surenderpal vaidya 525 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next surenderpal vaidya 19 Mar 2023 · 1 min read कैसे पाएं पार ** गीतिका ** ~~ जहां फूल खिलते वहां, रहते हैं कुछ खार। कोमलता के साथ जो, चुभ जाते हर बार। अवचेतन मन में बहुत, उलझ गयी है प्रीत। समझ नहीं... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 235 Share surenderpal vaidya 14 Mar 2023 · 1 min read पास आएगा कभी ** गीतिका ** ~~ आस है वो मुस्कुराता पास आएगा कभी। याद बीते वक्त की ताज़ा कराएगा कभी। भूलकर नादानियां सारी पुरानी एक दिन। स्नेह से आवाज देकर फिर बुलाएगा... Hindi · कविता · गीतिका 1 313 Share surenderpal vaidya 12 Mar 2023 · 1 min read सत्य पथ पर (गीतिका) ** सत्य पथ पर ** ~~ जो सत्य पथ पर पग बढ़ाते हैं कभी डरते नहीं। हर कष्ट सह लेते खुशी से आह तक भरते नहीं। सब को सुहानी लग... Hindi · Poem · गीतिका 233 Share surenderpal vaidya 9 Mar 2023 · 1 min read फागुनी है हवा ** मुक्तक-१ ** ~~ बादलो झूम कर आज बरसो जरा। रंग हर ओर का कीजिए अब हरा। ग्रीष्म की है तपन जब बढ़ी जा रही। तृप्त कर दीजिए शस्य श्यामल... Hindi · मुक्तक 318 Share surenderpal vaidya 9 Dec 2022 · 1 min read बसंत ऋतु में ** गीतिका ** ~~ बसंत ऋतु में कुदरत का जब, रूप बदलने लगता है। खिला खिला हर दृश्य देखकर, हृदय मचलने लगता है। डूब न जाए आकर्षण में, चंचल है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 205 Share surenderpal vaidya 25 Nov 2022 · 1 min read हमें हटानी है ** गीतिका ** ~~ भेदभाव की हर बाधा अब, हमें हटानी है। मुक्त भाव से क्षमता अपनी, नित्य दिखानी है। पीछे कोई क्यों रह जाए, सोच विचार करें। सबको साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 204 Share surenderpal vaidya 19 Nov 2022 · 1 min read साथ जीने के लिए * गीतिका * ~~ मिल सकी हमको न खुशियां साथ जीने के लिए। चाहिए अब दर्द के दो घूंट पीने के लिए। थक चुका हूं स्वप्न सब साकार होते क्यों... Hindi 177 Share surenderpal vaidya 16 Nov 2022 · 1 min read नयी हैं कोंपले * गीतिका * ~~ नयी हैं कोंपले देखो भरी हर एक डाली में। सरस हर रंग की निखरी छटा कुदरत निराली में। सुहानी भोर का है दृश्य स्वर्णिम रश्मियां बिखरी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share surenderpal vaidya 4 Nov 2022 · 1 min read दुनियादारी में * गीतिका * ~~ अपने मन की बातें सुनना, क्या है दुनियादारी में। पूर्ण लिए विश्वास बढ़ेंगे, साथ विरासत प्यारी में। हर हाल हमें संघर्षों में, मंजिल पाकर ही रहना।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 288 Share surenderpal vaidya 20 Oct 2022 · 1 min read * महकाते रहे * * गीतिका * ~~ फूल खिलते और मुरझाते रहे। हर दिशा हर छोर महकाते रहे। गम नहीं छोटी बहुत है जिन्दगी। खिलखिलाते और मुस्काते रहे। प्रिय मिले साथी हमेशा शूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 292 Share surenderpal vaidya 18 Oct 2022 · 1 min read बहकने दीजिए * गीतिका * ~~ आज कदमों को बहकने दीजिए। चाहतों को पंख लगने दीजिए। है खुला आकाश नीला सामने। मुक्त पाखी को विचरने दीजिए। घिर रहे जब मेघ श्यामल हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 318 Share surenderpal vaidya 7 Oct 2022 · 1 min read बढ़ते जाना है * गीतिका * ~~ स्नेह भरे जीवन का अनुपम, साथ हमारी हस्ती में। आगे ही बढ़ते जाना है, हमको पूरी मस्ती में। सावधान रहना है सबको, हर पल आपस में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 183 Share surenderpal vaidya 23 Sep 2022 · 1 min read दीप बनकर जलो तुम * गीतिका * ~~ तमस है घना दीप बनकर जलो तुम। कभी मत रुको राह चलते चलो तुम। कभी आंख में आ गये अश्रु गम के। कहो शीघ्र उनसे