Lalita Kashyap 266 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Lalita Kashyap 2 Jun 2024 · 1 min read नये विचार विधा त्रेता दण्डक मापनी- 12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-1 विषय-नये विचार नए विचार से लिखो चलो पसार के, नवीन पंख खोल के भरो उड़ान। सुभाग कल्पना रहे नहीं रुके कभी, नदी प्रवाह धार सी... Hindi · कविता 2 62 Share Lalita Kashyap 8 Dec 2023 · 1 min read मानव अधिकार आल्हा छंद 16/15 पर यति विषय-मानव अधिकार जीवन में तज दो सदा स्वार्थ ,रख लो मानवता का मान। मानव अधिकार है सदा से, परहित जीवन जीना शान।। रख लो मान... Hindi · कविता 2 1 123 Share Lalita Kashyap 8 Sep 2023 · 1 min read कृष्ण लीला डमरु घनाक्षरी वार्णिक छंद,सभी वर्ण लघु विधा-8,8,8,8 विषय- कृष्ण लीला नटवर मनहर,अवतरण मदन। जग तम घट- घट, अनवरत सघन। लखत -लखत जग, सजल नयन भर । छम- छम बरसत ,घट... Hindi · कविता 244 Share Lalita Kashyap 7 Jul 2023 · 1 min read सावन पावन मंच को नमन विधा -दोहा छंद विषय-सावन घिर-घिर सावन की घटा, बरसत करती शोर। झूम- झूम के बावरी, करती तम अति घोर।। चम- चम चमके दामिनी, घटता तम घनघोर।... Hindi · दोहा 2 1 157 Share Lalita Kashyap 1 Jun 2023 · 1 min read पावन पटल प्रदत विषय- पावन पटल हमारा, इसकी छटा निराली। मुक्तक छंद 1222,1222,1222,1222 पटल पावन हमारा है ,छटा इसकी निराली है। किताबी लेख लिखते हैं ,पकी फलदार डाली है। रसों की धार... Hindi · कविता 221 Share Lalita Kashyap 27 May 2023 · 1 min read शब्द मंच को नमन विषय - शब्द विधान = 16/14 वर्णमाला की फुलवारी से, सजी चमन क्यारी क्यारी। शब्द -शब्द की इस बगिया में ,वाक्य लहर प्यारी- प्यारी। ज्वारें उठती नित... Hindi · कविता 1 236 Share Lalita Kashyap 18 May 2023 · 1 min read सुगंध दोहा मुक्तक छंद प्रदत शब्द - सुगंध मधुकर धीरे से गया ,नव कलियन के पास। पाकर प्रेम सुगंध को ,कर बैठा परिहास।। मधुर लगा परिहास तो, नैन हो गए चार।... Hindi · दोहा 274 Share Lalita Kashyap 17 May 2023 · 1 min read भाग्य विषय-भाग्य मात्रा -14/15 कर्म से भागे मत फिरो, कर्म ही भाग्य बनाता है। मनुज कर्म की सद्गति से, उज्जवल मस्तक पाता है। सुख-दुखों के व्यापार में, जिसने भी शांति पाई... Hindi · कविता 185 Share Lalita Kashyap 27 Apr 2023 · 2 min read बढ़ती गर्मी ललित निबंध विषय-बढ़ती गर्मी भारतवर्ष की भूमि अनेक गुणों की खान है। उनमें एक सबसे बड़ा गुण यहां की अत्यंत मनोहर प्रकृति है। भारत में सभी ऋतुएं बार -बार आती... Hindi 406 Share Lalita Kashyap 24 Apr 2023 · 1 min read दोहे दोहे हिन्दी भाषा हिंदी भाषा मोहिनी, वर्ण माल चित चोर। सरल सुलभ सी रागिनी, हस्त कलम की डोर।। घोले हिंदी कान में,शहद मधुर रस धार। शब्द -शब्द सी वारिणी, कोमल... Hindi · दोहा 299 Share Lalita Kashyap 21 Apr 2023 · 1 min read आराधन कुण्डलिया छंद विषय-आराधन पूरी होगी साधना, करो शारदा ध्यान। हो सच्ची आराधना,मात भरे नित ज्ञान। मात भरे नित ज्ञान, कृपा से झोली भर लो। जगत मिले सम्मान,भाल ज्योतिर्मय कर लो।... Hindi · कुण्डलिया 267 Share Lalita Kashyap 16 Apr 2023 · 1 min read हालात के तीरों से छलनी है बदन अपने विषय -हालात के तीरों से छलनी हैं बदन अपने। बहुत हसरतें थी जिंदगी में अपने। बहुत देखे थे हसीन सपने। नागवार जमाने को मंजूर न था। हालात के तीरों से... Hindi · कविता 226 Share Lalita Kashyap 15 Apr 2023 · 1 min read तन,मनजन दोहा छंद प्रदत शब्द तन,मन,जन । तन उजला मन स्याह हो ,सो जन सिंह समान। दीन-हीन देखे नहीं,खाए काल समान।। तन धोए शशि कौमुदी ,मन चंचल सी धार। जन-जन नैन... Hindi 307 Share Lalita Kashyap 15 Apr 2023 · 1 min read गीत गीत मात्रा भार 16/16 प्रदत पंक्तियां -थाम तूलिका पतझड़ लिखता , नवल सृजन की गाथा अनुपम। बदल ऋतु ने ली अंगड़ाई, पवन बसंती बहती मधुरम। ऋतुराज भी मंद मुस्काए, चली... Hindi 1 228 Share Lalita Kashyap 13 Apr 2023 · 1 min read अर्पण मुक्तक अर्पण 1222,1222,1222,1222 करूं क्या नाथ अर्पण मै, सभी तेरा नजारा है । नहीं कुछ पास है मेरे, दिया तेरा सहारा है। रहे बस भाव मनहर से ,सुगंधित प्रेम तेरा... Hindi · मुक्तक 238 Share Lalita Kashyap 13 Apr 2023 · 1 min read गीत विधा गीत विषय पागल मनवा सुख को ढूंढे ,इस नश्वर संसार में। मात्रा- 16/13 करता सदा खोटी कमाई ,दुनिया के बाजार में। तू राम नाम भूला काहे, जीवन के व्यापार... Hindi 375 Share Lalita Kashyap 15 Mar 2023 · 1 min read अर्पण मुक्तक अर्पण 1222,1222,1222,1222 करूं क्या नाथ अर्पण मै, सभी तेरा नजारा है । नहीं कुछ पास है मेरे, दिया तेरा सहारा है। रहे बस भाव मनहर से ,सुगंधित प्रेम तेरा... Hindi · कविता 1 164 Share Lalita Kashyap 4 Feb 2023 · 1 min read बसंत ऋतु कुकुभ छंद विषय- बसंत ऋतु मात्रा- 16/14 अंत,-22 पहन बसंती साफा छुपकर,कौन चमन शर्माता है? कली-कली से लाड़ लड़ाए,पात-पात भरमाता है। तरुवर -तरुवर झूम झूम कर, अंग अंग महकाता है।... Hindi · कविता 93 Share Lalita Kashyap 3 Feb 2023 · 1 min read बसंत ताटंक छंद विषय बसंत मात्रा - 16/14 अंत-222 रूप बसंती मधुर माधुरी, हृदय सभी मन भाया है। नीलांबर पर छिटते बादल, छम- छम जल बरसाया है। कांधे पर झूम ऋतुराज... Hindi · कविता 247 Share Lalita Kashyap 14 Nov 2022 · 1 min read नखरे विषय नखरे उल्टे वसन देह धारण कर, घूमे आंगन द्वार । देख छवि जब आई हंसी, रूठ गई सुरनार। भृकुटी तान कर बैठ गई, सतवंती गुलनार। क्षुधा उदर की बढ़... Hindi · कविता 1 1 192 Share Lalita Kashyap 13 Nov 2022 · 1 min read नवगीत नवगीत सपना छलते भ्रमित चक्षु, मृगमरीचि सुरनार। पलक झपक नौ दो ग्यारह, चपल चंचला कार। अंबुद वर्णी मृगनयनी, अंबुज छव कचनार। वाणी पिक सुरीली तान, पुष्प वसन तन धार। लख... Hindi · गीत 1 1 146 Share Lalita Kashyap 2 Nov 2022 · 1 min read शिखर सभी वर्ण लघु सृजन शब्द शिखर वर्ण गनणा 8,8,8,8 अनुप्रास अलंकृत बदल-बदल छव, नित नित जलधर, फिरत-फिरत नित,शिखर-शिखर पर, दमक-दमक अरु, गरज-गरज कर, छम-छम बरसत, रिमझिम महि पर। पवन सहित... Hindi · कविता 3 1 170 Share Lalita Kashyap 25 Oct 2022 · 1 min read अयोध्या आगमन वार्णिक छंद शैल सुता छंद शीर्षक---आयोध्या आगमन मापनी-111 121 121 121 121 121 121 12 अगन समान दिखे मुख मंडल रावण क्या कुछ पावत है? जप-जप नाम सिया रघुनंदन कौशल... Hindi · कविता 1 1 139 Share Lalita Kashyap 6 Oct 2022 · 1 min read कलम छंद मुक्तक सृजन शब्द -कलम मापनी 1222 1222 1222 1222 कलम छोटी नहीं होती, गजब की धाक रखती है। जहां तलवार थम जाए ,कलम फिर काम करती है। जहां डोले... Hindi · मुक्तक 1 342 Share Lalita Kashyap 3 Oct 2022 · 1 min read व्यंजना मुक्तक छंद मापनी- 1222 1222 1222 1222 सृजन शब्द व्यंजना हृदय की व्यंजना माता, किसे आकर सुनाऊं मै। नहीं लगता ह्रदय मेरा ,कहां आंसू बहाऊं मैं। जगत की बात झूठी... Hindi · मुक्तक 131 Share Lalita Kashyap 25 Sep 2022 · 1 min read सावन दोहा छंद प्रदत शब्द सावन सावन आया नाचता, बरखा संग बहार। मेघराज भी झूमता, गाता गीत मल्हार।। घिर- घिर डोले बादली, शीतल मंद बयार। झूम- झूम कर सांवली, अविरल करती... Hindi 144 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read भारत का अभिमान तिरंगा,इसकी ऊंची शान है। विधा गीत प्रदत पंक्तियां - भारत का अभिमान तिरंगा , इसकी ऊंची शान है। मात्रा 16/13 हम भारत के भारत वासी, करते इसे प्रणाम है। प्रेम ,शांति, बलिदानी सूचक ,... Hindi · गीत 116 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read सावन बरसा झूम-झूम कर गीत प्रदत शब्द - सावन बरसा झूम-झूम कर, तृप्त धरा फिर मुस्काई। जोर शोर से जलधर गरजा, चंचल चपला मुस्काई। बूंद बूंद बरसी धरती पर, हरियाली कैसी छाई। डाल-डाल सब... Hindi · गीत 181 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read रूप सलोना शैल सुता छंद मापनी 111 1 21 121 121 121 121 121 12 रूप सलोना मदन मनोहर के अधरों पर प्रेम सुधा रस लोटत है। लख -लख देव सभी नर,... Hindi · गीत 153 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read मुस्कान मुक्तक छंद प्रदत शब्द -मुस्कान 1222 1222 1222 1222 चलो मोहन दुलारे को, सभी गोदी बिठाएंगे। सखी प्यारे नजारे को , सभी नैनों बसाएंगे। मधुर दो नैन कान्हा के, बड़े... Hindi · मुक्तक 1 166 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read सुंदर श्याम सुंदर सांवल श्याम का, रूप घटा घनघोर। नैन नशीले प्रेम के,छलिया है चित चोर।। रल -मिल कर सब गोपियां, गावे मंगल गीत। नाच-नाच कर राधिका, घेरे रूठा मीत।। मधुर अधर... Hindi · दोहा 191 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read राधा श्याम चित्राधारित रचना मापनी - 2212 2212 अंत 212 राधा निराली सुंदरी, पकड़े मदन का हाथ रे। गोपी बनी है राधिका , अनुपम मुरारी साथ रे। कर मुरलिया सुर साध के,... Hindi · गीत 228 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read कर सोलह श्रृंगार नारियां मना रहीशिव शंकर को गीत मात्रा भार 16/ 14 प्रदत शब्द -कर सोलह श्रृंगार नारियां, बना रही शिव शंकर को। सज धज के सुहागिन नारियां, चली मात अजमाने को। शिव शंकर का ध्यान धरा... Hindi · गीत 119 Share Lalita Kashyap 21 Sep 2022 · 1 min read कोमल [9/1, 4:49 PM] Lalita Kashyap: मुक्तक प्रदत शब्द - कोमल 1222 1222 1222 1222 चमन में आज उतरा है, वही महताव जोगन का। चढ़ा वो रंग मतवाला, नशा है आज... Hindi · मुक्तक 121 Share Lalita Kashyap 15 Sep 2022 · 1 min read विधाता मुक्तक -पायल विधाता मुक्तक छंद सृजन शब्द -पायल 1222 1222 1222 1222 अजी पायल सुहानी की, अभी रुनझुन बजाएंगे। सजी है आज महफिल जो ,उसी में डूब जाएंगे। रचाएं प्रेम की रचना... Hindi · मुक्तक 236 Share Lalita Kashyap 19 Aug 2022 · 1 min read सुंदर श्याम सुंदर सांवल श्याम का, रूप घटा घनघोर। नैन नशीले प्रेम के,छलिया है चित चोर।। रल -मिल कर सब गोपियां, गावे मंगल गीत। नाच-नाच कर राधिका, घेरे रूठा मीत।। मधुर अधर... Hindi · दोहा 1 270 Share Lalita Kashyap 17 Aug 2022 · 1 min read रूप सलोना प्रथम प्रयास शैल सुता छंद मापनी 111 1 21 121 121 121 121 121 12 रूप सलोना मदन मनोहर के अधरों पर प्रेम सुधा रस लोटत है। लख -लख देव... Hindi · गीत 117 Share Lalita Kashyap 10 Aug 2022 · 1 min read गीत