Lalita Kashyap 265 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Lalita Kashyap 10 Apr 2022 · 1 min read राम जन्मोत्सव राम जन्मोत्सव अवध में जन्मे श्री राम बधाई होवे। अयोध्या के हुए बड़े भाग बधाई होवे। पहली बधाई राजा दशरथ को होवे, जिनका बड़े परिवार ,बधाई होवे। नगरी मे बांटे... Hindi · गीत 2 158 Share Lalita Kashyap 14 Mar 2022 · 1 min read होली होली विधा चौपाई आओ मिलजुल कर सब गाएं। सब दुर्गुण की फाग जलाएं।। प्रेम प्याला सबको पिलाए। हृदय से वैर- भाव मिटाएं।। लाल- हरे अरु नीले -पीले। कुछ फीके कुछ... Hindi · छंद 212 Share Lalita Kashyap 11 Mar 2022 · 1 min read माहिए माहिए पाणी दी टांकी है, पहाड़ दी नारां, सबना तो बांकी है। रुत बसंत आई है, आके मिल मित्रा, दिल प्रीत समाई है। अख जब से लाई है, दिल का... Hindi · शेर 2 1 183 Share Lalita Kashyap 9 Mar 2022 · 1 min read कोयल कोयल कुण्डलिया छंद कूके कोयल बाग में ,मीठे रस की धार। मिश्री घोलती कान में, सुनते बारंबार।। सुनते बारंबार, छाई मधुमास बेला। सूरत -सीरत श्याम, कंठ भी मधुर सुरीला।। उड़... Maithili · कविता 1 1 347 Share Lalita Kashyap 9 Mar 2022 · 1 min read कोयल । कोयल विधा चौपाई कंठ कोकिला उपवन गाई। मधुर धुन चहुं ओर सुनाई।। श्यामा सूरत जग मन भाई। सुनत वाणी प्रकृति मुस्काई।। सुर सुरीला राम जी दीन्हा। बड़ा उपकार... Hindi · कुण्डलिया 404 Share Lalita Kashyap 8 Mar 2022 · 1 min read नारी शक्ति नारी शक्ति जहां -जहां तेरा बास है नारी, गलियां सदा मनभावन रहे। जिस घर तेरी पूजा होवे, नारियां सदा सुहागन रहे। रोग -शोक निकट न आवे, जहां तेरा गुणगान होवे।... Hindi · कविता 3 2 205 Share Lalita Kashyap 2 Mar 2022 · 1 min read हिमालय और नदी चित्राधारित रचना गीतिका छंद आ हिमालय की गोद से, स्वगति बहने दीजिए। स्वछंद कल-कल प्रवाह से, मधुर धारा दीजिए। सांझ बेला ढलता दिवस, रैन रुकने दीजिए। उड़ते पवन पे मेघ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share Lalita Kashyap 1 Mar 2022 · 1 min read शिव -पार्वती दोहे शिव-पार्वती लाल चुनर में पार्वती, भस्म रमे शिव नाथ। वरमाला ले आरही, ले सखियों को साथ।। शिवजी ले कर आ गए, भूतों की बारात। घोर नाद से गा रहे,नाचे... Hindi · दोहा 154 Share Lalita Kashyap 26 Feb 2022 · 1 min read बाल गीत बाल गीत बालक का जीवन अच्छा, हृदय है शुद्ध और सच्चा, नहीं हृदय बैर समाए, इनकी मधुर मुस्कान सदा ही औंरो को लुभाए। कभी रोए,कभी हंस जाए। कभी रूठे,कभी मान... Hindi · गीत 346 Share Lalita Kashyap 25 Feb 2022 · 3 min read हिमाचल प्रदेश की नदी व्यास हिमाचल की नदी व्यास रोहतांग दर्रा जिला कुल्लू में कुल्लू घाटी और लाहौल और स्पीति घाटिओं के बीच 3980 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह दर्रा हिमालय के पीर... Hindi · लेख 1 1 1k Share Lalita Kashyap 23 Feb 2022 · 1 min read श्री कृष्ण उल्लाला छंद श्री कृष्ण कर के दर्शन मुरारी के, गुण गाती उस भेष की। नैन प्यारे गिरधारी के, सुंदर मूर्त नरेश की।। है अधर पंखुड़ी कमल की, श्याम वर्ण घन... Hindi · कविता 1 346 Share Lalita Kashyap 19 Feb 2022 · 1 min read समा हौर ज़िन्दगी हिमाचल प्रदेश की बाघली कविता समा हौर ज़िन्दगी त्याड़िया खे सारा काम करना, रात्ती खे सोचो-विचारो दे पड़ना माणुआ रे ऐते ढाल़-चिणो दे ज़िन्दगी निकल़ी जाओ ई। ये जिंदगी भी... Hindi · कविता 139 Share Lalita Kashyap 19 Feb 2022 · 4 min read हिमाचल प्रदेश की एक प्रमुख नदी सतलुज हिमाचल प्रदेश की एक प्रमुख नदी सतलुज भारत के मानचित्र में एक अत्यंत सौंदर्य से परिपूर्ण व समृद्ध, फल-फूलों, वनों से घिरे पर्वतों वाला एक राज्य हिमाचल प्रदेश है। यहां... Hindi · लेख 1 1k Share Lalita Kashyap 15 Feb 2022 · 1 min read राष्ट्र भाषा हिंदी राष्ट्र भाषा हिंदी दोहे हिंद भाषा सुवासिनी ,हिंदी जिसका नाम। मधुर वाणी प्रकाशिनी, हिंद देश है धाम।। मधुरम हृदय सुभाषिनी, भारत राष्ट्र भाष। हृदय सुख कर लुभाविनी, ध्वज झूले आकाश।।... Hindi · दोहा 1 269 Share Lalita Kashyap 13 Feb 2022 · 1 min read राष्ट्र भाषा हिंदी दोहे राष्ट्र भाषा हिंदी हिन्द भाषा सुवासिनी, हिंदी जिसका नाम। मधुर वाणी प्रकाशिनी,हिन्द देश है धाम।। मधुरम हृदय सुभाषिनी,भारत राष्ट्र भाष। हृदय सुखकर लुभावनी, ध्वज झूले आकाश।। ललिता कश्यप गांव... Hindi · दोहा 1 205 Share Lalita Kashyap 13 Feb 2022 · 1 min read राष्ट्र भाषा हिंदी दोहे राष्ट्र भाषा हिंदी हिन्द भाषा सुवासिनी, हिंदी जिसका नाम। मधुर वाणी प्रकाशिनी,हिन्द देश है धाम।। मधुरम हृदय सुभाषिनी,भारत राष्ट्र भाष। हृदय सुखकर लुभावनी, ध्वज झूले आकाश।। ललिता कश्यप गांव... Maithili · कविता 1 1 176 Share Lalita Kashyap 12 Feb 2022 · 1 min read नाम जपो मतगयंद सवैया(मालती सवैया छंद) नाम जपो नाम जपे दिन - रैन नहीं ,मन का पन डोलत-डोलत जाए। भाव रहे सम संग सभी, विष भाव न अंतर घोलत पाए। रूप अनंत... Hindi · कविता 213 Share Lalita Kashyap 12 Feb 2022 · 1 min read श्रीहरि मतगयंद सवैया श्री हरि दीनन के तुम दीनदयाल, रखो हस्त शीश सदा वरदाई। मैं नहीं जानत कौन विधी, कर पूजन खूब करुं बड़याई। बालक हूं अनजान सदा अब, नाथ तुम्हीं... Hindi · कविता 204 Share Lalita Kashyap 11 Feb 2022 · 2 min read सन्सतृप्ति सन्सतृप्ति भौतिक भोग से भरी मानव देह इंद्रियों के अधीन रहता है ।साधारण जनमानस को इनसे छुटकारा पाना असंभव है ।