jyoti jwala Language: Hindi 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक बैठे -बैठे सबूत मांगना आसान है, कभी कुछ करके देखो गद्दारों.... " नश्तर हैं ये सिर्फ ज़ुबाँ के वार नही तलवारों के, हाल कहां मालूम किसी को सैनिक के परिवारों... Hindi · मुक्तक 208 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक अब नहीं तुलसी कबीरा ना यहाँ रसखान है, भेड़िये की खाल को ओढ़े हुए इंसान हैं, शूल बिकते हैं यहाँ अब फूल की दूकान पर, धूल की परतों में अब... Hindi · मुक्तक 1 205 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ज़िन्दगानी के भी कैसे-कैसे मंज़र हो गए, खुशियों से तो अब हमारे दर्द बेहतर हो गए, एक क़तरे भर की आँखों में थी जिनकी हैसियत, अश्क पलकों से निकलते वो... Hindi · मुक्तक 215 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ज़िंदगी सख़्त इम्तिहान में है, बेरूख़ी आज दरमियान में है, जिसके पर नोच डाले थे तुम ने वो परिंदा अभी उड़ान में है Hindi · मुक्तक 486 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक हम सूरज से भी आँख मिला सच्चाई बोलेंगे, कुदरत पर भी आज सियासत छाई बोलेंगे, तेज़ हवा से जो तिनका जा पहुँचा है अम्बर में कह दो कैसे इस ऊँचाई... Hindi · मुक्तक 220 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " सियासत की सभी गहराइयों को नाप बैठे हैं, वही तो देश की धरती पे बन अभिशाप बैठे हैं, वहां उम्मीद क्या होगी सुरक्षा की, कहो तुम ही जहां पे... Hindi · मुक्तक 471 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " हाथ में पतवार ले, तूफ़ान से अब तू न डर, तू अकेले ही कदम, आगे बढ़ा होके निडर, बांध ले सर पे कफ़न, ये जंग खुशहाली की है अंत... Hindi · मुक्तक 219 Share jyoti jwala 19 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " लेखनी, डरना नहीं तू मौत की ललकार से, क्रान्ति लानी है तुझे अपनी नुकीली धार से, जीत पायेंगे वो कैसे ज़िन्दगी की जंग को हार बैठे हौसला जो इक... Hindi · मुक्तक 1 247 Share jyoti jwala 18 Mar 2019 · 1 min read गीत कहने लगे अब वीर सैनिक देश की सरकार से। हम नित्य पत्थर क्यों सहें मत रोकिये अब वार से। हम हाथ में हथियार लेकर खा रहे नित गालियाँ, मरना भला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 561 Share jyoti jwala 18 Mar 2019 · 1 min read कविता एक इशारा...... हम नही भूलें है अब तक आपके व्यवहार को, जानते है खूब हम तो आपके परिवार को, आँख को सपने दिखाए प्यास को पानी, इस तरह करते रहे,... Hindi · कविता 291 Share jyoti jwala 18 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक सियासत की जो भी ज़बाँ जानता है बदलना वो अपना बयाँ जानता है, चलो हम ज़मीं के करें ख़्वाब पूरे हक़ीक़त तो बस आसमाँ जानता है Hindi · मुक्तक 396 Share jyoti jwala 18 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक लाचार क्या होना किसी लाचार के आगे, कई मझधार होते हैं मेरी रफ़्तार के आगे, बिकाऊ कर दिया दुनिया ने जिसको होशियारी से, बिछ जाती है ये दुनिया उसी बाज़ार... Hindi · मुक्तक 276 Share jyoti jwala 18 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक जाने किस-किस को मददगार बना देता है वो तो तिनके को भी पतवार बना देता है इक इक ईंट गिराता हूँ मैं दिन भर लेकिन रात में फिर कोई दीवार... Hindi · मुक्तक 235 Share jyoti jwala 17 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक अब तो यूं सियासत को संभालने लगीं घरों में सांपों को बहन जी पालने लगीं, हुनर लड़ने का जिसने सिखाया था इन्हें देखिए उन पर ही अब रौब झाड़ने लगीं Hindi · कविता 234 Share jyoti jwala 17 Mar 2019 · 1 min read कविता आज भी पुलवामा का घाव हरा है मेरे जीवन में, वीर सैनिकों की यादें बैठी है सब मेरे मन में जो लिपट तिरंगे में घर आए उन सबकी कुर्बानी को,... Hindi · कविता 1 593 Share jyoti jwala 17 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " लेखनी, डरना नहीं तू मौत की ललकार से, क्रान्ति लानी है तुझे अपनी नुकीली धार से, जीत पायेंगे वो कैसे ज़िन्दगी की जंग को हार बैठे हौसला जो इक... Hindi · मुक्तक 1 548 Share jyoti jwala 17 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक वक़्त कैसे दिल दुखाने वाले मंज़र दे गया ज़िंदगी भर के लिए ग़म का समुंदर दे गया दोस्ती