डॉ.सीमा अग्रवाल Language: Hindi 492 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jul 2022 · 2 min read हृद् कामना .... हृद्-कामना... यही कामना जग में सबसे, सरल-सहज व्यवहार करूँ। तेरी कृपा के गुल खिलें तो, उन्हें गले का हार करूँ।। नहीं चाहिए मुझको प्रभुवर, किस्मत से कुछ भी ज्यादा। लिखा... Hindi · गीतिका 5 4 632 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2022 · 1 min read जी करता है... जी करता है... जी करता है, जी भर रो लूँ। अश्कों से अपना हर गम धो लूँ। आज मैं तनहा खाली-खाली, कैसे रात कटे अब काली ? शायद मन कुछ... Hindi · गीत 3 2 328 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2022 · 1 min read अपनी जमीं पर... अपनी जमीं पर - - - - - आसमां-सा ऊपर उठकर, झिलमिल सपनों में खो जाऊँ ! अपनों की ही आर्त्त पुकार, एक बधिर वत् सुन न पाऊँ ! सागर... Hindi · कविता 2 137 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2022 · 1 min read दोहावली...(११) मधुर भाव - नैवेद्य ले, चरण नवाऊँ शीश। वरद हस्त सिर पर धरो, कृपा करो जगदीश।।१।। चिंता को दिल से लगा, सका न कोई जीत। घुन बन सत सब लीलती,... Hindi · दोहा 3 465 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jul 2022 · 1 min read दोहे एकादश ... धंधा करते झूठ का, दावे करते नेक। सिर्फ एक या दो नहीं, देखे यहाँ अनेक।।१।। जता कमी कुछ और की, करते ऊँचा घोष। छिद्रान्वेषी मनुज को, दिखें न अपने दोष।।२।।... Hindi · दोहा 9 11 616 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jun 2022 · 2 min read कुछ कहमुकरियाँ... कहमुकरी एक बहुत ही पुरानी और लुप्तप्राय काव्य विधा है । अमीर खुसरो द्वारा विकसित इस विधा पर भारतेंदु जी ने भी स्तरीय काव्य सृजन किया है । यह अत्यंत... Hindi · मुक्तक 2 187 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jun 2022 · 1 min read कभी-कभी आते जीवन में... कभी-कभी आते जीवन में, ऐसे सुखकर पल। झूम-झूम उठता मन, जैसे आवारा बादल। निज अस्तित्व खोज में मानव, दिनभर चला चले। रोज निकलता सूरज जैसे, जैसे रोज ढले। आस बँधाती... Hindi · गीत 4 4 474 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jun 2022 · 1 min read वापस लौट नहीं आना... वापस लौट नहीं आना... मंजिल तक जाने में निश्चित, व्यवधान बहुत आएंगे। बस तुम मुश्किल से घबराकर, वापस लौट नहीं आना। दुख को चखकर सुख की कीमत, और अधिक बढ़... Hindi · गीत 6 6 330 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jun 2022 · 1 min read रहे न अगर आस तो.... रहे न अगर आस तो.... क्या क्षणिक इन आँधियों से,जिंदगी डर जाएगी ? रहे न अगर आस तो हाँ, प्यास ही मर जाएगी । तू बस अपना काम कर, फल... Hindi · गीत 7 8 580 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jun 2022 · 1 min read पाँव में छाले पड़े हैं.... पाँव में छाले पड़े हैं ... वेदना में जल रही हूँ, आँसुओं में गल रही हूँ। पाँव में छाले पड़े हैं, पर निरंतर चल रही हूँ। ओ नियंता दर्द मेरा,... Hindi · गीत 10 6 408 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jun 2022 · 1 min read चंद दोहे.... अपनी सुविधा के लिए, करे और पर वार। परदुख का कारण बने, पड़े वक्त की मार।। अपनी गलती को छुपा, मढ़ें और पर दोष। बुद्धिमत्ता दिखा रहे, खाली जिनका कोष।।... Hindi · दोहा 4 1k Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 May 2022 · 1 min read बँधा रहे परिवार.... ( अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस पर ) बना रहे घरद्वार सभी का, बँधा रहे परिवार। अपने आखिर होते अपने। इनसे पूरे होते सपने। इनकी खातिर सारा जीवन, कर दें इनपर तन मन अर्पन। इन पर कोई आँच... Hindi · गीत 2 235 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 May 2022 · 1 min read मिशन शक्ति अभियान जानें समझें बेटियाँ, अपना हर अधिकार। निज पैरों पर हों खड़ी, कहे न कोई भार।। रहें सुरक्षित नारियाँ, मिले उन्हें भी मान।। लक्ष्य यही लेकर चले, मिशन शक्ति अभियान। -... Hindi · दोहा 2 372 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 May 2022 · 1 min read शुभ मातृ दिवस... एक दोहा...