Anamika Singh 380 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Anamika Singh 6 Jun 2022 · 1 min read जो आया है इस जग में वह जाएगा। कौन है जो इस जग में हमेशा के लिए रहने आया है। कहाँ कोई इस जग से कुछ लेकर जा पाया है। फिर भी ऐ मुर्ख इंसान क्यों जीवन भर... Hindi · कविता 7 4 679 Share Anamika Singh 6 Jun 2022 · 1 min read हम आजाद पंछी आजादी है जीवन मेरा हमें आजाद रहने दो। ईश्वर ने दिये है हमें पंख हमें खुले आसमान में उड़ने दो। हम पंछी आजाद गगन के पिंजरे में न रह पाएँगे।... Hindi · कविता 5 6 2k Share Anamika Singh 5 Jun 2022 · 2 min read जाको राखे साईयाँ मार सके न कोय मेरे घर के आगे हे सेमल का पेड़ है। पेड़ काफी ऊँचा,बड़ा और घना है । उस पर कई चिड़ियों ने अपना डेरा डाल रखा है। उस पर कौआ और... Hindi · कविता 4 11 384 Share Anamika Singh 5 Jun 2022 · 1 min read रफ्तार माना की रफ्तार जीवन के लिए है जरूरी । पर रफ्तार में संयम होना सबसे है जरूरी। रफ्तार में संयम हो अगर, सही दिशा पर ले जाता है। देर भले... Hindi · कविता 8 8 495 Share Anamika Singh 5 Jun 2022 · 1 min read समय का सदुपयोग दौड़ो भागों समय के साथ, समय नहीं रुकेगा आज। चलना है तो संग -संग चलकर , पूरे कर लो अपने काज। समय का जो पहिया हमेंशा घूमता ही रहता है।... Hindi · कविता 8 10 1k Share Anamika Singh 4 Jun 2022 · 3 min read पिता का दर्द एक बेटी के लिए पिता सब कुछ होता है और एक पिता के लिए बेटी उसका दिल। जिसे पाने पर सबसे बड़ी खुशी मिलती है और जिससे बिछड़ने पर सबसे... Hindi · कविता 5 5 2k Share Anamika Singh 4 Jun 2022 · 1 min read कर्म करो सपनों में तुम रखों आस्था और कर्म किए तुम जाओ। रखो ईश्वर में तुम विश्वास और गिरने से न तुम घबराओं। आए समस्याएँ जो राहों में तुम संयम के साथ... Hindi · कविता 3 4 273 Share Anamika Singh 4 Jun 2022 · 1 min read पथ पर बैठ गए क्यों राही पथ पर बैठ गए क्यों राही अभी चलना है तुम्हें बड़ी दूर। मंजील तुम्हें छुना है अगर तो कदम बढ़ाते रहना तुम जरूर। जब तक तुम खुद को घिसोंगे नहीं... Hindi · कविता 3 4 280 Share Anamika Singh 3 Jun 2022 · 3 min read शहीद की आत्मा मैं शहीद की आत्मा आज अपनी अर्जी लगा रहा हूँ । अपनी फरियाद लेकर अपने देशवासियों के बीच आया हूँ । जब तक जिंदा था में देश के लिए जीता... Hindi · कविता 4 8 525 Share Anamika Singh 3 Jun 2022 · 2 min read सुरज दादा सुरज दादा इतनी जल्दी तुम कैसे उठ जाते हो। अपने अन्दर इतनी तेज तुम कहाँ से लाते हो। बताओं हमें सुरज दादा तुम आखिर क्या खाते हो। कितना आग भरा... Hindi · बाल कविता 1 349 Share Anamika Singh 2 Jun 2022 · 1 min read कल्पना जिन्दगी के थपेंड़ो से कई बार जब सपने आँखो में ही दम तोड़ जाते है। जिन्दगी को जीने की इच्छा खत्म होने लगती है। कई बार बुझते दिये की लौ... Hindi · कविता 6 2 249 Share Anamika Singh 2 Jun 2022 · 1 min read धीरे-धीरे कदम बढ़ाना जीवन पथ का राह कठीन है आगे मुश्किल भरा सफर है कई शूल बिछे है राहों में सोच - समझकर कदम ले जाना। राही तुम धीरे-धीरे कदम बढाना। सपनों की... Hindi · कविता 4 2 836 Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 1 min read हम सब एक है। हम सब है भारतवासी देश हमारा एक । रंग -रूप है अलग - अलग पर दिल हमारा एक। एक हमारी धरती सबकी गगन हमारा एक। अलग - अलग है बोली... Hindi · कविता 6 4 1k Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 6 min read धोखा यह कहानी एक ऐसे दर्द को बयान करती है जिसे प्यार में धोखा और सिर्फ धोखा ही मिला। रिशतों के नाम पर सब बेवफा ही मिला। यह कहानी सबिता की... Hindi · कहानी 4 5 1k Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 2 min read फूल और कली के बीच का संवाद (हास्य व्यंग्य) कलियों ने फूलों से कहा! बहन आजकल यह मनुष्य जाति कर क्या रहे है ! अपने भाव दिखाने के लिए हर जगह हमें साथ ले जा रहे है। इनके दिल... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 8 1k Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 2 min read चल-चल रे मन चल - चल रे मन शहर से अपने गाँव में। यह शहर लगे है हमें अजनबी सा डेरा। यहाँ कोई नहीं है तेरा , सब करते रहते है लोग यहाँ... Hindi · कविता 3 2 877 Share Anamika Singh 31 May 2022 · 1 min read माई री [भाग२] ओ माई मेरी ओ माई मेरी करके तु मेरी विदाई, मुझे अकेला क्यों छोड़ दिया। तुझको क्या मालूम है माई री तेरे बीन मैं हो गई कितनी अकेली। कोई नहीं... Hindi · कविता 4 316 Share Anamika Singh 31 May 2022 · 1 min read माई री ,माई री( भाग १) माई री ,माई री, क्यों छोड़ दिया मेरा हाथ, क्यों छोड़ दिया मेरा साथ। क्यों मुझको तुमने इतना सजाकर, भेज दिया किसी और के साथ। कब से तुम इतनी पत्थर... Hindi · कविता 4 2 353 Share Anamika Singh 31 May 2022 · 1 min read यह चिड़ियाँ अब क्या करेगी आँधी आई आज जोर से टूट गई कितनी डाली । सड़के गलियाँ चारों तरफ बिखरी थी सिर्फ डाली ही डाली। साथ में कितने चिड़ियों का घोंसला टूट गया है आज।... Hindi · कविता 6 6 345 Share Anamika Singh 30 May 2022 · 1 min read एक किताब लिखती हूँ। चल जिन्दगी तुम पर मैं आज एक किताब लिखती हूँ । क्या पाया क्या खोया मैंने आज उसका हिसाब-किताब करती हूँ। अपने बीते हुए गम का मैं आज आँसु लिखती... Hindi · कविता 5 4 606 Share Anamika Singh 30 May 2022 · 2 min read मैं द्रौपदी, मेरी कल्पना मैं द्रौपदी ! आज अपनी व्यथा सुनाने आई हूँ। महाभारत युद्ध कराने का, जो कंलक लगा है मुझ पर, मै उसे मिटाने आई हूँ । पुरुषों की इस दुनियाँ ने... Hindi · कविता 5 4 565 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read अधुरा सपना एक अधुरा सपना मेरा बार -बार आकर मेरे दिल पर दस्तक देता रहता है । लाख भुलाना चाहूँ पर वह मुझे भुलने नहीं देता है। याद दिलाकर वह मेरे सपने... Hindi · कविता 10 8 506 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read इच्छाओं का घर इच्छाओं का अपना कोई घर कहाँ होता है। जब तक इच्छा हकीकत में न बदले उसका वजूद कहाँ होता है। जब तक तुम मेहनत न करो मंजील तुम्हें कहाँ मिलता... Hindi · कविता 3 2 272 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read गर्भ से बेटी की पुकार गर्भ में पल रही बेटी बोल रही थी बार-बार। माँ-पापा मुझे लेने देना अपने जीवन का आकार। मैं भी हूँ तेरे घर की ही एक चिराग। जलने से पहले न... Hindi · कविता 2 539 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read मन के गाँव ज्ञान का दिया जलाओं तुम अपने अंधेरे मन के गाँव में देखो कैसे अंधेरा मिटता है उस दिया के छाँव में। माना फँसा हुआ है तु अभी नदी के बीच... Hindi · कविता 4 2 768 Share Anamika Singh 28 May 2022 · 1 min read इंतजार तुम जो