दिनेश एल० "जैहिंद" 287 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : ..... प्यार तेरा मिला नहीं होता । ..... प्यार तेरा मिला नहीं होता । 2122 1212 22 प्यार तेरा मिला नहीं होता । खत्म, ये फासला नहीं होता । तुम अगर एक फोन कर देती,, रूठना... यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : .... बने पहरेदार रहते हो । ..... बने पहरेदार रहते हो । काम पे मुस्तैद बने पहरेदार रहते हो । फर्ज पे कुर्बान गजब तय्यार रहते हो ।। कीमती मत लेके रहनुमा गद्दार होते, हर हालात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : ...... तुमको लुभाता कौन है ! ..... तुमको लुभाता कौन है ! 2122 2122 212 मर्द का घर फिर बसाता कौन है ।। छोड़कर तुमको लुभाता कौन है ।। प्यार माँ का है जगत ये जानता,,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : ..... आशिक़ तो हारा जाएगा । ..... आशिक तो हारा जाएगा । 2122 2122 212 दूर जब उनसे किनारा जाएगा । आशिक फ़क़त बेसहारा जाएगा ।। साँस कबतक रोक के रख पाएगी, प्यार में जिंदा वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : ..... सुलगता हुआ दर्द देखा है । ..... सुलगता हुआ दर्द देखा है । तुम्हारे दर्द में हमने हमारा दर्द देखा है । तुम्हारे फ़र्ज़ में हमने ख़ज़ाने फ़र्ज़ देखा है ।। वो सारे मर्ज़ का कोई-न-कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : ..... ले सिसकियाँ रोता रहा ! ...... ले सिसकियाँ रोता रहा ! 2122 2122 212 दिल वही खामोशियाँ बोता रहा । तन मिरा तन्हाइयाँ ढोता रहा ।। कब खबर उनको मिरे हालात की, रात भर ले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Dec 2017 · 3 min read कहानी: उम्मीद पे उम्मीद कहानी: उम्मीद पे उम्मीद // दिनेश एल० “जैहिंद” “सुन मुनिया । जा, चूल्हा-चौकी करके खाना बना ।” ललपतिया ने बड़े प्यार से बड़ी बेटी को कहा- “कोई कोताही काम में... Hindi · कहानी 475 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Dec 2017 · 4 min read एक संस्मरण: जोखिम भरी तैराकी एक संस्मरण: जोखिम भरी तैराकी // दिनेश एल० “जैहिंद” [[ “शीर्षक साहित्य परिषद्” ( भोपाल ) द्वारा चुनी गई दैनिक श्रेष्ठ रचना ]] वैसे तो हर लेखक-कवि कुछ-न-कुछ अपनी यादों... Hindi · लेख 375 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Dec 2017 · 1 min read मेला: सात दोहे मेला: सात दोहे // दिनेश एल० “जैहिंद” मेला देता है मजा, _ मेला बड़ा सुहाय । हर्षित नर-नारी सबै, बच्चे बड़ा लुभाय ।। हैं तमाशे अलग-अलग, खेलों का भरमार ।... Hindi · दोहा 328 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Dec 2017 · 1 min read भूख: पाँच दोहे भूख: पाँच दोहे // दिनेश एल० "जैहिंद" भोजन संग भूख मरे, ___ भूख मारना पाप । साँच कहूँ भोजन बिना, भजन करो क्या आप ।। जैसे धरती सत्य है, ___वैसे... Hindi · दोहा 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Dec 2017 · 1 min read मैं और तुम मैं और तुम // दिनेश एल० “जैहिंद” हाथ जोड़के मैं तेरी मिन्नतें करूँ ।। तुम चाहो तो मैं तेरी पईंया पड़ू ।। देकर माफी मुझे गले से लगा लो,, अब... Hindi · मुक्तक 420 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Dec 2017 · 1 min read हाइकु: निर्झर हाइकु: निर्झर // दिनेश एल० "जैहिंद" गिरी नदियाँ झर-झर ऊँचे से बने झरने ।। बड़े निराले है निर्मल शीतल दे शीतलता ।। मन मोहक मन मोहनी छवि तर-तर निर्झर ।।... Hindi · हाइकु 501 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Nov 2017 · 1 min read ** समय - बड़ा मूल्यवान ** समय-बड़ा मूल्यवान // दिनेश एल० “जैहिंद” समय बड़ा होता है मूल्यवान । इसके होते हैं थोड़े कद्रदान ।। जिसने समय की कीमत जानी । उससे ही तो सबने हार मानी... Hindi · कविता 588 