Arun Prasad Language: Hindi 498 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Arun Prasad 30 Oct 2021 · 1 min read स्वर्ग के द्वार पर -------------------- स्वर्ग के द्वार पर रोक कर माँगा गया हिसाब। कितने तूने पुण्य किये हैं कौन-कौन से पाप। किसको कहते पुण्य,पाप सबकी सूरत अनजानी। मैंने तो बस किया यही पुरी... Hindi · कविता 203 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 1 min read दंगा_(चार) ----------------- भ्रांति कुछ नहीं नहीं कोई संशय । मैं आहत, मेरे मन का तन है पड़ा क्षत-विक्षत। चेतना शुन्य सी पड़ी हुई। वेदना विराट है खड़ी हुई। विचलित होता हूँ... Hindi · कविता 213 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 9 min read (अचिकित्सकीय लोगों हेतु चिकित्सकीय परिचय) मानव शरीर में पेट की उपयोगिता और रोग से रक्षण (अचिकित्सकीय लोगों हेतु चिकित्सकीय परिचय) मानव शरीर में पेट की उपयोगिता और रोग से रक्षण मानव शरीर अनिवार्य रूप से ऊर्जा और शारीरिक संरचना के लिए ऑक्सीजन और भोजन पर... Hindi · लेख 226 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 1 min read चला तो था मैं पूछने उसका पता ----------------------------------- चला तो था मैं पूछने उसका पता. राह में मोह,भ्रम.लिप्सा था नंगा खड़ा. रुक गया मैं भी तमाशबीनों की तरह. व्याकरण सारे जीवन के गया गड़बड़ा. तब गणित खोलकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 187 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 2 min read वे मरनेवाले --------------------------------------------------------------------------------------- ये मरनेवाले वे हैं जो गर्मी में लू से मरते हैं। या ठँढ में शीतलहर से। भूख से मरनेवाले भी और बिगड़ी बिमारियों से तथा। हर मौसम तथा प्रतिकूलताएँ... Hindi · कविता 193 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 2 min read आज भी ---------------- सभ्यताओं का,अच्छी संस्कृति का प्रतीक है शहर. किन्तु रह गया है बनकर बाजार. दुकानदार पूछता है क्या खरीदोगे सर. गाँव में लोग पूछते थे कैसे हो भाई जी. गाँव... Hindi · कविता 357 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 2 min read नट,नटी का ‘कोरोना’संवाद ----------------------------- नट प्रिये!आ, आज ध्वंस का नाच करेंगे। मानव का हर भरम तोड़ने आओ, उसको काँच करेंगे। जिस संस्कृति से पाला प्रभु ने, उस विस्मरण हित दंडित कर दें। ।... Hindi · कविता 169 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 2 min read ईश्वर तूने हमें अति कठिन दिन दिये --------------------------------- ईश्वर तूने हमें अति कठिन दिन दिये । क्या कहूँ कैसे हैं हमने ये दिन जिये। शाम कुचला हुआ भोर निढाल सा। रात्रि स्वपन में दिन ये बेहाल सा।... Hindi · कविता 217 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 1 min read गजल --- मन की बातें करके,तन के दर्द न जाये भुलाये ------------------------------------- मन की बातें करके,तन के दर्द न जाये भुलाये। तन पर फाहे रखनेवाला अब तो कोई आये। उमर वर्ष और युग ने जैसे खाये कसम हजार। वैसा स्वपन दिखानेवाला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 2 min read दीप हूँ मैं ---------- दीप हूँ मैं, मृतिका का तन हमारा। स्नेह से गढ़ता किरण है मन हमारा। मैं अमावस में उगाता चंद्रमा हूँ। हर अंधेरे में तुम्हारा पूर्णिमा हूँ। मैं जलूँ,जलने का... Hindi · कविता 217 Share Arun Prasad 30 Oct 2021 · 1 min read गीत --रात ढल गयी खोई -खोई ,सुबह रहा है पंख पसार ---------------------------------------------- रात ढल गयी खोई -खोई ,सुबह रहा है पंख पसार. चाँद पियासा थककर सोया,प्यासा रह गया मेरा प्यार. दीप जला तों होगा सजनी. शाम ढली तों होगी कल भी.... Hindi · कविता 188 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read मैं स्त्री हूँ ----------------------------------------------------- मैं स्त्री हूँ। मुझे पाकीज़गी से देखिये। शयनकक्ष में पराजित औरत की तरह नहीं। मुझे पवित्रता के साथ कीजिये नमन। मैं हूँ लक्ष्मी,सरस्वती,दुर्गा की प्रतिनिधि नार। हर युग में... Hindi · कविता 2 1 224 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read अतीत