Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2022 · 1 min read

सिंधु का विस्तार देखो

~~
है अपरिमित सिंधु का विस्तार देखो।
दूर तक है जल भरा आगार देखो।

दृष्टि भी बिल्कुल ठहर पातीं नहीं है।
पास देखो नील नभ के पार देखो।

आज बहुतायात में उड़ते परिंदे।
चाहतों का है विपुल संसार देखो।

चाहता मन स्वप्न सुन्दर देखना जब।
भावनाओं का अमित संचार देखो।

हर्ष के अवसाद के आंसू छलकते।
छोड़ दो नफरत सभी में प्यार देखो।

आसमां पर आ गये हर ओर बादल।
बारिशों के हैं बहुत आसार देखो।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य।
मण्डी (हिमाचल प्रदेश)

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 302 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
*सत्य  विजय  का पर्व मनाया*
*सत्य विजय का पर्व मनाया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
Shweta Soni
💐प्रेम कौतुक-160💐
💐प्रेम कौतुक-160💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
।। लक्ष्य ।।
।। लक्ष्य ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
हमारी जिंदगी ,
हमारी जिंदगी ,
DrLakshman Jha Parimal
மறுபிறவியின் உண்மை
மறுபிறவியின் உண்மை
Shyam Sundar Subramanian
*धन्य-धन्य वे लोग हृदय में, जिनके सेवा-भाव है (गीत)*
*धन्य-धन्य वे लोग हृदय में, जिनके सेवा-भाव है (गीत)*
Ravi Prakash
वाह नेता जी!
वाह नेता जी!
Sanjay ' शून्य'
23/129.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/129.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तन्हा -तन्हा
तन्हा -तन्हा
Surinder blackpen
ना सातवें आसमान तक
ना सातवें आसमान तक
Vivek Mishra
"यह कैसा नशा?"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी
जिंदगी
sushil sarna
पहले आप
पहले आप
Shivkumar Bilagrami
देश हमारा
देश हमारा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धोखे से मारा गद्दारों,
धोखे से मारा गद्दारों,
Satish Srijan
मित्रता:समाने शोभते प्रीति।
मित्रता:समाने शोभते प्रीति।
Acharya Rama Nand Mandal
पितृ दिवस पर....
पितृ दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
#बोध_काव्य-
#बोध_काव्य-
*Author प्रणय प्रभात*
ज़िंदगी का नशा
ज़िंदगी का नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
Rj Anand Prajapati
सरस रंग
सरस रंग
Punam Pande
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
Harminder Kaur
यही तो जिंदगी का सच है
यही तो जिंदगी का सच है
gurudeenverma198
भ्रम अच्छा है
भ्रम अच्छा है
Vandna Thakur
जब टूटा था सपना
जब टूटा था सपना
Paras Nath Jha
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
VEDANTA PATEL
Loading...