एक मुक्तक ... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़... Hindi · दोहा 3 2 166 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Mar 2022 · 1 min read पानी है जब तक, जीवन है.... बसता है जीवन पानी में खिलता है जीवन पानी में सूरज का गोला भी थककर पाता नव जीवन पानी में नेह-निमंत्रण पा उदधि का चंदा भी उतरे पानी में मोती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 230 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jan 2022 · 1 min read उठो, जागो, बढ़े चलो बंधु...( स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके दिए गए उत्प्रेरक मंत्र से प्रेरित होकर लिखा गया मेरा स्वरचित गीत) उठो-जागो-बढ़े चलो बंधु... उठो-जागो-बढ़े चलो बंधु, न जब तक लक्ष्य तुम पाओ। सपने सतरंगी आगत के, सजें तुम्हारी आँखों में। जज्बा जोश लगन सब मिलकर, भर दें उड़ान पाँखों में।... Hindi · गीत 4 2 872 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Nov 2021 · 1 min read कातिक पूनम की चाँदनी... कातिक पूनम की चाँदनी... कातिक पूनम की चाँदनी। छिटकी मदिर उन्मादिनी। ढुलके कलश सुधारस भीने, हुई रात नशीली कासनी। जुन्हाई -न्हाई -गुराई निशा, कोमल कमनीया कामिनी। देख रूप मधुर मुस्काए,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 500 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Nov 2021 · 1 min read नाचे वन में मोर.... सरसी छंद... देख बरसते बादल नभ से, नाचे वन में मोर। सोता देखे जब जग सारा, हुलसे मन में चोर। चंदा की मेघों से नभ में, खूब चले तकरार, कभी... Hindi · मुक्तक 4 2 259 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Sep 2021 · 2 min read भ्रातृ चालीसा ... भ्रातृ-चालीसा -- भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान। भाई में बसती सदा, हम बहनों की जान।। रिश्ता भाई-बहन का, सबसे पावन जान। इसके जैसा जगत में, मिले नहीं... Hindi · कविता 3 6 715 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी दिवस पर विशेष... चंद दोहे... क्यों भारत में आज भी, अंग्रेजी का राज? निज भाषा प्रयोग में, आती है क्यों लाज? बोलो हिंदी गर्व से, रंच न हो संकोच। लगे जिन्हें भी हीनता,... Hindi · दोहा 3 2 427 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Sep 2021 · 1 min read ऐसा पर्व मनाए हिंदी.... ऐसा पर्व मनाए हिंदी --- ----------------------------- भारती के भाल सजे, सम्मान जग में पाए हिंदी। स्वर्णिम इतिहास अपना, आज फिर दोहराए हिंदी।। मात्र भाषा ही नहीं ये, जान है निज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 349 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Sep 2021 · 1 min read सावन बीता, आस न बीती... सावन बीता, आस न बीती। ढुलक पलक से, बदली रीती। हद से प्यारा, मीत हमारा। बातें उसकी, थीं मनचीती। बैठी उन्मना, भोली जोगन। फटे बसन ले, कथरी सीती। प्रेम -... Hindi · कविता 3 352 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2021 · 1 min read सजाकर स्वप्न आँखों में.... सजाकर स्वप्न आँखों में, मुझे भेजा यहाँ तुमने। पलटकर भूल से भी फिर, नहीं देखा कभी तुमने। तुम्हारे जिगर का टुकड़ा, तुम्हारा अंश हूँ मैं भी, कहाँ किस हाल में... Hindi · मुक्तक 4 262 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2021 · 1 min read कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर) कुछ ख्वाब नयन में हैं बाकी, क्या यहीं धरे रह जाएंगे ? उनको पूरा करने फिर हम, क्या लौट धरा पर आएंगे ? बचा रहेगा भू पर जीवन, या सब... Hindi · कविता 5 4 928 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Aug 2021 · 1 min read श्रीकृष्ण जन्म... कृपाण घनाक्षरी (श्रीकृष्ण जन्म)... मैया की पीन पुकार, सुनते थे बारंबार, करने पाप