Feed Posts Books Authors Trending List Grid Previous Page 2 Next Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read आदतों में जो थी आवाजें। आदतों में जो थी आवाजें, वो मौन में समा गयीं, आहटें जो रहती थी नियमित, शून्यता के हिस्से में आ गयीं। मीठी धूप की थी शिरकतें, काली घटा भरमा गयी,... Poetry Writing Challenge-3 · Manisha Manjari · कविता · मनीषा मंजरी 5 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read अनंत प्रकृति का नव आगमन नव वर्ष आया द्वार है। दीप जले अंबर में, मंगल सारा संसार है,, आशाओं की धुन में गीत सुनाता नव वर्ष आया द्वार है। प्रकृति का भी नव आगमन लालिमा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · मुक्तक 5 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read वो गुलमोहर जो कभी, ख्वाहिशों में गिरा करती थी। वो गुलमोहर जो कभी, ख्वाहिशों में गिरा करती थी, अब तो बस ख़्वाबों की दहलीज पर बिखरती है। मुस्कुराती शामें जो सतरंगी आसमां तले बातों में गुजरती थी, अब अंतहीन... Poetry Writing Challenge-3 · Manisha Manjari · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read गीतिका आसमाँ की चाहत दिल में रखता रहा मंजिलों से मुहब्बत कब से करता रहा ख़्वाहिशें उड़ान को आतुर हैं कब से फिर हर तूफ़ान से हर कसर भिड़ता रहा हिम्मत... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · कविता · शिवनी · हमीरपुर 3 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read भगवान की पूजा करने से भगवान की पूजा करने से माँ नहीं मिलेगी, लेकिन शायद माँ की पूजा करने से भगवान जरूर मिलेंगे ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read तू इतना जरूरी क्यों कितनी प्यारी, कितनी न्यारी जिसको जैसा चाहा वैसा बनाया क्या मोह जो पड़ा सुधर न पाया रूप निराला कोई समझ न पाया सबकी प्यारी लाडली है, तुझको न कोई खोना... Poetry Writing Challenge-3 3 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही। बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही, जख्मों से सुन्न पड़े इस मन पर, चीख इल्जामों के और सही। सुखे अश्रु से भरे नैनों में, पीड़ा की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Neeraj Agarwal 12 May 2024 · 1 min read यह मौसम और कुदरत के नज़ारे हैं। यह मौसम और कुदरत के नज़ारे हैं। हम सभी इसके सहारे है Quote Writer 5 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read कुरुक्षेत्र में द्वंद का कारण पांडू के बेटे पांडवों पर हो रहे अत्याचार की एक कहानी है, महाभारत का कारण बना जो वह बात अनंत की जुबानी है। हस्तिनापुर की हिफाजत की खातिर उनका सबकुछ... Poetry Writing Challenge-3 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ। सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ, टूटे तारों में बसती हैं, ठहरे मन्नतों की गहराईयां। अक्स सुलझा नहीं पाती हैं, खुद से पूछती अबूझ पहेलियाँ, ताँ उम्र... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read जीत का झंडा गाड़ेंगे हम जीत का झंडा गाड़ेंगे हम ऐसा सिक्सर मारेंगे हम बुरे वक्त पे साथ ना देते कितने लोग निराले हैं अगर अंधेरा साथ खड़ा है साथ छीनने वाले हैं सभी चमक... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · शिवनी · हमीरपुर 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं। ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं, बेचैनियों को शब्द, कहाँ अब भाते हैं। ये कोरे अश्क जो, मन को हल्का कर जाते हैं, पलकें पलों में,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read बेटी की लाचारी गरीबी थी लाचारी थी, वह सम्पूर्ण अभागी नारी थी जिस घर में है वह जन्म ली, वह भी समय की मारी थी बेटी के रूप में जन्मी थी वह सम्पूर्ण... Poetry Writing Challenge-3 4 Share Neeraj Agarwal 12 May 2024 · 1 min read याद आती हैं मां *शीर्षक - याद आती हैं मां* ************* जीवन जिंदगी में याद आती हैं मां हमारे मन भावों में याद आती हैं मां सच तो बस शब्दों में याद आती हैं... Hindi · कविता 12 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read ये यादों की किस्तें जाने कबतक रुलायेंगी। ये यादों की किस्तें जाने कबतक रुलायेगी, क्या जीवन सफर में हमराही बन मृत्यु तक साथ निभाएंगी। जज़्बातों की चिलचिलाती धूप, रूह के पाँव जलाएंगी, या वक़्त की ठंडी छाँव,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है। मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है। बातों की चाहतें जगती हैं,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 3 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read मन में रख विश्वास मन में रख विश्वास, तू करता रह प्रयास न हार अंत है जीवन का, अनंत करता रह प्रयास गिर गिर मकड़ी चढ़ती, फिर भी न माने हार बस तू अनंत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख 6 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read मैं, मेरी मौत!! "मैं और मेरी मौत'' ______________________ ऐ मौत! जब भी आना तो, चुपके से तुम, मत आना। आना जब भी तुम अगर, हँस के ही मेरे पास आना। सिर पे मेरे... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · कविता · शिवनी · हमीरपुर 5 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं। इस क्षितिज का चाँद, जब भी अक्स से मेरे आ मिलता है, दर्द भरी आँखों में, सुकून का एक पल खिलता है। सहलाती हैं हवाएं, परछाइयों को मेरे कुछ इस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं। वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं। वो मुस्कुराहटें जो, मासूम सी आँखों में कभी बसती हैं, अब बूँदें... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read गुरुवर अनंत वाणी गुरु आपकी ये अमृत वाणी याद हमे यूं सदा रही है, याद हमे यूं सदा रही है । मिला सिख जो आपसे गुरुवर क्या अच्छा है क्या बुरा यह पहचान... Poetry Writing Challenge-3 5 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read मुक्तक सीना फ़ौलादी जान-ओ-ज़िगर हाथ रखते हैं मुहब्बत से रहते हैं मुहब्बत साथ रखते हैं बात जब वतन की आबरू पे आ जाए चीरते दुश्मन, माँ के चरणों पे माथ रखते... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · कविता · शिवनी · हमीरपुर 5 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read संदेशे भेजूं कैसे? संदेशे भेजूं कैसे, पता तेरा बेपता अब हो गया है, शब्दों की स्याही चलाऊं कहाँ, जब कागज़ का नामोंनिशां मिट गया है। वेदना भरे आंसूं गिराऊं कहाँ, स्नेहिल चादर हीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read जिंदगी तुझसे हार गया जिंदगी तुझसे वह हार गया, सहर्ष आत्महत्या स्वीकार गया, वह पंखे से है लटक गया, न जाने वह कैसे भटक गया, न थी कीमत उन नंबर की, जिन नंबर से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 5 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए, मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए। जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए, मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए। खामोशी में एक चीख़ उठा करती है, एहसासों में एक तीर चुभा करती है। मुद्दतों बाद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो। ठहरे क़दमों को भी राहें ढूंढ लेंगी, तुम आवाज तो दो, पत्थरों को भी धड़कनें नई मिलेंगी, तुम आवाज तो दो। सवेरों में सूरज की रौशनी खिलेगी, तुम आवाज तो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read मंजिल की चाह ये मंजिल को चाह है सताती बहुत है रुलाती बहुत है रुलाती बहुत है मिलेगी न चाहत, मिलेगी नसीहत करता है मेहनत तू करता जा बंदे अभी तेरी मंजिल में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · बाल कविता 4 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read आंख का टूट गया है एक सितारा टूट गया है। आंख का तारा टूट गया है।। घर वाले तक समझ न पाए। चांद हमारा टूट गया है।। दुनिया के ताने सुन सुन के। दर्द बेचारा... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · कविता · शिवनी · हमीरपुर 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read काश थोड़ा सा वक़्त, तेरे पास और होता। काश थोड़ा सा वक़्त, तेरे पास और होता, बातें कम होती तो क्या, एहसास और होता। उन आँखों में अपनेपन का दीदार और होता, संघर्ष भरी राहों में, तेरा साथ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read जीवन की कविता जीवन की सफर में अनगिनत सपनो की टोली बांध पोटली चल दिए, न जाने कितनो की टोली जिसमे सुख दुख उत्सव पल भर जीवन की एक अनुपम यात्रा जिसको हम... Poetry Writing Challenge-3 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read कभी वैरागी ज़हन, हर पड़ाव से विरक्त किया करती है। कभी लगता है ये ज़िन्दगी सफर में बीत जाए, कभी एक घर की तलब सी जगती है। कभी फिजायें चाहती हैं, स्वछंदता साँसों में घुल जाए, कभी आस आँगन की,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Madhuyanka Raj 12 May 2024 · 1 min read दीवाना - सा लगता है मैं पागल बनी फिरती हूं उसके पीछे - पीछे, वो भी मुझे मेरा दीवाना - सा लगता है। मैं करती हूं इश्क उससे उसे मालूम है उसके दिल में भी... Poetry Writing Challenge-3 · Alfaaz-e-Madhuyanka · कविता 4 Share Surinder blackpen 12 May 2024 · 1 min read इश्क़ किया नहीं जाता इश्क़ किया नहीं जाता ,बस हो जाता है। दिल दिया नहीं जाता , बस खो जाता है। मरहले और मस्अले इश्क़ के अजीब है इस में क़ातिल ही होता सबसे... Hindi · कविता 5 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read हरियाली माया प्रकृति की बागबानी, हरियाली की छाया, पशु पक्षी की भीड़ ने वनों को रमाया, पहाड़ों के चोटियों पर बिखरे तारे समुंदर की लहरों में वो नाव की सफरें मोहक लगता... Poetry Writing Challenge-3 4 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read इतना है अरमान हमारा जीवन गाड़ी ठीक चले बस इतना है अरमान हमारा सूरत अच्छी नहीं तो क्या है ? काम बने पहचान हमारा गुस्से में ही मर जाता है अंदर का इंसान हमारा... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · ग़ज़ल · शिवनी · हमीरपुर 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read संघर्षशीलता की दरकार है। आँखों के आगे हैं उजाले, पर छा रहा अंधकार है, भय ने है पंख पसारे, और उम्मीदें हुईं तार-तार है। बोझिल हो रही हैं साँसें, पर अश्रु पर बैठा पहरेदार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Madhuyanka Raj 12 May 2024 · 1 min read ख़ुदा बताया करती थी आज जिसे मैं जमाने भर से छिपाया करती हूं, एक रोज मैं उसे अपना आशिक बताया करती थी। और मेरा हाल तक न पूछा जिसने तबियत बिगड़ने पर उसे मैं... Poetry Writing Challenge-3 · Alfaaz-e-Madhuyanka · कविता 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read जिंदगी तुझे सुलझा लूंगा वो रातों में रोना, अपनी बात किसी को नही कहना, प्रयास करते करते दिन का बीत जाना, रातों में खुद को नकारा कहना, तुझसे नही हो पाएगा , यह बात... Poetry Writing Challenge-3 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read खुद के ताबूत से हीं, खुद को गवां कर गए। साहिलों को पाने की चाह में तूफां से हम टकरा गए, खुशियाँ जो किस्तों में आती थी, उसे भी गवां गए। थी चाहत की मरुभूमि में, एक पल की छाँव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Madhuyanka Raj 12 May 2024 · 1 min read शायर की मोहब्बत हमें कुछ बताना हो तो बता देते है, अपना इश्क हम शायर महफिलों में जता देते है। और दर्द हमे देना तो, तुम सोच समझकर वरना अपने आंसू को हम... Poetry Writing Challenge-3 · Alfaaz-e-Madhuyanka · कविता 4 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read दोहे सूरज की अपनी व्यथा; चंदा की कुछ और। या दु:खिया संसार में; चैन मिले ना ठौर।। तारे जलते रात में; किरणें करती भोर। सबका अपना वक्त है; सबका अपना दौर।।... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · दोहा · शिवनी · हमीरपुर 5 Share Madhuyanka Raj 12 May 2024 · 1 min read उसके नाम के 4 हर्फ़ मेरे नाम में भी आती है चेहरे पर जैसे एक खुशी आती है, उसके नाम के 4 हर्फ मेरे नाम में आती है। इश्क का बुखार इस कदर चढ़ा है सिर पर न तबियत बिगड़ती है... Poetry Writing Challenge-3 · Alfaaz-e-Madhuyanka · कविता 4 Share Neelam Sharma 12 May 2024 · 1 min read बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा मतला अश्क पीने पड़े दर्द छिपाना पड़ा। चेहरे पर मुखौटा लगाना पड़ा। ******** हुस्न-ए-मतला भूल बैठे उसे यूँ जताना पड़ा। झूठ का जाल ही यूँ बिछाना पड़ा। ******** गिरह ज़ख्म... Hindi · ग़ज़ल · बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read इंतज़ार एक दस्तक की। इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई। निगाहें धरती की, उस आसमान को थी निहारती, बारिशों ने, जिसके बादलों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read लेखनी के शब्द मेरे बनोगी न मरियाहू की गलियों में वो मुझसे मिली, वो हमारी उसकी पहली मुलाकात भी ।। उसने एक दिन कहा, हाय कैसे हो तुम, क्या अकेले मेरी तरह रहते हो तुम ।।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · लेख · संस्मरण 5 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए। रात्रि के गहन पहर में, गति श्वासों की मंद हुई, स्याह नयनों में मेघ थे छाये, आस के मोती स्वच्छंद हुए। जीवन के इस चंचल छल में, मृत्यु मस्त मलंग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Madhuyanka Raj 12 May 2024 · 1 min read अच्छा होगा कहते हो हमसे बेपनाह मोहब्बत है तुम्हें, हमसे मोहब्बत जताया जाए तो अच्छा होगा। मेरे सामने मेरा बनकर रहते हो, जमाने को भी मुझे, मेरा बताया जाए तो अच्छा होगा।।... Poetry Writing Challenge-3 · Alfaaz-e-Madhuyanka · कविता 5 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read हमारा चांद आया है श्रृंगार पर एक अदनी सी कोशिश हमारा चाँद आया है कि बागों में खिली कलियाँ बहारों ने सजाया है कि बागों में खिली कलियाँ हंसीं चेहरो की दुनिया में मेरा... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · ग़ज़ल · शिवनी · हमीरपुर 4 Share Madhuyanka Raj 12 May 2024 · 1 min read बेवफ़ा इश्क़ इश्क सीखने को मैंने सोचा तुमसे, सुना तुमसे इश्क करने को जमाने जाने लगे। और बिछड़ा जो भी तुमसे तो हाल मैंने देखा उनका तुमसे बिछड़ कर यार सब मयखाने... Poetry Writing Challenge-3 · Alfaaz-e-Madhuyanka · कविता 4 Share Manisha Manjari 12 May 2024 · 1 min read सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं। सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं, मुस्कराहट बन लोगों को उलझाती हैं। धाराशाही होते हैं अश्क बस अपने हीं दामन में, और सूखे नज़रों की तल्ख़ आँखों को भरमाती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मनीषा मंजरी 4 Share Previous Page 2 Next