Buddha Prakash Language: Hindi 520 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Buddha Prakash 15 Mar 2022 · 1 min read हंँसना तुम सीखो । हा ! हा ! हा ! हा ! हंँसना तुम सीखो, सीखो खुश रहना ऐसे, हंँसी तुम्हारी सुख दे सबको, स्वस्थ मन अपना भी हो जाए, हंँसना तुम्हारा हो जाए... Hindi · बाल कविता 2 4 550 Share Buddha Prakash 14 Mar 2022 · 1 min read मकड़ी है कमाल मकड़ी का देखो कमाल, सर्कस दिखाती है बेमिसाल, छत से लटक-लटक कर, अदृश्य धागे के बल से, झूलती है हवा में खुद को संभाल। मकड़ी है कमाल।....।१। बुनती है जाल... Hindi · बाल कविता 3 2 920 Share Buddha Prakash 9 Mar 2022 · 1 min read मांँ की सीरत अद्भुत ममता की मूरत है, होती नहीं मांँ जैसी कोई सीरत है । मांँ का एहसास जग से ऊपर , मांँ का प्यार रब से ऊपर , मांँ का आशीर्वाद... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 5 3 335 Share Buddha Prakash 7 Mar 2022 · 1 min read खेत फसल उगाते किसान खेत में, खेत से ही सारे अन्न है आते, दाल चावल गेहूंँ और सब्जी , खेत में सब उगाए हैं जाते , किसान पुत्र और खेत है... Hindi · बाल कविता 1 938 Share Buddha Prakash 7 Mar 2022 · 1 min read गधा चार पैरों की एक सवारी, बोझा लादे कमर में भारी, दिखता है सीधा-साधा आलसी, कान खींचकर कहीं ले जाओ, जहांँ पर न जाए मोटर कार, वहांँ पर भी माल वाहक... Hindi · बाल कविता 3 1k Share Buddha Prakash 4 Mar 2022 · 1 min read आइसक्रीम लुभाए ठंडी-ठंडी आइसक्रीम , मन को लुभाए आइसक्रीम, तेज धूप भीषण गर्मी में आइसक्रीम , कैसे ना खाए कोई आइसक्रीम, मन और तन को ठंडक दे आइसक्रीम, विभिन्न स्वाद और रंगत... Hindi · बाल कविता 3 2 361 Share Buddha Prakash 4 Mar 2022 · 1 min read उपहार की भेंट उपहार सभी को अच्छे लगते, अद्भुत और सच्चे लगते , अपने अपने विचारों को भी, उपहारों में लपेट के रखते , जब भी कोई उत्सव आता, उपहारों के संग मनाया... Hindi · बाल कविता 1 697 Share Buddha Prakash 3 Mar 2022 · 1 min read डॉक्टर की दवाई डॉक्टर की दवाई , बिल्कुल पसंद न आई, मजबूरी का साझा है, कड़वी दवाई से पड़ा पाला है , बीमारी को हराना है अगर , दवाई समय से खाना है... Hindi · बाल कविता 4 997 Share Buddha Prakash 3 Mar 2022 · 1 min read शेर राजा शेर जंगल का राजा कहलाए, संपूर्ण वन दहाड़ से थर-थराए , कितना होता है बलशाली, भोजन इसका है मांसाहार, शिकार करता और पंजों से प्रहार, गुफाओं में रहता है शेर... Hindi · बाल कविता 3 2k Share Buddha Prakash 3 Mar 2022 · 1 min read करो व्यायाम सुबह सवेरे उठकर, शरीर को स्वस्थ बनाओ, व्यायाम करो आदत डालो, सेहत चुस्त-दुरुस्त बनाओ, पकड़ न सके कोई बीमारी, ऐसे-ऐसे व्यायाम अपनाओ, दौड़ लगाओ खेलो-कूदो, शरीर में स्फूर्ति आ जाए,... Hindi · बाल कविता 2 880 Share Buddha Prakash 3 Mar 2022 · 1 min read उड़ी पतंग देखो-देखो दूर गगन में, बिन पंखों के उड़ी है पतंग, एक डोर के बंधन के सहारे, गगन को छूने को आतुर होता, रंग-बिरंगी उड़ती पतंग, सैर करती दूर गगन में... Hindi · बाल कविता 1 935 Share Buddha Prakash 3 Mar 2022 · 1 min read नारियल नारियल का पानी, अद्भुत है नारियल की कहानी, जटाएं धारण किए हुए, स्वच्छ और सफेद पात्र में, छुपाए रहता है जल, न जाने कहांँ से संजोए रहता है यह फल,... Hindi · बाल कविता 3 2 730 Share Buddha Prakash 25 Feb 2022 · 1 min read सीमाएं जुड़ती नहीं ...। सीमाएं कभी जुड़ती नहीं, एक देश और दूसरे देश में, यूंँ ही युद्ध छिड़ता नहीं, परिणाम अंत में क्या होगा, सीमाओं का क्या विलय होगा ।...