Feed Posts Books Authors Trending List Grid Buddha Prakash 23 Apr 2024 · 1 min read एक छाया एकदम से याद आया, वो तो थी एक छाया, सिहर उठी मेरी काया, धीरे–धीरे भय था आया। गुमनाम-सा एक मेहमान-सा, बिच राह मे खड़ा था पाया, अँधेरे मे देख ना... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 0 Share Harminder Kaur 23 Apr 2024 · 1 min read *हर पल मौत का डर सताने लगा है* हर पल मौत का डर सताने लगा है जाने अनजाने ही सही अपनों से बिछड़ने का ग़म तकदीर में लिखा नजर आने लगा है। सारी ख्वाहिशे दफन सी हो गई... 0 Share Harminder Kaur 23 Apr 2024 · 1 min read दुख तब नहीं लगता दुख तब नहीं लगता जब कोई अनजान पूछे, कि तुम कौन हो ? और मन तब नहीं लगता जब कोई अपना कहे की बोलो कैसे आना हुआ ? । हरमिंदर... Quote Writer 0 Share शेखर सिंह 23 Apr 2024 · 0 min read ........... ........... Quote Writer 2 Share शेखर सिंह 23 Apr 2024 · 0 min read ????? ????? Quote Writer 2 Share Dr.Khedu Bharti 23 Apr 2024 · 1 min read 3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *प्यार कितना कह नहीं सकता*🌹 2122 2122 2 प्यार कितना कह नहीं सकता । राज दिल का कह नहीं सकता ।। बदलता है रंग मौसम यूं... Quote Writer 2 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "तलाश" "तलाश" ओढ़ लेता हूँ बस तेरे ख्वाबों की चादर हर रोज यूँ तेरे आने की आश रही, ढूँढ़ा हर जगह तुझे यूँ बेशुमार 'किशन' निगाहों को साकी सिर्फ तेरी तलाश... Quote Writer 2 Share शेखर सिंह 23 Apr 2024 · 0 min read ........? ........? Quote Writer 3 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "मुकाबिल" "मुकाबिल" जिधर फिर जाए तेरी बला की सूरत उस आईने से कोई मुकाबिल नहीं, हमको उस राह से कभी जाना नहीं हो न जहाँ तुझसा हमदर्द हासिल नहीं। Quote Writer 2 Share SPK Sachin Lodhi 23 Apr 2024 · 1 min read लोग गाली देते हैं,👇👇👇👇👇 लोग गाली देते हैं,👇👇👇👇👇 उसकी मां की चू........T,😬 तेरी बहन की चू.........T😬 अब ऐसे पागलों को कौन समझाए, कि सबकी मां, बहन की चू...........T ही होती है।😂🤣 शायद उनकी मां,... Quote Writer 2 Share Mohan Pandey 23 Apr 2024 · 1 min read विश्व पुस्तक दिवस पर *लिख कर दे दिया है मैंने जिंदगी के नुस्खे, हो सके तो चल भी देना कदम दो चार।। मोहन पाण्डेय 'भ्रमर ' 2 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "नजरें मिली तो" "नजरें मिली तो" जब नजरें मिली तो छलक गए पैमाने सारे, फिर तो बे-मोल सा यूँ हो गए जमाने सारे। Quote Writer 2 Share Ranjeet kumar patre 23 Apr 2024 · 1 min read जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था, जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था, आखिर उसके आँसू थमते भी कैसे, क्योंकि उसने अपना सबसे प्यारा तारा जो खोया था… Quote Writer 2 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "रोशनी की जिद" "रोशनी की जिद" रोशनी की जिद है मुझे मैं अपना दिल जलाकर बैठा हूँ, ये महफ़िल है शरीफों की मैं जाने का इरादा कर बैठा हूँ। Quote Writer 2 Share Ranjeet kumar patre 23 Apr 2024 · 1 min read खुद को जानने में और दूसरों को समझने में मेरी खूबसूरत जीवन मे खुद को जानने में और दूसरों को समझने में मेरी खूबसूरत जीवन में से एक साल आज फिर कम हो गया l Quote Writer 2 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "जख्म" "जख्म" कई- कई जख्म होते ऐसे जो वक्त के साथ गहराते हैं, कुछ जख्म रिसते ही रहते और कुछ ही सिये जाते हैं। Quote Writer 4 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "खत" "खत" खत का ना कोई जवाब आया फकत ख्वाबों का सैलाब आया। मजमून ना सूझते कोई हमको, क्यूँ ना उन्हें हमारा ख्वाब आया। Quote Writer 5 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 23 Apr 2024 · 1 min read ॐ ॐ Quote Writer 5 Share bhandari lokesh 23 Apr 2024 · 1 min read नर्स और अध्यापक दो जिस्म नहीं, एक चाहत थे वो इक दूजे की आदत थे ना लैला मजनू, हीर रांझा वो नर्स और अध्यापक थे एक कलम से लिखता नाम उसी का एक... Hindi · कविता 7 Share Vindhya Prakash Mishra 23 Apr 2024 · 1 min read बल और बुद्धि का समन्वय हैं हनुमान । बल और बुद्धि का समन्वय हैं हनुमान । सेवा त्याग समर्पण के पूरे हैं प्रतिमान। शैव वैष्णव के भेद मिटाने वाले हैं राम दूत अतुलित बल शील है हनुमान ।... Quote Writer 10 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "फितरत" "फितरत" ख्वाहिश नाम की एक बहन है ख्वाब की फितरत दोनों की एक सी, पंख लगाते हैं मन को भरमाते हैं दोनों से शिकायत मेरी एक सी। Quote Writer 1 1 6 Share Harminder Kaur 23 Apr 2024 · 1 min read "मैं" एहसास ऐ! "मैं" एहसास ऐ! जिंदगी जीना चाहती हूँ कदम दो कदम ! अकेले चलना चाहती हूँ ऊब सी गई हूँ भीड़ से अब "मैं" अकेले मंजिल तय करना चाहती हूँ। हरमिंदर... Quote Writer 5 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "दो मीठे बोल" "दो मीठे बोल" अच्छे कर्म से मिलते जीवन के दिन चार, क्रोध त्याग प्रेम करो यही जीवन का सार। प्रेम-क्रोध दोनों की है महिमा अपरम्पार, बस दो मीठे बोल के... Quote Writer 1 1 10 Share Harminder Kaur 23 Apr 2024 · 1 min read जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है अगर रुक कर खटखटाओगे तो !एहसास है मोहब्बत मिलेगा अगर चुपचाप गुजार जाओगे तो यूं ही बंद दरवाजो का सिलसिला चलता रहेगा। हरमिंदर कौर,... Quote Writer 5 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "मुरीद" "मुरीद" हर एक रचना के कोई न कोई तो जरूर मुरीद होते हैं, जो इंसानी भावनाओं और जीवन की घटनाओं के बहुत करीब होते हैं। Quote Writer 1 1 8 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "सरल गणित" "सरल गणित" वो सरल गणित के चैप्टर ही परीक्षा की वैतरणी पार करा देते, स्कूल कॉलेज की कक्षाओं में दूसरे-तीसरे दर्जे में पास करा देते। Quote Writer 1 2 8 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "स्केल पट्टी" "स्केल पट्टी" लकड़ी की बनी मजबूत लम्बी और बेमिसाल झोले में छुपकर वो चलती मेरे साथ, स्कूल के रास्ते में गाय-बैल को हाँकना हो जरा धौंस-धपट्टी और शान-शेखी बघारना हो... Quote Writer 1 1 7 Share Harminder Kaur 23 Apr 2024 · 1 min read शिद्दत से की गई मोहब्बत शिद्दत से की गई मोहब्बत आसानी से नहीं मिलती और जो आसानी से मिल जाती है वह ज्यादा दिन नहीं टिकती। Quote Writer 8 Share Ritu Asooja 23 Apr 2024 · 1 min read संवेदना की बाती सहयोग मीठा एहसास है ह्रदय में संवेदना परस्पर प्रेम को जीवन का गणित बना।। स्वार्थ बना सर्वोपरी, संवेदना मानों मरी कौन किसका है यहां, स्वार्थ ही सब कुछ हुआ।। मैं-मैं... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 9 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Apr 2024 · 1 min read "इंसानियत" "इंसानियत" सारे जहां में इंसानियत का कोई मजहब नहीं होता, इंसानियत तो वही है जहाँ पर कोई मतलब नहीं होता। Quote Writer 1 1 8 Share Vijay Nagar 23 Apr 2024 · 2 min read विक्रमादित्य के बत्तीस गुण *सिंहासन बत्तीसी प्राप्ति की कथा* *भाग–2* राजा भोज के महल में न्याय की घंटी बजती है राजा भोज तुरंत दरबार में पहुचते है। तभी गांव का सरपंच उन्हें कहता है... Hindi · Article · जीवनी 6 Share Shweta Soni 23 Apr 2024 · 1 min read संवेदना संवेदना से शून्य होना आदमी के पतन का आभास देता है क्या प्रेम,, क्या अपराध क्या- क्या दया..