संहार, आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में, हलचल थी सृष्टि में, दृश्य अद्भुत दृष्टि में,... Hindi · घनाक्षरी 3 2 356 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Aug 2021 · 1 min read लुभाता चाँद पूनम का.... समां है क्या गजब देखो, जड़े नभ में सितारे हैं। धरा भी है सजी-सँवरी, बड़े मोहक नजारे हैं। गुराए अंग रजनी के, रजत धवला वदन दमके, लुभाता चाँद पूनम का,... Hindi · मुक्तक 3 397 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Aug 2021 · 2 min read वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे..... वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे... बाँहों में जब चाँद की हम, चाँदनी ओढ़कर सोते थे ! पंख पसारे कल्पनाओं के, स्वप्न लोक में विचरा करते। दूर से ही... Hindi · कविता 4 2 590 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read क्यों चाँद आज उदास है.... क्यों चाँद आज उदास है ! पीली सी पड़ी उजास है ! सहमा सा है स्तब्ध गगन, दिखता न कहीं हुलास है। हतप्रभ निहारती चाँदनी, रुक गया धरा का लास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 553 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read अभी दूर बहुत जाना है... यूँ हार के मन क्यों बैठे राही अभी दूर बहुत जाना है ! पथ में आए इन रोड़ों से तुम्हें तनिक न घबराना है ! क्यों मन इतना विचलित होता... Hindi · कविता 5 6 441 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read दुख में ही सुख तलाश ले.... दुख में ही सुख तलाश ले यूँ मन तू अपना तराश ले शोले जो दहकते हैं भीतर समझ तू उन्हें पलाश ले ! अज्ञान- तमस हरती चल जग को जीवन... Hindi · कविता 4 4 457 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read दिल क्यूँ उसका अभ्यस्त हुआ... दिल क्यूँ उसका अभ्यस्त हुआ हर पल जो खुद में व्यस्त हुआ हों आँख में तेरी अश्क तो क्या वो सुख में अपने मदमस्त हुआ रची थी जतन से प्रेम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 463 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read सबकी सीमा खैर मना.... इधर-उधर मत ताका कर मन के भीतर झाँका कर काँटों भरी राह पर भी तू फूल खुशी के टाँका कर मोती भी चुग लाया कर यूँ ही धूल न फाँका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 317 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Aug 2021 · 1 min read जीवन का आधार लेखनी... जीवन का आधार लेखनी। अपना तो संसार लेखनी दे भावों को रूप-आकार, कर दे मन साकार लेखनी। विभा से जगमग शब्दों की, हर ले हर अंधकार लेखनी। फँसे जो जग... Hindi · कविता 3 706 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Aug 2021 · 1 min read आशाः एक चिराग.... आशा : एक चिराग हर बार बना महल सपनों का, ढह गया। खण्डहर में पर, एक चिराग जलता रह गया। आया झंझावात जमकर वज्रपात हुआ कोमल, नाजुक जज्बातों पर विकट... Hindi · कविता 2 468 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Aug 2021 · 1 min read कितना प्यारा रूप लुभावन.... कितना प्यारा रूप लुभावन चंद्रवलय- सा मुख मनभावन ! स्मित-चाँदनी फैली लबों पर शुभ्र,धवल क्या इससे पावन ! नयन - चकोर लगे दर तेरे बिछी चाँदनी मन के आँगन !... Hindi · कविता 3 437 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Aug 2021 · 1 min read साथ समय के चलना सीखो... साथ समय के चलना सीखो। नहीं किसी को छलना सीखो। भोर तुम्हारे द्वार खड़ी है, नवसृजन की ये घड़ी है। अनथक तुम बस चलते जाना, परीक्षा आगे बहुत कड़ी है।... Hindi · कविता 3 2 1k Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jul 2021 · 1 min read अजब जीवन की बिडंबना है.... जानती हूँ, नसीब में मेरे, जुगनू भर की चमक नहीं है। तमस मेरे गम का अमा-निशा से भी अधिक घना है। कब देखी मैंने हरियाली, कब आयी घर खुशहाली, सब... Hindi · गीत 5 6 527 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jul 2021 · 1 min read जहाँ तुम हो वहाँ मैं हूँ.... जहाँ तुम हो वहाँ मैं