डॉ.सीमा अग्रवाल Language: Hindi 492 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jul 2021 · 1 min read किन्नर व्यथा..... जिस जननी ने जाया हमको, किया उसने ही हमें पराया। जिस पिता का खून रगों में, उसे भी हम पर तरस न आया। अन्याय समाज और अपनों का, जन्म लेते... Hindi · कविता 6 8 682 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jul 2021 · 1 min read दूर क्षितिज के छोरों से..... दूर क्षितिज के छोरों से इंद्र धनुषी रंगीं डोरोंं से आते संदेशे प्रणय-भरे हवा के मस्त झकोरों से स्मृतियाँ छन-छन आतीं गुजरे हसीं उन दौरों से झाँकती उषा उझक कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 394 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read फलक पर चाँद आया है.... 1222 1222 1222 1222 फलक पर चाँद आया है, सितारे साथ लाया है। धरा मदहोश तकती है, निखर अब नूर आया है। झुका नजरें लजाती है, मधुर सपने सजाती है।... Hindi · मुक्तक 3 1 301 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read अपना कोई उपमान नहीं है.... कोई अपना उपमान नहीं है.... शून्य जीवन, एक दिल, दो नयना,आँसू अनगिन, गम बेशुमार कितना रोना लिखा भाग्य में, हमें किंचित अनुमान नहीं है। मन-पृष्ठ कोरे, सूखी स्याही रहती गमों... Hindi · गीत 3 2 591 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read बीजः एक असीम संभावना.... बीजः एक असीम संभावना---- उठ सके अध्यात्म के शिखर तक छुपी हैं ऐसी अनंत संभावनाएँ मनुज में। होती हैं जैसे हर बीज में वृक्ष बनने की। जरुरत है बस सम्यक्... Hindi · कविता 4 616 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2021 · 1 min read साजिशें ही साजिशें.... साजिशें ही साजिशें... साजिशें ही साजिशें। रंजिशें ही रंजिशें। चैन- सुकून लीलतीं, रंजिशें औ साजिशें। लग रहीं हर काम में, तिकड़म औ सिफारिशें। पूरी हों तो कैसे, आसमां - सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 723 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2021 · 1 min read नहीं लगता कहीं अब मन.... पड़ी हूँ अनमनी कबसे, नहीं लगता कहीं अब मन मगर बस याद ये तेरी , नहीं छोड़े कभी दामन नयन में ख्वाब हैं तेरे, रिदय में ख्याल तेरा है उमड़ते... Hindi · मुक्तक 3 261 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2021 · 1 min read न खाते फल... न खाते फल तरू अपने, न पीती जल नदी अपना । बरसते मेघ परहित में, न रखते स्वार्थ ये अपना । गगन में चाँद सूरज भी, जगत हित रोज आते... Hindi · मुक्तक 3 2 272 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2021 · 1 min read अजब जग के नजारे हैं... कहीं सूखा कहीं बाढ़ें, अजब जग के नजारे हैं कहीं घनघोर बारिश है, कहीं सूखे किनारे हैं उजालों औ अँधेरों में, छुपा है सार जीवन का धरा आकाश मिल दोनों,... Hindi · मुक्तक 3 2 252 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jul 2021 · 1 min read जीवन इतना आसान कहाँ.... जीवन इतना आसान कहाँ ? जीने लायक सामान कहाँ ? विचर रहे शैतान जमीं पर, मिलता कहीं इन्सान कहाँ ? मुखौटे लगे खोटे चेहरे, वो सहज सरल मुस्कान कहाँ ?... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 582 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Jul 2021 · 1 min read वरदा, सुखदा.... वरदा सुखदा गुणों की खान मातु शारदे करो कल्यान सुखदायिनी माँ वरदायिनी दे दो अपनी दया का दान भक्त वत्सला वत्स वत्सला अग-जग में गूँजे यशगान वरदहस्त रख दो सिर... Hindi · कविता 2 431 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read 'गर आ जाते फिर एक बार.... 