Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2023 · 1 min read

कारण मेरा भोलापन

गिरगिट रंग को समझ न पाता
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

काग चेष्टा मैं न जानूँ,
बको भक्ति न सुहाए।
न लोमड़ी सी है चालाकी,
सहज सरल मन भाये।
बेईमानी मुझको नहीं आती,
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

कभी न शंका मन में आई,
क्योंकि ये तो है सग भाई ।
कहां दलाली खाएगा,
नहीं हानि पहुंचाएगा।
अपने बनकर चिपका देते,
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

घड़ियाली आँसू सच लगते,
फर्क समझ न पाता हूँ।
सच्चाई आती समक्ष तो,
मन ही मन पछताता हूँ।
कभी कभी भारी क्षति होती,
कारण मेरा भोलापन।

अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

उसकी दया हमेशा मुझ पर,
सब कुछ रहता है भरपूर।
ठग जाता पर मैं नहीं ठगता,
प्रपंचों से रहता दूर।
उसकी कृपा संग संग चलती,
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

सतीश सृजन, लखनऊ.

Language: Hindi
296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Satish Srijan
View all
You may also like:
कलम लिख दे।
कलम लिख दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"बदल रही है औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
"अमर रहे गणतंत्र" (26 जनवरी 2024 पर विशेष)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
!!! हार नहीं मान लेना है !!!
!!! हार नहीं मान लेना है !!!
जगदीश लववंशी
चली ये कैसी हवाएं...?
चली ये कैसी हवाएं...?
Priya princess panwar
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
Manisha Manjari
दीवाने प्यार के हम तुम _ छोड़े है दुनियां के भी  गम।
दीवाने प्यार के हम तुम _ छोड़े है दुनियां के भी गम।
Rajesh vyas
नारियां
नारियां
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
कुछ भी रहता नहीं है
कुछ भी रहता नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
One day you will leave me alone.
One day you will leave me alone.
Sakshi Tripathi
जला रहा हूँ ख़ुद को
जला रहा हूँ ख़ुद को
Akash Yadav
अनोखा दौर
अनोखा दौर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
हालात ही है जो चुप करा देते हैं लोगों को
हालात ही है जो चुप करा देते हैं लोगों को
Ranjeet kumar patre
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
माँ भारती के वरदपुत्र: नरेन्द्र मोदी
माँ भारती के वरदपुत्र: नरेन्द्र मोदी
Dr. Upasana Pandey
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन।
तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
84कोसीय नैमिष परिक्रमा
84कोसीय नैमिष परिक्रमा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मन खामोश है
मन खामोश है
Surinder blackpen
तुम हारिये ना हिम्मत
तुम हारिये ना हिम्मत
gurudeenverma198
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
Rekha khichi
तुमसा तो कान्हा कोई
तुमसा तो कान्हा कोई
Harminder Kaur
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
ruby kumari
आग और पानी 🔥🌳
आग और पानी 🔥🌳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
कवि अनिल कुमार पँचोली
फ़ितरत
फ़ितरत
Priti chaudhary
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
लक्ष्मी सिंह
Loading...