Feed Posts Books Authors Trending List Grid Previous Page 2 Next VINOD CHAUHAN 27 Apr 2024 · 1 min read रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी जिंदगी दो ही पल की है मुस्कुराने दो अभी रूठना मनाना यूँ ही चलता रहे चलने भी दो दो घड़ी ही सही... Quote Writer 1 4 Share Harminder Kaur 27 Apr 2024 · 2 min read मौत *मौत* कल मौत से मुलाकात हो गई पहले रुकी फिर मुस्कुराई अपने अंदाज में बैयां में कुछ इठलाई। पूछने लगी कहाँ ? जाने की जल्दी है जनाब मैं तो आपको... 7 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना की पहचान जीवन की पहेलियों में बिखरा,🍂 रंगीन रंगो में रंगहीन हैं मानव ही मानव से विग्रह क्यूँ है इस युग की संवेदना की पहचान करो।। समय के घेरे में चकरा रहा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 9 Share SURYA PRAKASH SHARMA 27 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल तू मुसलमाँ, मैं हूँ हिन्दू , तू है हिन्दू, मैं मुसलमाँ । इसी चक्कर में पड़ा है , आज ये हिन्दोस्ताँ ।। हर तरफ़ हिन्दोस्ताँ में, इक लड़ाई मच रही... Best Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · देश गीत 8 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Apr 2024 · 1 min read दो शे'र - चार मिसरे इश्क़ से रोशन मिरी दुनिया है । मुझे तीरगी से डर नहीं लगता ।। वो जबसे गए हैं रूठकर मुझसे । अपना घर भी घर नहीं लगता ।। ©डॉ. वासिफ़... Hindi · शेर 7 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "पता नहीं" "पता नहीं" पता नहीं आखिरकार कितनों को मिलता है उनका अपना मूलधन कितनों को ब्याज भी, और कितनों का डूब जाता भरोसे का साथ भी। Quote Writer 1 1 10 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "तगादा का दर्द" "तगादा का दर्द" वही समझ सकता है तगादा का दर्द, होता जो भुक्तभोगी या फिर जिसने लिया हो कर्ज। Quote Writer 1 1 9 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "समष्टि" "समष्टि" समाज में व्यक्ति का तब समष्टि खोने लगता है, वह व्यष्टि की ओर जब उन्मुख होने लगता है। Quote Writer 1 1 9 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "शत्रुता" "शत्रुता" शत्रुता कहीं भी रह सकती है जूतों में कपड़ों में शान-शौकत में बंगला और गाड़ी में वो कभी रहती घर की बाड़ी में। Quote Writer 1 1 11 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(फूल) 🌻🌹🌸🌺🌼 यूँ तो हम हैं सुंदर फूल, जो बढ़ाते है बग़ीचे की शोभा माली के अनुकूल, रंग बिरंगे प्यारे -२ ख़ुशबू से महकाते सभी के आँखों को भाते, सुख-दुःख में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 11 Share Alok Saxena 27 Apr 2024 · 1 min read निष्ठुर संवेदना दुष्कर पथ, प्रस्तर के टीले तप्त मार्ग , तपते रहना है l पथ अवरुद्ध करे यदि बाधा , नित संघर्ष करते रहना है l भावहीन चक्षुओं ने अनगिनत विध्वंस के... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 2 11 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "मुकाम" "मुकाम" जब-जब नजर डालता हूँ तो पाता हूँ कइयों साथी रह गए पीछे कुछ हो गए आगे, कोई शोहरत के लिए जिए तो कोई दौलत के पीछे भागे। Quote Writer 1 1 9 Share VINOD CHAUHAN 27 Apr 2024 · 1 min read मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा वक्त के साथ रहकर वक्त बदलना होगा Quote Writer 1 5 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "सेहत का राज" "सेहत का राज" अनुशासित जीवन शैली सेहत का है राज, नियम की परिधि में ही होवे सारे काज। जिन्दगी भली जभी तक तन-मन का हो साथ, योग तो होता है... Quote Writer 1 2 11 Share Minal Aggarwal 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना का फूल संवेदना का फूल मेरी बगिया का खिलता हुआ बिखेरता अपनी सुगंध चहुं ओर संवेदना का तारा मेरे आकाश का टिमटिमाता हुआ फैलाता अपनी रोशनी इस छोर से उस छोर संवेदना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 21 Share शेखर सिंह 27 Apr 2024 · 1 min read समाज मे अविवाहित स्त्रियों को शिक्षा की आवश्यकता है ना कि उप समाज मे अविवाहित स्त्रियों को शिक्षा की आवश्यकता है ना कि उपवास की क्योंकि शादी के समय लोग डिग्री