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महोदया.. ‘सदा कर कृपा’ नहीं, अपितु ‘कृपा सदा’.. ‘रखे दृष्टि’ नहीं, ‘रखेंगे दृष्टि’.. ‘माँ की धुन’ से क्या आशय है ? –शेष कुशल। सादर।
पर फॉर्मेट बैलेंस्ड रहे ! सादर ।
Perfect to koe nahi Kese hota he balanced bataye
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महोदया..
‘सदा कर कृपा’ नहीं, अपितु ‘कृपा सदा’..
‘रखे दृष्टि’ नहीं, ‘रखेंगे दृष्टि’..
‘माँ की धुन’ से क्या आशय है ?
–शेष कुशल। सादर।
पर फॉर्मेट बैलेंस्ड रहे !
सादर ।
Perfect to koe nahi
Kese hota he balanced bataye