Satish Srijan Language: Hindi 373 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Satish Srijan 19 Jan 2023 · 2 min read मैं होता डी एम चारों तरफ बड़ाई होती,खुशी न होती कम। आरक्षण गर मुझको मिलता मैं होता डी एम। रुपयों से मेरा घर भर जाता जब मोटा वेतन आता। कैसे कब धनवान बन गया... Hindi · कविता 161 Share Satish Srijan 18 Jan 2023 · 2 min read क्षितिज के उस पार धरती अम्बर जहाँ मिलते उस जगह का सार क्या है। कोई तो मुझको बताए क्षितिज के उस पार क्या है। एक साथ बैठ करके परस्पर बतिया रहे हों। अपलक देखा... Hindi · कविता 421 Share Satish Srijan 18 Jan 2023 · 1 min read अद्भुत नाम अद्भुत नाम है राम का, सकल परम् सुख धाम। पहले अब, या भविष्य में, जो जपे बने सब काम। एक बार गर 'राम' कहो तो, बने किसी का नाम। 'राम... Hindi · कविता 386 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read श्री श्री रवि शंकर जी 1.ज्ञान,ईमान,पहचान से खरा है, ये एक व्यक्ति नहीं परम्परा है। न कहीं अवसाद है, पसरा आह्लाद है। शरण में होता जो, वह बनता प्रह्लाद है, सिखाते 'जीने की कला', दूर... Hindi · आर्ट ऑफ लिविंग · कविता 181 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read मुरशिद मुरशिद सयाना हो, मुरीद अयाना हो। हुक्म की तामील करे जन्नत का बयाना हो। मुरशिद कामिल हो, मुरीद आमिल हो। अमल करें हुक्म की, अंदर खुदा शामिल हो। -सतीश सृजन,... Hindi · कविता 179 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read पेड़ों से बतियाता हूँ पक्षी तितली जुगनू भँवरे, पुष्पों के संग मैं गाता हूँ। वन पर्वत खेत नदी सागर, मैं पेड़ों से बतियाता हूँ। न ऊंच नीच न जाति धरम, मिल करके गले लगाते... Hindi · कविता 1 2 197 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read मटका मिट्टी खोदा चूर चूर कर, पानी से फिर माड़ा। गूंथ गूंथ कर किया मुलायम, ककड़ पत्थर काढ़ा । उस मिट्टी को चाक पर रखकर, डंडा मार घुमाया। कुंभकार निज हाथ... Hindi · कविता 933 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read कृष्णा को कृष्णा ही जाने सुर मुनि शारद ब्रह्मा ध्यावें, शिव गनपत थाह न पावत हैं। वहीं गोपियां प्रेम से छछियांभर, माखन दे नाच नचावत हैं। कृष्णा को कृष्णा ही जाने, दूजे के बस की... Hindi · कविता 2 581 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read मैकदा खुला मैकदा अर्से के बाद चलो जाम पियें। फ़क़त दो तीन नहीं आज तो तमाम पियें, साकी तेरी नज़रों में दिखे मौज खूब पिलाने की, जाम पे जाम पियें लेकर... Hindi 157 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read सेना सर्व धर्म स्थल में सेना सर्व धर्म स्थल में -------------------------- न सिख हिन्दू,मुस्लिम क्रिश्चियन, सब हैं एक दूजे दिल में। पूरी सेना पूजा करती, सेना सर्व धर्म स्थल में। कोई धर्म न ऊंचा नीचा,... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 201 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read मेरी है बड़ाई नहीं मेरी है बड़ाई नहीं करते सब आप प्रभु, लोगों की जुबान का पुकारी बन गया हूँ मैं। पूंछता न कोई कभी कौन हूँ कहाँ से आया, रामकृपा बॉस का स्वीकारी... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 205 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read सेना का एक सिपाही हूँ सेना का एक सिपाही हूँ कभी गर्म रेत पर चलता हूँ, हिम की गोदी में पलता हूँ। भूचाल, बाढ़ या हो आंधी, कर्तव्य से नहीं विचलता हूँ। हथियार लिए मुस्तैद... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 289 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read नाम नमक निशान बीते युग का सैनिक लड़ता कृपाण तीरऔर भाला से। एक से केवल एक ही भिड़ता, आंखों में भर कर ज्वाला से। संचार वक्त के सैनिक हम मेरे लड़ने का कोई... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 216 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read इरादे नहीं पाक, मेरे इरादे नहीं पाक और खामियां हैं बहुत सारी, इसलिए दामन में तू समाता नहीं है। न मैं अच्छा न मेरी बंदगी अच्छी, इसलिए सिजदे में तू आता नहीं है।... Hindi 1 231 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read मकर संक्रांति सूर्य शनि की राशि में जाता मिटा के सारे बैर । दान पुण्य तीर्थ करो जीवन में हो खैर । 14 जनवरी शुभ दिवस, पौष माह दे शांति। सबको मंगलकारी... Hindi · कविता 1 325 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read कदर करो कदर करो तीन फरिश्ते इस दुनियां में, कदर करो। धरती के भगवान ये सारे, कदर करो। प्रथम फरिश्ता अपनी माता, जो जग में हमें लाती है। दूध पिलाती लोरी गाती,... Hindi · कविता 1 149 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read उल्लू आज रात में उल्लू देखा, जेहन में उभरी विस्मय रेखा। किश्मत से बिल्कुल बेचारा, यहां वहां फिरता आवारा। सब खग रात में करें बसेरा, इसको भाग्यहीनता घेरा। डाली डाली भाग... Hindi · कविता 2 154 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read हरि घर होय बसेरा रहे सन्तुलन सुख और दुख में न बनें कभी निराश। एक भरोसा एक बल एक आश विश्वास। मैं कूकुर दरबार का पट्टा गले पड़ा। मेरा ठाकुर मेरा मालिक, निश दिन... Hindi · कविता 1 182 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read खिलौने भी तब मिले साथ वाले निकल गए कितना आगे मुझसे। ईमान की सवारी में मैं पीछे रह गया। कारवां रहा अधूरा अधूरी रही मंजिल, जबकि कभी डगर में आज तक रुका नहीं। ख्वाहिश... Hindi 321 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read पुराने सिक्के बचपन के खजाने है, ये सिक्के पुराने है। गुजरे हुए जमाने हैं, खुशियों के बहाने है। आज करोड़ों पाते है, गीजर से नहाते है। एसी कार में जाते है, तब... Hindi · कविता 1 2 413 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read कल आज कल अस्ताचल जाता सूरज मैं, तुम पूर्व के उगते रवि प्रबल। मैं बीते कल का कुछ पल हूँ, तुम आने वाले कल का बल। हम दोनों खड़े हैं आज में पर,... Hindi · कविता · राष्ट्रीय युवा दिवस विशेष 254 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read ऐ! दर्द मेरी जुबां पे तेरा नाम आया, बेइंतहां दर्द में आराम पाया। सुकूँ मिला जब देखा तुझको, किया दीदार लगा खुदा का पैगाम आया । इस्तकबाल तेरा दिल की दहलीज पर,... Hindi 477 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read मदिरा रानी तुम्हें नमन। पृथ्वी स्वर्ग पाताल लोक तक, रहता तेरा भ्रमन। मदिरा रानी तुम्हें नमन। मदिरा रानी तुम्हें नमन। सागर मंथन उदभव तेरा, भद्र हृदय में तेरा बसेरा। जो भी तुमको है अपनाता... Hindi · कविता 200 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read जीवन के दिन थोड़े अहम भले हो लाख करोड़ों, पर औकात शून्य से भी कम। यह गिनती नर समझ न पाया, इस कारण सहता है गम। सन्त कबीरा वचन सुनाया, ज्यादा मत तू चुलबुला।... Hindi · कविता 304 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 2 min read तेरा पिता हूँ कोई सकता है बता। क्या है मेरा पता। नाम हमारा किसने संवारा, दुखी चेहरा नहीं उसे गंवारा। उसके अस्तित्व से पहचान, हमारी साँसों में उसकी