जगदीश लववंशी 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next जगदीश लववंशी 14 Apr 2020 · 1 min read मैं मजदूर मेरी व्यथा का, कैसे करूँ बखान । साहिब ,मैं मजदूर हूँ बड़ा परेशान ।। मेहनत पसीना बहाकर, भरता हूँ पेट । स्वीकार करता हूँ, जो मिले आपसे भेंट ।। गढ़... Hindi · कविता 4 4 372 Share जगदीश लववंशी 13 Apr 2020 · 1 min read बैठे बैठे अपने घर बैठे बैठे अपने घर, मन को मैं बहलाता हूँ । नए नए शब्दो से, रोज कविता लिखता हूँ ।। देश दुनिया की खबरों का, थोड़ा ज्ञान रखता हूँ । स्नेह... Hindi · कविता 3 601 Share जगदीश लववंशी 12 Apr 2020 · 1 min read कभी आँसू टपके, कभी आँसू झलके कभी आँसू टपके । कभी आँसू झलके ।। जिंदगी एक संघर्ष है । कभी शोक कभी हर्ष है ।। कभी खुशियों के लगते मेले। कभी दुःख के होते झमेले ।।... Hindi · कविता 665 Share जगदीश लववंशी 11 Apr 2020 · 1 min read आएगी जग में फिर बहार संकट में हैं वतन । कर ले हम जतन ।। घर से न निकले । दूर दूर सबसे चले ।। मुँह पर मास्क लगाए । भीड़ में न कभी जाए... Hindi · कविता 2 408 Share जगदीश लववंशी 10 Apr 2020 · 1 min read आँगन में चिड़िया चहके आँगन में चिड़िया चहके । बाग उपवन में फूल महके ।। नभ में देखो सूरज चमके । प्रकृति खुश होकर दमके ।। झगड़े बचे न कोई दंगे । घर बैठे... Hindi · कविता 3 433 Share जगदीश लववंशी 9 Apr 2020 · 1 min read आ जाओ प्रभु तारणहार आ जाओ प्रभु तारणहार । लेकर अब कल्कि अवतार ।। कोरोना शत्रु बड़ा बलवान । छुप छुप कर मारे इंसान ।। यह अदृश्य निर्दयी है क्रूर । बिना बुलाए आता... Hindi · कविता 3 447 Share जगदीश लववंशी 8 Apr 2020 · 1 min read मुरझाए हुए छंद है । सब इंसान गए ठहर । कोरोना बरपाए कहर । यहाँ वहाँ जहाँ देखो, बस्ती बस्ती शांत है शहर । सारा संसार बंद है । अर्थव्यवस्था मंद है । व्याकुल सब... Hindi · मुक्तक 1 274 Share जगदीश लववंशी 7 Apr 2020 · 1 min read थोड़ा हँस भी दो ना वतन पर संकट लाया । एक रोग भयंकर आया । खतरे में पड़ी मानवता , चहुँओर अंधकार छाया । आओ मेरे वीर जवान । दिखाए हिन्द की शान । कंधे... Hindi · मुक्तक 2 1 293 Share जगदीश लववंशी 6 Apr 2020 · 1 min read सब कह रहे हैं सूनी सूनी रोड़ है । सूना सूना मोड़ है । सब कह रहे है, यही कोरोना का तोड़ है । घर में रहो डटे । लोगो से रहो कटे ।... Hindi · मुक्तक 2 346 Share जगदीश लववंशी 6 Apr 2020 · 1 min read घरों में कैद हैं घरों में कैद हैं । दिलो में छेद है । हो रहा उसका, सबको खेद है । प्रकृति को कर रुष्ट । स्वयं को किया नष्ट । मानव तू बड़ा... Hindi · कविता 273 Share जगदीश लववंशी 25 Mar 2020 · 1 min read माँ से प्रार्थना... है! माता पुकारे भक्त, कैसी आई विपदा । घर - घर विराजो माँ, लेकर सुख सम्पदा ।। हम करते आराधना, बालक तेरे नादान । दूर करो यह संकट, लेकर कोई... Hindi · कविता 458 Share जगदीश लववंशी 24 Mar 2020 · 1 min read प्रार्थना है ! ईश करता हूँ प्रार्थना, सब सुखी रहे ऐसी कामना, आप जग के हो पालनहार, कृपा कीजिए है ! करतार, आया है जग पर जो संकट, है ! प्रभू... Hindi · कविता 1 289 Share जगदीश लववंशी 21 Mar 2020 · 1 min read देश माँगता हमसे वचन आगे आए बचाने वतन, देश मांगता हमसे वचन, ये शत्रु