के अर्थ हम क्या ख़ाक समझाएँ उसे जो हमारी पीठ में पीछे... Hindi · मुक्तक 593 Share jyoti jwala 15 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ज़िन्दगानी के भी कैसे-कैसे मंज़र हो गए, खुशियों से तो अब हमारे दर्द बेहतर हो गए, एक क़तरे भर की आँखों में थी जिनकी हैसियत, अश्क पलकों से निकलते वो... Hindi · मुक्तक 1 283 Share jyoti jwala 11 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " जुगनू हवा में लेके उजाले निकल पड़े यूँ तीरगी से लड़ने जियाले निकल पड़े सच बोलना महाल था इतना कि एक दिन सूरज की भी ज़बान पे छाले निकल... Hindi · मुक्तक 224 Share jyoti jwala 11 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक इक न इक दिन हमें जीने का हुनर आएगा कामयाबी का कहीं पर तो शिखर आएगा अपने पंखों को ज़रा तोल के देखो ताइर आस्माँ गुफ्तगू करने को उतर आएगा Hindi · मुक्तक 438 Share jyoti jwala 11 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " घर जल गया तो सारे, निकले कुएँ बनाने, बहरूपिये चले हैं, अब मिल्क़ियत भुनाने, जो लोग ठग रहे थे वर्षों से इस वतन को वो लोग आ रहे हैं,... Hindi · मुक्तक 1 418 Share jyoti jwala 11 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " नश्तर हैं ये सिर्फ ज़ुबाँ के वार नही तलवारों के, हाल कहां मालूम किसी को सैनिक के परिवारों के रीत यही है हर युग की ही नाम बड़ों का... Hindi · मुक्तक 285 Share jyoti jwala 10 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक अन्ध कूपों को गगन कहते हैं क्यों पत्त्थरो ही को सुमन कहते हैं क्यों? नाम लेकर धर्म का अब सिरफिरे अग्निकाकाँडों को हवन कहते हैं क्यों? Hindi · मुक्तक 1 514 Share jyoti jwala 4 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक यादों की भीनी खुशबु सांसो में छा रही है , है दर्मियां जो दूरी वो मुझको रुला रही है, मिल कर तुझसे लगता सारा जहाँ है बदला , अब तो... Hindi · मुक्तक 357 Share jyoti jwala 4 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " रौशन जुगनूओं से मेरी तो हर रात होती है, तन्हा आस्मां की धरती से कुछ बात होती है, कभी भी मेघ रुकते है नहीं बंजर जमीन पर दोस्त सदा... Hindi · मुक्तक 197 Share jyoti jwala 3 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " निज भावों को लिख देती हूँ, जब सुनती हूँ लोगों की बात, मन व्यथित मेरा हो जाता है , जब अपने मुझसे करते घात, लेखन में ही जीवन बसता... Hindi · कविता 1 296 Share jyoti jwala 3 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " गद्दारों की हर बात वही है उनकी तो औकात वही है मज़हब कितने ही बदलें पर बेइमानों की जात वही है " Hindi · मुक्तक 1 192 Share jyoti jwala 2 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "ज़िन्दगी तू दुख में मुझ को यूँ लगी जिस तरह पंछी परों से हीन हो, किसी पर बेवज़ह उँगली उठे क्यों किसी की बेवज़ह तौहीन हो " Hindi · मुक्तक 466 Share jyoti jwala 24 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक आँखों में मेरे आंसूओं का उम्र भर पहरा रहा, ज़िन्दगी का दर्द से, रिश्ता बड़ा गहरा रहा, दर्द की एक बाढ़ यूँ, हमको बहा कर ले गई या तो हम... Hindi · मुक्तक 1 437 Share jyoti jwala 21 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक " सवालों के जंगल बनाने लगे हैं वो अपनी दुकानें सजाने लगे हैं, हमारे शहर के पुराने लुटेरे नई बस्तियाँ अब बसाने लगे हैं " Hindi · मुक्तक 290 Share jyoti jwala 11 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "उठाया जब कलम हमने दबे जज़्बात लिख डाले, गुज़रते बेबसी मे जो वही हालात लिख डाले, बहुत हैं दूर खुशियों के ठिकानों मुफलिसी मे अब, तलब, आँसू, वो बैचेनी के... Hindi · मुक्तक 271 Share jyoti jwala 10 Feb 2019 · 1 min read शायरी रोज़ मुमकिन नहीं तारे का टूटना मेरी मन्नत पे सूरज उगा दीजीए, दीजिए रुख़सती अपनी दहलीज़ से अपने लब से मुझे बस दुआ दीजीए Hindi · कविता 232 Share jyoti jwala 10 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक सूरज से माँग बैठी उजाले उधार के, अरमान नीचे दब गए कर्तव्य भार के, मुश्क़िल वहीं था मोड़ जहाँ मुड़ न पाए तुम पलटी थी कितनी बार मैं तुमको पुकार... Hindi · मुक्तक 228 Share jyoti jwala 9 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "याद