संतृप्ति का तात्पर्य इंद्रियों पर वश पाना है ,जो मानव... Hindi · लेख 170 Share Lalita Kashyap 10 Feb 2022 · 1 min read मित्रता मित्रता मित्र- मित्रता हो ऐसी, ज्यूं संग चांद के चांदनी। कानों घुलती मिश्री हो, ज्यूं संग राग के रागिनी। सुख-दुख में सदा साथ रहे, बादल संग ज्यूं दामिनी। प्रेम प्रभा... Hindi · कविता 278 Share Lalita Kashyap 9 Feb 2022 · 2 min read नारी सम्मान नारी सम्मान अपनी निजी स्वतंत्रता और स्वयं के फैसले लेने के लिए महिलाओं को अधिकार देना ही महिला सशक्तिकरण है ।परिवार और समाज की सीमाओं को पीछे छोड़ना और निजी... Hindi · लेख 1 475 Share Lalita Kashyap 8 Feb 2022 · 2 min read क्या नारी को अपने अधिकारों का भान है? क्या नारी को अपने अधिकारों का भान है? नारी शिक्षा का महत्व-- नारी शिक्षा को महत्व नहीं देंगे तो हमारा समाज जो है,अगर हम कहे कि विकसित एवं शिक्षित समाज... Hindi · लेख 1 172 Share Lalita Kashyap 6 Feb 2022 · 4 min read बसंत पंचमी बसंत पंचमी प्राचीन काल से भारत ,नेपाल और बांग्लादेश में एक जैसी ऋतुएं, एक जैसी बनस्पति, एक जैसी जलवायु है। यहां छ: ऋतुओं का आनंद मिलता है। कभी अत्यधिक गर्मी... Hindi · लेख 303 Share Lalita Kashyap 4 Feb 2022 · 1 min read बसंत पंचमी , बसंत पंचमी बसंती दुल्हन सज रही, कर -कर पीत शिंगार। पीत चुनरी, पीत साड़ी, पीत गल माला हार। साड़ी जड़ी टेसू, कुज्जा, अमलतास, कचनार। हाथ रचे गुल मेहंदी, अधर... Hindi · कविता 394 Share Lalita Kashyap 1 Feb 2022 · 1 min read कामिनी मनहरणघनाक्षरी कामिनी यौवन ढलकता है, सागर छलकता है, रूप की यह मस्तानी, जी मत शर्माइए। नैना काले कजरारे, दिल लूटे मतवारे, नैनों की कटार से, हृदय बचाइए। अलकों का जाल... Bhojpuri · घनाक्षरी 1 302 Share Lalita Kashyap 30 Jan 2022 · 1 min read वाह रे मानव वाह रे मानव साथ माटी का रिश्ता है तेरी काया से। काहे दम भरता है झूठी मोह माया से।। खुशी या गम हो या दुख कोई हजार दे। मस्तराम बनकर... Hindi · कविता 347 Share Lalita Kashyap 29 Jan 2022 · 3 min read श्रृंगार रस श्रृंगार रस भगवान ने जब इस सृष्टि का निर्माण किया होगा , तब ईश्वर इस जगत को सजाने के लिए बहुत सोचा होगा। कई कल्पनाएं मन में आई होंगी। बहुत... Hindi · लेख 343 Share Lalita Kashyap 28 Jan 2022 · 1 min read तन-मन कंचन कैसे होगा? तन-मन कंचन कैसे होगा? छाई निर्मल तन घटा, घटा न हृदय अहंकार। जीना -जीना क्या हुआ, न पाए उच्च संस्कार। नाम तज उस ईश्वर का, भोग विलास अपनाया। निज देह... Hindi · कविता 1 1 362 Share Lalita Kashyap 27 Jan 2022 · 1 min read प्राकृतिक सुंदरता प्राकृतिक सुंदरता मैं देखुं जिस ओर सखी री, मेरे सामने प्राकृतिक सौंदर्य। जल को देखके, थल को देखके, हो गई मै तो बावरिया। नभ की गरजती बिजली देखी, देखी हिम... Hindi · कविता 1 216 Share Lalita Kashyap 26 Jan 2022 · 1 min read तिरंगा गीत गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर गीत तिरंगा मैं क्यों