Feed Posts Books Authors Trending List Grid Previous Page 3 Next Dr. Kishan tandon kranti 25 Apr 2024 · 1 min read "कलयुग का दौर" "कलयुग का दौर" सच में आज कलयुग का दौर है लालच का साम्राज्य चहुँओर है आप ही जरा सोचिए ना अब इंसानियत का कहाँ ठौर है? Quote Writer 1 1 9 Share Dr. Kishan tandon kranti 25 Apr 2024 · 1 min read "लिहाज" "लिहाज" कर्म के लिहाज से जो बोवोगे वही काटोगे, जो झोली में रहेगा किसी को वही बाँटोगे। Quote Writer 1 1 9 Share Dr. Kishan tandon kranti 25 Apr 2024 · 1 min read "पूछो जरा" "पूछो जरा" उसके शरीर पर कमीज ढूँढ़ते हो भाई, यह तो पूछो जरा क्या पेट की आग बुझ पाई? Quote Writer 1 1 8 Share लोकेश शर्मा 'अवस्थी' 25 Apr 2024 · 1 min read सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद कर देंगे।। ✍️ अवस्थी लोकेश शर्मा Quote Writer 10 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read सपना है आँखों में मगर नीद कही और है सपना है आँखों में मगर नीद कही और है दिल तो है जिस्म मे मगर धड़कन कही और है कैसे बया करे हाल ए दिल जी तो रहे है मगर... Quote Writer 10 Share शेखर सिंह 25 Apr 2024 · 1 min read 🥰🥰🥰 🥰🥰🥰 Quote Writer 6 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read *मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)* *मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)* जन्मसिद्ध अधिकार है,मेरा प्रिय मतदान। सोच समझकर दो उसे,जिसे सर्वहित ज्ञान।। मूल्यवान मतदान है, इसका हो सम्मान। बिना विचारे फेंक मत,कर विवेक का मान।। इस... Quote Writer 7 Share लोकेश शर्मा 'अवस्थी' 25 Apr 2024 · 1 min read जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता है।। Quote Writer 7 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 2 min read *दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...* *दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...* (1). दही का सेवन करने से हमारी पाचन शक्ति बढ़ती हैं, हर-रोज दही खाने से भूख न लगने की बीमारी खत्म हो... Quote Writer 9 Share लोकेश शर्मा 'अवस्थी' 25 Apr 2024 · 1 min read श्रेष्ठ विचार और उत्तम संस्कार ही आदर्श जीवन की चाबी हैं।। श्रेष्ठ विचार और उत्तम संस्कार ही आदर्श जीवन की चाबी हैं।। Quote Writer 7 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read *माँ सरस्वती (चौपाई)* *माँ सरस्वती (चौपाई)* चली लेखनी कृपा हुई जब। मात समायी हैं रग रग जब।। बिन माता के भाव न उठता। कभी न कविता में मन लगता।। कर पर बैठी वे... Quote Writer 9 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read इक पखवारा फिर बीतेगा इक पखवारा फिर बीतेगा एक अमावस फिर हारेगा पूरनमासी फिर जीतेगा Quote Writer 8 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read *पत्थरों के शहर में कच्चे मकान कौन रखता है....* *पत्थरों के शहर में कच्चे मकान कौन रखता है....* *आजकल हवा के लिए रोशनदान कौन रखता है...!* *अपने घर की कलह से फुरसत मिलें तो सुनें....* *आजकल पराई दीवार पर... Quote Writer 7 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़ एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़ नाश्ते में खिचड़ी दे देने से परेशान 85 छात्रों ने होस्टल वार्डन से शिकायत करी और बदल-बदल के नाश्ता देने को कहा. 100 में से... Quote Writer 6 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल न जाने किस लिए ये मन मेरा सहमता है जो अपने मन के मुताबिक ये कुछ भी करता है🌹 मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ वो एक फूल... 11 Share लोकेश शर्मा 'अवस्थी' 25 Apr 2024 · 1 min read अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवह अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवहार में देखो।। Quote Writer 5 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया जिंदगी का खत्म किस्सा हो गया✍️ अब रुकें भी क्या हम अपने शहर में आप से भी अब तो मिलना हो गया✍️ वह... Quote Writer 9 Share लोकेश शर्मा 'अवस्थी' 25 Apr 2024 · 1 min read चित्र कितना भी ख़ूबसूरत क्यों ना हो खुशबू