आए ,आ गया मेरे जीवन में बहार । तेरे आने से मेरे जीवन में महक उठा फिर से गुलजार। मेरे शुष्क पड़े इस जीवन में पहली बारिश बनकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 425 Share Anamika Singh 28 May 2022 · 3 min read लड़के और लड़कियों मे भेद-भाव क्यों समाज में लड़कियों के प्रति हो रहे दोहरे चरित्र को देखकर, मेरे मन में यह ख्याल बार-बार आता है! क्यों समाज में आज भी लड़के - लड़कियों के मामले में... Hindi · कविता 4 2 3k Share Anamika Singh 27 May 2022 · 1 min read सफलता की कुंजी । यह जीवन एक असुलझी पहेली है। इससे मिलने वाले चुनौती को तुम स्वीकार करो। सुख और दुख दो जीवन के पहलू है, इनका न तुम तिरस्कार करो। अपनी अन्दर की... Hindi · कविता 3 4 415 Share Anamika Singh 27 May 2022 · 3 min read बचपन की यादें। याद बहुत आता है हमकों वह बचपन वाला दिन, रिंकु, टिंकु चिंटु, पिंटु, समीर और सुरभी के साथ बिताएँ मस्ती वाले दिन खेल - खेल बीत जाता था सारा सारा... Hindi · कविता 3 5 795 Share Anamika Singh 26 May 2022 · 1 min read सफर साहित्यपीडिया मंच के साथ मेरा एक महीने का यह सफर रहा बहुत दिलचस्प और सुहाना इस सफर में मुझे कई लेखको द्वारा मुझे मिला बहुत सहयोग, ढेर सारा ज्ञान मिला... Hindi · मुक्तक 2 235 Share Anamika Singh 26 May 2022 · 2 min read प्रकृति का क्रोध प्रकृति क्रोध में भर कर आई, और लगी हम पर चिल्लाने। बोली, ए इंसान! तुम कैसे एहसानफरोश हो। जिसने दिया है तुमको जीवन का दान। तुम उसी का प्राण धीरे-धीरे... Hindi · कविता 3 3 755 Share Anamika Singh 26 May 2022 · 1 min read हमें तुम भुल गए तुम शहर को क्या गए सजना, पलटकर न देखा हमें एक बार। लिखा कई संदेश मैंने तुम्हें पर तुमनें उत्तर न दिया एक बार। जब शहर को तुम जा रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 269 Share Anamika Singh 26 May 2022 · 1 min read मैं बेटी हूँ। मैं बेटी इस सृष्टि की हूँ सबसे अद्भुत रचना। मैं न होती तो तुम क्या होते जरा यह कहना! मेरे ही रूप है , माँ पत्नी और बहना। मैं न... Hindi · कविता 6 4 795 Share Anamika Singh 26 May 2022 · 1 min read वेवफा प्यार मैं तेरे प्यार में इतना डूबी, तेरे सिवा इस दुनिया में मुझे कुछ भी नही नजर आया । जब भी ईश्वर के दर पर, कुछ मांगने को मै गई। तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 361 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 1 min read जीवन मे कभी हार न मानों हार न मान तू अपने जीवन में इतनी जल्दी न टूटकर बिखर। खुद को समेट ले तू कसकर रख हौसला अपने ऊपर फिर जाके तुम एक रोज निखरेगा। ढल रहा... Hindi · कविता 2 2 310 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 3 min read शहीद बनकर जब वह घर लौटा फोन की घंटी बजी। पत्नी ने उठाई। उधर से अफसोस जताते हुए, एक आवाज आई। हमारे सैनिक भाई शहीद हो गये हैं। पत्नी बेचारी बेसुध सी हो गई वह क्या... Hindi · कविता 5 9 440 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 1 min read सत्य कभी नही मिटता सत्य आजकल दब रहा है झुठी - झुठी बातों से, होठों ने भी सीख लिया है हँसना झुठी बातों पर। जीवन के इस चौसर पर हार रहे है सत्यवादी, झूठो... Hindi · कविता 6 2 966 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 2 min read पापा आप हमें बताओ पापा! इतना प्यार कहाँ से लाते हो। अपने