न झूमू आज, सुनो जी जिया मेरा भर आया, जाते -जाते देकर खून, आजाद देश कराया। आज खूब झूम रहा यह... Hindi · गीत 507 Share Lalita Kashyap 25 Jan 2022 · 1 min read वीर सिपाही वीर सिपाही भूल बैठा वह प्रेम संबंध को, बिसर गए सब तीज त्यौहार। याद उसे बस एक सौगंध, केवल अपने देश का प्यार। छोड़े अपने रिश्ते -नाते, छूटा अपना कुटुंब... Hindi · कविता 2 188 Share Lalita Kashyap 24 Jan 2022 · 1 min read हरि नाम कुंडलिनी छंद हरि नाम जप ले हरि के नाम को, समा बड़ा विकराल। लीलता जनमानस को, बन बड़ा महाकाल।। वन बड़ा महाकाल ,अरज अब हमारी सुन लो। हाथ जोड़ कर... Hindi · कुण्डलिया 1 240 Share Lalita Kashyap 22 Jan 2022 · 1 min read जवान जवान प्रहरी बनके देश के, खड़े रहते जवान। यही सितारे देश के, हो जाते कुर्बान।। नभ मंडल में खो गए, बहुत सारे जवान। नाम अमर अपना किया, रखी देश की... Hindi · दोहा 1 204 Share Lalita Kashyap 21 Jan 2022 · 1 min read भौरा कुण्डलिया छंद भौरा भौरा आया बाग में, कलियां करती लाज। गीत सुनावे नाच के, मन वीणा के साज।। मन वीणा के साज ,मधुप नेआंख लड़ाई। पी सारा मकरंद,हृदय की प्यास... Hindi · कुण्डलिया 1 384 Share Lalita Kashyap 20 Jan 2022 · 1 min read तितली तितली विधा चौपाई उपवन मटके तितली रानी। फर- फर उड़ती कर मनमानी।। सुंदर पंख , रंग रंगीले। कुछ गहरे हैं कुछ चटकीले।। दूर ही उड़े हाथ न आती। पीछे -पीछे... Hindi · कविता 2 217 Share Lalita Kashyap 19 Jan 2022 · 3 min read भारत का प्राचीन इतिहास (भारत का प्राचीन इतिहास) भारत का प्राचीन नाम जंबूद्वीप , भारत खंड, आर्यावर्त, हिंदुस्तान आदि-आदि नामों से जाना जाता है। भारत का इंडिया अंग्रेजी नाम की उत्पत्ति सिंधु शब्द से... Hindi · लेख 1k Share Lalita Kashyap 18 Jan 2022 · 3 min read महात्मा बुध महात्मा बुद्ध ईसा पूर्व कपिलवस्तु के महाराजा शुद्धोधन की रानी महामाया देवी की कोख से पूर्णिमा के दिन बालक का जन्म नेपाल के लुंबिनी वन में ईसा पूर्व 563 को... Hindi · लेख 1 1 569 Share Lalita Kashyap 18 Jan 2022 · 4 min read उत्तराखंड और हिमाचल का नाम क्या था आज से ढाई हजार साल पहले? Lalita Kashyap: उत्तराखंड और हिमाचल का नाम क्या था, आज से ढाई हजार साल पहले? ढाई हजार साल पहले आपके क्षेत्र का नाम क्या था जानिए पाणिनि कालीन हिमालयी जनपद।... Hindi · लेख 2 2 524 Share Lalita Kashyap 13 Jan 2022 · 1 min read त्योहार स्वर्णमुखी छंद त्योहार मिल कर सब लोहड़ी मनाएं। प्रेम शाख पर फूल खिला कर, सब धर्मों को गले लगा कर, हर उत्सव का जश्न मनाएं। कभी प्रेम के दीप जलाएं।... Hindi · कविता 1 284 Share Lalita Kashyap 12 Jan 2022 · 1 min read बादल स्वर्णमुखी छंद बादल उमड़- घुमड़ के उड़ते बादल। आसमान में आते-जाते, घोर शोर से छाते जाते। बूंदो को बरसाते बादल। बिजली को चमकाते बादल। खेतों को लहराते जाते, बागों को... Hindi · कविता 185 Share Lalita Kashyap 11 Jan 2022 · 1 min read प्रकृति स्वर्ण मुखी छंद प्रकृति पर्वत -पर्वत धवल हो गए।