पूछते है ना कि उपवास Quote Writer 6 Share VINOD CHAUHAN 27 Apr 2024 · 1 min read मैं अंधियारों से क्यों डरूँ, उम्मीद का तारा जो मुस्कुराता है मैं अंधियारों से क्यों डरूँ, उम्मीद का तारा जो मुस्कुराता है वो अकेला है मगर भटकते हुए कितनों को राह दिखाता है Quote Writer 1 8 Share VINOD CHAUHAN 27 Apr 2024 · 1 min read मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है अंधियारों में जैसे लौ जगमगाती है न हिम्मत हार न हौंसला छोड़ कभी राहें मुश्किल ही सही मंजिल पे ले जाती हैं Quote Writer 1 7 Share शेखर सिंह 27 Apr 2024 · 1 min read एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी और लोग ट्रक में झांक रहे थे कि दहेज में क्या आया है Quote Writer 4 Share Ravi Prakash 27 Apr 2024 · 1 min read *श्रद्धेय रामप्रकाश जी की जीवनी मार्गदर्शन है (प्रसिद्ध कवि *श्रद्धेय रामप्रकाश जी की जीवनी मार्गदर्शन है (प्रसिद्ध कवि भारत भूषण)* ➖➖➖➖➖➖➖➖ पुस्तक का नाम: निष्काम कर्म (परम पूजनीय श्री राम प्रकाश सर्राफ की जीवनी) लेखक: रवि प्रकाश प्रकाशन वर्ष:... Hindi · पुस्तक समीक्षा · श्री सुंदरलाल जी महाकाव्य 5 Share शेखर सिंह 27 Apr 2024 · 1 min read यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो गयी ! Quote Writer 5 Share sushil sarna 27 Apr 2024 · 1 min read उलझी रही नजरें नजरों से रात भर, उलझी रही नजरें नजरों से रात भर, इक हादसा हुआ और सहर हो गई । सुशील सरना / 27-4-24 Quote Writer 7 Share शेखर सिंह 27 Apr 2024 · 0 min read ??????? ??????? Quote Writer 5 Share शेखर सिंह 27 Apr 2024 · 1 min read खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का, खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का, आप ये बताओ कि चांद की रातों से चाहत है कि नही..! Quote Writer 6 Share sushil sarna 27 Apr 2024 · 1 min read दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलि दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलि गंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे डोर ।। अलिकुल की गुंजार से, सुमन हुए... 5 Share शेखर सिंह 27 Apr 2024 · 1 min read जाति बनाने वालों काहे बनाई तुमने जाति ? जाति बनाने वालों काहे बनाई तुमने जाति ? ये जाति है कि जाती है नहीं है। Quote Writer 5 Share DrLakshman Jha Parimal 27 Apr 2024 · 1 min read मुदा एहि "डिजिटल मित्रक सैन्य संगठन" मे दीप ल क' ताकब तथापि मुदा एहि "डिजिटल मित्रक सैन्य संगठन" मे दीप ल क' ताकब तथापि कतो नहि भेटत एहि परिवेश मे मित्राताक आधारशिला आ श्रृंगारक परिधान ! यदि मात्र विचारक आदान -प्रदान शालीनता... Quote Writer 5 Share शेखर सिंह 27 Apr 2024 · 1 min read आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है प्रेम आहिस्ता आहिस्ता सरकता है और उम्र भर टिकता है Quote Writer 5 Share Indu Singh 27 Apr 2024 · 1 min read आनन ग्रंथ (फेसबुक) आनन ग्रंथ (फेसबुक) मिडिया पर आई एक नई किताब, नाम हैं जिसका आनन ग्रंथ (फेसबुक)। यह आनन ग्रंथ निराला है, लगता सबको प्यारा है। लॉग इन करके मित्र बनाते, और... Quote Writer 8 Share Dr.Khedu Bharti 27 Apr 2024 · 1 min read 3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *खुद की खुद से पहचान कर ले*🌹 22 22 22 122 खुद की खुद से पहचान कर ले। अपनी पूरी अरमान कर ले।। रहते साथ यहाँ... Quote Writer 5 Share Santosh Shrivastava 27 Apr 2024 · 1 min read ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी के दो पहलू है पहला हार या जीत दूसरा कटु सत्य अंत ज़िन्दगी का Quote Writer 25 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Apr 2024 · 1 min read पहले खंडहरों की दास्तान "शिलालेख" बताते थे। आने वाले कल में पहले खंडहरों की दास्तान "शिलालेख" बताते थे। आने वाले कल में अतीत की तथा-कथा "स्क्रीन-शॉट्स" सुनाएंगे। शायद...।। 👌प्रणय प्रभात👌 Quote Writer 1 6 Share Dr.Khedu Bharti 27 Apr 2024 · 1 min read 3332.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3332.