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20 Nov 2021 · 1 min read

ताला-चाबी

घर के दरवाजे में लटका दो ताला,
खोल सके न कोई बिन चाबी के ताला,

दूर-दूर तक सैर कर आओ,
ताला लगा कर निश्चिंत हो जाओ,

चोर अजनबी हो जाते हैं हैरान ,
ताला होता है सुरक्षा की पहचान ,

अलीगढ़ का ताला है मशहूर ,
होता है बहुत ही मजबूत ,

बिन चाबी के खुलता नहीं ताला ,
बिन ताले के चाबी है बेकार ,

हर एक ताले की होती है चाबी ,
ताला चाबी एक दूसरे का साथ निभाती ।

रचनाकार
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर ।

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