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बहुत सुंदर रचना पढ़ने पर ऐसा मालूम होता है मानो मन के शांत समुंद्र में किसी ने कंकड़ फेंक दिया हो और तमाम यादो की लहरें तरंगित होती हुई किनारों से जाकर टकराती हैं और मन शांत हो जाता है
उत्कृष्ट टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत हार्दिक आभार आपका
बहुत सुंदर रचना पढ़ने पर ऐसा मालूम होता है मानो मन के शांत समुंद्र में किसी ने कंकड़ फेंक दिया हो और तमाम यादो की लहरें तरंगित होती हुई किनारों से जाकर टकराती हैं और मन शांत हो जाता है
उत्कृष्ट टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत हार्दिक आभार आपका