खुशी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 217 Share surenderpal vaidya 18 Sep 2022 · 1 min read हिन्दी के हित प्यार चाहिए * गीतिका * ~~ हर भारतवासी के मन में, हिन्दी के हित प्यार चाहिए। निज भाषा के साथ हर समय, स्नेह भरा व्यवहार चाहिए। भारत के कोने कोने से, एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 207 Share surenderpal vaidya 14 Aug 2022 · 1 min read आजादी का अमृत महोत्सव आजादी का अमृत महोत्सव- २०२२ घनाक्षरी- १ ~~ हिन्द का प्रतीक प्रिय खूब फहरा रहा है, तीन रंग साथ लिए चक्र गतिमान है। हर्ष भावना के साथ शौर्य का संदेश... Hindi · घनाक्षरी 2 1 200 Share surenderpal vaidya 14 Jun 2022 · 1 min read सिंधु का विस्तार देखो ~~ है अपरिमित सिंधु का विस्तार देखो। दूर तक है जल भरा आगार देखो। दृष्टि भी बिल्कुल ठहर पातीं नहीं है। पास देखो नील नभ के पार देखो। आज बहुतायात... Hindi · गीतिका 1 1 338 Share surenderpal vaidya 2 Jun 2022 · 1 min read खुशियों भरे पल ~~ है जरूरी इस धरा पर स्नेह से जीवन बिताना। बांटकर खुशियों भरे पल साथ आजीवन निभाना। श्वेत हंसों का युगल जब मस्त जलक्रीड़ा मगन हैं। स्नेह का हर स्वप्न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 535 Share surenderpal vaidya 6 May 2022 · 1 min read शीतलता पँहुचाता कौन ~*~ ऋतु सावन के सिवा सभी को, शीतलता पँहुचाता कौन। मनभावन सौंधी खुशबू से, धरती को महकाता कौन। कोयल कूक रही बागिया में, बौराए आमों के बाग। बिना कूक सारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 177 Share surenderpal vaidya 4 May 2022 · 1 min read उठो उत्साह से उठो उत्साह से (गीतिका) ~~ उठो उत्साह से कुछ कर दिखाओ। निराशा के तिमिर से पार पाओ। परीक्षा धैर्य की मत लीजिए अब। मिटाकर दूरियां कुछ पास आओ। उदासी खत्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 175 Share surenderpal vaidya 1 May 2022 · 1 min read मन बहला कर * गीतिका * ~~ स्वप्न दिखाऐ मन बहला कर बैठे हैं। स्नेह भरे कुछ दीप जला कर बैठे हैं। अपनी ही जिद के पक्के हैं लोग यहां। सब मालूम हमें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 311 Share surenderpal vaidya 23 Apr 2022 · 1 min read बादलों के पार * गीतिका * ~~ खुश हुआ मन नील नभ का देख कर विस्तार। चाह है बस उड़ चलूं अब बादलों के पार। है हमारा खूबसूरत सा महकता साथ। स्वप्न सुखमय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 230 Share surenderpal vaidya 6 Jan 2022 · 1 min read मन भाता है (गीतिका) मन भाता है (गीतिका) ~~ मन भाता है सबको फूलों का खिल जाना। और बहकते सुन्दर यौवन का मुस्काना। कलियों के घूंघट खुलने का आया अवसर। सूरज का नभ से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 519 Share surenderpal vaidya 30 Nov 2021 · 1 min read घाव भरने दीजिए (गीतिका) घाव भरने दीजिए ~~ हैं बहुत से घाव भरने दीजिए। जिन्दगी को कुछ सँभलने दीजिए। साथ में चलना नहीं है जब तुम्हें। कुछ समय बस पास रहने दीजिए। स्वप्न देखे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 279 Share surenderpal vaidya 27 Nov 2021 · 1 min read पतझड़ों में जो खिले (गीतिका) * गीतिका * ~~ पतझड़ों में जो खिले वह फूल झड़ता है कहाँ। आंधियों में जो जले वह दीप बुझता है कहाँ। लक्ष्य पाकर ही रहेगा ठान लेता जो हृदय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 268 Share surenderpal vaidya 19 Nov 2021 · 1 min read हरी भरी हो गई धरा (गीतिका) हरी भरी हो गई धरा (गीतिका ~~ हरी भरी हो गई धरा है, पत्ता पत्ता मुसकाता। छाई हैं घनघोर घटाएं, बादल पानी बरसाता। ताल सरोवर हुए लबालब, भर आए नदियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 370 Share surenderpal vaidya 2 Oct 2021 · 1 min read स्नेह से लेकर भरे मन (गीतिका) * स्नेह से लेकर भरे मन * ~~ स्नेह से लेकर भरे मन, हम निरंतर पग बढ़ायें। साथ लें सहयोग सबका, और सबके काम आयें। राह में हर ओर सुन्दर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 362 Share surenderpal vaidya 24 Sep 2021 · 1 min read जिन्दगी बितानी जिन्दगी बितानी (गीतिका) ~~ जब साथ साथ रहकर है जिन्दगी बितानी। यादें कठिन समय की हमको नहीं भुलानी। ठंडी हवा बहे जब आनंद खूब आए। अब एक दूसरे से नजरें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 403 Share surenderpal vaidya 19 Sep 2021 · 1 min read स्वप्न सजाता कौन (गीतिका) आधार छंद- वीर/आल्ह (मापनीमुक्त मात्रिक) ३१ मात्रा, १६,१५ पर यति, अन्त गुरु लघु। ~~~~~~~~~~~~~~~~~ * गीतिका * ~~ अगर न आती ऋतु बसंत की, सुन्दर स्वप्न सजाता कौन। सुन्दर फूलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 455 Share surenderpal vaidya 17 Sep 2021 · 1 min read बहुत उनको निहारा (गीतिका) * बहुत उनको निहारा * ~~ जहां जब भी मिले हमने बहुत उनको निहारा। बहुत सुन्दर लगी छवि प्रिय जिसे मन में उतारा। सिसकती जिन्दगी है मुश्किलों के बीच बढ़ती।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 496 Share surenderpal vaidya 10 Sep 2021 · 1 min read मत करना आराम गीतिका आधार छंद- सरसी ,१६-११ पर यति, २७ मात्रा * मत करना आराम * ~~ श्रम करना है बहुत जरूरी, मत करना आराम। व्यर्थ नहीं यूं ही बीते अब, सुबह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 426 Share surenderpal vaidya 20 Aug 2021 · 1 min read बहुत अब हो चुका बहुत अब हो चुका (गीतिका) ~~ बहुत अब हो चुका खिलवाड़ धरती भी बचानी है। प्रदूषित हो गया देखो धरा नभ और पानी है। बहुत ऊंचे उड़े हो अब धरातल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 533 Share surenderpal vaidya 7 Aug 2021 · 1 min read शक्ति का आधार हो तुम शक्ति का आधार हो तुम ~~ राष्ट्र की नित बढ़ रही शुभ शक्ति का आधार हो तुम। दुश्मनों को भस्म कर दें जल रहे अंगार हो तुम। राम के प्रिय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 299 Share surenderpal vaidya 2 Aug 2021 · 1 min read करो प्यार तुम (गीतिका) * करो प्यार तुम * ~~ सभी से हमेशा करो प्यार तुम। करो बस यही काम हर बार तुम। मुहब्बत बड़ी बात है जान लो। सहन कुछ करो पांव में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 333 Share surenderpal vaidya 11 Jun 2021 · 1 min read वर्षा गीत गीत- १ ~~ छम-छम वर्षा की बौछारें, खूब सुहाती है सबको। राग मधुर गाया करती हैं, सबके मन भाया करती है। भीगे तन का रूप मनोहर, सहज निखारा भी करती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 3 1k Share surenderpal vaidya 22 May 2021 · 1 min read बादल (गीतिका) बादल (गीतिका) ~~ नील नभ पर खूब छाए जा रहे बादल। दृश्य मनभावन बनाए जा रहे बादल। आ गये हैं ये छमाछम बारिशें लेकर, हर तरफ सबको भिगाए जा रहे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 389 Share surenderpal vaidya 21 May 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु (मुक्तक) वर्षा ऋतु (मुक्तक) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ १. सावनी वातावरण में घूमने का मन बहुत है। हो रही बारिश छमाछम भीगने का मन बहुत है। ओढ़ कर काली घटाएं आ गई बरसात रिमझिम।