Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jun 2021 · 1 min read

पर्यावरण

पर्यावरण बचाओ
हरा -भरा उपवन हो
चहकता सा आँगन हो
स्वच्छ वायु बहा करे
मन प्रसून खिला करे

संकल्प सब लीजिये
नित वृक्ष लगाए हम
ताप को दूर भगाइये
सुरम्य तन बनाए हम

प्रकृति हमको देती है
उतना हमसे लेती है
यदि हमने सताया है
इसने भी रूलाया है

कोरोना है या फंगस
मन होता है कर्कश
अदृश्य भय व्याप्त है
जीवन मन में संताप है

Language: Hindi
75 Likes · 835 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
Phool gufran
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
dks.lhp
योग क्या है.?
योग क्या है.?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
बस भगवान नहीं होता,
बस भगवान नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नदी से जल सूखने मत देना, पेड़ से साख गिरने मत देना,
नदी से जल सूखने मत देना, पेड़ से साख गिरने मत देना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
कली को खिलने दो
कली को खिलने दो
Ghanshyam Poddar
नाम सुनाता
नाम सुनाता
Nitu Sah
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
ओनिका सेतिया 'अनु '
आज वही दिन आया है
आज वही दिन आया है
डिजेन्द्र कुर्रे
अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही जी की कविताएं - रेत पर कश्तियां (काव्य संग्रह)
अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही जी की कविताएं - रेत पर कश्तियां (काव्य संग्रह)
आर एस आघात
चन्द्रमाँ
चन्द्रमाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
जीवन का जीवन
जीवन का जीवन
Dr fauzia Naseem shad
‍ *राम-राम रटते तन त्यागा (कुछ चौपाइयॉं)*
‍ *राम-राम रटते तन त्यागा (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उस देश के वासी है 🙏
उस देश के वासी है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2754. *पूर्णिका*
2754. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पिता बनाम बाप
पिता बनाम बाप
Sandeep Pande
" जुदाई "
Aarti sirsat
■ ज्वलंत सवाल
■ ज्वलंत सवाल
*Author प्रणय प्रभात*
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
Khaimsingh Saini
जब मुझसे मिलने आना तुम
जब मुझसे मिलने आना तुम
Shweta Soni
सिद्धत थी कि ,
सिद्धत थी कि ,
ज्योति
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – पंचवटी में प्रभु दर्शन – 04
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – पंचवटी में प्रभु दर्शन – 04
Sadhavi Sonarkar
उतर चुके जब दृष्टि से,
उतर चुके जब दृष्टि से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
टन टन बजेगी घंटी
टन टन बजेगी घंटी
SHAMA PARVEEN
थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही ।
थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही ।
Arvind trivedi
Loading...