(1) हथियार शांति का क्या... Hindi · कविता 4 302 Share Buddha Prakash 19 Feb 2022 · 1 min read एक तस्वीर तुम्हारी तुम्हारी एक तस्वीर , भेजी गई मुझको, देखने के लिए रूपरेखा, पसंद-न-पसंद का निर्णय करना, कुछ सवालों का जवाब भी देना, और देख मैं निहारता रहा, स्तब्ध एहसास करता रहा,... Hindi · कविता 3 2 524 Share Buddha Prakash 16 Feb 2022 · 1 min read नेताजी मिलने आए हैं ! वोट मांँगने नेता आए, साथ में जनसैलाब लाए, हाथ जोड़े और हाथ मिलाए, दोहरी नीति का पाठ पढ़ाएं, मजबूरी का चोला पहने, द्वार द्वार पर कुन्दी खटखटाए, नेताजी मिलने आए... Hindi · कविता 2 299 Share Buddha Prakash 16 Feb 2022 · 1 min read केंचुआ सरक-सरक कर चलता है, बढ़ता और सुकड़ता है , छोटा-सा जीव है केंचुआ, खेतों और मिट्टी में रहता, दलदल और बरसात में दिखता , तनिका डर लगता है जब हिलता... Hindi · बाल कविता 3 1k Share Buddha Prakash 15 Feb 2022 · 1 min read आज दूर बसे हो घर से...। दिल के करीब रहने वाले, क्यों दूर रह रहे साथी, इतने सुंदर पल को जिये हैं, समय से क्यों बिछड़ गए , आज दूर बसे हो घर से...। ऐसी क्या... Hindi · कविता 3 2 515 Share Buddha Prakash 15 Feb 2022 · 1 min read मन का मालिक कोई और नहीं..! सूझ-बूझ अपने पास है, अपने-अपने समझ की बात है, जीवन जीना स्वयं को ही है , यह एहसास अपने ही पास है , तन का मालिक कोई गैर नहीं ,... Hindi · कविता 2 2 181 Share Buddha Prakash 26 Jan 2022 · 1 min read हम भारतीय हैं..। भारत देश में रहने वाले, करते जिसकी आरती हैं, वह तिरंगा भारतीय है , सम्मान में इसके जान दी है , हम भारतीय हैं ...। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई ,... Hindi · गीत 3 788 Share Buddha Prakash 24 Jan 2022 · 1 min read नींव की ईमारत देखता हूंँ सिर उठा कर, निःस्तब्ध खड़ा है , गगनचुंबी भव्य ईमारत, मस्तक ताने गगन की ओर, सुंदर और आकर्षित करता, पहचान बताता अति दूर तक , झुकता ही नहीं... Hindi · कविता 3 2 414 Share Buddha Prakash 16 Jan 2022 · 1 min read स्वयं से संकल्प कितना मुश्किल है खुद से जीतने की लड़ाई, स्वयं से एक संकल्प लेना, अंतर्मन में विचारों को एकत्रित करना, दुर्लभ हो जाता है संकल्प को पूरा करना, एक विचार को... Hindi · कविता 4 4 549 Share Buddha Prakash 11 Jan 2022 · 1 min read अचार का स्वाद खट्टा मीठा चटपटा, खाने से मन बदला, स्वाद बढ़ जाए अति भरपूर, भोजन हो अचार से पूर्ण, आम और नींबू का खट्टा अचार , लाल हरी मिर्च का तीखा अचार... Hindi · बाल कविता 4 2 1k Share Buddha Prakash 9 Jan 2022 · 1 min read पुस्तक की पुकार ...! धूल चढ़ी है , पुस्तकालय के कोने में पड़ी है , ज्ञान की बातें गढ़-गढ़ कर लिखी है, पढ़ने को कोई आंँखें न झुकी है ।....(१) मित्र सच्चा जब आएगा... Hindi · कविता 5 6 266 Share Buddha Prakash 9 Jan 2022 · 1 min read शिक्षा शिक्षा मनुष्य के विकास की परवाह करता है, मनुष्य को शिक्षित होने के लिए परवाह करनी चाहिए । ✍🏼✍🏼✍🏼 धन्यवाद #बुद्ध प्रकाश । Hindi · कोटेशन 1 351 Share Buddha Prakash 5 Jan 2022 · 1 min read दर्द तो होगा ही ...। रोको न बहने दो, आंँसू है ठहरेंगे नहीं , दुःख है गुजरेगा यूंँ ही, कष्ट कैसा भी हो, दर्द तो होगा ही ।.....