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2 May 2020 · 1 min read

नभ की सैर

आओ बच्चों करो न देर ।
चलते करने नभ की सैर ।।

देखो टिमटिम करते तारे ।
लग रहे है कितने प्यारे ।।

चमक रहे है चंदा मामा ।
सबके मन भाते चंदा मामा ।।

वो देखो उत्तर दिशा का तारा ।
ध्रुव अचल अटल सत्य सहारा ।।

देखो लाल तारा चमकीला ।
मंगल ग्रह है ऐसा अकेला ।।

सबसे तेज चमकता तारा ।
शुक्र ग्रह है करें दूर अंधेरा ।।

सात तारो का समूह देखो ।
सप्त ऋषि कहते है सीखो ।।

नभ में अनगिनत है तारे ।
सब दूर दूर है कितने सारे ।।

सूरज से भी बड़े होते तारे ।
क्योंकि दूर हमसे है वो सारे ।।

देखो असंख्य तारो का समूह ।
कहते आकाश गंगा का व्यूह ।।

जो जन धरा से छूट जाते ।
वो नभ में तारे बन जाते ।।

आओ बच्चों करो न देर ।
चलते करने नभ की सैर ।।

।।जेपीएल।।

1 Like · 4 Comments · 635 Views
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