पिघल गया ________________________________________ हर मृत्यु पर अतीत पिघल जाता है. पूरा अस्पृश्य रूप में बदल जाता है. जंगलों की भांति बेतरतीब ढ़ल जाता है. आदि और अंत स्वयं में गल जाता है.... Hindi · कविता 235 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 2 min read यह लाश अचिन्ह है? _______________________________________ अलग हैं ब्रह्मांड रचे जाने के नियम. विनतियाँ नहीं चलते वहाँ चलते हैं सिर्फ गणित के समीकरण. इस ब्रह्मांड में, वह यदि अलाव के पास बैठा तो मरेगा भूख... Hindi · कविता 189 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read मन प्रफुल्लित गात पुलकित है तुम्हारा -------------------------------------- मन प्रफुल्लित गात पुलकित है तुम्हारा. चाँद ने क्या कह दिया कुछ. प्रीत को सहला गया कुछ. आंख ने देखे हैं सपने. हृदय ने अरमान खोले. बाजुओं ने कौन... Hindi · कविता 180 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read कौन है खूबसूरत ---------------- कौन है? खूबसूरत! दिन या रात. मेरा वजूद या तुम्हारा प्रेत. प्रातः स्मरणीया प्रकृति या रात्रि के भय की प्रवृति. पर्वत शिखर से सागर के तट से दिन पद्मासन... Hindi · कविता 202 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read युद्ध जीवित है --------------- युद्ध की तिक्तता के बाबजूद युद्ध जीवित है. सभ्यताओं के नष्ट हो जाने के युद्ध हमने लड़े हैं. सभ्यताओं के संस्कार नष्ट हो गये युद्ध फिर भी जीवित है.... Hindi · कविता 180 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read सिकंदर भी मरता है। ------------------------ सिकंदर भी मरता है। मरेंगे सिकंदर जैसे लोग भी। मृत्यु सर्वदा सबके लिए जीवित है लोग करें उसके होने का चाहे जितना शोक ही। प्रपंचित है इतिहास। अचंभित; रोये... Hindi · कविता 189 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read थका हुआ सुबह ----------------------- सुबह थका सा उगा। क्या तुम्हारा भी! नींद लेती रही करवटें मेरे बगल में पड़ी-पड़ी। अन्न को सोचती रही। पानी ने बड़ा उधम मचाया। पेट में रात भर। फलदार... Hindi · कविता 154 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 5 min read सूत्र कुरु कुल रण का --------------------------- जब द्यूत की अवधि हुई पूर्ण। पाण्डव लौटे कुछ और निपुण। भेंटे सबको कौन्तेय तथा। बोले वन के दुःख दर्द व्यथा। अति विनम्र भाव से अभिवादन। सहास्य अधर पर... Hindi · कविता 408 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read हाइकु--गीत ने गाया गीत ने गाया। हवा,पानी,मौसम। स्वर रूआँसा । अंधेरी रात। अपना ही भरोसा। सबसे अच्छा। जल बेचारा। चला तो था निर्मल। गंगा सजल। मित्र पवित्र। नयापन दे जाता। पुरानी यादें। साथ... Hindi · हाइकु 255 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read हाइकू-- हमारा दर्द ------------------ हमारा दर्द। तुम्हें दे जाता खुशी। हँसी का पात्र। अशिक्षित था। कुरुक्षेत्र सिखाया । ज्ञानी बन गया। ब्रह्म संतान। सुरक्षित जी सकें। शस्त्र या स्नेह? गिद्ध सम्राट । खोजता... Hindi · हाइकु 183 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 2 min read मरना सूर्य का ---------------------------------------------- मरना सूर्य का तय है। सम्पूर्ण जो दिखता है,होना क्षय है। सत्य केवल समय है। विस्तार का सिकुड़ना और विंदु का फैलना ही शाश्वत ब्रह्म है। ब्रह्म है आत्मलीन।... Hindi · कविता 1 1 169 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read नज्म ------------------------------------------------------- अक्षर आग हो जाए कलम तलवार हो जाए। उठेगा शायरी से दोहरे अर्थों का जब पर्दा। गुजर जाते हैं घर के सामने से खोलकर पर्दा। लगा देखा किया हमने... Hindi · गीत 1 288 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 2 min read अन्तिम चक्र ______________________________ कोशिकाओं,शिराओं और नसों से निचुड़ता प्राण का अंश । सम्पूर्ण का होना नि:शब्द वक्र और शनै: शनै: चेतना व श्वास का होना भ्रंश । सचेत रहने की जद्दोजह्द करता... Hindi · कविता 192 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read आदमी का शहर रहने दो इसे ------------------------------------------------- आदमी