti
वक्त के शतरंज का प्यादा है आदमी
वक्त के शतरंज का प्यादा है आदमी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"प्रेम कभी नफरत का समर्थक नहीं रहा है ll
पूर्वार्थ
पर्वत दे जाते हैं
पर्वत दे जाते हैं
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ज़िंदगी के मर्म
ज़िंदगी के मर्म
Shyam Sundar Subramanian
गंगा ....
गंगा ....
sushil sarna
*
*"हिंदी"*
Shashi kala vyas
बाल कविता: मोर
बाल कविता: मोर
Rajesh Kumar Arjun
जय अम्बे
जय अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
Basant Bhagawan Roy
"परीक्षा के भूत "
Yogendra Chaturwedi
"स्वार्थी रिश्ते"
Ekta chitrangini
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
कवि रमेशराज
मुझे फ़र्क नहीं दिखता, ख़ुदा और मोहब्बत में ।
मुझे फ़र्क नहीं दिखता, ख़ुदा और मोहब्बत में ।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्यार के बारे में क्या?
प्यार के बारे में क्या?
Otteri Selvakumar
लिखते रहिए ...
लिखते रहिए ...
Dheerja Sharma
चन्द फ़ितरती दोहे
चन्द फ़ितरती दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
विश्व पर्यावरण दिवस
विश्व पर्यावरण दिवस
Ram Krishan Rastogi
मजबूर हूँ यह रस्म निभा नहीं पाऊंगा
मजबूर हूँ यह रस्म निभा नहीं पाऊंगा
gurudeenverma198
रूह को खुशबुओं सा महकाने वाले
रूह को खुशबुओं सा महकाने वाले
कवि दीपक बवेजा
2780. *पूर्णिका*
2780. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य कर्म की सीढ़ी चढ़कर,बिना किसी को कष्ट दिए जो सफलता प्रा
सत्य कर्म की सीढ़ी चढ़कर,बिना किसी को कष्ट दिए जो सफलता प्रा
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
Swara Kumari arya
■ एक मिसाल...
■ एक मिसाल...
*Author प्रणय प्रभात*
आजकल गजब का खेल चल रहा है
आजकल गजब का खेल चल रहा है
Harminder Kaur
Loading...