बड़ा ही विकट, आ गया हमारे निकट, संभल जाए झटपट, करिए नहीं छल कपट, मानवता को बचाने आगे आए,, अपनी... Hindi · कविता 2 1 520 Share जगदीश लववंशी 20 Mar 2020 · 1 min read चलते चलते कहाँ पहुँच गया चलते चलते कहाँ पहुँच गया, क्या सोचा था, क्या हो गया, खोजते खोजते सागर सुख का, मिल गया देखो दरिया दुख का , बढ़ी जो सुख की यह लालसा, दिखा... Hindi · गीत 2 469 Share जगदीश लववंशी 18 Mar 2020 · 1 min read मैं कब हारा था.... मैं कब हारा था.......... बचपन में दौड़ा नंगे पाँव, पाने को ठंडी ठंडी छाँव, अनगिनत बार गिरकर उठा, मन में नही है कोई कुंठा, मैं कब हारा था........... माता पिता... Hindi · कविता 1 226 Share जगदीश लववंशी 17 Mar 2020 · 1 min read गाँव हमारा गाँव हमारा स्वर्ग समान , बसता यहाँ सारा जहान , होती भौर अति सुहावनी, लगती सबको लुभावनी , प्रेम स्नेह की गंगा बहती, हरियाली खूब लहराती, मंदिर में होती आराधना,... Hindi · कविता 1 698 Share जगदीश लववंशी 10 Mar 2020 · 1 min read आओ खेले होली यारा गाँव गाँव शहर शहर, रंगो से है तर बतर, बह रही स्नेह धारा, आओ खेले होली यारा, भुला आपस का बैर, फीका लागे प्रेम बगैर, सबसे निभाए भाई चारा, आओ... Hindi · कविता 1 297 Share जगदीश लववंशी 29 Feb 2020 · 1 min read कल जाने कौन कहाँ चला जाएगा आओ मिलकर बनाए, आज का दिन खास । मुस्कुराकर जी लेंगे, कुछ पल तुम्हारे पास ।। दिन बहुत हुए देखे बिन, तरस गए नैन । अकेले में मन परेशान, पाता... Hindi · गीत 2 545 Share जगदीश लववंशी 28 Feb 2020 · 1 min read जग प्रेम स्नेह का समन्दर है उठ जाओ हुई भौर । गलियों में शुरू शोर । कोई पुकार रहा है, महसूस करो चहुँओर ।। बागों में खिल उठे फूल । पकड़ो न बातों का तूल ।... Hindi · मुक्तक 3 234 Share जगदीश लववंशी 26 Feb 2020 · 1 min read दिल मे जिसका चित्र ==================== हर पल साथ रहता । मन की बात कहता । सबको खूब बहलाता, वो बिना रुके चलता ।। जब से पाया साथ । छोड़ा न कभी हाथ । वो... Hindi · मुक्तक 1 1 468 Share जगदीश लववंशी 25 Feb 2020 · 1 min read यही जीवन का सार है काम किसी के आ जाओ । स्वयं को धन्य तुम पाओ । यही जीवन का सार है, परहित में नाम कमाओ ।। यह धन और दौलत । नाम और शोहरत... Hindi · मुक्तक 2 2 369 Share जगदीश लववंशी 22 Feb 2020 · 1 min read नवरंग समाए बिन होली देखकर तेरी मेरी राहे । बहुत बेचैन ये निगाहें ।। एक दूजे को हम चाहे । सूनी पड़ी कब से बाहें ।। प्रेम का रिश्ता है अटूट । कैसे जाए... Hindi · कविता 2 417 Share जगदीश लववंशी 11 Feb 2020 · 1 min read जब चला शुद्ध का युद्ध जब चला शुद्ध का युद्ध.... गली गली शहर शहर, दिन रात हर पहर पहर, फैला था जो जहर जहर, बरपा रहा था कहर कहर, जब चला शुद्ध का युद्ध..... अमानक... Hindi · कविता 2 306 Share जगदीश लववंशी 27 Jan 2020 · 1 min read यह राष्ट्र हमारा है यह राष्ट्र हमारा है, जान से प्यारा है, आओ मिलकर खुशियाँ मनाए, गणतंत्र पर्व पर गीत गुनगुनाए, बह रही देखो स्वतंत्र हवाएं, मिलकर सब आनन्द उठाए, यह राष्ट्र हमारा है,... Hindi · कविता 2 1 312 Share जगदीश लववंशी 19 Jan 2020 · 1 min read धूप को तरसते गमले बदल गए लोग, बदल गए भोग, नहीं रही वो हवा, नहीं रही वो दवा, नैतिकता