का शहर रहने दो इसे न बनाओ मंदिरों का शहर। दु:ख,दर्द,व्यथा बेबाक कहने दो यहाँ न बनाओ प्रार्थनाओं का नगर। अट्टालिकाओं से सजे पथों पर फुटपाथ भी रहने... Hindi · कविता 154 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read आम आदमी ---------------------- आम आदमी महाभारत की द्रौपदी है आज का आम आदमी। किया जाता है इसलिए इन्हें बार–बार न जानें कहाँ–कहाँ से तार–तार नग्न। दौपदी होने की यही तो नियति है।... Hindi · कविता 180 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read इस शहर को लूटने वाले इस शहर के लोग हैं --------------------------------------------------- इस शहर को लूटने वाले इस शहर के लोग हैं। लौह के मोटे कवच को काँच करदे ये लोग हैं। लूटना फितरत है इनकी,लूट से बचने जतन, कह के... Hindi · कविता 135 Share Arun Prasad 29 Oct 2021 · 1 min read उड़ें चलो -------------------------------- चलो उड़ें नभ में। नभ के गौरव में। उस गौरव का रसपान करें। सूर्य,चंद्र,तारों को छूकर अपना आ सम्मान करें। व्योम ब्याह कर ले आएंगे। स्याह अन्तरिक्ष का धो... Hindi · कविता 241 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read ईश्वर बनने की त्रुटि का प्रतिफल-‘कोरोना’? --------------------------------------------------- प्रकृति प्रसूता है,सब कुछ जनती है। अमृत, और व्याधि भी,जब तनती है। मानवी नहीं है जो बलात्कार सहेगी। वह,युग की त्रुटियों को अभिशप्त करेगी। भीम और अर्जुन की ऊर्जा... Hindi · कविता 1 186 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read गजल_-गुस्से का ------------------------------------------------- क्यों हो नहीं सकता, यहाँ गुस्से का गजल। जीते हैं लोग हर दिन यहाँ गुस्से का गजल। प्यार सिर्फ कथाओं में है जीता हुआ मिला। व्यवहार में सुनते-सुनाते वे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 342 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read उड़ें चलो -------------------------------- चलो उड़ें नभ में। नभ के गौरव में। उस गौरव का रसपान करें। सूर्य,चंद्र,तारों को छूकर अपना आ सम्मान करें। व्योम ब्याह कर ले आएंगे। स्याह अन्तरिक्ष का धो... Hindi · कविता 349 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read देवी वन्दना ------------------------------------------------------------------- हे देवी, पृथ्वी के हर कण में तुम मातृ-रूप में हो स्थित। हम पुत्र-रूप में तुम्हें नमन कर, होते धन्य सदा ही रहें।। हे देवी, तेरा पूजन-अर्जन, साध्य हमारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 491 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read मेरा हर द्वार भर गया ----------------------------- तुम आ गए! मुझे मेरी स्वीकृति मिल गयी। मेरा हर द्वार भर गया। अब मैं माँगूंगी नहीं, दूँगी। मांगो मेरे प्रियतम! मन दूँ या तन! शांत है, नीरव नहीं,... Hindi · कविता 136 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 2 min read लो, देती हूँ मैं पायल का सारा धातु --------------------------------------------- लो, देती हूँ मैं पायल का सारा धातु पिघलाओ और गढ़ो प्रक्षेपास्त्र। लो देती हूँ मैं सारा स्वर्ण पिघलाओ और गढ़ो अपना कवच। मैं ये सारे घने केश उतार... Hindi · कविता 191 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read वह छोटी बच्ची ------------------------------- वह रो रही थी। अभ्यस्त रुदन। वह हँस रही थी। स्वच्छ हंसी। दु:ख कोई नहीं था। अनुभूति भी नहीं। सुख था और रोने का हौसला। रोना जीत की खुशी... Hindi · कविता 205 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 2 min read विरोध का दंगात्मक चरित्र ---------------------------------------------------------------------------------- राजनैतिक विरोध का चरित्र दंगात्मक हो तो, प्रजातांत्रिक अनुशासन का है स्खलन। नेताओं का ही नहीं आदमी का भी है निम्न दर्जे का मानसिक पतन। विरोध का राजनैतिक स्वरूप... Hindi · कविता 153 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read शब्द बिकते नहीं -------------------------------------- शब्द बिकते नहीं इसलिए दुखित हो क्या! शब्द झुकते नहीं इसलिए व्यथित हो या? डरते