तरुवर-तरुवर झड़ रहे पात, दिवस घनेरे, ठिठुरते रात। नदी -नाले भी चुप हो गए। सन सना कर समीर बह रही। शीतल जल... Hindi · कविता 375 Share Lalita Kashyap 11 Jan 2022 · 1 min read वसुन्धरा वसुंधरा सुंदर सौम्य स्वभाव धारिणी, विश्व धारणी उपकार करें। नाना प्रकार वनस्पति लुटा कर, अनंत जीवो का भरण करें। तव तन चीर प्रस्फुटित जलधारा, नदियां, झरने ,दरिया बहे। शीतल जलपान... Hindi · कविता 203 Share Lalita Kashyap 8 Jan 2022 · 1 min read जय शनिदेव जय शनिदेव जय शनिदेव भानु सुत, कृपा निधान छाया पुत, यम -यमी ,मनु, ताप्ती ,अश्विनी तेज ताप तव जाए न बरणी। श्याम रूप चार भुजा धारी, मस्तक साजे रतन मुकुट... Hindi · कविता 1 1 221 Share Lalita Kashyap 8 Jan 2022 · 1 min read देश मनहर घनाक्षरी देश तन-मन वारते हैं, प्रेम से पुकारते हैं, भारत है देश मेरा, गर्व तो कीजिए। भाल हिमालय खड़ा, विपिन- विटप जड़ा, हिम शिखरों के रूप, भेंट कर लीजिए।... Hindi · घनाक्षरी 2 1 469 Share Lalita Kashyap 7 Jan 2022 · 1 min read मैं अंजान मै अंजान मैं जब थी गर्भ के अंदर, लटकी उल्टे सिर के भार। हाथ जोड़ विनती मैं करती, अब तो मुक्ति दो भगवान। जब मैं आई गोद में, निकली कोख... Hindi · कविता 399 Share Lalita Kashyap 6 Jan 2022 · 1 min read कृष्ण भजन कृष्ण भजन सुन री सखी, कोई रास्ता बताओ मोहे जाना गोकुल की नगरिया हो, मोहे जाना गोकुल की नगरिया। चुनचुन बगिया से फूल ले आऊं आ................। चुनचुन बगिया से फूल... Hindi · गीत 1 273 Share Lalita Kashyap 4 Jan 2022 · 1 min read एक रात की बात एक रात की बात बैठी रात के एकांत में, कागज कलम लिए हाथ। अचानक एक आवाज आई, लड़ाई की बौछार लाई। देखा तो दो नारियां थी, अनुपम सुंदर प्यारी थी।... Maithili · कविता 160 Share Lalita Kashyap 4 Jan 2022 · 1 min read आखिर क्यों? आखिर क्यों? यह दर्द है जिनके पास, धीरज है उनके पास क्यों? सुंदर चांद को देख चकोरा, झूठी आस लगाए क्यों? तान बांसुरी की अति मधुर, फिर तन पर छेद... Hindi · कविता 170 Share Lalita Kashyap 2 Jan 2022 · 1 min read ईद का चांद ईद का चांद मुद्दत हुई दीदार को पिया, क्यों ईद का चांद बन बैठे। यह बाहें तेरे प्यार को तरसे, हम आंखों में अश्क छुपा बैठे। कभी छलकते पैमाना बन... Hindi · कविता 247 Share Lalita Kashyap 1 Jan 2022 · 1 min read नववर्ष नववर्ष जाने वाला साल तो मित्रों, दे गया हमें विभिन्न स्वाद। कुछ खट्टा -मीठा ,तिक्त ,क्षारिय और दे गया कई अवसाद। नूतन वर्ष का क्या भरोसा, 2021का भी किया था।... Hindi · कविता 1 224 Share Previous Page 2 Next