बेअसर, घुला मजहबी जहर, भूल गए सब शांति, जगह जगह अशांति, बची न लोक लाज,... Hindi · कविता 2 1 605 Share जगदीश लववंशी 9 Jan 2020 · 1 min read यादें तुम आ जाती हो, साँझ सवेरे । मन की गहराइयों, में बसी हो मेरे ।। बचपन की गलियों से, गुजर कर आती । तीज त्यौहार की उमंग, तुम हो लाती... Hindi · कविता 3 1 292 Share जगदीश लववंशी 5 Jan 2020 · 1 min read एकलव्य हिरण्य धनु का पुत्र हैं, जाति उसकी निषाद । द्रोण पास लेने चला,धनुष विद्या प्रसाद ।।१।। द्रोण ने देख जाति को, कर दिया अस्वीकार । सच्ची थी उसकी लगन, मान... Hindi · दोहा 4 3 393 Share जगदीश लववंशी 4 Jan 2020 · 1 min read चले जा रहे है चले जा रहे है, बिना सोचे हम । देख दुनिया को, बढ़े जा रहे है हम ।। हर क्षण अनमोल, लुटा रहे हम । भूल मुस्कान को, जी रहे है... Hindi · कविता 2 2 222 Share जगदीश लववंशी 1 Jan 2020 · 1 min read और मैं अकेला नव वर्ष की बेला, और मैं अकेला, जिनसे मिला उर, वही हैं आज दूर, पूस की हैं रात, हुई न हैं बात , चहुँओर हैं जश्न, झूम रहे है जन,... Hindi · कविता 2 228 Share जगदीश लववंशी 1 Jan 2020 · 1 min read कुछ यादें कुछ बातें कुछ यादें कुछ बातें, साथ मेरे रहती । समय गुजर जाता, वे संग संग चलती ।। हर्ष हो या विषाद हो, हो पथ पर चाहे जंग । सुनहरी होती यादें,... Hindi · कविता 3 1k Share जगदीश लववंशी 31 Dec 2019 · 1 min read जोगा किले की सैर सुबह सुबह कर योगा, चल दिये देखने जोगा, दिन आज सबसे छोटा, साथ थे भाई सब मोटा, मौसम था अति सुहावना, दृश्य भी बड़ा लुभावना, माँ नर्मदा का अथाह जल,... Hindi · कविता 2 306 Share जगदीश लववंशी 31 Dec 2019 · 1 min read किसान की रात धरा ने ओढ़ रखी, हरी भरी चुनरिया । मौसम हुआ सर्द , बह रही पुरवइया ।। पूस की ठंडी रात, बहुत लंबी होती । करवटे यूँ बदलते, रात नही बीतती... Hindi · कविता 2 461 Share जगदीश लववंशी 31 Dec 2019 · 1 min read यादें कुछ बातें इधर उधर खोज रहा था, उनके चरणों की रज। लगता ऐसा कल की बात हो, ढल गए कितने ही सूरज ।। ये पेड़ ये शिला अब भी खड़े है, कुछ... Hindi · कविता 2 462 Share जगदीश लववंशी 15 Dec 2019 · 1 min read शुद्ध के लिए युद्ध देखो हमारी रैली चली चली। जागरूकता फैलाने गली गली। होगी मिलावट दूर हमने ठाना, कभी न जाएगी जनता छली।। प्रदेश छोड़कर भागेंगे मिलावटखोर । मिलेगा नहीं अब उनको कहीं ठौर।... Hindi · मुक्तक 2 563 Share जगदीश लववंशी 8 Dec 2019 · 1 min read बना ले तू मधुर संबंध बना ले तू मधुर संबंध , छोड़ मोह माया बंधन । जगा ले सोई चेतना , कर ले अब ईश वंदन ।। सुख नाता तोड़ गया, प्रेम का पड़ा अकाल... Hindi · कविता 2 562 Share जगदीश लववंशी 11 Nov 2019 · 1 min read कालयवन (१) म्लेच्छ नरेश कालयवन, आया मथुरा द्वार । लेकर ईच्छा युद्ध की, लाया सेन अपार ।। (२) श्री कृष्ण रणछोड़ हुए, रखने शिव का मान । धर्म को बचाने चले,... Hindi · दोहा 2 483 Share जगदीश लववंशी 2 Nov 2019 · 1 min read गाँव का प्यार अनगिनत तुम्हारे उपकार । करूँ तुम्हे नमन बारम्बार ।। बचपन पास तुम्हारे बीता । हर सुख तुमसे ही मिलता ।। दिल की बात तुम्हे सुनाता । हर पल मैं तुमको... Hindi · कविता 2 440 Share जगदीश लववंशी 1 Nov 2019 · 1 min read तीज त्यौहार हमारे