'गर आ जाते फिर एक बार ... सूनी रातें, बहकी बातें नैनों से झरती बरसातें शांत हो एक कोने में रहतीं जग के मन में चलती घातें जीत बन जाती... Hindi · कविता 3 4 399 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read पाया जिनसे जरा भी प्यार... पाया जिनसे जरा भी प्यार उन सबका दिल से आभार रुँध - रुँध जाते बाहर आते मन के मेरे कोमल उद्गार माया का मोहक जाल बिछा भरमा न यूँ मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 340 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read ऐसे नहीं मरेगा रावण.... ऐसे नहीं मरेगा रावण.... पुतले जितने फूँकोगे उतना अट्टहास करेगा रावण। ऐसे नहीं मरेगा रावण। जितने शीश हरोगे उसके उतने रूप धरेगा रावण। ऐसे नहीं मरेगा रावण। जिस रावण को... Hindi · कविता 2 6 494 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read कह दो इन आँसुओं से.... ...कह दो इन आँसुओं से... कह दो इन आँसुओं से, वापस फिर न आना मुझे साथ सनम के, भाता है मुस्कुराना ! न जाने क्यों है रूठा, ख़ता क्या थी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 376 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read छोड़ो नफरत और अदावट.... छोड़ो नफरत और अदावट। हर चेहरे पर दिपे खिलावट। रची विधना ने रचना अद्भुत, सहज बनावट सघन बुनावट। परख न पाएँ अपना-पराया, बातों में यूँ मिले न मिलावट। मुख पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 555 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read मुक्तक... वक्त इधर काटे न कटे, उस पर है वक्त की कमी छूने चला वो आसमां, यहाँ पाँव तले सरकी जमीं उस बिन दुनिया वीरान, इस सच से वो अंजान है... Hindi · मुक्तक 3 2 317 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read एक सहेली दूर कहीं.... एक सहेली दूर कहीं... एक सहेली दूर कहीं बैठी अकेली रो रही बहते अश्कों के धारों से मुँह वह अपना धो रही उसका साथी कोई नहीं जाने वह कबसे सोई... Hindi · कविता 3 1 362 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 2 min read पल रहा था नयनों के भीतर.... पल रहा था नयनों के भीतर सपना एक मधुर सलोना था...... कब तक जीता रहता यूँ ही, हासिल न कुछ भी होना था। एक न एक दिन तो आखिर, उसे... Hindi · कविता 4 2 569 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read चाँद दूज का.... चाँद दूज का... कित्ता प्यारा चाँद दूज का ! देखो न यारा चाँद दूज का ! अपनी लघुता पर इठलाए, कब सकुचाए चाँद दूज का ! नयन कोर से इंगित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 520 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read जग खुशियों का आँगन हो... बसा नयनों में साजन हो.... बसा नयनों में साजन हो और साजन का आँगन हो संग साजन के हिलमिल प्यार से छाई छाजन हो माथे बिंदिया कर में कंगन पैरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 370 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read सहमी सी है आज कलम.... सहमी सी है आज कलम शब्द उदास हैं खोए-खोए अथाह गमों का सागर है आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की पीड़ा समझ न पाता है शब्द... Hindi · कविता 2 454 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read जीने को नया एक ख्वाब मिला.... ~ जीने को नया एक ख्वाब मिला ~ कभी मुस्कुराता गुलाब मिला कभी अश्कों का सैलाब मिला सुख या दुख इस जिंदगी से जो भी मिला बेहिसाब मिला मिला असल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 466 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read चलो उस पार चलते हैं.... चलो उस पार चलते हैं, जहाँ गम का निशां ना हो जहाँ कल-कल नदी बहती, हवा का खूब आना हो न हों छल-छद्म के कंटक, सभी सुख से रहें मिलकर... Hindi · मुक्तक 2 4 335 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read चाँदनी ओढ़ मगन सोई चकोर... चाँदनी ओढ़ मगन सोई चकोर भाता न था उसे जग का शोर चाँद से नाता जुड़ा था शाश्वत थामी थी मन से नेह की डोर बदरा ये गरजते कहाँ से... Hindi · कविता 1 247 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read नदी उस पार बहती है.... उधर देखो झुपड़पट्टी, वहाँ इक नार रहती है। धरा सिर बोझ है उसके, धरा सा भार सहती है। घटा घुमड़ जब आती है,भिगोकर खूब जाती है; इधर आँसू बरसते हैं,... Hindi · मुक्तक 2 341 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read अजब जग के नजारे हैं.... कहीं सूखा कहीं बाढ़ें, अजब जग के नजारे हैं। कहीं घनघोर बारिश है, कहीं सूखे किनारे हैं। उजालों औ अँधेरों में, छुपा है सार जीवन का, धरा आकाश मिल दोनों,... Hindi · मुक्तक 2 445 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read बड़े दुर्लभ सुजन ऐसे.... नहीं रोते कभी गम में, खुशी पाकर न हँसते हैं रखें मन शांत सुख-दुख में,निभाते खूब रिश्ते हैं जमाने के सभी वैभव, सदा फीके लगें जिनको बड़े दुर्लभ सुजन ऐसे,... Hindi · मुक्तक 2 212 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read बदल रहा समाज है.... बदल रहा समाज है --- बदल रहा समाज है बदल रहा रिवाज है कल तलक जो सही था प्रश्नगत वह आज है दबी जुबां में ही सही उठने लगी आवाज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 306 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read लाया काल कोरोना.... कुंडलिया... लाया काल कोरोना, नूतन शब्द हजार सेमिनार की तर्ज पर, ले आया वेबिनार ले आया वेबिनार, घर बैठ लुत्फ़ उठाओ करते सारे काम, भागीदारी निभाओ करो वीडियो ऑफ, करते... Hindi · कुण्डलिया 2 2 450 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read पवन ! कहो प्रिय से संदेश... पवन, कहो प्रिय से संदेश.... पवन, कहो प्रिय से संदेश, आयी दिवाली अपने देश, कितनी अवधि और है शेष, कब आयेंगे तज परदेश, माने निठुर न मेरी बात, देना वीर... Hindi · कविता 2 2 251 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read न जागी हूँ न सोई हूँ.... एक मुक्तक.... 1222 1222 1222 1222 न जागी हूँ न सोई हूँ, पड़ी हूँ बस उनींदी- सी। तुम्हें ही सोचती हरपल, लिए आँखें पनीली- सी। तुम्हारी याद भी क्या है,... Hindi · मुक्तक 2 4 625 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read सभी गम से गुजरते हैं... एक मुक्तक... 1222 1222 1222 1222 न रोको तुम किसी को भी, न टोको तुम किसी को भी करे जो जी करे जिसका, न बोलो कुछ किसी को भी हमारा... Hindi · मुक्तक 2 1 221 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jul 2021 · 1 min read आवारा लड़के सा चाँद... आवारा लड़के-सा चाँद... रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद। निहारे धरा को टुकुर-टुकुर, गोल मटोल मटके-सा चाँद। चुपके-चुपके साँझ ढले वह, नित मेरी गली में आता। नजरें... Hindi · कविता 2 4 264 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jul 2021 · 1 min read सुन लो प्रभु जी.... दुर्मिल सवैया छंद 32 मात्राएँ, 24 वर्ण व आठ सगण 112 सुन लो प्रभुजी दुखते मन की, कर जोड़ करूँ विनती तुम से भव ताप हरो अघ भार हरो, मन... Hindi · मुक्तक 6 2 452 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2021 · 1 min read सोनचिरैया देश यह... सोनचिरैया देश यह, था जग का सिरमौर ! महकाती सारा जहां, कहाँ गई वह बौर !!१ रक्षक ही भक्षक बने, खींच रहे हैं खाल ! हे प्रभु ! मेरे देश... Hindi · दोहा 3 2 320 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2021 · 1 min read उत्कट पीर यह मेरी बारहमासी..... उत्कट पीर यह मेरी बारह मासी... उत्कट पीर यह मेरी बारह मासी घिरी अर्द्धरात्रि-सी गहन उदासी हैं नयन निमीलित, गैरिक वसना बैठा मन के भीतर एक संन्यासी रूठा चाँद, मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 249 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2021 · 1 min read वक्त वक्त की बात... वक्त-वक्त की बात .... कल