तो किरदार में है।। चित्र कितना भी ख़ूबसूरत क्यों ना हो खुशबू तो किरदार में है।। Quote Writer 6 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read सवाल करना तो बनता है रिश्ते औपचारिक हो कर ऐसे ही धीरे-धीरे मरते हैं, आज हम संवेदनाएँ भी मैसेज से प्रकट करते हैं। सोशल मीडिया पर अजीब-अजीब चैलेंज आ रहे हैं, दंपत्ति की फ़ोटो डाल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 11 Share लोकेश शर्मा 'अवस्थी' 25 Apr 2024 · 1 min read मजबूत इरादे मुश्किल चुनौतियों से भी जीत जाते हैं।। मजबूत इरादे मुश्किल चुनौतियों से भी जीत जाते हैं।। Quote Writer 7 Share Dr.Khedu Bharti 25 Apr 2024 · 1 min read 3321.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3321.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *वक्त रहते पास तुम्हारें*🌹 22 22 22 2 यूं वक्त रहते पास तुम्हारें। पूरे होते आस तुम्हारें।। ये जीवन महके हरदम। बस चलती सांस तुम्हारें ।।... Quote Writer 5 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read वह मुझे चाहता बहुत तो था वह मुझे चाहता बहुत तो था ये मगर सिलसिला ग़लत तो था झूठे चेहरे पे फ़रेबी आँखें उसको पहचानना सरल तो था मार डाला है मुझे जिंदा रख ये मेरा... Quote Writer 8 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read काम पर जाती हुई स्त्रियाँ.. काम पर जाती हुई स्त्रियाँ.. काम से आती हुई स्त्रियाँ.. काम से काम पर हीं दोबारा भाग कर आती हुई स्त्रियाँ.. घर.. रसोई से कार्यालय तक जूझकर आती हुई स्त्रियाँ... 7 Share Jyoti Roshni 25 Apr 2024 · 1 min read कोई इशारा हो जाए हम तो मान चुके हैं तुम्हें अपना कभी से, तेरी तरफ से भी कोई इशारा हो जाए। प्यार तो वो है जो इंसान को और बेहतर कर दे, वो मोहब्बत... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 2 12 Share Indu Singh 25 Apr 2024 · 1 min read जिन स्वप्नों में जीना चाही जिन स्वप्नों में जीना चाही वे स्वप्न बिखर गए। दिल के अरमान आंसू बन बह गए। राह कौन सी अपनाऊं यह सोच थक गई। देख दुनिया में भीड़ को जीने... Quote Writer 9 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं आप हिंदी की उपयोगिता,अंग्रेज़ी में लिखकर बता रहे हैं Quote Writer 10 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read पात कब तक झरेंगें पात कब तक झरेंगें फूल कब तक खिलेंगें आम की बाग के कच्चे कच्चे बौर कब तक पकेंगें नीम के पेड़ पर घोसलें की आस कब तक सधेंगें मेघ पुरवाईयों... Quote Writer 7 Share Indu Singh 25 Apr 2024 · 1 min read समय (कविता) समय-समय की बात है समय बड़ा ही हैं बलवान। समय के आगे सब कोई हारा चाहे दुर्बल हो या पहलवान। समय बदलता रहता सबका चाहे गरीब हो या धनवान। बदला... Hindi · कविता 7 Share ओसमणी साहू 'ओश' 25 Apr 2024 · 1 min read "काफ़ी अकेला हूं" से "अकेले ही काफ़ी हूं" तक का सफ़र "काफ़ी अकेला हूं" से "अकेले ही काफ़ी हूं" तक का सफ़र व्यक्ति को बुरी तरह तोड़ कर,पूरी तरह मजबूत बना देता है। -ओश Quote Writer 1 6 Share Kanchan Alok Malu 25 Apr 2024 · 1 min read स्पर्श पहला स्पर्श, सुहाना संवाद, हृदय की धड़कन, बढ़ती तड़प का एहसास। हाथों की स्पर्श, मिलन की पहचान, आत्मा का मिलन, प्रेम की हुई एक नई शुरुआत । आँखों में बसी,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 8 19 Share Manoj Mahato 25 Apr 2024 · 1 min read चुना था हमने जिसे देश के विकास खातिर चुना था हमने जिसे देश के विकास खातिर हवा है सख्श वो भी निकला बहुत है शातिर। Quote Writer 9 Share Kanchan Alok Malu 25 Apr 2024 · 1 min read गरीबी गरीबी की दुनिया, कठिनाई का संगाम, धूप में पसीने की बूंदें, अपने संग लेकर आती आती हैं। भूख की भीख में गुजरता बचपन, सपनों की उड़ान कभी नहीं भर पाता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 15 Share Kanchan Alok Malu 25 Apr 2024 · 1 min read जब भी उसकी याद आए, जब भी उसकी याद आए, आंसुओं में भर लेते हैं आँखें, दर्द को अपने दिल में छुपा, चेहरे पर मुस्कान संजोते हैं। उसके बिना जीना मुश्किल, पर उम्मीदें अभी जगी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 17 Share rkchaudhary2012 25 Apr 2024 · 1 min read कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए। कुछ देर मुहब्बत का सफर रहने दीजिए। करते हो मुझे तुम भी प्यार मेरा जैसा ही जमाने को यह झूठी खबर रहने दीजिए।... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · रमाकान्त चौधरी 40 Share शेखर सिंह 25 Apr 2024 · 1 min read दिल धोखे में है दिल धोखे में है और धोखेबाज दिल में Quote Writer 9 Share Ranjeet kumar patre 25 Apr 2024 · 1 min read हालात ही है जो चुप करा देते हैं लोगों को हालात ही है जो चुप करा देते हैं लोगों को वरना बोलना तो सबको आता है ll Quote Writer 9 Share Ranjeet kumar patre 25 Apr 2024 · 1 min read मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll Quote Writer 10 Share Ranjeet kumar patre 25 Apr 2024 · 1 min read दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नहीं करेंगे पर हसेंगे जरूर l Quote Writer 11 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 25 Apr 2024 · 2 min read समारोह चल रहा नर्क में नर्क, नर्क रह नहीं गया अब, भीड़ बढ़ रही, घनानन्द है। समारोह चल रहा नर्क में, द्वार न अब तक हुआ बन्द है ।। दूरदर्शनी चैनल अनगिन पत्र-पत्रिकाएं दिन-अनुदिन खड़े... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 5 14 Share goutam shaw 25 Apr 2024 · 1 min read कवियों का अपना गम लिखने वाले की कमी कहां, पढ़ने वालों में क्षीण हुआ, देख कविता का हाल तमाशा, हर एक कवि उदास हुआ। ओश से पत्ता पत्ता सारा बोर हुआ, बरखा रानी की... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 5 3 19 Share Dr MusafiR BaithA 24 Apr 2024 · 1 min read मौतों से उपजी मौत वह था इतना अकिंचन क्षुधा आकुल कि काफी हद तक मर गई थीं भूख की वेदनाएं उसकी और अन्न से ज्यादा भूख से ही अचाहा अपनापा हो गया था उसका... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 15 Share Paras Nath Jha 24 Apr 2024 · 1 min read ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है, बल्कि अपनी सामर्थ्य के अनुसार इसे सफल बनाने का नाम है। पारस नाथ झा Quote Writer 13 Share manjula chauhan 24 Apr 2024 · 1 min read नहीं पाए किसी भी राह ठहरकर कभी चल नहीं पाए, अपने सपनों को हकीकत में बदल नहीं पाए। मैदान-ए-जंग में औरों की जरूरत क्या? जब खुद से जंग अपनी जीत नहीं पाए।... Hindi 1 11 Share Dr.Khedu Bharti 24 Apr 2024 · 1 min read 3320.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 3320.⚘ *पूर्णिका* ⚘ 🌹 *कुछ बातें समझ नहीं आती*🌹 22 22 22 22 कुछ बातें समझ नहीं आती । सौगातें समझ नहीं आती ।। रखते पांव जमीं पर हरदम ।... Quote Writer 10 Share sushil sarna 24 Apr 2024 · 1 min read बेशर्मी से ... (क्षणिका ) बेशर्मी से ... (क्षणिका ) अन्धकार चीख उठा स्पर्शों के चरम धधक उठे जब पवन की थपकी से इक दिया बुझते बुझते बेशर्मी से जल उठा सुशील सरना Quote Writer 12 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "वाह रे जमाना" "वाह रे जमाना" हमने सारी कायनात ढूँढ़ डाली मगर आँसुओं की तरह कोई हमदम नहीं होता, जिन्दगी में हर मोड़ पर मिलते हैं गम सोचिए जिन्दा रहना भी कम नहीं... Quote Writer 1 1 15 Share Dr MusafiR BaithA 24 Apr 2024 · 1 min read सुख का मुकाबला उस अमीर का सुख मुझे बहुत विपन्न दिखा और उस गरीब का सुख बहुत सम्पन्न एक चेहरे पर सुख गर्व सजा मग़र सूजा दिखा था जबकि दूजा मुख मुझे दुख... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 14 Share sushil sarna 24 Apr 2024 · 1 min read जिन्दगी .... जिन्दगी .... जिन्दगी फिर जीने लगी जिन्दगी जिन्दगी के बाद जिन्दगी से ऊपर सुशील सरना / 24-4-24 Quote Writer 11 Share sushil sarna 24 Apr 2024 · 1 min read जाल .... जाल .... बहती रहती है एक नदी सी मेरे हाथों की अनगिनित अबोली रेखाओं में मैं डाले रहता हूँ एक जाल न जाने क्या पकड़ने के लिए हाथ आती हैं... 10 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 1 min read "बागबान" "बागबान" सारे जग में वही महान है, जो जिन्दगी का बागबान है। Quote Writer 1 1 14 Share Previous Page 3 Next