List Grid Previous Page 3 Next niranajanadange 17 Dec 2025 · 1 min read गहरी पीड़ा आज दर्पण में जब निहार रही थी खुद को एक सवाल पूछा खुद से सबके साथ नजर आती है खुद के साथ क्या तू मगर है ? सबके सुख दुख... 12 Share Rashmi Sanjay 17 Dec 2025 · 1 min read चाहता है मन सदा नग़में वफा के गुनगुनाना चाहता है मन सदा नग़में वफा के गुनगुनाना हो कभी दुःख या मिले सुख , संग गा लें हर फ़साना स्वप्न हों साकार सारे, मन कभी खाली ना हो, याद... Quote Writer 17 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read खुलासा ना करना खुलासा ना करना सरेआम हमारी मरती चाहत का, यादों में जलता – बुझता रहेगा जो इश्क तेरा – मेरा है। फिर कभी ना मिलेगी घुमंतू की खोई जिंदगी, साँसों में... Hindi · Quote Writer · कविता 16 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read ना कहना कुछ ना कहना कुछ चले जाना यूंही दूर मेरी नजरों से, फिर भी नजारों में दिखता रहेगा जो इश्क तेरा – मेरा है। मेरी गली में आना नहीं मेरे खो जाने... Hindi · Quote Writer · कविता 17 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read उधेड़ डालो सारी चमड़ियां काट डालो सारी नसें, उधेड़ डालो सारी चमड़ियां काट डालो सारी नसें, फिर भी नहीं मरेगा जो इश्क तेरा – मेरा है। नाम चाहे दे दो कोई या रहने दो बेनाम इसे, फिर भी... Hindi · Quote Writer · कविता 13 Share Rashmi Sanjay 17 Dec 2025 · 1 min read भँवर सा जीवन है सखे! भँवर सा जीवन है सखे! विरह-मिलन का साथ। सफ़ल वही होते सदा जो भूलें आघात। रश्मि लहर Quote Writer 10 Share Dr Archana Gupta 17 Dec 2025 · 1 min read अश्रु बहते हुए मैं छुपाने लगी अश्रु बहते हुए मैं छुपाने लगी देखकर मैं उन्हें मुस्कुराने लगी हाल पूछा उन्होंने ज़रा क्या मेरा मैं तो पूरी कहानी सुनाने लगी मेरी चुप्पी ही अब तो मुझे कौंचकर... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल3 124 Share sushil sarna 17 Dec 2025 · 1 min read लघुकथा लघुकथा फटा ब्लाउज ..... "माँ देखो, ये साड़ी कैसी है ।" राहुल ने अपनी पत्नी अंजलि की नई साड़ी दिखाते हुए कहा । "अच्छी है बेटा । जा दे दे... 9 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 2 min read कहानी-कलयुग की भी..... कलियुग की भी अलग कहानी विधा-कहानी मनीषा के कानों में आवाज पड़ी,हां ये ऊपर की चारों बर्थ अपनी है, इनको नीचे करो और बैठ जाओ सब" एक पति-पत्नी और उनके... 13 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read नवगीत नवगीत मात्रा भार-16/15 मुख में कितनी मिश्री घोले शब्द मगर बिन तोले बोले। ,विष सम बातें करते लोग। हैरानी होती है मुझको, नाग फनी के जैसे लोग।। मीठी-मीठी बाते करके,... 10 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read ग़ज़ल गजल मापनी- 122,122,122,122 काफिया - आओ की बंदिश रदीफ- मुहब्बत न यूँ ही किसी पर लुटाओ मुहब्बत। जरा सोच कर तुम जताओ मुहब्बत।। बढ़ी बेवफाई बहुत आजकल है, वफ़ा से... 10 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read आयेगी हर सुबह की शाम आयेगी हर सुबह की शाम यहीं घुमंतू सबके लिए मगर, एक डाकिया फिर भी चाहिए जो घर का पता बता सके।। ~ राजीव दत्ता ' घुमंतू ' Hindi · Quote Writer · कविता 12 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read सोरठा सोरठा11/13 सृजन शब्द-छाँव कटते जाते खेत ,छाँव कहा अब पेड़ की। ज्यों मरुस्थल रेत ,गाँव शहर यूँ तप रहे।। जंगल रहे तलाश , पंछी मांगे छाँव रे। हरियाली जब नाश... 11 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read ग़ज़ल-मिट गए देख..... अर्कान:- फ़ाइलुन,फ़ाइलुन,फ़ाइलुन,फ़ाइलुन मापनी:- 212, 212, 212, 212, काफ़िया:- अत की बंदिश रदीफ़:- में हम ग़ज़ल मिट गए देख तेरी मुहब्बत में हम। और कितने पियें अश्क चाहत में हम।। जान... 10 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read हर सुबह कोई खुद को झुठलाने हर सुबह कोई खुद को झुठलाने चल देगा घर से दूर कहीं, एक डाकिया महज़ चाहिए जो मुझको सच बतला सके। ~ राजीव दत्ता ' घुमंतू ' Hindi · Quote Writer · कविता 12 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read