Mahender Singh 814 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Mahender Singh 3 Dec 2023 · 1 min read एक मुलाकात अजनबी से एक रात की बात है, ये दिन दहाड़े हो रही लूट की वारदात है, किसी की अस्मिता लूट गई, सबको मालूम है, मगर प्रशासन बेखबर है, लगता है, इसमें सरकार... Hindi 1 198 Share Mahender Singh 24 Nov 2023 · 1 min read अंधकार जो छंट गया अंधेरे है मगर इतना खौफनाक मंजर भयानक आवाज़, दृश्यमान कुछ है नहीं, मगर प्राण कंप उठे है, चेहरे पर पसीना, आंखें सूर्ख लाल, आंखों की पुतली जैसे भौंह के पीछे... Hindi 1 2 495 Share Mahender Singh 20 Nov 2023 · 1 min read कुछ पल मन ही मन को कह रहा देखो भाई बनी के सब साथी,बिगडे का न कोई कहती थी ऐसा मेरी कस्तूरी ताई, आज उनकी बात,बड़ी मन भाई. खेल भी देखा देखे... Hindi 2 1 514 Share Mahender Singh 19 Nov 2023 · 1 min read पद और गरिमा तेरी हर खता में, एक खाता होता है, तेरे हर कृत्य, जन विरोधी होते है. ~ विवादित व्यक्ति ~ @ पद गरिमापूर्ण @ Hindi 340 Share Mahender Singh 18 Nov 2023 · 1 min read स्तंभ बिन संविधान बिन स्तंभ सम्विधान, चल कैसे रहा है ! . एक नहीं चारों स्तंभ अपनी जिम्मेदारी अपनी जवाबदेही अपनी मर्यादा भूल चुके है,, फिर भी लोकतंत्र अपने बलबूते पर खड़ा है.... Hindi 1 309 Share Mahender Singh 17 Nov 2023 · 1 min read तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध अजीब कारवां है, ग्यारह खिलाड़ियों की टीम में कोई अंधा, कोई लंगडा, कोई बहरा हो गया !! सभी खिलाड़ियों का गठजोड़ भारतीय क्रिकेट टीम हुआ करती है ।।। . मैंने... Hindi 2 2 572 Share Mahender Singh 16 Nov 2023 · 1 min read खेल और भावना जैसा की सभी क्रिकेट प्रेमी जानते हैं, भारत की क्रिकेट टीम एकजुट होकर अच्छी खेल भावना का परिचय देते हुए और अपनी झोली में जीत दर्ज की, न खिलाडियों को,... Hindi 1 1 410 Share Mahender Singh 12 Nov 2023 · 1 min read कर्म कांड से बचते बचाते. कर्म कांड से बचते बचाते. अप्प दीपो भव अत्त दीपो भव ✌️एक दीपक = बड़ी दीपावली ✌️✌️✌️✌️✌️ = छोटी दीपावली, पंच ज्ञान-इंद्रिय जागरण, पंच पच्चीसी = दीपोत्सव चहुंओर जागरण और... Quote Writer 1 443 Share Mahender Singh 10 Nov 2023 · 1 min read तू जाग जा तू जाग जा, तू जाग जा तू जाग जा हो सके तो तू भाग ले भाग भागकर तू भाग ले, तू जाग जा तू जाग जा, मिल जायेगा मिल जायेगा... Hindi 174 Share Mahender Singh 9 Nov 2023 · 2 min read हमें खुद से बैर क्यों हैं(आत्मघात) नितीश कुमार मुख्यमंत्री बिहार पर जो लोग भ्रम में हैं । क्या इस देश में परिवार-नियोजन के विषय में महज एक तरीका बताने से विवादित बयान हो जाते हैं !... Hindi 287 Share Mahender Singh 5 Nov 2023 · 1 min read वो ख्वाब हर वो ख्वाब जो पूरे हुए भला निहित रहा होगा सबका साकार हो वही अच्छा है । . टूट जाये भले, हर वो ख्वाब, जो सीमित हो, सिर्फ़ अपने भले... Hindi 2 523 Share Mahender Singh 3 Nov 2023 · 1 min read वादे खिलाफी भी कर, भले कर वादे खिलाफी , रख हुजूम को खुश, (जनप्रतिनिधि) . दरकिनार कर न उन्हें जो मील के पत्थर हैं, (महापुरुष) मौन रह कर भी जो पथप्रदर्शक हैं. Hindi · Quote Writer 1 429 Share Mahender Singh 31 Oct 2023 · 1 min read अल्फ़ाजी मर मिटने की , बात लफ़्ज़ों की, वो करती नहीं , करने देती नहीं, नज़रें मिलाती नहीं, ये आखें वो, होता है जो उसकी हमसफर नहीं. मित न सके वो... Hindi 370 Share Mahender Singh 30 Oct 2023 · 1 min read मिट न