क्या आघात क्या दोनों में दोनों का विरोधाभास देता है मरघट पे जाकर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 9 Share Umender kumar 23 Apr 2024 · 1 min read जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं, जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं, एक वक्त तक साथ देने के बाद, यह तो फिर भी इंसान है साहब.... Quote Writer 9 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 23 Apr 2024 · 1 min read लेकर सांस उधार मरी हुई संवेदना, साधे शर उर पार। भाव बेचारे सिसकें, लेकर सांस उधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 21 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read अस्तित्व पत्थर पर गिरते ही शीशा चूर-चूर होता है ! और शीशे पर पत्थर पड़ते ही , शीशा चूर-चूर बिखरता है ! हर बार शीशे को तोड़कर पत्थर अपनी ह़स्ती जताता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read पत्थर की अभिलाषा राह पर पड़े पत्थर ने सोचा इक दिन यह भी क्या जीवन है ? नित प्रतिदिन ठोकरें खाता फिरता हूं ! दिशाहीन मैं इधर-उधर लुढ़कता टूटता बिखरता रहता हूं !... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read संदेश अंतर्मन तिमिर नष्ट हो , जागृत हो आशा किरण , स्पंदित हो सद्भाव , नष्ट हो व्याप्त घृणा विकिरण , प्रेम मुदित मनस बने , संचरित हो सद् विचार ,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read काव्य भावना किसलय की मुस्कान बनी , मृगनयनी का श्रृंगार बनी , चंद्र किरण चंचल किरणों का वर्णन बनी, नभ आच्छादित नक्षत्र मंडल सौंदर्य भान बनी , रवि आगम प्रकाश पुंजों का... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read प्रतिशोध क्रोध , वैमनस्य, प्रतिस्पर्धा की उत्पत्ति , विवेक भंजन नकारात्मक संहारक शक्ति , अंतस अनल उत्सर्जित दहन भावना , घृणा प्रेरित विनाशक प्रतिकार कामना , ह्रदय कंटक बनी कष्ट कारक... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम एक लगन है , इसमें रहते प्रेमी मगन हैं , यह हृदय से हृदय का स्पंदन है , यह बुझाए ना बुझे वह अगन है , यह एक सतत... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read सत्याधार का अवसान सत्य क्यों इतना प्रतीत निष्ठुर है ? असत्य क्यों इतना प्रतीत मधुर है ? क्यों सत्य सबसे अलग इतना एकाकी पड़ गया है ? क्यों असत्य का साथ देने वालों... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 Share Lekh Raj Chauhan 23 Apr 2024 · 1 min read ले चल साजन शीर्षक: ले चल साजन ले चल साजन मुझे बादलों की छाँव में। ये जो मेरी पलकें है झुकी, तेरे उठते लिबास का कमाल है। ढंग जो है बदला,तेरी चाहत का... 6 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read जीवन संगीत समय के आगार पर मानव क्षण भर का मेहमान है , सांसों के तार पर रचित जीवन संगीत के धुनों की पहचान है , कभी मिलन ,कभी विरह , कभी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read संघर्ष संघर्ष जीवन में निरंतर विद्यमान रहता है , जो विभिन्न रूपों में प्रभावित करता रहता है , कभी खुद अपने शरीर एवं मनस से , कभी अपने दृष्टिकोण एवं मान्यताओं... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read मुस्कान शिशु की स्मित मुस्कान करती हृदय प्रफुल्लित , पलभर में दुःखों को भूलकर मन होता आनंदित , निर्विकार परमेश्वर की वह साकार अबोध कृति , उसमें स्फुरित अपरिमित विकीर्ण वह... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read जीवन एक मृगतृष्णा जीवन एक मृगतृष्णा है , जिसमें आसक्ति अपनी ओर आकर्षित करती है , आत्मीय संबंधों की विभक्ति अंतर्वेदना निर्मित करती है , स्वप्निल आशाओं ,आकांक्षाओं , अभिलाषाओं के मनस पटल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 Share शेखर सिंह 23 Apr 2024 · 1 min read दुनिया मे नाम कमाने के लिए दुनिया मे नाम कमाने के लिए कभी भी कोई फूल नहीं खिलता Quote Writer 10 Share शेखर सिंह 23 Apr 2024 · 1 min read बात का जबाब बात है बात का जबाब बात है गाली नहीं.! -मुंशी प्रेमचंद Quote Writer 9 Share शेखर सिंह 23 Apr 2024 · 1 min read अक्सर हम ऐसा सच चाहते है अक्सर हम ऐसा सच चाहते है जिसका अपने पक्ष मे इस्तेमाल कर सके.! Quote Writer 6 Share शेखर सिंह 23 Apr 2024 · 1 min read व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है शिवाय उसके सपनो के.! Quote Writer 8 Share Page 1 Next