नहीं तुम्हारे शब्द हैं सो डरे हो क्या? झरने सा झरते तुम्हारे शब्द, करे... Hindi · कविता 158 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read शिव तेरा अभिनंदन ------------------------------------------------------- तेरी गूँथी जटाओं का अभिनंदन। जिसमें हिमनद है खोई, बहती गंगा की धारा जिसमें, उन्हीं जटाओं का करता अभिवादन। हे शिव तेरा अभिनंदन। लिपटी हुई भुजंगों जैसी सिमटी हुई... Hindi · कविता 1 1 403 Share Arun Prasad 26 Oct 2021 · 1 min read सौंदर्यात्मक स्तुति प्रेयसी की ---------------------------------- खिले प्रभात सा रंग तुम्हारा तन जैसे हो भीगा सावन। तरुणाई की अरुणिम आभा शीतल-शीतल,पावन-पावन। संगमरमर ही ज्यों तराशकर अंग तुम्हारा गढ़ गया सुन्दर। लालिमा की आभा जैसे करती... Hindi · कविता 130 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read हम और तुम ----------अरुण कुमार प्रसाद ------------------------------------------------------- मिट्टी खोदकर तुमने कंद,मूल,जड़ी-बूटी निकाले। मिट्टी खोदकर हमने निकाला स्वर्ण। तुम इतना ही क्यों कर पाये? मंदिरों में लेटकर साष्टांग, तुमने प्रार्थनाएँ की। मंदिरों में लिटाकर... Hindi · कविता 173 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read हाइकु- अधिकारों को ----------------------- अधिकारों को, सर्वजन को बाँटें। कुछ को न छाँटें। सदियों तक। शासनधिकार क्यों? नाम कुल के। क्यों नहीं सत्ता! प्रजा सत्तात्मक हो। बोलें खुल के। आ करें दुआ। कलम... Hindi · हाइकु 226 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read हाइकू--जीवन जंग -------------------------- जीवन जंग। बुढ़ापा पराजय। मृत्यु विजय। सारा अपूर्ण। आदमी जीये तो क्या! युद्ध?जीवन? असंभव है। नर का नर होना। दायरा छोटा। स्पंदन है,तो। वही तत्व,यौगिक। जीव-प्रारूप। पश्चात मृत्यु। शून्य... Hindi · हाइकु 424 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read हाइकु--असहज ----------------------- प्रश्न से दूर। असहज हाइकु। मनुष्य भी है। चाँदनी ही क्यों? असहज हाइकु। तपता मन! सबके लिए। असहज हाइकु। खोलो बदन। है रेगिस्तान। फैलता,सिकुड़ता। नि:शब्द दर्द। कितना दु:ख! असहज... Hindi · कविता 324 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read हाइकू--रवि ------------------------- वरदान है। पृथ्वी,प्राणी के लिए। सूर्य तारक। सरल है। जीना इस विश्व में। सूर्य सेवक। भगवान है। देवी,देवताओं का। सूर्य पावक। इंसान बना। कुंती-पति सूरज। लज्जा-जनक। निष्प्राण होगा। सारे... Hindi · हाइकु 238 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read हाइकू — रास्ते ----------------------------- बिछे हैं रास्ते। नुंचे-चुंथे रूआँसा। गाड़ी के नीचे। मेरा सफर। राजपथों से चौड़े। गड्ढों से भरे। कहने में हूँ। चिकनी-चुपड़ी सी। सड़कों जैसी। कोसता चले। पथ और पथिक। पटके... Hindi · कविता 181 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read हाइकू--युद्ध --------------- शांति के लिए। इतिहास का युद्ध। शांति हताश। रक्त में डूबा। युद्ध का इतिहास। दर्प जिंदा है। प्राण का नहीं। युद्ध कल्याण का हो। जियो,जीने दो। अलौकिक था। रची... Hindi · हाइकु 242 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 5 min read हिस्टीरिया माँ मैं तुम्हारी बेटी आज तुमसे रूठकर खो जाऊँगी। माँ गंगा के पवित्र गोद में सिर रखकर सो जाऊँगी। तुमने वो दुल्हा वाला खिलौना नहीं दिया न इसलिए। तुमने राजकुमार... Hindi · कविता 158 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read है वही दिन,रात का रोना ------------------------------------------ है वही दिन,रात का रोना। वही दरके हुए गाने, वही रूठा जमाना। दोस्तों की दुश्मनी का बस वही दस्तक। परिस्थितियों के सामने मेरा झुका मस्तक। आस्था से भरे फूल-मालाओं... Hindi · कविता 146 Share Arun Prasad 25 Oct 2021 · 1 min read होली--होली वही जो कि खेलै कन्हैया ---------------------------------------------------------------------- होली वही जो कि खेलै कन्हैया वृंदावन की गलियों में, प्रभु। अरु लाल गुलाल वही जो पलाश ने दी अलियों को मान प्रभु। अरे गीत वही जो कि गाये... Hindi · कविता 162 Share Previous Page 3 Next