DR.MDHU TRIVEDI Language: Hindi 796 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next DR.MDHU TRIVEDI 18 Jul 2021 · 1 min read वर्षा मेरे अंगना आओ वर्षा मेरे अंगना आओ आकर फिर न जाओ पिया मेरा पर देश मेघा जा पिया को ले आओ पैरों में बांध कर पायल वर्षा नाचो चप्पे चप्पे कभी फुदको गली... Hindi · गीत 76 826 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Jul 2021 · 1 min read नैन की रस्ते उतरे नैन की राह उतरे दिल में धीरे से मन की बगियाँ संवरे Hindi · कविता 78 338 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Jul 2021 · 1 min read तुझे सुलाऊँ लोरी गा तुझे सुलाऊ । निदिया रानी के संसार पहुचाऊँ । बहारो के झूले में तुझे झूला। प्यार की थपकी दे तुझको मैन झुलाऊँ। मंद पवन के झालने से करू... Hindi · कविता 79 479 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Jul 2021 · 1 min read अर्धनारीश्वर संगम अलौकिक शक्ति शक्तिमान अर्धनारीश्वर रूप में विधमान अद्भुत अनूप अनूठा हे रूप समस्त जगत है जो जो भूप अवनि से अम्बर को बांधता जड़ चेतन का संगम दिखता मोहनी... Hindi · कविता 78 2 412 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Jul 2021 · 1 min read बरखा पावस पावनी बरखा ,बाँधै है पैरों घुघरूँ मस्त फुहारों में झूमती , बाधे है पैरों घुघरूँ मेघ मल्हार गाओ रे बरखा ऋतु सुखदायिनी चप्पा चप्पा आह्लादित है ऋतु जीवनदायिनी काली... Hindi · कविता 78 2 366 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Jul 2021 · 1 min read क्षणिकाएं दर्द दर्द ने कलेजा भर दिया तुम मरहम लेकर बैठे मरहम भी लगा घाव पर पर तासीर वही रही जिन्दगी जिंदगी रेत सी फिसली पकडंना चाह , हाथ न लगी... Hindi · कविता 77 518 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jul 2021 · 1 min read कबीर सामाजिक अन्तर्विरोधों , रूढियों तथा कुत्सित मान्यताओं से जर्जरित समाज को दिशा देने में कबीर का व्यक्तित्व ही सक्षम था । वे किसी एक धर्म , सम्प्रदाय के न होकर... Hindi · लेख 77 477 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jul 2021 · 1 min read जब सूरत आयने संवारी है जब सूरत आयने संवारी है नैनों में तस्वीर तुम्हारी है मेरी तेरी ऐसा कुछ न कहो घर में अब हर चीज हमारी है Hindi · मुक्तक 76 636 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jul 2021 · 1 min read सुन पिय सबसे अच्छी यारी है सुन पिय सबसे अच्छी यारी है थोड़ी सी कभी लगी खारी है इश्क रचाते जब साथ हमारे ये जिन्दगी निछावर सारी है तू -तू मैं -मैं जब होती अपनी सीने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 1 381 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jul 2021 · 1 min read इक मुहब्बत भरी कर नजर इक मुहब्बत भरी कर नजर आज स्वीकार की दे खबर यह जहाँ छोड़ दोनों अभी अब चले हम बसेंगे शहर जिन्दगी आज तन्हा मिरी हो गया प्यार अब इस कदर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 1 362 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jul 2021 · 1 min read इज्जत इज्जत सरे बाजार नीलाम होती वो दुकान शायद मुझमें ही है साँझ पक्षी वापस घर लौटते है वो घोसला शायद मुझमें ही है सावन के मास सूने सूने से होते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 394 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Jul 2021 · 1 min read संस्कार बीज बपन करो , बीज बपन करो संस्कारों के बीज बपन करो मानवता की डगर हो सुगम सारे काज होये तेरे सफल हो न खौफ तुमको अपनों से काया को... Hindi · गीत 78 517 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Jul 2021 · 