प्रदीप छंद-राम-राम तो कहते..... प्रदीप छंद गीत* ----💥 मात्राभार ----29 यति 16,13 पदांत --- लघु गुरु (12) प्रदीप छंद = चौपाई (16) + दोहे का विषम चरण(13) *सृजन भाव- भगवान श्री राम पर आधारित... 10 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read तर आये दिल कितने ही तर आये दिल कितने ही किनारों पर डूबे हैं, एक डाकिया महज़ चाहिए जो तिनका भर पकड़ा सके। ~ राजीव दत्ता ' घुमंतू ' Hindi · Quote Writer · कविता 12 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read गीतिका --मीत को मनमीत..... गीतिका मापनी- 2122 2122 212 समांत-अल का तुकांत पदांत- रहा मीत को मनमीत अब तो खल रहा। बोल मधु से बोल कर के छल रहा।। द्वार मंदिर के अटे हैं... 11 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read आकाश में तपते सूरज सा आकाश में तपते सूरज सा फिर कोई जल उठा है, एक डाकिया महज़ चाहिए जो छांव कहीं दिखला सके। ~ राजीव दत्ता ' घुमंतू ' Hindi · Quote Writer · कविता 12 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read विधाता छंद आधार छंद-विधाता छंद मापनी-1222-1222, 1222-1222 यति-14,14 पदांत-दो गुरु शीर्षक- *कृपा* कृपा बरसे सदा भगवन, खुशी के गीत हम गाएँ। लिखा हो भाग्य में जितना,उसे पाकर ही हर्षाऐं ।। पड़े क्यों... 10 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read ख्वाबों को रखकर किनारे ख्वाबों को रखकर किनारे चलते रहे ख्वाबों के लिए, एक डाकिया महज़ चाहिए जो नींद तक ले जा सके। ~ राजीव दत्ता ' घुमंतू ' Hindi · Quote Writer · कविता 14 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read सोरठा सोरठा मापनी-११/१३ विषम चरण में सम तुकांत सृजन शब्द-जनक नंदिनी आयी चुनने फूल,जनक नंदिनी बाग में। सुध-बुध बैठी भूल,देखा जो श्री राम को।। जागा मन अनुराग,रघुवर से आँखे लड़ी। माना... 7 Share Rajeev Dutta ' Ghumantu ' 17 Dec 2025 · 1 min read लिफ़ाफे में ज़िंदगी बंद है लिफ़ाफे में ज़िंदगी बंद है अधूरी चिट्ठियां हैं जिनमें, एक डाकिया महज़ चाहिए जो मंज़िल तक पहुंचा सके। ~ राजीव दत्ता ' घुमंतू ' Hindi · Quote Writer · कविता 11 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read आँसू छंद आंसू छंद विधान- यह एक सम पद मात्रिक छंद है कुल २८मात्राएं है १४,१४पर यति दो दो पद समतुकांत प्रथम दो मात्राएँ सदैव द्विकल के रुप में होगी, जिसमें दो... 10 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read विजया घनाक्षरी विधा *विजया घनाक्षरी छंद ( चरणांत ल गा 1 2 )* सृजन शब्द 👉 विपुल भंडार रहे विपुल भंडार रहे, दया सिंधु नित बहे, माँ की जय जब कहें, तेरी... 7 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read प्रदीप छंद--कतरा-कतरा प्रदीप छंद मात्रा भार-29 यति16,13 पदांत-12 प्रदीप छंद=चौपाई +दोहे का विषम चरण सृजन शब्द-कतरा-कतरा कतरा-कतरा खुशियां मिलती, रब का ये आभार है। सुख-दुख का मेला है जीवन,धीरज ही आधार है।।... 6 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read ग़ज़ल 122,122,122,122 फ़ऊलुन,फ़ऊलुन,फ़ऊलुन,फ़ऊलुन क़ाफ़िया- "अत" की बन्दिश का काफ़िया है रदीफ़ - दौलत उसी पर लुटाओ मुहब्बत की दौलत। करे आपके नाम इज्जत की दौलत। हुए लोग हैं आजकल मतलबी से,... 9 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read प्रदीप छंद-स्वास्थ्य प्रदीप छंद मात्रा भार-29 यति16,13 पदांत-12 प्रदीप छंद=चौपाई +दोहे का विषम चरण सृजन शब्द-स्वास्थ्य रक्षा स्वास्थ्य की है करनी,कर ले निशिदिन योग रे। सुंदर होगा तन-मन तेरा,मिट जाए सब रोग... 12 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read प्रदीप छंद-दीप प्रदीप छंद मात्रा भार-29 यति16,13 पदांत-12 प्रदीप छंद=चौपाई +दोहे का विषम चरण सृजन शब्द-दीप मैं-मैं क्यों तू हरदम करता, अवगुण अपने छोड़ दे। अंतस दीप जला ले मानुष,नाता रब से... 11 Share seema sharma 17 Dec 2025 · 1 min read प्रदीप छंद--रंग प्रदीप छंद मात्रा भार-29 यति16,13 पदांत-12 प्रदीप छंद=चौपाई +दोहे का विषम चरण सृजन शब्द-रंग सच्चे को झूठा बतलाये, रह जाए सब दंग रे। रूप दिखाए दुनियां कितने, बदले कैसे रंग... 11 Share Previous Page 3 Next