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Nov 2017 · 1 min read ≈≈≈ जैहिंद के छ: दोहे ≈≈≈ जैहिंद के छ: दोहे // दिनेश एल० “जैहिंद” दोऊ स्तम्भ राम-किसन, भारत की हैं शान । हमरी कामना तो इहै, इन सदृश हों जवान ।। मरदा के आगे हुआ, __... Hindi · दोहा 359 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read धन तेरस: पाँच दोहे धन तेरस: पाँच दोहे // दिनेश एल० “जैहिंद” कार्तिक कृष्ण त्रयोदश, धन तेरस कहलाय । हिंदु धरमावलम्बी हो, __ प्रसन्न इसे मनाय ।। सोना, रजत अरु गहने, नई वस्तु खरीदाय... Hindi · दोहा 599 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read उम्मीद: सात हाइकु उम्मीद: सात हाइकु // दिनेश एल० “जैहिंद” आशा आशय मनसा प्राकृतिक जग ऐच्छिक । ×××××××× कर्म है आज कामना है कल कोख भविष्य । ××××××××× उम्मीद साथी जीवन-रथ सार्थी छोड़... Hindi · हाइकु 411 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read हँसी: खास टॉनिक हँसी: खास टॉनिक // दिनेश एल० “जैहिंद” मर्द हंसोड़ लुगाई हंसमुख जोड़ी बेजोड़ // ********** लो हंसगुल्ले स्वाद में रसगुल्ले खास टॉनिक // ********** शिशु-मुस्कान जग में माँ की जान... Hindi · हाइकु 353 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read हवा: पाँच हाइकु हवा: पाँच हाइकु // दिनेश एल० “जैहिंद” क्षिति, पावक, जल, नभ, समीरा लोक मिश्रण । पाकर वायु बढ़ती जंतु आयु है हवा प्राण । द्रव स्वरूप वात का एक रूप... Hindi · हाइकु 388 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read ≈≈≈ जैहिंद के हाइकु ≈≈≈ जैहिंद के हाइकु // दिनेश एल० “जैहिंद” अब हाइकु करता सम्मोहित आते हैं स्वप्न ! लिखे हाइकु कविगण काइकु हैं आकर्षित ! देखा ना मैंने कभी स्वप्न सार्थक हैं निरर्थक... Hindi · हाइकु 421 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read ≈≈≈ मेहनत बनाम किस्मत ≈≈≈ मेहनत बनाम किस्मत // दिनेश एल० “जैहिंद” मेहनत से सारी बलाएं टल जाती हैं । कर्म के भय से शिला पिघल जाती है ।। कर्मवीरों को हिमगिरि भी चुमता है... Hindi · कविता 360 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read मुक्ति, युक्ति और प्रेम मुक्ति, युक्ति और प्रेम // दिनेश एल० “जैहिंद” हो तुम कितनाहुँ बड़े कर्मयोगी ।। हो तुम कितनाहुँ बड़े धर्मयोगी ।। जनम-मरण के बीच लटके रहो,, बने रहो तुम सदाही भुक्तभोगी... Hindi · कविता 416 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read सिंदूर: एक रक्षक सिंदूर: एक रक्षक // दिनेश एल० “जैहिंद” कवि – एकनिष्ठता का द्योतक सिंदूर पतिव्रता का पोषक सिंदूर । सिंदूर रचता सकल परिवार स्त्री–लाज का रक्षक सिंदूर ।। सुहागन – है... Hindi · कविता 670 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read ××× आँसुओं का राज़ ××× लघुकथा: आँसुओं का राज़ // दिनेश एल० “जैहिंद” एक दिन सुबह-सुबह राजेश अपने बाल-बच्चों सहित अपने माता-पिता के आगे खड़ा था । उनके पैर छुए और उनको निहारते हुए एक... Hindi · लघु कथा 335 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 2 min read [[[ बेटी के नाम पत्र ]]] बेटी के नाम पत्र // दिनेश एल० “जैहिंद” जयथर/मशरक 06. 11. 2017 प्रिय पुत्री “शुभेच्छा” शुभाशीष ! परसो ही तुम्हारा पत्र मिला, पढ़कर सब समाचार मालूम हुआ । यह जानकर... Hindi · लेख 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Nov 2017 · 1 min read ## प्रेम गीत ## प्रेम गीत @ दिनेश एल० “जैहिंद” धड़कनों में आप आकर देखिए । दिल में ये बात लाकर देखिए ।। अकेले कटता नहीं ये सफर । है मुश्किलों से भरी ये... Hindi · गीत 713 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read ग़मे इश्क में हूँ बीमार..... ग़मे इश्क में हूँ बीमार...... // दिनेश एल० “जैहिंद” गमे इश्क़ में हूँ बीमार, चले आइए ।। रहम खाइए हे सरकार, चले आइए ।। लरजते आँसू, धड़कते दिल ओ हम,,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 317 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read === हाय रे उलटी गिनती === हाय रे उलटी गिनती // दिनेश एल० “जैहिंद” पाँच वर्षीय छात्र से मैडम ने,, वर्ग में उलटी गिनती गिनवाई ।। वह भी सौ से शून्य तक नहीं,, बीस से नीचे... Hindi · कविता 579 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read क्या-क्या नाम दूँ !!! क्या-क्या नाम दूँ !!! // दिनेश एल० “जैहिंद” कटीली, रसीली, नशीली हैं ये गोरियाँ छबीली, सजीली,रंगीली हैं ये गोरियाँ और भला क्या-क्या नाम दूँ, और भी हैं नाम हजार इनके... Hindi · गीत 1 601 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read ••• आहार पर विचार ••• • आहार पर विचार • @ दिनेश एल० “जैहिंद” कैसा हो हम सबका आहार आओ मिलके अब करें विचार भात - दाल संग सब्जी खाओ तन - मन में स्फूर्ति... Hindi · कविता 314 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read +++ लजीज पकवान +++ लजीज पकवान // दिनेश एल० “जैहिंद” हँसता-खेलता मेरा परिवार । अपना है यही छोटा संसार ।। आठ लोगों की छोटी गृहस्थी । पूरे गाँव में कुछ रखती हस्ती ।। माँ... Hindi · कविता 478 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read उगता सूरज: कुछ दोहे उगता सूरज: कुछ दोहे @ दिनेश एल० “जैहिंद” ले सबक प्रभाकर से, जीवन-रथ तू हाँक । जैसे सूरज गति करे, _ जीवन-पथ तू साध ।। चलके तू रवि-राह से, रवि... Hindi · दोहा 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल: मज़ा आ गया । ग़ज़ल: मज़ा आ गया // दिनेश एल० “जैहिंद” ग़म जहाँ से छिपाया मज़ा आ गया, गीत खुशी_का गाया मज़ा आ गया । खुद रोया_और लोगों को हँसाया, दर्द कौन जान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल: मुझे बहकाने लगी है । ग़ज़ल: मुझे बहकाने लगी है । // दिनेश एल० “जैहिंद” जब से खामोशियाँ मुस्काने लगी हैं, मेरी कुछ ख्वाहिशें सुगबुगाने लगी हैं । अब तलक मोहब्बत से अनजान था मैं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read ..... पत्थर हुआ नहीं जाता ! ...... पत्थर हुआ नहीं जाता । // दिनेश एल० “जैहिंद” दिल से बाहर हुआ नहीं जाता । ना करो बेघर हुआ नहीं जाता ।। जुबान से दो दुआ सदा यारो,,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 525 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read हाँ, ये दिल ! हाँ ये दिल ! // दिनेश एल० “जैहिंद” सम्भाले मुश्किलों में जो, गुनगुनाए खुशियों में जो, दर्द मे तड़पता बड़ा ये दिल, कौन है ये दिल, क्या है ये दिल,... Hindi · गीत 525 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 12 Nov 2017 · 1 min read ...... ये जवानी कुछ नहीं ! ये जवानी कुछ नहीं,,,,, ¡ // दिनेश एल० “जैहिंद” ये जिंदगी चार दिनों की जिंदगानी कुछ नहीं । हमारी जिंदगी में है सादगी कहानी कुछ नहीं ।। ये तुम्हारी जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 11 Oct 2017 · 1 min read * सईंया जी का चशमा * सईंया जी का चशमा // दिनेश एल० “जैहिंद” सईंया जी का चशमा, बलमा जी का चशमा बना सौतन अब मेरी, बैरी हुआ अब चशमा मैं गर नज़र न आऊँ, लगाके... Hindi · कविता 534 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Oct 2017 · 1 min read ¤¤¤ जैहिंद के दोहे ¤¤¤ जैहिंद के दोहे --- होई मुग्ध जग सगरी, देखि सुधर तन-रूप । होंठ बिचकाए दुनिया, मुखड़ा देखि कुरूप ।। देखे सूरत लोगवा, _लखे न सीरत कोय । जे देखे सीरत... Hindi · दोहा 329 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Oct 2017 · 1 min read >>> जैहिंद के दोहे जैहिंद के दोहे ---- जनता का नेतवन से, कब भंग होइ मोह । कब ले सोइहैं जनता, कब लिहैं ठौर-टोह ।। पूजा, टोना, टोटका, नाहिं काहु सुहाय । पूजै झूठे... Hindi · दोहा 558 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Oct 2017 · 1 min read ......