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13 Oct 2023 · 1 min read

आधे अधूरा प्रेम

तुम्हारी संरचना
बहुमुखी प्रतिभा
बहुआयामी व्यक्तित्व वाली है,
कहाँ ठहर जाते,
सबका अपना कब्जा (अधिकार)
संवाद से तू बचते रहा,
अपवाद से दो चार, करते रहा,
वंचित रहा,
लाचार बेबस , खुद को कोसते हुए,
ये तो आधा अधूरा प्रेम है,
महेन्द्र भाई,
इसे समझ न सका.

Language: Hindi
303 Views
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