अन्दर ढेर सारा प्यार छुपाकर, कैसे खुद को सख्त दिखलाते हो। हम सब को अच्छा इंसान बनाने के लिए,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 8 590 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 1 min read कर्म ही पूजा है। नित करो तुम कर्म अपना राह खुद अपना बनाओ। मंजिल तुम्हें छुना है तो संघर्ष करो आगे बढ़ जाओ। यह जीवन कठीन डगर हैं लड़ना है तुम्हें हर दिन। भिड़ना... Hindi · कविता 6 2 2k Share Anamika Singh 24 May 2022 · 1 min read मेरी लेखनी न मैं कविता लिखती हूँ। न लिखती हूँ मैं काव्य। मै लिखती जन-जन का आँसू , मैं लिखती प्रकृति का दर्द। किसी को अच्छा लगे न लगे मैं हमेशा चोट... Hindi · कविता 8 10 952 Share Anamika Singh 24 May 2022 · 2 min read मेरे पापा मैं अपने पापा के गुणों को पूरा लिख सकूँ, वह कलम कहाँ से लाऊँ। कलम अगर मिल भी जाए तो, मेरे पापा के गुणों का पूरा अर्थ लिख सके, वह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 10 498 Share Anamika Singh 24 May 2022 · 1 min read शिव शम्भु मेरे शिव है भोले भाले यह है दुनियाँ के रखवाले। जिनकी महिमा है अनन्त जिनका आदि है न अंत। जो है कालों के महाकाल, जिनका कण-कण मे है वास। जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1k Share Anamika Singh 23 May 2022 · 2 min read पानी की कहानी, मेरी जुबानी पुराणों में हमने सुनी अमृत विष की कहानी, एक बार मेरे मन ने इसको जानने को ठानी। मैंने लोगों से पूछा! यह अमृत विष की क्या है कहानी। बोले लोग... Hindi · कविता 5 8 765 Share Anamika Singh 22 May 2022 · 2 min read आज की नारी हूँ युग बदला , अब मैं भी बदल गई हूँ। मैं आज की नारी हूँ। स्वाभिमान से जीने लगी हूँ। पुरुषो के कदम से कदम मिलाकर चलने लगी हूँ। अब मैं... Hindi · कविता 5 4 449 Share Anamika Singh 21 May 2022 · 1 min read माँ क्या लिखूँ। माँ तेरी ममता का, मेरा कलम भी कायल हो गया । लिखने चला जो तेरी ममता को, वह खुद ही घायल हो गया। कलम बेचारा छोटा सा, तेरी महिमा है... Hindi · कविता 5 7 533 Share Anamika Singh 20 May 2022 · 1 min read मैं मेहनत हूँ सूरज की किरणों के संग-संग मेहनत दौड़ी - दौड़ी आई। बोली अब तुम सब उठ जाओ, लग जाओ मुझे अपनाने में । जीवन का डगर बहुत कठिन हैं, मैं आई... Hindi · कविता 4 2 293 Share Anamika Singh 20 May 2022 · 1 min read फरियाद जनता आज कर रही है फरियाद। सुन लो मेरे ओ सरकार। अब तो महंगाई को कर दो, देश से तड़ीपार। अब बहुत सह लिया हम सब ने, अब सहा नही... Hindi · कविता 6 4 445 Share Anamika Singh 20 May 2022 · 1 min read शहीद का पैगाम! सुनो सुनो देश पर शहीद होने वाले सैनिक का पैगाम"! देश के मेरे नवजवानों सुन लो मेरी यह पैगाम! मै तो धन्य हो गया, देश के लिए दे अपना प्राण।... Hindi · कविता 2 4 336 Share Anamika Singh 20 May 2022 · 1 min read तितली रानी (बाल कविता) तितली रानी, तितली रानी बड़ी ही प्यारी लगती हो। ऐसा क्या तुममें जो, तुम सबके मन को भाँती हो। इतने रंगो में सजकर तुम कहाँ से आती हो अपने पंखों... Hindi · बाल कविता 2 809 Share Anamika Singh 20 May 2022 · 1 min read प्रकृति का उपहार प्रकृति ने जो हमें उपहार दिया है, तुम इसको न गँवाओ। न काटो तुम पेड़ को, न इसको तुम रूलाओ। कितने फल देते यह हमको, तुम इसका मजा उठाओ। फूल... Hindi · कविता 3 4 857 Share Previous Page 6 Next