सके, अल्फ़ाज़, मिट न सके, अल्फ़ाज़, अल्फ़ाज़ अल्फ़ाज़ों से, अमलीजामा पहनाने वाले, भले लोग थे या शातिर. Quote Writer 1 288 Share Mahender Singh 26 Oct 2023 · 1 min read चार लाइनर विधा मुक्तक कोई बोले और बोलते ही रहे गड्ढे मुरदे उखाड़ते रहा वा रहे, रसोई के बर्तन एकदम रिक्त हे वह कैसे इसे विकास को सहे. . गर्व से जिसे हम सुनते... Hindi 2 741 Share Mahender Singh 25 Oct 2023 · 1 min read असोक विजयदसमी आज दिनांक अक्टूबर 24, 2023 को मैंने विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया, उत्सव का नाम :- दशहरा क्यों मनाया जाता है । आजकल जिस तरह से लोग, अकेले रावण के... Hindi 3 2 475 Share Mahender Singh 23 Oct 2023 · 1 min read खेल खिलाड़ी कठिनाई आती हैं मुश्किलों से ना हो विमुख, अपने पैरों पर चल,जीत खडी होगी सम्मुख. . कम हो गई अब दूरियाँ, फैल गई नफरत , खरपतवार ज्यों बढाये, कृषक की... Hindi · हिंदी दोहे 4 467 Share Mahender Singh 23 Oct 2023 · 1 min read विद्यावाचस्पति Ph.D हिन्दी सवाल तो उठाये जायेंगे "शिक्षा-पद्धति" "Education system पर, #धर्म पर, जो महज अतिरेक सिखाया करते है, एक कुपढ़ पाखंडी, आपको भविष्य बताते है आपको अपना भविष्य नजर नहीं आता, पच्चीस... Hindi 1 275 Share Mahender Singh 21 Oct 2023 · 1 min read हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों हुनरमंद लोगों में,, कला का समावेश तो है, उनके व्यक्तित्व में नेतृत्व का अभाव, पूंजी का अभाव, एक और खामी, जो जोखिम लेने से रोक देती है, .ः इन सबके... Hindi 3 4 713 Share Mahender Singh 21 Oct 2023 · 3 min read सब वर्ताव पर निर्भर है जाते हो कहाँ, अभी जरा ठहरो. कल तक रोब दिखाते थे, यहाँ नहीं, वहां नहीं. . दुख भोगना है तो :- प्रतिक्रिया करें, गाली आवत एक है, पलटत एक अनेक.... Hindi 2 578 Share Mahender Singh 19 Oct 2023 · 1 min read तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई, तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई, जब उसने सीने से लगकर कहा.. मैंने उसे जाति धर्म तोड कर चुना वह सुन्दर वा अच्छी शक्सियत है. Hindi · Quote Writer 939 Share Mahender Singh 19 Oct 2023 · 1 min read सभी जीव-जन्तुओं का आश्रय स्थल :- जंगल सभी तरह के जीवों का आश्रय स्थल :- जंगल भूतिया कैसे हो सकता है, एक food-chain system जिसे कहते है, इकोसिस्टम, वहां पर रहने वाले आदिवासी समुदाय प्रकृति के पुजारी... Hindi 107 Share Mahender Singh 18 Oct 2023 · 1 min read शासक की कमजोरियों का आकलन शासन-प्रणाली से तो अधिकतर पाठक वाकिफ होंगे, मगर भारत में प्रचलित बहुदलीय संवैधानिक लोकतांत्रिक व्यवस्था । दुनिया की श्रेष्ठतम व्यवस्था का उदाहरण है । .. भारत में शिक्षा का अभाव... Hindi 1 445 Share Mahender Singh 14 Oct 2023 · 2 min read धर्म और विडम्बना कुछ लोग इकट्ठा बस, रेल, कार में नित्य सफर करते हैं, विभिन्न जातियों से संबद्ध रखने वाले व्यक्तित्व, होते है, मगर कोई जाति विशेष के लिए नहीं, धर्मांधता जरूर झलक... Hindi 1 517 Share Mahender Singh 13 Oct 2023 · 1 min read आधे अधूरा प्रेम तुम्हारी संरचना बहुमुखी प्रतिभा बहुआयामी व्यक्तित्व वाली है, कहाँ ठहर जाते, सबका अपना कब्जा (अधिकार) संवाद से तू बचते रहा, अपवाद से दो चार, करते रहा, वंचित रहा, लाचार बेबस... Hindi 314 Share Mahender Singh 12 Oct 2023 · 1 min read ब्रह्मांड अस्तित्व अस्तित्व रखने वाले सूक्ष्म, अतिसूक्ष्म जीव, जड़ और चेतन के मध्य खड़े हुए वायरस,, बड़े