जान। शीत में वह घाम,... Hindi · कविता 247 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read कारण मेरा भोलापन गिरगिट रंग को समझ न पाता कारण मेरा भोलापन। अक्सर लोगों में ठग जाता, कारण मेरा भोलापन। काग चेष्टा मैं न जानूँ, बको भक्ति न सुहाए। न लोमड़ी सी है... Hindi · कविता 348 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 2 min read तेरे नाम पर बेटी आँखे हैं भीग जाती, तेरे नाम पर बेटी। तेरी याद बहुत आती , सुबह शाम को बेटी। तेरे खिलौने हैं धरे, कपड़े भी हैं धरे। डिब्बे में छुट्टे पैसे, आज... Hindi · गीत 433 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read ख्वाहिशों ठहरो जरा ख्वाहिशों ठहरो जरा गिन लूं अपनी साँसों को, हुई हैं खर्च कहाँ घाटा या मुनाफे में। -सतीश सृजन, लखनऊ Hindi 1 171 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read मिजाज ए फ़क़ीर मौज में रहता खिजां में भी इश्क़ रब से हो जाए गर, मिजाज ए फ़क़ीर को न दरकार है बहारों की। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 125 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read एक थी कोयल ये गुलशन मधुमय हो जाता, कोयल जब लय में गाती थी। भारत अवनी होती सुरमय, संग दुनिया सुन हर्षाती थी। मंगेश्कर दीनानाथ सुता, मां शारद की अनुयायी थी। निज कोकिल... Hindi · कविता · लता मंगेशकर 195 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read ...तो खलता है जिसने बालों को सहलाया, घोड़ा बन पीठ पर बहलाया। उँगली फड़ करके टहलाया, जिससे हमने जीवन पाया। उसका पन तिल तिल ढलता, तो खलता है। उससे हमने अनुराग लिया, मेरे... Hindi · कविता 127 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read कठपुतली की क्या औकात मिट्टी सुतली उसकी जात, कठपुतली की क्या औकात। पल दो पल भर रहती गात, कठपुतली की क्या औकात। मालिक डोर घुमाए जैसे, पुतली नाच दिखाए वैसे। पराधीन किसी और हाथ... Hindi · कविता 1 283 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read सकठ गणेश चतुर्थी माघ कृष्ण की चतुर्थी जिसके देव गणेश, सकठ चौथ कहते इसे, यह दिन बड़ा विशेष । पुत्रवती जननी सभी रखती हैं उपवास । सुतगण सब दीर्घायु हो, यही कामना आश।... Hindi · कविता 1 156 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read हिंदी हिंदी -------- अभिव्यक्ति का माध्यम खासा, यह न केवल है एक भाषा। महारानी मस्तक की बिंदी, वैसे प्यारी अपनी हिंदी। देवनागरी लिपि में आई है, संस्कृत की कोख से जायी... Hindi · कविता 1 565 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read अध्यापक:द कुम्भकार गीली मिट्टी को गढ़ गढ़ कर, देते बर्तन सा वृहदाकार। अनुपम है योगदान तेरा, है नमस्कार हे कुंभकार। आगे चल कर कोई घड़ा बने, प्याला प्याली कुल्हड़ थाली । सबको... Hindi · कविता · शिक्षक दिवस पर लिखी गयी 248 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read मुर्गासन, विद्यालय का मुर्गा आसन, जीवन भर का था अनुशासन। जिसने किया गुरु की माना। आगे चलकर बना सयाना। धन पद ख्याति संग देही चुस्त। मुर्गासन परिणाम दुरुस्त। सभी शिक्षक को... Hindi · कविता 1 496 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read कोई हिन्दू हो या मूसलमां, कोई हिन्दू हो या मूसलमां, इबादत सब की है अच्छी । बशर्ते दिल हो पाकीज़ा, मुहब्बत सच्ची हो रब से । -सतीश सृजन लखनऊ Hindi · शेर 2 146 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read तब मैं कविता लिखता हूँ ....