Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2023 · 1 min read

उल्लू

आज रात में उल्लू देखा,
जेहन में उभरी विस्मय रेखा।
किश्मत से बिल्कुल बेचारा,
यहां वहां फिरता आवारा।

सब खग रात में करें बसेरा,
इसको भाग्यहीनता घेरा।
डाली डाली भाग रहा ये,
सब सोएं और जाग रहा ये।

चुगद यही करता उच्चारण,
केवल दृष्टिदोष है कारण।
उल्लू कहता सूर्य कहाँ है,
जहाँ देखो अंधियार वहां है।

रात उलूकों का उजियारा।
उड़ता रहता मारा मारा।
आंखें गोल गोल हैं सुर्ख,
उल्लू को सब कहते मुर्ख।

खूसठ हुमा में भेद अनेक,
एक मूर्ख एक ज्ञान की रेख।
हुमा रहे सागर के तीर,
मोती चुगे पिये पय नीर।

उल्लू हंस का शब्द विलोम।
दोनों की पक्षी है कोम।
एक पर लक्ष्मी करें सवारी।
हंस को माता शारद प्यारी।

ज्ञान तमस जब करता दंश,
उल्लू तब बन जाता हंस।
घटकर बने घट से चुल्लू।
धन का मद करे हंस से उल्लू।

आज कल देखो यही हो रहा,
रात में कोई कोई सो रहा।
उल्लू जागे है वह परिंदा,
तू क्यों है बौराया बन्दा।

हे मानव तू हरि का वंश,
हुमा नहीं बनकर रह हंस।
अगर जरूरी न हो काम,
तो फिर रात करो विश्राम।
-सतीश सृजन, लखनऊ.

Language: Hindi
2 Likes · 125 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Satish Srijan
View all
You may also like:
जिन्दगी में फैसले अपने दिमाग़ से लेने चाहिए न कि दूसरों से पू
जिन्दगी में फैसले अपने दिमाग़ से लेने चाहिए न कि दूसरों से पू
अभिनव अदम्य
"शीशा और रिश्ता बड़े ही नाजुक होते हैं
शेखर सिंह
खेत खलिहनवा पसिनवा चुवाइ के सगिरिउ सिन्वर् लाहराइ ला हो भैया
खेत खलिहनवा पसिनवा चुवाइ के सगिरिउ सिन्वर् लाहराइ ला हो भैया
Rituraj shivem verma
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मैं मोहब्बत हूं
मैं मोहब्बत हूं
Ritu Asooja
■ लोकतंत्र की जय।
■ लोकतंत्र की जय।
*Author प्रणय प्रभात*
अंगुलिया
अंगुलिया
Sandeep Pande
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
Neelam Sharma
धड़कन से धड़कन मिली,
धड़कन से धड़कन मिली,
sushil sarna
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
कश्मकश
कश्मकश
swati katiyar
*भ्राता (कुंडलिया)*
*भ्राता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
gurudeenverma198
2943.*पूर्णिका*
2943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन और मस्तिष्क
मन और मस्तिष्क
Dhriti Mishra
यशस्वी भव
यशस्वी भव
मनोज कर्ण
अन्तर्मन की विषम वेदना
अन्तर्मन की विषम वेदना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मन की आंखें
मन की आंखें
Mahender Singh
उलझा रिश्ता
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अध्यात्म का अभिसार
अध्यात्म का अभिसार
Dr.Pratibha Prakash
"दुःख-सुख"
Dr. Kishan tandon kranti
कर लो कर्म अभी
कर लो कर्म अभी
Sonam Puneet Dubey
ज़रा-सी बात चुभ जाये,  तो नाते टूट जाते हैं
ज़रा-सी बात चुभ जाये, तो नाते टूट जाते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुम
तुम
Punam Pande
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हम हैं कक्षा साथी
हम हैं कक्षा साथी
Dr MusafiR BaithA
सहारा
सहारा
Neeraj Agarwal
ఇదే నా భారత దేశం.
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
Loading...