मेरी , गुलशनों की , दास्ताँ बन जाएगी, कोई इक डाली ही, मेरा आशियाँ बन जाएगी, फ़ूल भी, सपने भी इसमें, आस भी, अहसास भी, मेरी खुद की जिंदगी,... Hindi · मुक्तक 223 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक हैं दास्ताँ निराळी, दुनिया की दास्ताँ में, यदि शँख में है जादू, तो रंग हैं अजाँ में नादान हैं वो यारों जो जानते नहीं हैं, अपने वतन की ख़ुशबू ,फैली... Hindi · मुक्तक 234 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "धरती को जगमगाओ ,रौशन करो गगन को, अपने लहू से सींचो ,इस प्यार के चमन को, उनको निकाल फेंको , नफरतों जो बो रहे हैं, सोने की चिड़िया कर दो... Hindi · कविता 267 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक यूं मुस्करा हम मिले इतने दिनों के बाद, आएं हैं दिन बहार के इतने दिनों के बाद , चंचल हवाएं शोख-सी पानी पे तैरतीं, थे दो किनारे यूं मिले इतने... Hindi · मुक्तक 1 242 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "जब से ज़िंदगी ये ज़िंदगी होने लगी, दिये में इक नई सी रौशनी होने लगी, नई कुछ हसरतें दिल में बसेरा कर रही हैं, बहुत आबाद अब दिल की गली... Hindi · मुक्तक 227 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक यूँ सड़क तक छोड़ने भी आपको आते हैं लोग, आपकी निंदा ही करते लौट कर जाते हैं लोग, हर मसीहा को यहाँ सूली पे लटका दिए, और फिर अपने किए... Hindi · मुक्तक 278 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "औरों को अपने शब्द से पहचान बेहतर चाहिए, कविताओं में उन्हें क़ब्रिस्तान बेहतर चाहिए, मेरी रचना है नही मोहताज़ वाह वाही कि, मुझको तो केवल ये हिन्दोस्तान बेहतर चाहिए " Hindi · मुक्तक 236 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक तीर खंजर की न अब तलवार की बातें रहें, जिन्दगी में आइये बस प्यार की बातें रहें, तितलियों की बात हो या फिर गुलों की बात हो क्या जरूरी है... Hindi · मुक्तक 266 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक जलाये दिल में तेरी याद का, लोबान रखते हैं दर्द में भी अधरों पर मधुर मुस्कान रखते हैं उसी की बात होती है, उसी को पूजती दुनिया जो भारी भीड़... Hindi · कविता 332 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक दर्द दिल में मगर लब पे मुस्कान है हौसलों की हमारे ये पहचान है लाख कोशिश करो आके जाती नहीं याद इक बिन बुलाई सी मेहमान है Hindi · मुक्तक 288 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक तुझे दिल याद करता है तो नग़्मे गुनगुनाती हूँ, जुदाई के पलों की मुश्किलों को यूं ही घटाती हूँ घटायें, धूप, बारिश, फूल, तितली, चांदनी में तुम्हारा अक्स इनमें ही... Hindi · मुक्तक 1 244 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "भूला कर ग़म सभी आओ जरा - सा गुनगुनाते हैं, ख़ुशी में दूसरों की झूम कर हम गीत गाते हैं, कवायद मत करो यारों किसी को भी बदलने की सुखी... Hindi · मुक्तक 253 Share jyoti jwala 8 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक " अपनी लगाई आग के शोलों में जल जाते हैं लोग, अब तो अँधेरे में यूं हीं बस रोशनी पाते हैं लोग, काश इक पल अपनी मर्ज़ी से भी जीकर... Hindi · मुक्तक 513 Share jyoti jwala 7 Feb 2019 · 1 min read होली आई है "करें जब पाँव खुद नर्तन, तो समझो होली आई है, हिलोरें ले रहा हो मन, तो समझो होली आई है, इमारत इक पुरानी सी, रुके बरसों से पानी सी, लगे... Hindi · गीत 542 Share jyoti jwala 7 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "इस समय मैं ज्योति को विस्तार देने में लगी हूँ, भावों को मैं गीत का आकार देने में लगी हूँ, यह समय अंधियार के अवसान का है, यह समझकर जि़ंदगी... Hindi · मुक्तक 187 Share jyoti jwala 7 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "तेरे होंठों पर रही जो, वो हँसी अच्छी लगी तुझसे जब नज़रें मिलीं थीं वो घड़ी अच्छी लगी तुमने जब हँसते हुए मुझसे कहा` तुम हो मेरे ` दिन गुलाबी... Hindi · मुक्तक 519 Share jyoti jwala 7 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक हमेशा पास रहते हैं मगर पल-भर नहीं मिलते, बहुत चाहो जिन्हें दिल से वही अक्सर नही मिलते, हकीकत में उन्हें पहचान अवसर की नहीं होती जिन्होंने ये कहा अक्सर, हमें... Hindi · मुक्तक 213 Share Previous Page 7 Next