1 min read दिल दिल उसको ढूँढता कहाँ है शीशे सा दीखता कहाँ है घाव हुए है जो दिल मेरे आज उसे पौंछता कहाँ है दर्द देकर जब तू चला गया जेहन अब झेलता... Hindi · कविता 76 2 368 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Jul 2021 · 1 min read असर दुआ का बना रहेगा असर दुआ का बना रहेगा चरागे उल्फत जला रहेगा दुआ कभी बेअसर न होये मिली सलाहें अङा रहेगा लगे न अब मर्ज आज ऐसे हरेक औषध बना रहेगा हरेक चीजें... Hindi · कविता 77 2 425 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 4 min read बाल परित्यक्ता कौमार्यावस्था के बारह बसन्त बीतते ही उसका विवाह परेश के साथ हो गया था , पर जुम्मे-जुम्मे उसने सात बसंत ही देखे थे कि पति ने परस्त्री के प्रेम-जाल में... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 79 9 543 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read भोले भक्त बचपन में माँ जब देवी – देवताओं की कहानियाँ सुनाया करती थी तो कमरे में दीवार पर जो भोले की तस्वीर टँगी थी उसमें उस भोले- भक्त वीरू की अनायास... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 894 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read नदी के दो किनारे जीवन संध्या में दोनों एक दूसरे के लिए नदी की धारा थे। जब एक बिस्तर में जिन्दगी की सांसे गिनता है तो दूसरा उसको सम्बल प्रदान करता है, जीवन की... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 4 min read अछूत जिस समाज में वो जन्मी थी , वो बहुत समय से मनुष्य की विष्टा उठाने का काम करता रहा था पर जैसा उसके घर के बुजुर्ग बताते थे , एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 557 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read किडनैपिंग प्रकाश ने जब नजर उठाकर नेहा की ओर देखा , ' नेहा ने कुछ सकुचा , शरमा कर जमीन पर निगाहें टिका ली '। प्रकाश के साथ उसका रिश्ता एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 78 6 432 Share DR.MDHU TRIVEDI 29 Jun 2021 · 1 min read मिले जब बाहु की कैद मिले जब कैद बाहों की मजा क्या बिना इसके दिखेगी अदा क्या सदा ही जिन्दगी ऐसे चले जब यही है आज जीने की कला क्या Hindi · मुक्तक 76 490 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Jun 2021 · 1 min read संस्पर्श स्पर्श कहूँ संस्पर्श कहूँ क्या कहूँ तुम्हारा एकटक घूरना फिर नजर फेर लेना क्या कहूँ जिस राह जाऊँ उस राह आ जाना क्या कहूँ पर तुम जो कहते हो करते... Hindi · कविता 76 1 637 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Jun 2021 · 1 min read खेल " स्वस्थ रहना है तो खेल की बात कर हो निरोग काया तो खेल की बात कर " जब हम बालक के सर्वांगीण विकास की बात करते है तो खेलो... Hindi · लेख 76 467 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Jun 2021 · 1 min read सड़क पर जाम सड़क पर लगा जाम क्यों है बता दो समय से उसे मार्ग अपने लगा दो बड़ी मुश्किलें आज सबकी बहुत ही मगर अब समस्या समाधाँ करा दो बढा ध्वनि प्रदूषण... Hindi · कविता 77 3 430 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Jun 2021 · 1 min read नशा मुक्त भारत नशा मुक्त भारत होगा जब नशा मुक्त खुद को बनाओ छोड़ इस बुरी आदत को घर का चूल्हा पहले जलाओ नशा है एक ऐसी ज्वाला जिसमें खुद आत्म दाह करो... Hindi · कविता 79 4 980 Share DR.MDHU TRIVEDI 27 Jun 2021 · 1 min read लगी मेरे दिल पर जो लगी मेरे दिल पर जो हिसाब में शामिल मगर कही तुझको जबाब में शामिल लगा मेरा दिल जो आप संग हमेशा को बढ़ी हुई नजदीकी गुलाब में शामिल हमें मिली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 75 2 