(१) आंँसू का बस नाम ही है, झलकना... Hindi · कविता 3 4 528 Share Buddha Prakash 4 Jan 2022 · 1 min read आलस्य भरा जीवन ! आलस्य जीवन में, दुश्वार करता है जीवन जीना, हो जाती है मक्कारी की आदत, बर्बाद करता है समय, बाधक बनता है विकास की राह में, शरीर भी हो जाता है... Hindi · कविता 5 4 710 Share Buddha Prakash 22 Nov 2021 · 1 min read स्वादिष्ट खीर देर रात तक चांँदनी में, मांँ ने जब खीर बनाई, चावल और दूध से भरपूर, खोया शक्कर से स्वाद बढ़ाए, मेवा ऊपर से मिश्रण करके, खीर बड़ी अच्छे से सजाई,... Hindi · बाल कविता 4 2 1k Share Buddha Prakash 21 Nov 2021 · 1 min read सिलाई की दुकान खटपट-खटपट मशीन चला कर, कपड़े सिलती है ऐसे, देहरी का पर्दा फटा है घर का , न सिल सके वो बिन पैसों के जैसे , न है कोई सुई धागा... Hindi · कविता 1 346 Share Buddha Prakash 21 Nov 2021 · 1 min read लड्डू का भोग लड्डू का भोग लगाऊँगा , माँ खाना नहीं खाऊँगा , लड्डू देख मुंँह में आए पानी, एक नहीं दो चार मैं खाऊंँ, गोल-गोल दिखने में लड्डू , मीठे स्वाद में... Hindi · बाल कविता 4 1k Share Buddha Prakash 20 Nov 2021 · 1 min read ताला-चाबी घर के दरवाजे में लटका दो ताला, खोल सके न कोई बिन चाबी के ताला, दूर-दूर तक सैर कर आओ, ताला लगा कर निश्चिंत हो जाओ, चोर अजनबी हो जाते... Hindi · बाल कविता 4 2k Share Buddha Prakash 19 Nov 2021 · 1 min read देवदूत डॉक्टर डॉक्टर-डॉक्टर कर दो इलाज, देर रात से हुआ बीमार , रोग दूर सारे भाग जाते , जब भी डॉक्टर करीब आ जाते, देते हो दवा सब कड़वी , रोग मिट... Hindi · बाल कविता 4 549 Share Buddha Prakash 19 Nov 2021 · 1 min read दर्जी चाचा दर्जी चाचा दर्जी चाचा, कपड़े सिल दो बन जाऊँ मैं राजा, सुई और धागे से कर दो कमाल, जब भी मैं पहनू देख हो सब हैरान, भैया की शादी में... Hindi · बाल कविता 2 1k Share Buddha Prakash 16 Nov 2021 · 1 min read हृदय परिवर्तन जो 'बुद्ध' ने किया ..। एक अहिंसक हिंसक बन गया, नरेश प्रसेनजित के राज्य में, अंगुलियों की माला पहन कर, पथिक की हत्या कर तलवार से , हृदय परिवर्तन जो 'बुद्ध' ने किया ..। ।१।... Hindi · बुद्ध गीत 6 4 921 Share Buddha Prakash 16 Nov 2021 · 1 min read 'मांँ' होना सौभाग्य है नारी ! प्रसव पीड़ा एक मांँ ही जाने, दर्द मिले फिर भी अपना ले, धन्य है 'मांँ' वह नारी , दर्द भूल जाएं सुन किलकारी, 'मांँ' होना सौभाग्य है नारी ...। छोटे-छोटे... Hindi · कविता 1 172 Share Buddha Prakash 13 Nov 2021 · 1 min read पिता की परवाह! खामोशी पढ़कर चेहरे की, आईने की तकदीर है बदले, कंधों में लेकर के बोझ, फिर भी रहते हैं हंँसते, पिता है वो उफ भी नहीं करते, संतानों की परवाह है... Hindi · कविता 3 4 356 Share Buddha Prakash 13 Nov 2021 · 1 min read शून्य है कमाल ! 1 से 9 तक गिनती सीखो, शून्य मिले तो बिल्कुल मत रूठो, शून्य बड़ा ही अद्भुत होता, जब भी लग जाए संख्या के बाद, बन जाता संख्या वह खास, शून्य... Hindi · बाल कविता 3 937 Share Buddha Prakash 3 Nov 2021 · 1 min read खुशियों की दीपावली झिलमिल-झिलमिल रंग-बिरंगी, झालर चमके घर आंँगन, घर घर में दीप जले, रोशनी का त्योहार मोहित करें, नए कपड़ों में खूब जँचे, रंग-बिरंगे मिष्ठान चखे, दीपावली खुशियों का त्योहार , बच्चों... Hindi · कविता 3 2 262 Share Buddha Prakash 29 Oct 2021 · 1 min read गरीब की माया गरीब होना कोई गुनाह नहीं है, जब अकेले आए थे संसार में, खाली हाथ लिए हुए दिखाए थे, तो क्यों है अब यहांँ रोना-धोना, गरीबी