वक्त हम पर अनुरक्त हुआ। पल आज वो गुजरा वक्त हुआ। आज वो हमसे दूर बहुत है, दिल जिसपे कभी आसक्त हुआ। है वक्त-वक्त की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 330 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read कभी थे फूल से कोमल.... एक मुक्तक... 1222 1222 1222 1222 कभी थे फूल से कोमल, मगर अब शूल से लगते। हुए जो दिल कभी इक जां, नदी के कूल से लगते। तराने प्रेम के... Hindi · मुक्तक 3 323 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read रात हमारी तुम बिन... २- रात हमारी तुम बिन.... कभी उभरती पीर, कभी आस बिखरती है। रात हमारी तुम बिन, कुछ ऐसे गुजरती है। दिन ढल जाता यूँ ही, कामों के बोझ तले। साँझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 517 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read विरहा की तन्हा ये लम्बी रातें..... यूँ ही 'शुभम्' कह देने भर से, शुभ हो जाते जो दिन या रातें। साँझ- सकारे बिन मौसम ही, यूँ घिर-घिर न बरसतीं बरसातें। किस बात का अहम करें हम... Hindi · कविता 3 2 218 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read सोने-चाँदी से न तोल सनम... सोने- चाँदी से न तोल सनम.... सोने- चाँदी से न तोल सनम ! प्यार होता है अनमोल सनम ! प्यार में सौदा, तौबा रे तौबा ! प्यार में शर्तें, तौबा... Hindi · गीत 3 4 315 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read सत्कर्मों का फल सुखदायी.... खुशी मुझको रास न आयी... खुशी मुझको रास न आयी गहन उदासी मन पर छायी एक किरन उजली उषा की मुझ तक आने से कतरायी गुम गए सारे सुखद नज़ारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 232 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read मैं लिखती रही उसे... मैं लिखती रही उसे जबाब न कोई आता कई दिनों के बाद कागज कोरा आ जाता क्या कहना चाहता था क्यों कह न पाता भीगा कागज देख कौन समझ न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read करना कृपा ओ ! शेरा वाली.... मेरे बिछुओं की लम्बी उमर हो ! मेरी बिंदिया चंदा-सी अमर हो ! मुरझाए कभी न माँग की लाली करना कृपा ओ ! शेरा वाली !! दिल में उनके मेरी... Hindi · गीत 1 222 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read साँझ ढले से द्वार खड़ी मैं... साँझ ढले से द्वार खड़ी मैं.... सारे जग के नयन मुँद गए मैं पलक उघाड़े निहारूँ चाँद ... तुझसे मेरी रातें उजली हर खुशी तुझपर वारूँ चाँद... धवल चंद्रिका निःसृत... Hindi · गीत 2 2 460 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read बाहर-बाहर चाव जिंदगी.... जिंदगी... बाहर-बाहर चाव जिंदगी भीतर गहरा घाव जिंदगी राज छुपाए कुछ न बताए रखती खूब दुराव जिंदगी पलभर में ही रूप बदल कर करे अजब बर्ताव जिंदगी एक छाँ से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 318 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read हर पल तुमको खोने का डर... हर पल तुमको खोने का डर.... हर पल तुमको खोने का डर फिर से तनहा होने का डर सोई पीड़ा के जगने का भाग्य - सितारे सोने का डर दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 542 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read अरे पगली, जरा मुस्कुरा ले.... १-अरे पगली जरा मुस्कुरा ले... अश्क पलकों में छुपा ले अरे पगली ! जरा मुस्कुरा ले गम भेजे सौगात में उसने प्यार से उनको गले लगा ले जिसकी खातिर भूली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 274 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read पाया जिनसे जरा भी प्यार.... पाया जिनसे जरा भी प्यार... पाया जिनसे जरा भी प्यार उन सबका दिल से आभार रुँध - रुँध जाते बाहर आते मन के मेरे कोमल उद्गार माया का मोहक जाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share Previous Page 8 Next