344 Share DR.MDHU TRIVEDI 26 Jun 2021 · 1 min read गोपनीय प्रेम जो बयां था नजर में शब्द जो ठहरे थे अधर में आज भी रखे है गोपनीय जानते हो क्यों ? उनमें संस्पर्श है हमारा प्रणय निवेदन है हमारा बयां... Hindi · कविता 75 372 Share DR.MDHU TRIVEDI 25 Jun 2021 · 1 min read लाड़ली लाड़ली को दे सभी सुविधा पढाया कीजिए दूर रख कर मनचलों से अब बचाया कीजिए जब सरेराहे कभी हो छेड़छाड़े आपसे तब दिखा थप्पर सबक उनको सिखाया कीजिए उस खुदा... Hindi · कविता 78 1 464 Share DR.MDHU TRIVEDI 23 Jun 2021 · 1 min read नैनों में चितवन नैनों में चितवन निखरे कपोलों में उपवन खिले दामिनि सा है स्मित हास्य बदन पर है दुरीय लाज विचर कर मन बीथियों में गुँजित हो सिसकियों में प्राणों में भरते... Hindi · कविता 80 4 658 Share DR.MDHU TRIVEDI 21 Jun 2021 · 1 min read योग दिवस चलो चले मिल कर योग करे काया को अपनी निरोग करे नित सूर्य नमस्कार करे हम प्राणायाम और ध्यान धरे हम चुस्त , दुरूस्त हो प्रति क्षण सुखद जीवन का... Hindi · कविता 80 2 785 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Jun 2021 · 1 min read रानी लक्ष्मीबाई ईट का जबाव पत्थर से दूँगी, पर फिरंगियों झाँसी न दूँगी । कह रानी जीत का ध्वज लहराती , हर एक शत्रू को मौत की नींद सुलाती । रक्त प्रवाहित... Hindi · कविता 78 1 688 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Jun 2021 · 1 min read कर्ज कर्ज लो आप कभी तो चुकाना होगा खर्च हो लाख भले पैसा भी बचाना होगा राह है प्यार की दुर्गम चल पाओ कैसे पल्लवित प्यार हो तो नीदें भी चुराना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 2 361 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Jun 2021 · 1 min read जिन्दगी आशिकी में बनी शायरी जिन्दगी रूठती देखती हूँ बटी जिन्दगी चाँद जीता रहा जिन्दगी अनमनी आ गयी चाँदनी तो खिली जिन्दगी हर किसी के लिए अब दुआ माँगती रोज ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 77 1 409 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Jun 2021 · 1 min read मौला यह जहाँ है रहम तेरे मौला हर करम हाथ हो तेरे मौला चाँद चाँदनी को गगन देखे तब दमकती अदा रहे मौला शीश आगे तेरे झुकाए हम जन्म तूने दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 79 4 460 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Jun 2021 · 1 min read शब्द मेरे शब्द मेरे बन गये , धार और आधार भी शब्द मेरे तैरते से , काव्य की पतवार भी शब्द बिन तो लेखनी , भी हो गई है मौन सी शब्द... Hindi · मुक्तक 78 2 720 Share DR.MDHU TRIVEDI 10 Jun 2021 · 1 min read शब्द शब्द जो धारदार होता है बस वही आर पार होता है मर्म दिल का समझ न पाये जो वह न पटु शिल्पकार होता है Hindi · मुक्तक 73 682 Share DR.MDHU TRIVEDI 7 Jun 2021 · 1 min read प्रीत बरसात बाकी है प्रीत बरसात बाकी है प्रीत बरसात बाकी है प्रीत मनुहार बाकी है विरह की धुन्ध छायी प्रिय की पुकार बाकी है दहका दहका अंग है बहका बहका मन है यौवन... Hindi · कविता 78 390 Share DR.MDHU TRIVEDI 5 Jun 2021 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण बचाओ हरा -भरा उपवन हो चहकता सा आँगन हो स्वच्छ वायु बहा करे मन प्रसून खिला करे संकल्प सब लीजिये नित वृक्ष लगाए हम ताप को दूर भगाइये सुरम्य... Hindi · कविता 75 870 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jun 2021 · 1 min read नींदें कोई चुरा गया नींदें कोई चुरा गया अब ख्यावों में हर रात जगा गया मुझे ख्यालों में हुस्न अभी मेरा निखरा नित नूतन यूँ फैला दी सूरज ने लाली गालों में हो कर... Hindi · कविता 76 2 364 