जगदीश लववंशी 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next जगदीश लववंशी 5 Jun 2020 · 1 min read जाग उठ रे इंसान जाग उठ रे इंसान, बसा ले तू जहान, आओ देखें हमारे चारो ओर, कटे हुए पड़े हुए पेड़ो के छोर, घनी बस्ती में होता हुआ शोर, आने वाला एक अंधेरा... Hindi · कविता 2 4 264 Share जगदीश लववंशी 4 Jun 2020 · 1 min read हमसे हो न कोई दुःखी... आ जाए अपना कोई, इंतजार कर रहे । मन को बहुत समझाते, वेदना कैसे सहे ।। वो हँसी खिलखिलाती, बहुत याद आती । भौर हो सुहावनी शाम हो, चेतना वही... Hindi · कविता 3 2 493 Share जगदीश लववंशी 2 Jun 2020 · 1 min read प्रीत.. बनी रहे ऐसी ही प्रीत । खुश रहे सदा मन मीत।। जीवन में हो सुंदर गीत । खुशियाँ जाए न कभी बीत ।। तुम पाओ हर पल जीत । खुशी... Hindi · कविता 2 378 Share जगदीश लववंशी 31 May 2020 · 1 min read संघर्ष... " दुःखों से घबराया नहीं, किये बहुत संघर्ष । हर परिस्थिति का सामना कर, पाया मैंने यह हर्ष ।। हर पल कर्म किया, अपनी राह स्वयं बनाई । आँसू तो... Hindi · कविता 3 293 Share जगदीश लववंशी 30 May 2020 · 1 min read बिटिया होती प्यारी... बिटिया होती प्यारी, घर की राज दुलारी, घर आँगन महकते, जब उसके कदम पड़ते, लक्ष्मी का वह रूप है, देखो सुंदर स्वरूप हैं, जब गुड़िया चलती हैं, धरा भी छूने... Hindi · कविता 2 4 258 Share जगदीश लववंशी 29 May 2020 · 1 min read मेरी संगिनी मेरी कलम.. मेरी संगिनी मेरी कलम, सच कहूँ उसकी कसम, उसके बिना कितना अधूरा, कैसे होगा जीवन पूरा, पल पल तुम याद आती, देखो कितना तड़पाती, जब तक न गुनगुनाऊँ गीत, लेखनी... Hindi · कविता 3 1 420 Share जगदीश लववंशी 28 May 2020 · 1 min read जीवन होगा फिर से सुंदर... कब थमेगा, कब रुकेगा, यह रोग का शोक, कब से सूने है चौक, पुकार रही गली गली, लौटा दे हँसी खिली खिली, कैसा बरस रहा कहर, यह कोरोना का जहर,... Hindi · कविता 282 Share जगदीश लववंशी 27 May 2020 · 1 min read आँसू अब पोंछ डाल... आँसू अब पोंछ डाल, मत हो इतना बेहाल, देखो सुख दुःख आते जाते, हमको रुलाते हमको हँसाते, नहीं होता इनका कभी अंत, थोड़े से मन को बना लो संत, दिन... Hindi · कविता 2 1 344 Share जगदीश लववंशी 26 May 2020 · 1 min read गुड मॉर्निंग.... गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग, उठ जाओ डार्लिंग ,उठ जाओ डार्लिंग, देखो सूरज छत पर आया, सुहावनी नव भौर लाया, सुनो पक्षियों की चहचाहट, गलियों में बच्चों की आहट,... Hindi · कविता 319 Share जगदीश लववंशी 25 May 2020 · 1 min read जीवन... बार बार नहीं मिलता, जीवन का यह प्यार । धर्म कर्म के काज से, पाते यह संसार ।। ऐसा कुछ कर जाइए, याद रखें संसार । माटी का कर्ज उतरे,... Hindi · दोहा 4 1 343 Share जगदीश लववंशी 24 May 2020 · 1 min read देश सँवारना होगा ... बरसो गुजर गए, देखे अपना मुख, सबके दुःख से, भूल गया अपना सुख, सोचा था सुंदर होगा,तेरा यह जहान, क्या क्या सजा कर रखे थे, मैंने अरमान, सब धुल गए... Hindi · कविता 2 2 378 Share जगदीश लववंशी 23 May 2020 · 1 min read बढ़े चलो बढ़े चलो... बढ़े चलो बढ़े चलो वीर तुम बढ़े चलो, यह घड़ी इम्तिहान की यह सीख ले चलो, हो रहा जो बचाने जीवन का संघर्ष, फिर से आएंगे दिन भरे हुए हर्ष,... Hindi · कविता 1 2 477 Share जगदीश लववंशी 22 May 2020 · 1 min read प्रार्थना !.. है ! ईश्वर दुःखित है संसार, विपदा आई है द्वार द्वार, भटक रहे है सब मारे मारे, अपनी किस्मत से हारे हारे, देखो धरा पर है उथल पुथल, क्या होगा... Hindi · कविता 3 2 360 Share जगदीश लववंशी 21 May 2020 · 1 min read आओ मिलकर योग करें आओ मिलकर योग करें, एक दूजे का सहयोग करें, स्वास्थ्य जीवन का आधार, सबका इस पर अधिकार, नित प्रातः कीजिए योग, सदा रहोगे फिर निरोग, मन प्रसन्न तन पुलकित, लाभ... Hindi · कविता 5 1 332 Share जगदीश लववंशी 21 May 2020 · 1 min read मेरी लेखनी... एक छोटी सी मुलाकात, फिर हुई मीठी मीठी बात, खुल गए दिल के द्वार, जीवन में आई नई बहार, हर पल रहती मुस्कान, गुनगुनाता दिल मधुर गान, खुशियों भरी होती... Hindi · कविता 6 4 300 Share जगदीश लववंशी 20 May 2020 · 1 min read जीवन गीत खुशी लेना खुशी देना, है यही जीवन गीत, सुख आते दुःख आते, फिर जाते है बीत, कोई रोता कोई हँसता, यही जीवन की रीत , कोई अपना कोई पराया, ऐसी... Hindi · कविता 6 2 467 Share जगदीश लववंशी 19 May 2020 · 1 min read कविता..... जब से तुम आई हो, जग में बहार लाई हो, जो था कभी सूनापन, बन गया अब अपनापन, देखने तेरी झलक, अपलक हुए पलक, नयन करें इंतजार, दर्श दिखाओ एक... Hindi · कविता 2 2 462 Share जगदीश लववंशी 18 May 2020 · 1 min read जग के दोहे-2.... कितना आसान लगता , मढ़ देना आरोप । सत्य झूठ जाने बिना, देते हो तुम थोप ।। भेड़ो की चाल चलकर, जाते उनकी राह । सोचकर निज विवेक से, सच... Hindi · दोहा 2 2 485 Share जगदीश लववंशी 17 May 2020 · 1 min read बुला रहे है गाँव मेरे... बुला रहे है गाँव मेरे , छोड़ कर शहर तेरे , गाँव में हैं घर मेरा , प्रेम स्नेह का हैं बसेरा, धूल धुँआ हैं कोसो दूर , माटी पर... Hindi · कविता 3 2 389 Share जगदीश लववंशी 16 May 2020 · 1 min read ऐसा कब हो.... ऐसा कब हो... खुशियों के पल , न कोई कोलाहल , अपनो का हाथ, रिश्तों का साथ, परिवार का सहारा, फिर कैसे जाए हारा? यह जो है सबका संग, भरते... Hindi · कविता 2 1 515 Share जगदीश लववंशी 15 May 2020 · 1 min read धैर्य धारण करना होगा ... आसमान उगल रहा आग । हम कहाँ जाए अब भाग ।। जल रहे है हमारे पाँव । दिखती नही कोई छाँव ।। स्वार्थ के आगे सब बेबस । बचा नहीं... Hindi · कविता 3 2 360 Share जगदीश लववंशी 14 May 2020 · 1 min read आओ प्रेम स्नेह बढ़ाए आओ सीखे शिष्टाचार । सबसे करें सही व्यवहार ।। कभी न करें किसी से छल । दुःखमय बन जाता कल ।। क्षणिक मिलता इससे सुख । फिर मलिन हो जाता... Hindi · कविता 4 2 355 Share जगदीश लववंशी 12 May 2020 · 1 min read तितली.... तितली आई तितली आई । मन में खुशियाँ भर लाई ।। रंग बिरंगे पंख फैलाकर । फूल फूल से रस भरकर ।। देखो कितनी इठला रही । पल भर का... Hindi · कविता · बाल कविता 2 4 625 Share जगदीश लववंशी 12 May 2020 · 1 min read मित्र.... मित्र बिना सूना संसार । लगते अधूरे अधूरे संस्कार ।। मित्र दिखाता जीने की राह । मन में भरता है उत्साह ।। जब जब संकट आन पड़े । मित्र रहते... Hindi · कविता 5 2 323 Share जगदीश लववंशी 9 May 2020 · 1 min read आओ साथी मिलकर मदद करें आओ साथी आओ साथी, हम सब मिलकर मदद करें । थोड़े