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *अब तो बदलोगे तुम*🌹 22 22 22 अब तो बदलोगे तुम । खुद को बदलोगे तुम ।। मंजिल हासिल होगी। घर से निकलोगे तुम ।। मन... Quote Writer 4 Share Kumar Kalhans 27 Apr 2024 · 1 min read कैसे एतबार करें। एक ही गलती बार बार करें। कैसे हम तुझपे एतबार करें। .. लुत्फ इसमें भी खूब आता है। मुसलसल तेरा इंतजार करें। .. चाशनी बन लिपट के वार करें। एक... Hindi · ग़ज़ल 6 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 27 Apr 2024 · 1 min read तुम्हारी याद जब तुम्हारी याद आती एक तारा टूटता है शान्त ज्वालामुखी उर का दहकता है, फूटता है जब तुम्हारी याद आती कांच—सा मन दरकता है और नयनों से व्यथा का एक... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 7 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 27 Apr 2024 · 1 min read दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस तेरह करते तीन के, सम्भव हो तो तीस न्याय नीति ईमान से अपना पल्ला झाड़ सरकारों पर दोष मढ़, कीचड़ रहे... Quote Writer 1 8 Share Dr Archana Gupta 27 Apr 2024 · 1 min read दो मुक्तक भरा भावनाओं के जल से मन वो गहरा कूप है कहीं दर्द की छांव घनी तो, कहीं खुशी की धूप है कितनी भी हम कोशिश कर लें, सत्य यही है... Hindi · मुक्तक 1 7 Share Anand Kumar 27 Apr 2024 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार चाटुकारिता व ज़बर्दस्ती का प्रेम इंसान को सिर्फ़ कमजोर बनाता है। Quote Writer 8 Share Shweta Soni 27 Apr 2024 · 1 min read सुनती हूँ सुनती हूँ कोई दस्तक कोई आहट न सरगोशी कोई तन्हा खड़ी हूँ.. काफिला है साथ भी मेरे... Quote Writer 7 Share Shweta Soni 27 Apr 2024 · 1 min read न जिसमें कभी आया जाया करो न जिसमें कभी आया जाया करो कोई ख्वाब ऐसा दिखाया करो Quote Writer 6 Share Shweta Soni 27 Apr 2024 · 1 min read जो रोज समय पर उगता है जो रोज समय पर उगता है जो रोज समय पर ढलता है उस दिनकर के मन की ज्वाला को कौन यहां छू पाता है सूरज तो रोज ही आता है!!! Quote Writer 6 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Apr 2024 · 1 min read 👌कही/अनकही👌 👌कही/अनकही👌 पस्ती में पड़े पतझड़ ने मस्ती में डूबी बहार से पूछा कि उससे मिलने कब आएगी? अपना अतीत भूल चुकी बहार ने इतराते हुए कह दिया- "पता नहीं।" बहार... Quote Writer 1 7 Share Jaikrishan Uniyal 27 Apr 2024 · 1 min read आओ बौंड बौंड खेलें! आओ बौंड बौंड खेलें, मिल जाये हम भी लेलें, थोड़ी सी परेशानी झेंलें, दर दर जाकर मन टटोलें,आओ बौंड बौंड खेलें! इस बौंड से होता क्या है, आकर चलो पता... 37 Share Rajendra Kushwaha 27 Apr 2024 · 1 min read बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। इत्र लगे काग़ज के फूल यहाँ लुभाते बहुत है। ये यहाँ के तौर तरीके हैं इन्हे यही भूल कर जाओ, वरना नज़र... Quote Writer 13 Share Rajendra Kushwaha 27 Apr 2024 · 1 min read बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। इत्र लगे काग़ज के फूल यहाँ लुभाते बहुत है। ये यहाँ के तौर तरीके हैं इन्हे यही भूल कर जाओ, वरना नज़र... Hindi · मुक्तक 7 Share Rajendra Kushwaha 27 Apr 2024 · 1 min read नौकरी जरा पैसों की लालच में हम गाव छोड़ आये। बचपन में देखे हुए वो अधूरे ख्वाव छोड़ आये। कच्ची मिट्टी की दीवारे और घास का छप्पर, चहकती हुई गोरैयो के... Hindi · कविता · ग़ज़ल 9 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "अतीत" "अतीत" अतीत एक शिक्षक की तरह वर्तमान को राह दिखाता, सबक भूल जाने पर वो गर्त की ओर ले जाता। Quote Writer 1 1 10 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "महत्वाकांक्षा" "महत्वाकांक्षा" महत्वाकांक्षा मतलब भविष्य का आधार, जिसे हम पहले से जानते हैं उसी का विस्तार। Quote Writer 1 1 8 Share Dr. Kishan tandon kranti 27 Apr 2024 · 1 min read "निशान" "निशान" परमाणु बम की तरह होते अच्छे साहित्यकार और उनकी कलम की पहचान, जैसे समय के साथ भर जाते जख्म लेकिन छोड़ जाते अपना निशान। Quote Writer 1 1 10 Share Harminder Kaur 27 Apr 2024 · 1 min read माँ माँ सांवली सलोनी सूरत है मेरी माँ दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत मूरत है। उसके साये में रहकर मेरी खुशियाँ बेमोल हैं मेरी खातिर !! जितना भी सोच उसने उसका ना... 1 12 Share Previous Page 2 Next