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Jun 2021 · 1 min read यारों जरा जिन्दगी को ठहरने दो यारों छुपे अरमाँ को दिल से निकलने दो यारों बिना ही कहें रूक जाये कभी तो थमें है कदम फिर से चलने दो यारों ढलेगी... Hindi · कविता 75 1 428 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Jun 2021 · 2 min read कोरोना के बाद का परिदृश्य जैसा कि हम सबको विदित है आज समूचा विश्व एक अदृश्य वायरस के द्वारा छला जा रहा है चाहे भारत हो या विश्व की नम्बर एक शक्ति अमेरिका । चाहे... Hindi · लेख 75 1 442 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Jun 2021 · 1 min read शिक्षा से वंचित बालक किसी समाज की प्रगतिशीलता देखनी है तो यह देखिए कि उस समाज की महिलाएं कितनी शिक्षित है । कानून द्वारा शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित होने के बाद सर्वशिक्षा अभियान ,... Hindi · लेख 75 1 607 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read सदा कर कृपा माँ बचाया करो सदा कर कृपा माँ बचाया करो चरण में उसे सिर नवाया करो रखे दृष्टि अच्छी सभी पर जो माँ लगा भोग उसको मनाया करो पहन लाल चुनरी चली आ रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 5 373 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read माँ भगवते माँ भगवते आ सदन मेरे पधारिए दे कृपा का प्रसाद हमें उबारिए व्याकुल हो अवनि कर रही चीत्कार मच रहा है चारों ओर हाहाकार आ शक्ति स्वरूपा हमको संभालिए माँ... Hindi · गीत 75 554 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read कृष्ण खेल रहे होली बरसाने की गोरी संग कृष्ण खेल रहे होली बरसाने की गोरी संग बरसाने की गोरी संग बरसाने गोरी संग कृष्ण खेल रहे होली भर भर हाथों में रंग गोरी गोरी राधा है श्याम वर्ण... Hindi · कविता 75 2 424 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read ठिठुरा चाँद ठिठुरा ठिठुरा रहता चाँद जब शीत लहर चलती है प्रिया चाँदनी साथ रहती हर पल साथ निभाया करती है अम्बर का है विस्तार विस्तृत देख चाँद होता है हतप्रभ कभी... Hindi · कविता 75 1 428 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read रेशमी केश जब जब मन्द बयारें चलती रेशमी केश अपने लहराया करती हो जब जब मेघ गगन में घिरते इन्द्रधनुषी छटा दिखलाती हो रूपसि तुम कोन हो ? मायाजाल में मुझको उलझाती... Hindi · गीत 75 2 399 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read भीना भीना मौसम भीना भीना मौसम , और ये बदले बादल । अंग -अंग भींग जाये , हो जाऊँ मैं पागल ।। प्रथम प्रेम का स्पन्दन , मन की कलियाँ खिली । रोम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 75 7 609 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read बरस रोज बारिश बरस रोज बारिश जमीं पर पड़ेगी सभी राह जल से सदा को पटेगी गरज मेघ जब हर किसी को डराते ठहर धड़कने आपकी तो थमेगी झमाझम झमाझम मधुर सुर जलद... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 78 5 590 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read ऐसी बारिश दें प्रभु मन की नगरी मे छाया कुहासा लगता उठा कोई धुआँ सा प्रीत की रीति ही अनोखी तन मन झुलसा जाए चेहरे में जब चेहरा समाए जिया मेरा हुलसा हुलसा जाए... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 79 2 480 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read बरसात के बादल ऐ बादल दूर गगन के जरा धरती पर आ बरस जर्रा -जर्रा सूखा धरती का कुछ तो दिखा तरस रोम -रोम जलता है दावानल सा दहकता है कोई तो बादल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 81 9 752 Share Previous Page 6 Next