हूँ, तुम्हारा अंश हूँ मैं भी। जहाँ मैं हूँ वहाँ तुम हो, अतः निश्चिंत हूँ मैं भी। न छूटे साथ रघुवर ये, कृपा मुझपे सदा... Hindi · मुक्तक 4 2 308 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jul 2021 · 1 min read धरा के छोर सब रोशन.... उगा प्राची दिशा सूरज, धरा के छोर सब रोशन। कहाँ ठहरे निशा बोलो, नहीं दिखता कहीं तम कन। बड़ी हलचल मची जग में, जगी आशा-किरन मन में, चले आओ मिरे... Hindi · मुक्तक 3 517 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jul 2021 · 1 min read हर लो हरिहर हर गम मेरा.... हर लो हरि-हर, हर गम मेरा ! लगा लिया है मैंने प्रभुवर, तुम्हारे चरन-कमलों में डेरा ! हर लो हरि-हर, हर गम मेरा ! इस जगती में जब सब सोते,... Hindi · कविता 2 306 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jul 2021 · 1 min read तेरी यादों के सहारे.... तेरी यादों के सहारे, जीने की ठान ली है। दिल ने भी अब हमारे, ये बात मान ली है। तकतीं थीं राह कभी, पलक-पाँवड़े बिछाए, तुम बिन अब जीएँगी, आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 329 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Jul 2021 · 1 min read मुझे याद तुम्हारी आती है.... बदली जब नभ में छाती है धरा झूम- झूम इठलाती है मुझे याद तुम्हारी आती है इक बूँद बरस जब स्वाति की चातक की प्यास बुझाती है मुझे याद तुम्हारी... Hindi · कविता 4 4 406 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jul 2021 · 1 min read कब सोचा था.... सोचा था तुझसे ब्याह करूँगी प्यार तुझे बेपनाह करूँगी साँझ ढले जब घर आएगा निहारा तेरी राह करूँगी तेरी लंबी उमर की खातिर उपवास इक हर माह करूँगी पूरा न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 457 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jul 2021 · 1 min read नयन मीन सम जल भरे.... सहती दारुण दुख अकथ, रहती अविचल मौन । नारी-व्यथा अथाह अति, बाँचे उसको कौन ।। नयन मीन सम जल भरे, अधर थिरकता हास । देवी त्याग - ममत्व की, जिये... Hindi · दोहा 2 414 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jul 2021 · 1 min read नहीं तुम सा कहीं रघुवर.... नहीं तुम सा कहीं रघुवर, दिखा हमको जमाने में। हमें तो तुम सदा प्रभुवर, लगो अपने जमाने में। हमारी हर कमी तुमने, सुधारी है नसीहत दे, तुम्हारी ऋत कथाओं सा,... Hindi · मुक्तक 2 318 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jul 2021 · 1 min read किन्नर व्यथा....2 १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ १-हमें भी तो जना तुमने, पिता का खून थे हम भी। कलेजा क्यों किया पत्थर, सुनें तो माँ जरा हम भी। दिखा दो एक भी ऐसा,... Hindi · मुक्तक 2 384 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jul 2021 · 1 min read न रोको तुम किसी को भी.... १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ न रोको तुम किसी को भी, न टोको तुम किसी को भी। करे जो जी करे जिसका, न बोलो कुछ किसी को भी। हमारा काम समझाना,... Hindi · मुक्तक 4 477 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jul 2021 · 1 min read तुम ना आए.... उग आया लो चाँद गगन में, तुम ना आए। खोई तुममें रही मगन मैं, तुम ना आए। याद करो तुम ही कहते थे, साँझ ढले घर आ जाऊँगा। निकलेगा जब... Hindi · गीत 7 8 736 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jul 2021 · 1 min read मैंने तुमको याद किया.... कितनी रातें नींद उड़ाकर मैंने तुमको याद किया स्मृतियों की बस्ती बसाकर मैंने दिल आबाद किया तसव्वुर में छवि आँक तुम्हारी सोई तुमको अंक लगाकर मन से मन के तार... Hindi · कविता 4 2 294 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Jul 2021 · 1 min read फिर वैसा मधुमास न आया... फिर वैसा मधुमास न आया..... कितने बसंत आए जीवन में मगर वैसा उल्लास न आया साथ तुम्हारे जैसा जिया था फिर वैसा मधुमास न आया आज पुरानी अलमारी से निकला... Hindi · कविता 3 343 Share Previous Page 7 Next