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25 Jul 2023 · 1 min read

कश्मकश

अजब कश्मकश है इस मन की,
न पाने की निराशा भी है,
अधूरेपन का सुख भी।
बावस्तगी की जुस्तजू भी है,
अलहदगी की अजमाइश भी।
एकांत प्रेम की परिभाषा भी है,
जग ज़ाहिर रुसवाई भी।🙂

Language: Hindi
1 Like · 339 Views
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