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 2 3 676 Share surenderpal vaidya 17 May 2021 · 1 min read जल की बौछार लिए (घनाक्षरी जल की बौछार लिए ~~ घनाक्षरी- १ बरसात आ गई है, जल की बौछार लिए। तपती धरा की देखो ,प्यास शांत करने। घनघोर काली घटा, छा गई सभी जगह। शीतल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 3 5 378 Share surenderpal vaidya 16 May 2021 · 1 min read आ गई बरसात (गीतिका) आ गई बरसात (गीतिका) ~~ आ गई बरसात शीतल सा मधुर उपहार लेकर। तप्त मौसम में सहज राहत भरी बौछार लेकर। एक पाखी नील नभ में खूब ऊंचा उड़ रहा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 497 Share surenderpal vaidya 8 May 2021 · 1 min read हर कदम पर * हर कदम पर * ~~ हर कदम पर साथ सबके काम हम आएं। स्वप्न जीवन के सभी साकार कर पाएं। खूब खिलता जा रहा है आज गुलमोहर। हो सके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 547 Share surenderpal vaidya 29 Apr 2021 · 1 min read प्रीति में कभी (गीतिका) * प्रीति में कभी * ~~ प्रीति में कभी कहीं न हार मानते रहो। सत्य मार्ग है यही सदा विचारते रहो। मुश्किलें स्वयं कभी न दूर हो सके यहां। छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 263 Share surenderpal vaidya 29 Apr 2021 · 1 min read कौन जाने (गीतिका) कौन जाने ~~ जा रहा किस ओर मानव कौन जाने। क्यों उसे हैं इस धरा पर ज़ुल्म ढाने। भर गया हर ओर जहरीला धुआं है। नील नभ से लुप्त हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 333 Share surenderpal vaidya 16 Apr 2021 · 1 min read आ गया नववर्ष आ गया नववर्ष (गीतिका) ~~ आ गया नववर्ष लेकर हर हृदय में प्यार। है यही बस जान लो बहुमूल्य सा उपहार। चैत्र की शुभ प्रतिपदा के साथ में है हर्ष।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 423 Share surenderpal vaidya 26 Mar 2021 · 1 min read कभी बादल गरजते हैं कभी बादल गरजते हैं (गीतिका) ~~ कभी बादल गरजते हैं कभी बिजली चमकती है। सुखद बौछार वर्षा की छमाछम रुक न सकती है। मधुर अनुभूतियां कमनीय सा तन मन सिहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 371 Share surenderpal vaidya 26 Mar 2021 · 1 min read खूबसूरत सा नजारा खूबसूरत सा नजारा (गीतिका) ~~ है बहुत ही खूबसूरत सा नजारा। हो गया है स्वर्णमय आकाश सारा। रंग सिंदूरी बिखरने लग पड़ा ज्यों। डोलता चुपचाप है मन का शिकारा। तार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 415 Share surenderpal vaidya 11 Mar 2021 · 1 min read हमेशा चलो तुम (गीतिका) * हमेशा चलो तुम * ~~ साथ मिलकर समय के हमेशा चलो तुम। सब हताशा तजो हाथ मत यूं मलो तुम। जान लो मंजिलें कर रहीं हैं प्रतीक्षा। दूरियां हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 396 Share surenderpal vaidya 9 Mar 2021 · 1 min read मुक्ति मोक्ष कैवल्य (कुण्डलिया) * कुण्डलिया * ~~ सत्य साधना से मिले, मुक्ति मोक्ष कैवल्य। मानव जीवन का यही, है अति पावन लक्ष्य। है अति पावन लक्ष्य, कीजिए इसी लिए श्रम। स्वप्न करें साकार,... Hindi · कुण्डलिया 4 3 516 Share surenderpal vaidya 5 Mar 2021 · 1 min read समय की चाल को * गीतिका * ~~ पहचान लेना है समय की चाल को। फैले हुए उलझन भरे जंजाल को। धोखा कभी हो भी गया तो ग़म न कर। जो बच गया दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 532 Share surenderpal vaidya 2 Mar 2021 · 1 min read कोशिश न करना *कोशिश न करना * ~ कभी दूर जाने की' कोशिश न करना। मुहब्बत निभाना सदा साथ रहना। कहे कुछ जमाना न परवाह कोई, हमेशा सही राह पर है गुजरना। कभी... Hindi · कविता 1 416 Share surenderpal vaidya 24 Feb 2021 · 1 min read ढंग जीवन के (गीतिका) ढंग जीवन के ~~ ढंग जीवन के बदलते जा रहे। व्यक्ति को बाजार छलते जा रहे। भागने में वक्त बीता जा रहा। कुछ ठगे से हाथ मलते जा रहे। बुझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 356 Share surenderpal vaidya 24 Feb 2021 · 1 min read आ गया बसंत (घनाक्षरी) * घनाक्षरी * ~~ आ गया बसंत नव, राग रंग रूप लिए। हर्षित प्रफुल्लित सा, प्रकृति का छोर है। स्नेह पूर्ण भावना जो, मन में उदित हुई। स्पंदित हृदय पर,... Hindi · घनाक्षरी 2 1 326 Share Previous Page 9 Next