तब मैं कविता लिखता हूँ जब बछड़े को दूध पिलाती कोई गैया। चोंच में चूजे को दाना ले जाती गौरैया। कोई बन्दरी छाती पर बच्चा चिपटाकर ढोती। नन्हीं चींटी चीनी... Hindi · कविता 594 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read सम्राट अशोक कर्तव्य का भी भान था, शिवा शिवम का ध्यान था। जब हाथ में कृपान था, अशोक तब महान था। त्रिपुंड लगा भाल में, रुद्राक्ष गले माल में। गृह रुद्र का... Hindi · कविता 2 115 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read आखिर कौन हो तुम? तेरी मुश्कान में शान, जबकि मौन हो तुम। मेरे कान्हा कभी बतला तो, आखिर कौन हो तुम? तू लड्डू गोपाल है क्यों गायों का रखपाल है क्यों? मीरा पर कृपाल... Hindi · कविता 157 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read मैं दर्पण हूँ मैं दर्पण हूँ न रंगभेद, न जातिवाद, हो हर्ष तुम्हें या हो विसाद। अतिरिक्त न कुछ बतलाता, जो हो तुम वही दिखाता । तुझ पर सम्पूर्ण समर्पण हूँ। मैं दर्पण... Hindi · कविता 1 105 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 4 min read चार साहबजादे चार साहिबज़ादे गोविंद गुरु थे शहंशाह, जन पालक बन कर आये थे। उनके जाये सुत वीर चार, साहिबज़ादे कहलाये थे। बाबा अजीत, ज़ूझार सिंह, संग वीर जोरावर और फतह। उन... Hindi · कविता · प्रबन्ध काव्य · वीर बालदिवस विशेष 2 836 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मेरे पापा...लोरी सुना दो बालमन को मेरे बहुत बहलाती है, रोज रात गाना गा मुझको सुलाती है। राग में गाओ या कोरी गुनगुना दो, मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो। माँ तो दुलराती... Hindi · कविता 1 131 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 2 min read नाथू राम जरा बतलाओ नाथू राम जरा बतलाओ, गांधी को तुम क्यों मारा। वयोवृद्ध की हत्या करके, खुद बन गए एक हत्यारा। सत्य अहिंसा पथ चलते थे, नहीं करते कोई अगर मगर। तुम भी... Hindi · कविता · गांधी जी की पुण्यतिथि विशेष 1 308 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मसखरा कहीं सो गया जो आया है वह जाएगा, कोई कुछ भी न कर पायेगा। सुख के साधन चहे जितने हों, चाहने वाले भी कितने हों। रुतवा कितना हो भारी, पर मौत से किसी... Hindi · कविता 1 2 244 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read ...तो हम दोनों थे ब्याह के आयी थी, तो हम दोंनो थे। रात शरमाई थी, तो हम दोनों थे। फलक से उतर कर, बिस्तर पर सहमा सा बैठा । घूंघट में चांद देखा था,... Hindi · कविता 2 132 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मैं बुद्ध के विरुद्ध न ही.... मैं बुद्ध के विरुद्ध न ही युद्ध के विरुद्ध हूँ। दधीचि सा परमार्थ है, संतोष भरा स्वार्थ है। मैं कर्ण मैं ही पार्थ हूँ, निःस्वार्थ सा पुरुषार्थ हूँ। मैं मर्म... Hindi · कविता 3 367 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read साजन आने वाले हैं कन्धे पर हथियार लिये डट दुश्मन को ललकारे है। प्रहरी बन तैनात बलमजी, सरहद के रखवाले है । मैं घर, पिया सीमा पे जागे, सुना कोना कोना है । जाने... Hindi · कविता 1 247 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read बड़ी मंजिलों का मुसाफिर अगर तू न कर मुश्किलों की तू परवाह कतई, अगर दिल में ख्वाहिश बुलन्दी को पाना। बड़ी मंजिलों का मुसाफिर अगर तू, मुसलसल चला चल कहीं रुक न जाना। बड़े हौसले से... Hindi 1 178 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 2 min read बिखरे अल्फ़ाज़ सितारों की जमात में आ गए तुम, फलक पर खास मुकाम पा गए तुम, जमीं पर पसरी चांदनी कहती, तविन्दा चाँद के मानिंद छा गए हो तुम। एहसानफरामोश हैं वे... Hindi 2 287 Share Previous Page 7 Next