Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2021 · 1 min read

यारों

जरा जिन्दगी को ठहरने दो यारों
छुपे अरमाँ को दिल से निकलने दो यारों

बिना ही कहें रूक जाये कभी तो
थमें है कदम फिर से चलने दो यारों

ढलेगी जबानी बुढ़ापे में तेरी कभी तो
मुहब्बत जवाँ दिल को करने दो यारों

उसे रूखसत आज हमसे करो जो
किसी भी घडी क्यों बिलखने दो यारों

भले देख लो आज सपने हसीँ तुम
मगर पाँव को तो जमीं पे तो टिकने दो यारों

Language: Hindi
75 Likes · 1 Comment · 385 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
शिव रात्रि
शिव रात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Shashi kala vyas
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
Er. Sanjay Shrivastava
मनुष्यता बनाम क्रोध
मनुष्यता बनाम क्रोध
Dr MusafiR BaithA
💐प्रेम कौतुक-497💐
💐प्रेम कौतुक-497💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चतुर लोमड़ी
चतुर लोमड़ी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
Bodhisatva kastooriya
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
Harminder Kaur
मैं उड़ सकती
मैं उड़ सकती
Surya Barman
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गुजरे हुए वक्त की स्याही से
गुजरे हुए वक्त की स्याही से
Karishma Shah
उदयमान सूरज साक्षी है ,
उदयमान सूरज साक्षी है ,
Vivek Mishra
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
मशक-पाद की फटी बिवाई में गयन्द कब सोता है ?
मशक-पाद की फटी बिवाई में गयन्द कब सोता है ?
महेश चन्द्र त्रिपाठी
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
संसार का स्वरूप(3)
संसार का स्वरूप(3)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
शीत की शब में .....
शीत की शब में .....
sushil sarna
"ये तन किराये का घर"
Dr. Kishan tandon kranti
अस्तित्व पर अपने अधिकार
अस्तित्व पर अपने अधिकार
Dr fauzia Naseem shad
कुछ किताबें और
कुछ किताबें और
Shweta Soni
पड़ते ही बाहर कदम, जकड़े जिसे जुकाम।
पड़ते ही बाहर कदम, जकड़े जिसे जुकाम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
#अज्ञानी_की_कलम
#अज्ञानी_की_कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
3330.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3330.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
पास है दौलत का समंदर,,,
पास है दौलत का समंदर,,,
Taj Mohammad
सादगी मशहूर है हमारी,
सादगी मशहूर है हमारी,
Vishal babu (vishu)
होली की आयी बहार।
होली की आयी बहार।
Anil Mishra Prahari
जिंदगी ना जाने कितने
जिंदगी ना जाने कितने
Ragini Kumari
वतन
वतन
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Loading...