की आड़ में आंँसू बहाना... Hindi · कविता 4 219 Share Buddha Prakash 29 Oct 2021 · 1 min read दिल में एक एहसास हो रहा है...! हल्का हल्का ध्यान खो रहा, बदन में धीरे से ताप चढ़ रहा, गर्मी है या पीर पुराना, सदियों से बदनाम हो रहा । रंगत इसकी घुल मिल जाए, नैनो से... Hindi · कविता 3 181 Share Buddha Prakash 20 Oct 2021 · 1 min read एक निडर इंसान तो बनो। सोच-सोच कर क्यों कहते हो, स्पष्ट कहो और सत्य कहो, क्यों डर-डर कर जीते हो, खुद में इतना विश्वास रखो, एक निडर इंसान तो बनो ।....(1) दबे कुचले तुम नीच... Hindi · कविता 4 467 Share Buddha Prakash 16 Oct 2021 · 6 min read पुसिया की दिवाली पुसिया अस्सी के उम्र में आज अकेली बस्ती के बाहर एक निर्माणधीन मकान में गुजर बसर कर रही थी।उसके दो बेटे राज रतन और शिव रतन थे।राज रतन सरकारी विद्यालय... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 6 5 721 Share Buddha Prakash 12 Oct 2021 · 1 min read दरारों का दोष विवादित हुआ यह घर आंगन, जहांँ परिवारों का बसेरा था, ढल चुकी है अब उम्र उसकी, जिनसे होता वो सवेरा था । बिकने को खड़ा है मकान , खाली वर्षों... Hindi · कविता 5 267 Share Buddha Prakash 12 Oct 2021 · 1 min read दूध होता है लाजवाब दूध बड़ा गुणकारी होता, स्वास्थ्य में लाभकारी होता, तरह-तरह के पकवान है बनते, रबड़ी खोया मिष्ठान है बनते, चावल संग पकी तो खीर है बनी , सेवई में मिली तो... Hindi · बाल कविता 3 358 Share Buddha Prakash 8 Oct 2021 · 1 min read सर्कस मेले में बीच बाजार, तंबू लगा हुआ विशाल, सर्कस का है प्रचार, मन बहलाए जोकर इंसान । कर्तव्य दिखाते अजीब सजीव, भालू बंदर को भी नचाते, रस्सी पर चल सबको... Hindi · कविता · बाल कविता 5 4 426 Share Buddha Prakash 7 Oct 2021 · 1 min read नन्ही गिलहरी सरपट-सरपट दीवारों में, कभी घर के आंँगन में, दौड़ती फुर्तीली दिखाती, सफेद काली भूरी धारियों वाली, नन्ही सी प्यारी गिलहरी, पतली दुबली छरहरी काया, खूब छकाती कुछ पल सताती, मतवाली... Hindi · बाल कविता 4 664 Share Buddha Prakash 6 Oct 2021 · 1 min read ओस की बूंँदे ! ओस की बूंँदे , मोतियों-सी सजती, नभ से गिरी । गगन अश्रु , कोहरे में रो पड़ी, दर्द-सी भरी । भाव विभोर , धुन्ध की छटा घोर, नैना घूरती ।... Hindi · हाइकु 3 519 Share Buddha Prakash 5 Oct 2021 · 1 min read चाचा जी चाची संग हंँसते ! चाचा जी बड़े दीवाने हैं, चाची के हुस्न निराले हैं, कितनी नखरे वाली हैं, मांँ की कहलाती देवरानी है । हंँसी ठिठोली करते सब, चाची होती हैं घर में जब,... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 940 Share Buddha Prakash 4 Oct 2021 · 1 min read बेटी स्वतन्त्र कली नाजुक कली, धूप में हँसी खिली, घर में जन्मी । फूल की कली, पली बढ़ी है बेटी, जग में खिली । माली की खुशी, परवरिश वही, भेद न करें ।... Hindi · हाइकु 4 639 Share Buddha Prakash 2 Oct 2021 · 1 min read मछली जलपरी जल परी जल की रानी, मछली का जीवन है पानी, ताल-सरोवर में रहती है, सांसे जल से लेती है, जल के बिन तड़पती है, जल के बाहर का जीवन प्रतिकूल,... Hindi · बाल कविता 5 1 1k Share Buddha Prakash 2 Oct 2021 · 1 min read अगर कोई मुश्किल में हो..। नफरतें मिटा दी जाए, अगर प्रेम दिल में हो, हाथ बढ़ा दिया जाए, अगर कोई मुश्किल में हो ।।1। दुश्मनी मिटा दी जाए, अगर दोस्ती दिल में हो, गले से... Hindi · गीत 4 333 Share Previous Page 8 Next