विधा गीत प्रदत पंक्तियां - भारत का अभिमान तिरंगा , इसकी ऊंची शान है। मात्रा 16/13 हम भारत के भारत वासी, करते इसे प्रणाम है। प्रेम ,शांति, बलिदानी सूचक ,... Hindi · गीत 133 Share Lalita Kashyap 3 Aug 2022 · 1 min read सावन कुकुभ छंद सावन सावन घिर- घिर सकल जगत में, नित घोर घटा बरसाए। घोर तृष्णा मिटे धरती की ,जलाशय खूब भर आए। मिटे ताप सकल धरातल का, रुत मधुर- मधुर... Hindi · कविता 273 Share Lalita Kashyap 26 Jul 2022 · 1 min read बालक बाल गीत बालक का जीवन अच्छा, हृदय है शुद्ध और सच्चा, नहीं हृदय बैर समाए, इनकी मधुर मुस्कान सदा ही औंरो को लुभाए। कभी रोए,कभी हंस जाए। कभी रूठे,कभी मान... Hindi · गीत 126 Share Lalita Kashyap 26 Jul 2022 · 1 min read आंखों में बरसात हुई आंखों से बरसात हुई मात्रा भाग 16/ 14 घिरे गगन में काले बादल, क्यों मन में हरारत हुई। टूटा दिल का टुकड़ा -टुकड़ा , आंखों में बरसात हुई। मीठे बोल... Hindi · कविता 1 295 Share Lalita Kashyap 26 Jul 2022 · 1 min read गुरु सारछंद मात्रा भार 16/12 अंत 2 2 गुरु नमन तुम्हें है गुणानिधान, जग में नाम कमाया। शरण तिहारी आन पड़ा जो, भव से पार लगाया।। ज्ञान की ज्वाला में तपा... Hindi · Poem 154 Share Lalita Kashyap 26 Jul 2022 · 1 min read सावन दोहा छंद प्रदत शब्द सावन सावन आया नाचता, संग बरखा बहार। मेघराज भी झूमता, गाता गीत मल्हार।। घिर- घिर डोले बादली, शीतल मंद बयार। झूम- झूम कर सांवली, अविरल करती... Hindi 290 Share Lalita Kashyap 25 Jul 2022 · 4 min read सावन सावन हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल का पांचवा महीना सावन आता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र महीने की पहली शुक्ल तिथि से नव वर्ष, नव संवत का आगमन होता... Hindi · लेख 182 Share Lalita Kashyap 26 Jun 2022 · 1 min read प्रेम पथ प्रेम पथ अति सम्मोहित प्रेम नगर प्रवेश जटिल, विकट डगर फूंक- फूंक पग धरते बटोही बाट लक्ष्य की पाते मगर। प्रीत का लक्ष्य सागर अनल रहते निसदिन नयन सजल प्रस्फुटित... Hindi 298 Share Lalita Kashyap 24 Jun 2022 · 3 min read घिर आए काले बादल ललित निबंध शीर्षक - घिर आए काले बादल बरसात के आते ही काले बादल नीले आसमान में घिरने लगते हैं। वातावरण में अत्याधिक गर्मी से राहत पाने के लिए मानव... Hindi 157 Share Lalita Kashyap 15 Jun 2022 · 1 min read टूटे पंखों से लिख दूं मैं, बना लेखनी ऐसी कविता। गीत प्रदत पंक्तियां- टूटे पंखों से लिख दूं मैं, बना लेखनी ऐसी कविता। मात्रा भार 16/14 मधुर-मधुर हिय उठे कामना, मन का भाव सुहावन हो। उर में उष्मित वैरभाव का,... Hindi · कविता 2 1 157 Share Lalita Kashyap 7 Jun 2022 · 4 min read बारिश बारिश प्रतिदिन की भांति मैं शाम को छुट्टी के बाद अपनी कार से घर लौट रही थी। बरसात का मौसम था, बादल भी उमड़ -घुमड़ कर घिर रहे थे ,ठंडी-... Hindi · लघु कथा 385 Share Lalita Kashyap 8 May 2022 · 1 min read मां मां ममता मात त्रिभुवन समाई। मां की शक्ति वरणी न जाई।। मात अतुलित प्रेम का सागर। पल-छिन ममता करे उजागर।। जनक- जननी बिन सृष्टि सूनी। पा संतति हो खुशियां दूनी।।... Hindi · कविता 145 Share Lalita Kashyap 30 Apr 2022 · 1 min read एक कली एक कली उपवन में खिल गई सोलहवें ही साल में। रंग सुनहरी बालों में था और गुलाबी गाल में। देखकर भंवरा सलोना आ गया उस बाग में। नाचने गाने लगा... Hindi · गीत 548 Share Page 1 Next