थोड़े अपने सहयोग से, पुण्य का यह घड़ा भरे ।। मजदूर हमारे भाई है, सच्चे भारत वासी है ।... Hindi · कविता 2 2 231 Share जगदीश लववंशी 8 May 2020 · 1 min read रोटी रोटी की लगाकर आस , गाँव छोड़ चला था शहर । आई एक विपदा भारी, टूट पड़ी बनकर कहर ।। अपना पसीना सींच सींच कर, मालिक को किया मालामाल ।... Hindi · कविता 2 296 Share जगदीश लववंशी 7 May 2020 · 1 min read मैं बेबस बैठा हूँ मैं बेबस बैठा हूँ, कब से रूठा हूँ, देख कर प्यारे प्यारे जन, मन होता था अति प्रसन्न, जा रहे सब हमे छोड़, जग के रिश्तों को तोड़, जिनकी गोदी... Hindi · कविता 2 326 Share जगदीश लववंशी 6 May 2020 · 1 min read (शराब) देखो शराब की तड़प । करा रही यहाँ वहाँ झड़प । नशा जब जब चढ़ता सिर, सब कुछ लेता हमसे हड़प ।। चाहे भूखे रहे उनके बच्चे । सब कहे... Hindi · मुक्तक 3 2 318 Share जगदीश लववंशी 5 May 2020 · 1 min read संवाद -कोरोना के साथ जन:- कौन है कहाँ से चला, सच कह तेरा भेद । कितना निर्मम निर्दयी, होता तुझे न खेद ।। कोरोना:- मैं आया हूँ चीन से, लाया हूँ उपहार । आओ... Hindi · दोहा 2 2 520 Share जगदीश लववंशी 4 May 2020 · 1 min read आओ घर बैठे करें कुछ काम आओ घर बैठे करें कुछ काम । जिससे सुहावनी बन जाए शाम ।। चल रहा है गर्मी का मौसम । पक्षियों के लिए होता पानी कम ।। छत आँगन में... Hindi · कविता 2 4 295 Share जगदीश लववंशी 3 May 2020 · 1 min read जीतेंगे हम एक दिन सब थम चुका, रुक गई हलचल । साँसों को बचाने, लड़ रहे पलपल ।। कितना समझा रहे, फिर भी माने न लोग । मोहल्ले में आ गया, फिर भी जाने... Hindi · कविता 2 7 253 Share जगदीश लववंशी 2 May 2020 · 1 min read नभ की सैर आओ बच्चों करो न देर । चलते करने नभ की सैर ।। देखो टिमटिम करते तारे । लग रहे है कितने प्यारे ।। चमक रहे है चंदा मामा । सबके... Hindi · कविता · बाल कविता 1 4 723 Share जगदीश लववंशी 1 May 2020 · 1 min read बचपन का बखान आम के बगीचे से खाते आम । खेल खेल कर थकते हर शाम ।। खजूर तेंदू करौंदे और सीताफल। अमरूद कबीट खाते रामफल ।। जंगल जाकर तेंदू पत्ते भी तोड़े... Hindi · कविता 2 2 504 Share जगदीश लववंशी 30 Apr 2020 · 1 min read छोड़ो न कभी सत्य राह जब जब होती है व्यथा । बन जाती है एक कथा ।। कष्ट सहकर ही निखरते । चोट से ही हीरे बिखरते ।। गिरने से चलना सीखा । मधुर गान... Hindi · कविता 1 2 353 Share जगदीश लववंशी 29 Apr 2020 · 1 min read समय - अबूझ पहेली समय जब करवट लेता । सब कुछ पलट देता ।। आँखों देखी एक कथा । छुपी जिसमे मेरी व्यथा ।। भीड़ भरी थी एक बाकर । अनगिनत थे यहाँ नौकर... Hindi · कविता 1 4 426 Share जगदीश लववंशी 28 Apr 2020 · 1 min read भौर का नजारा आओ देखे भौर का नजारा । यह है प्राकृति का सहारा ।। बह रही है शुद्ध हवा । देखो बनकर एक दवा ।। न धुँआ है न कोई धूल ।... Hindi · कविता 1 4 592 Share जगदीश लववंशी 27 Apr 2020 · 1 min read परछाई न पकड़ी जाती धीरे धीरे चुपके चुपके, आ जाती हैं निंदिया । जब निहारता हूँ उनको, नजर आती है बिंदिया ।। सूरज कहूँ या चंदा, इतना उज्ज्वल चरित्र । यहाँ वहाँ जहाँ देखूँ... Hindi · कविता 3 4 415 Share जगदीश लववंशी 26 Apr 2020 · 1 min read रिश्ते आओ आओ बच्चों प्यारे प्यारे । लेकर आया कहानी के चटकारे ।। आओ चले रिश्तों की पाठशाला । बनाने एक सुंदर संबंधों की माला ।। घर परिवार के रिश्ते संजोए।... Hindi · कविता · बाल कविता 2 4 532 Share जगदीश लववंशी 25 Apr 2020 · 1 min read दिल के पास जिसकी दस्तक दिल के पास जिसकी दस्तक । रहता हूँ जिसके लिए नत मस्तक ।। देश विदेश और धर्म संस्कृति । वेद पुराण ज्ञान विज्ञान की कृति ।। सखा जैसा स्नेह सदा... Hindi · कविता 1 1 533 Share जगदीश लववंशी 24 Apr 2020 · 2 min read साहस भरी यात्रा... सुनो सुनो एक हमारी दास्तान । साहस भरी यात्रा का ऐलान ।। हम मित्र मिले बचपन में चार । जाना था गाँव किया विचार ।। उन दिनों की हैं यह... Hindi · कविता 2 366 Share जगदीश लववंशी 24 Apr 2020 · 1 min read बच्चों की अठखेलियाँ बच्चें होते कितने प्यारे, माता पिता के दुलारे , सुन कर उनकी बोली, खुशियों से भरती झोली, घर आँगन खिल उठते, हर मन में फूल खिलते, जब सुनते घुँघरू के... Hindi · कविता 244 Share जगदीश लववंशी 23 Apr 2020 · 1 min read सखा मेरा , मुझको प्यारा जिसको कहता मैं मित्र । दिल मे रखता उसका चित्र ।। वो मेरा होता है अभिन्न । कैसे फिर मैं हो जाऊँ भिन्न ।। अगर वो दुःख से पीड़ित ।... Hindi · कविता 2 2 411 Share जगदीश लववंशी 22 Apr 2020 · 1 min read धरा को बचाने ढूँढे विकल्प धरती कर रही पुकार । प्रदूषण मचाता हाहाकार ।। नित्य कट रहे पेड़ हरे हरे। जंगल भी देखो है डरे डरे ।। बंजर भूमि आँसू बहाती । बदहाली की कहानी... Hindi · कविता 2 2 448 Share जगदीश लववंशी 21 Apr 2020 · 1 min read मेरी आरजू - मेरा स्वास्थ्य मेरी है एक आरजू, तेरा ही नाम भजूँ , इस नश्वर तन में, विचलित मन मे, रखूँ तेरा ही ध्यान , मिलता तुझसे ज्ञान, हर सुख का तू आधार, सपने... Hindi · कविता 2 416 Share जगदीश लववंशी 20 Apr 2020 · 1 min read कब आएगा शुभ समाचार ///शुभ समाचार/// कब आएगा शुभ समाचार । कब लाएगी भौर नई बहार । कब होगा दूर कोरोना रोग, जग में नित हो रहा हाहाकार ।। हम छोड़ चुके हाथ मिलाना... Hindi · मुक्तक 556 Share जगदीश लववंशी 19 Apr 2020 · 1 min read कुछ जरूरी हाथ रखें मुँह से दूर । पल पल धोए जरूर ।। मास्क सदा ही लगाए । घर रहकर फर्ज निभाए ।। बिना वजह बाहर न निकले । सब एक दूसरे... Hindi · कविता 1 250 Share जगदीश लववंशी 18 Apr 2020 · 1 min read डॉक्टर और जवान पुलिस हमारी आपको, देती है संदेश । घर से बाहर न निकले, सुरक्षित रहे देश ।। खड़े है चौक चौक पर , भारत माँ के लाल । आप सुरक्षित घर... Hindi · दोहा 385 Share जगदीश लववंशी 17 Apr 2020 · 1 min read बेबस इंसान देखो कितना बेबस इंसान । चूर चूर उसका अभिमान ।। प्रकृति से जो कि छेड़छाड़ । अब रोता है भरकर दहाड़ ।। सबको जीने का अधिकार । स्वतंत्र रहकर करने... Hindi · कविता 523 Share जगदीश लववंशी 16 Apr 2020 · 1 min read जीवन जीवन, कैसे कैसे खेल दिखाता । पल में हँसाता, पल में रुलाता । जो होते जीवन मे सबसे प्यारे , छीन उन्हें हमसे वो ले जाता ।। जग में कर... Hindi · मुक्तक 1 245 Share जगदीश लववंशी 15 Apr 2020 · 1 min read माटी का कर्ज जिस माटी में जन्म लिया, चुकाना उसका कर्ज है । देश हित में सोचना , यह हम सबका फर्ज है ।। हर भारत वासी खुश रहे, यही ईश से अर्ज... Hindi · कविता 1 1k Share Previous Page 5 Next