देशभक्त पहरेदार रहा हूँ मैं ! ........देशभक्त पहरेदार रहा हूँ मैं @ दिनेश एल० “जैहिंद” देश पर कुर्बां होने के लिए बेक़रार रहा हूँ मैं । ना मर सका देश के लिए कसूरवार रहा हूँ मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 608 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Oct 2017 · 1 min read === हमारा कुटुम्ब === ### हमारा कुटुम्ब // दिनेश एल० “जैहिंद” करूणामय है ईश्वर करुणामयी ये माता ।। करुणा से दिल भरा कारुणिक जन्मदाता ।। ममता लुटाए माता ममता से भरी बहना ।। भाई-प्रेम... Hindi · कविता 282 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Aug 2017 · 2 min read कृष्ण ! तुम कहाँ हो ? लघुकथा: कृष्ण ! तुम कहाँ हो ? ##दिनेश एल० "जैहिंद" सर्व विदित है, औरतें बातूनी होती हैं । उन्हें पड़ोसियों की बातें करने में जो आनंद आता है वो आनंद... Hindi · लघु कथा 2 674 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Aug 2017 · 1 min read सूना सूना-सा झूला सूना सूना-सा झूला // दिनेश एल० "जैहिंद" एक तो चाँदनी रात और उस पे अकेला झूला । कहाँ हैं सारी सखियाँ, क्यूँ मुँह उनका है फूला ।। क्यूँ साजन बिन... Hindi · कविता 475 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Aug 2017 · 1 min read विशेष : राष्ट्र - ध्वज राष्ट्र-ध्वज // दिनेश एल० "जैहिंद" राष्ट्रीय छबि तिरंगा देश की जां हम हैं कुर्बां // *********** वीरों की शान विश्व में गुणगान ध्वज महान // *********** हमारा झंडा तीन रंगों... Hindi · हाइकु 342 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Aug 2017 · 1 min read .... दीवानापन छोड़ जाऊँगा ! दीवानापन छोड़ जाऊँगा ! // दिनेश एल० "जैहिंद" भरत-सा अपनापन छोड़ जाऊँगा ।। यादों में रहूँ प्रेमधन छोड़ जाऊँगा ।। कृष्ण-सा कौतूहल दूँ मैं मुहल्ले में,, वैसा अपना बचपन छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 484 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Aug 2017 · 1 min read ..... मोम-सा वो पिघलता ही रहा ! मोम-सा वो पिघलता ही रहा ! // दिनेश एल० "जैहिंद" हाल-ए-जिंदगी पर सुबकता ही रहा ।। चक्षु से झर-झर अश्क बहता ही रहा ।। लिया कुछ नहीं सिर्फ दिया ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 667 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Aug 2017 · 1 min read कुम्हार और मिट्टी कुम्हार और मिट्टी #दिनेश एल० "जैहिंद" चकित चाक पे चिकनी मिट्टी चकराया चतुर कुम्हार ।। तू तो लागे मुझे ईश्वर सरीखा तू भी मूरति गढ़े हजार ।। कहा कुम्हार कान... Hindi · कविता 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 7 Aug 2017 · 2 min read .......प्रलय सुनिश्चित है ! ...प्रलय सुनिश्चित है #दिनेश एल० “जैहिंद” चेत नारी चेत अब नहीं चेतेगी तो कब चेतेगी अब भी नहीं चेती तो प्रलय सुनिश्चित है..... किसी माला से गूँथकर अगर नहीं सँवरना... Hindi · कविता 247 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल : इस तरहा छाए न होते ! इस तरहा छाए ना होते ! आप जो मुझको इतना.. भाए न होते । आप.. मेरे जीवन में... आए न होते ।। अगर मैं अपनी जुल्फों को ना झटकती,, आप...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 205 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल : बच... के चली आया करो ! बच... के चली आया करो ! 223 223 223 223 आने का मन न हो फिर भी मेरी गली आया करो । दीदार तुम्हारा हो कि बच....के चली आया करो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share Previous Page 4 Next