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13 Oct 2019 · 1 min read

शरद पूर्णिमा

आई हैं पूर्णिमा शरद ।
लेकर आनन्द सुखद।।

फैल रहा हैं प्रकाश ।
धवल हुआ आकाश ।।

ठंडी ठंडी बयार बहे ।
छूकर मन को कहे ।।

देखो बरस रहा बाहर ।
नभ से अमृत हर पहर ।।

बना शुभ योग प्रहरी ।
कहते सब गज केसरी ।।

चन्द्र दिखा रहा पूर्ण कला ।
कर दर्शन मन हुआ उजला ।।
।।।जेपीएल।।

Language: Hindi
192 Views
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