सब तीज त्यौहार । लाते खुशियों का उपहार ।। सब मिलजुल कर मनाते । प्रेम स्नेह भी खूब बहाते ।। बच्चे बूढ़े सब देखते । हर प्रथा खूब निभाते... Hindi · कविता 2 199 Share जगदीश लववंशी 1 Nov 2019 · 1 min read जब मिलते हैं यार (१) जब मिलते हैं यार । आ जाती हैं बहार ।। होती हैं फिर कुछ बातें । याद रहती हैं मुलाकातें ।। साथ जो भी पल बीते । कर याद... Hindi · कविता 3 1 314 Share जगदीश लववंशी 31 Oct 2019 · 1 min read एक दिन की सैर हम सब यार मिले । जंगल की सैर चले ।। गलियों से यूँ गुजरकर । चल दिए पगडंडी पर ।। नभ में थे बादल छाये । राह में भी कीचड़... Hindi · कविता 3 525 Share जगदीश लववंशी 20 Oct 2019 · 1 min read ध्रुव राजा उत्तानपाद का, हैं सुत ध्रुव महान । सौतेली माँ सुरुचि ने, बहुत किया अपमान ।। माता का आशीष ले, ध्रुव चला वन राह । छह माह कठिन तप किया,... Hindi · दोहा 2 266 Share जगदीश लववंशी 14 Oct 2019 · 1 min read किसान देखो जमीन बिक गई, गिरवी रखे मकान । फसल देख किसान हुए, कितने आज परेशान ।। कितने आज परेशान, अपना भाग्य कोस रहे । मौसम जाता रूठ, कैसे किसान दुःख... Hindi · कुण्डलिया 3 2 582 Share जगदीश लववंशी 13 Oct 2019 · 1 min read शरद पूर्णिमा आई हैं पूर्णिमा शरद । लेकर आनन्द सुखद।। फैल रहा हैं प्रकाश । धवल हुआ आकाश ।। ठंडी ठंडी बयार बहे । छूकर मन को कहे ।। देखो बरस रहा... Hindi · कविता 206 Share जगदीश लववंशी 7 Oct 2019 · 3 min read सत्य का साथ अपने काम मे मगन रहने पर भी, कभी - कभी मेरा मन मेरा साथ छोड़कर कहीं दूर चला जाता हैं । आज भी बैठे - बैठे त्रेता युग और द्वापर... Hindi · लेख 359 Share जगदीश लववंशी 7 Oct 2019 · 1 min read अंगद राम काज करने चला, किष्किंधा युवराज । सीता जी की खोज पर, राम ने किया नाज ।।1।। नल नील ने बांध लिया, खेल खेल में सेतु । वानर वीर पहुँच... Hindi · दोहा 1 277 Share जगदीश लववंशी 23 Sep 2019 · 1 min read बेटियाँ प्रार्थना मेरी सुनकर, मुझे मिला वरदान । घर में आई चेतना, हो रहे मधुर गान ।। उन्नति की राहें खुली, सुंदर लगा जहान । जीवन हुआ हैं सुखमय, खूब मिला... Hindi · दोहा 2 1 267 Share जगदीश लववंशी 15 Sep 2019 · 1 min read संतान सबकी होती कामना, सुखी रहे संतान । खूब नाम रोशन करें, जग में हो पहचान ।। जग में हो पहचान, सुत आज्ञाकारी बनें । छोड़े न कभी साथ, पूरे करें... Hindi · कुण्डलिया 438 Share जगदीश लववंशी 10 Sep 2019 · 1 min read माँ से प्यारी होती नानी माँ से प्यारी होती नानी, सुनाती हैं किस्से कहानी, कितना सुकून मिलता, जब उनके पास आता, भूल जाता अपने सारे काम, लगता जैसे आया तीर्थ धाम, जब उनके पास मैं... Hindi · कविता 467 Share जगदीश लववंशी 10 Sep 2019 · 1 min read ठहर जाओ बादल प्यारे सुनो हमारे मन का आह्वान, अर्ज करते हम किसान, देखो गलने लगी फसल, ठहर जाओ ऐ प्यारे बादल, धरती जलमग्न ताके अम्बर, पानी से भींग रहे तर बतर, किसी के... Hindi · कविता 231 Share जगदीश लववंशी 29 Aug 2019 · 1 min read हलधर हलधर करते मेहनत, बहे पसीना रोज । नित साहूकार ठगते, खूब मनाए मौज ।। खूब मनाए मौज, दाम सही न कभी मिले। खुशियाँ मनती खूब, जब हो भरपूर फसलें।। पर... Hindi · कुण्डलिया 2 1 277 Share Previous Page 6 Next