से बड़े और नजदीक तारा, सूरज गति दूरी और समय के हिसाब से स्थिर पिंड... Hindi 1 496 Share Mahender Singh 9 Oct 2023 · 1 min read अंधविश्वास का पोषण संचय और संग्रह कर करके. तथाकथित ईश्वर भगवान को थोपा गया, तुलसीदास की रामायण और वेदव्यास के महाभारत, महाकाव्य, वैदिक काल ने इसे संजोए रखा । नाम पड़ा सनातन शाश्वत... Hindi 355 Share Mahender Singh 6 Oct 2023 · 1 min read संदेश बिन विधा तुम कहते रहे,विरोध की कोई वजह न थी, तुमने जो छुपा कर जो हकीकत पेश की. वो पटरी रेल के डिब्बे, मेरे अपने देश के थे, हैं. अब न संसाधन... Hindi 1 1 296 Share Mahender Singh 1 Oct 2023 · 2 min read खोखला वर्तमान भारतीय परिवेश की सभ्यता और संस्कृति, के साथ साथ, विभिन्न आयामों में बहुआयामी चहुंमुखी विकास उन्नत क्यों नहीं हो पाया, क्या देश ने अपनी गुलामी के कारणों का अध्ययन नहीं... Hindi 579 Share Mahender Singh 28 Sep 2023 · 1 min read मुक्तक मत फेर मेरे अरमानों पर पानी हो चुकी हर घर की ये कहानी है तेरी बातें मनमोहक सुहानी लोगों की भी सुन उनके जुबानी. Mahender Singh Hans ✌️ Hindi 168 Share Mahender Singh 26 Sep 2023 · 1 min read प्रयास जारी रखें यह कैसा दौर है, बाहर देखो बहुत शोर है, इस चकाचौंध में खोये कितने अपने ओर हैं, . पल्लू में कुछ है नहीं, दहाड़ मारते जैसे युवा शेर, समय समय... Hindi 505 Share Mahender Singh 14 Sep 2023 · 1 min read हिन्दी दिवस मेरी पसंद तेरी पसंद हम सबकी पसंद कुण्डलिया छंद खाकर मूल कंद खिल उठे मकरंद महसूस हमेशा आनंद जठराग्नि होगी मंद गर खाया शकरकंद आलू भी वही कंद शूगर वाले... Hindi 2 1 642 Share Mahender Singh 13 Sep 2023 · 1 min read श्याम हारे, गोरे हारे, पाये नहीं जीत श्याम हारे, गोरे हारे, बच सका न कोइ मीत, जान सके तो जान लें , किससे हो भयभीत, . भेष बदल कर चढ़ गये, चुन चुन रंगमंच, अभिनय किये सफल,... Hindi · Quote Writer 150 Share Mahender Singh 12 Sep 2023 · 1 min read सहज सरल प्रयास कर गये उल्लेख, चढ़ा कर चश्मा, बन गये फुटवियर,हटा कर तसमा(१ हटा कर तसमा,बैठ गये लघु उद्योग, बिकते महंगे चश्मा, अंधे हुए लोग(२ विज्ञापन पर जोर, धरातल पे कर्कट, जीवन... Hindi 55 Share Mahender Singh 23 Jun 2023 · 1 min read जंगल है तो मंगल है जंगल किसी भी भूभाग की निहित संपदा, प्रकृति का निवास स्थल, पशु पक्षी जीव-जन्तुओं का आश्रय सथल, आदिवासी इनके संरक्षक,, धरती पर भले ही भूभाग के लगभग सत्तर प्रतिशत पानी... Hindi 157 Share Mahender Singh 21 Jun 2023 · 1 min read सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग, सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग, होश पूर्वक कर्म है योग, जो साधे सब जोग ! Quote Writer 454 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read हलके किरदार किरदार ही हल्के थे हलुआ सुस्वादिष्ठ मगर एक चुटकी रेत मिट्टी किरकिरा भरे हुआ,शर्त बस एक थी, वहीं के वहीं पारखी पस्त थे, लोक लुभावने वायदे, कसीदे पढ़ते नारद, छुपा... Poetry Writing Challenge 237 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read चित्त में जो शेर है टहलते बादलों का सौंदर्य टकराव से उत्पन्न गर्जना बादलों की गड़गड़ाहट तीव्र गर्जना के साथ अर्चना छुपी है इसमें भी संरचना मन विक्षुब्ध लुप्त तृष्णा छोड़ ना दे कहीं हृदय... Poetry Writing Challenge 281 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read झूठ परोसा गया तुम्हारे *फ़साने *तराने बन गये, झूठ परोसा *जो सब *सद् गये, *भूखे रुखे *सूखे खाके सो गये, बेचैन *धर्म के नाम पे *जो उठे, *गुनगुना रहे थे, वे जो *फ़साने,... Poetry Writing Challenge 255 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read व्यंग्य धार्मिक शैली पर आदमी खाना छोड़ देते हैं नाम व्रत उपवास लेते है, कोई हठ करके छोड़ देता है, कौन परवाह करें, आशा करता है, कोई आगे आये, एक गिलास नारियल पानी, उसके... Poetry Writing Challenge 180 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read अतीत के झरोखे अतीत के झरोखे हैं, कुछ है, कुछ मिटा दिये गये कुछ सहायक, राह में रोड़े अधिक, फैला दिये गये मील के पत्थर, सहायक, मार्ग सही है, आगे बढें , हर... Poetry Writing Challenge 1 294 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read दो छोर प्रेम और प्रेम संवाद रुकना नहीं चाहिए, संविदा इसकी नींव, बहस सदन की संकल्पना, सुख पावे है जीव. . कला कला से धराकला काहे की मरोड़. मत देखो सिर्फ़ राम कला, टूट जायेंगे... Poetry Writing Challenge 298 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति है बेटी बेटी बचाओ बेटी पढाओ फूल पड़े हो, गर, थरा पर, कोई हाथ नहीं लगाता, बेटी को भी ऐसा ही,समझ लिया, फूल है बेटी, पर धरा पर, पड़ा हुआ, फूल नहीं,... Poetry Writing Challenge 135 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read संवाद आत्म-अवलोकन पूछे अपने अपने मन से, क्या है प्रकृति, क्या है प्रवृति, उलझन देता है, सुलह भी, फिर कहाँ है विकृति, कोई इंद्र जीता नहीं, ये मन में भ्रम रहता है,... Poetry Writing Challenge 223 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read भौतिकता ये कैसी विडंबना इस भौतिक युग की देन हुई भला, सब साधन मौजूद, . बढ़ने चाहिए सुख शांति अमन चैन भला सब उलट-पुलट हो चला, कलियुग का दोष दशो जरा,... Poetry Writing Challenge 340 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read प्ररेक दृष्टिकोण आओ मिलकर करें, जरा विचार, मिलजुलकर बदल दें, भारत वा दुनिया में,सपनों का संसार. धर्म धरातल हमें बाँट सके ना, शिक्षित होकर,स्वावलंबन का धरे आधार, बन जायें आत्मनिर्भर,स्वच्छंदता का हो... Poetry Writing Challenge 275 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read रास्ते पर घर घर हो जिनका, सड़क रास्ते पर, हो जाती है चांदी, कोई पड़ोसी नहीं सामने उनके, छोड़ सकेंगे, पानी सड़क पर, खड़ी होगी, मोटर कार, रेहडी सजेगी, साथ में, क्योंकि प्रशासन... Poetry Writing Challenge 186 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read सफलता का श्रेय सफलता का श्रेय किसी एक *खुश *नसीब को मिलता है, असफलता में हर बदनसीब जिम्मेदार. सफलता में कौन आधार, कूटनीति मसालेदार, वरन् लोकतंत्र की हार, संविधान में हर जन-मानुष की... Poetry Writing Challenge 257 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read हास्य व्यंग्य एक रात रास्ते से गुजरते हुए मुश्किल में जान पड़ गई, मुहल्ले वालो के लिए मैं भी अनजान था, गुजरते तो सभी हैं, पर मेरा, पैर फिसल गया, स्लोप से... Poetry Writing Challenge 190 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read पाखंड को विराम पाखंड को विराम, निसर्ग को सलाम, त्यागी अब्दुल कलाम, लगे पाखंड को विराम, शरीर को मिले विश्राम, बातें भगवत दर्शन की, विज्ञापन कामुक होते है, भोजन शुद्ध शाकाहारी, भेंट चढ़े... Poetry Writing Challenge 185 Share Previous Page 2 Next