दिनेश एल० "जैहिंद" 287 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next दिनेश एल० "जैहिंद" 5 Jan 2019 · 1 min read सोने की चिड़िया भारत: ** सोने की चिड़िया ** जो बीत गया ना मलाल कर उन पूर्वजों से ना सवाल कर उठा हाथों में तू अब फावड़ा अपने देश को मालामाल कर फिर... Hindi · कविता 289 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 5 Jan 2019 · 1 min read दूध और आँचल #दूध_और_आँचल अपने रक्त से पोषित कर निज दुग्ध पिलाकर पाला मुझे | माँ तू ही तो ईश्वर है मेरी तेरी सेवा करूँ अरु मैं पूजूँ तुझे || तेरे स्तन का... Hindi · कविता 514 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Dec 2018 · 3 min read #मेरे बाबूजी ! रेखा चित्र : #मेरे_बाबू_जी / दिनेश एल० "जैहिंद" संतान के लिए माता पिता ईश्वर से कम नहीं होते हैं | माता जहाँ अपनी संतान को जन्म देती है, वहीं पिता... Hindi · कहानी 291 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 3 May 2018 · 2 min read सूर्य और पवन : 15 दोहे ** सूर्य और पवन की कथा: 15 दोहे ** // दिनेश एल० “जैहिंद” बात चली जब ग्रीष्म की आई किस्सा याद । अब तो लिखने मैं चला ..कुछ दोहे नाबाद... Hindi · दोहा 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 3 May 2018 · 1 min read श्री रामचंद्र जी पर 7 दोहे श्री रामचंद्र जी पर 7 दोहे // दिनेश एल० “जैहिंद” ( 7 दोहे आप सबों के समक्ष रामनवमी के उपलक्ष्य में श्री रामचंद्र जी को भेंट सहित ) जबहिं विश्नु... Hindi · दोहा 3 1 2k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 3 May 2018 · 1 min read हाइकु : धैर्य हाइकु: ** धैर्य ** पर एक कोशिश ---- लगन रहे कार्य सतत रहे सफल रहे // है धैर्यवान धैर्यशील जो नार पाए मुकाम // संतोषी मन पाए अकूत धन तन... Hindi · हाइकु 483 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 3 May 2018 · 1 min read गीत : मौसम ** मौसम ** // दिनेश एल० “जैहिंद” मौसम ने तो ली अँगड़ाई,, बहने लगी अब पुरवाई ।। सजनी ने आवाज़ लगाई,, मैं आई, मैं आई, मैं आई.... पुरवा की अगलगन... Hindi · गीत 1 373 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 3 May 2018 · 1 min read जीवन : एक संघर्ष जीवन: एक संघर्ष // दिनेश एल० “जैहिंद” जिसने भी कहा जीवन एक फूल है ।। उनका मानना यही तो एक भूल है ।। जीवन फूलों की सुन्दर शय्या नहीं,, जीवन... Hindi · कविता 572 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 3 May 2018 · 3 min read "निरंकुश दरिंदों के नाम एक पत्र" ** निरंकुश दरिंदों के नाम एक पत्र ** // दिनेश एल० “जैहिंद” बहशी दरिंदो.....! निर्लज्ज हैवानो........!! निरंकुश बलत्कारियो......!!! आज मेरा मन बहुत ही दुखी है, दिल तार-तार हुआ जा रहा... Hindi · लेख 624 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 May 2018 · 2 min read #जीत की कुंजी #जीत की कुंजी // दिनेश एल० “जैहिंद” नंदू पढ़ने-लिखने में एक कमजोर बालक था । वह अपनी इस कमजोरी से हमेशा चिंतित रहता था । वह कुछ अच्छा करना चाहता... Hindi · लघु कथा 333 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 May 2018 · 1 min read छोड़िए भी बहाना चले आइए ! छोड़िए भी बहाना चले आइए // दिनेश एल० “जैहिंद” 212 212 212 212 छोड़िए भी बहाना चले आइए,, दिल में है जो बताना चले आइए ।। इश्क़ में क्यूँ सताए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 May 2018 · 1 min read काश हम तुम........ काश हम-तुम....... // दिनेश एल० “जैहिंद” 2122 1212 22 काश हम तुम मिले नहीं होते,, फूल अपने खिले नहीं होते ।। आँख जो ये लड़ी नहीं होती,, ख्वाब के सिलसिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 539 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 May 2018 · 1 min read [[[ विविध रंग ]]] विविध रंग (हाइकु) // दिनेश एल० “जैहिंद” मन नौरंगी जीवन सतरंगी इंद्रधनुष // दुख, आनंद है विविध तरंग जीवन-संग // जग है व्योम मन खग समान उड़े अनंत // हर्ष... Hindi · हाइकु 268 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 May 2018 · 1 min read 2017 की शर्दी 2017 की शर्दी : कुछ दोहे // दिनेश एल० “जैहिंद” खूब जमाई ठण्ड भी, अबकी अपनी धाक । सारी ढिठई ढह गई....बहती सबकी नाक ।। तेरा नहीं जवाब है, वाह... Hindi · दोहा 334 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read =× दुनिया गोल ×= ** दुनिया गोल ** // दिनेश एल० “जैहिंद” जोकर करके हिल-डोल । बताए बातें गोल-मटोल ।। होते मैडम के मीठे बोल,, बोले हमसे दुनिया गोल ।। ढोलक खोले सबका पोल... Hindi · कविता 321 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read [[[ प्रेरणा गीत ]]] प्रेरणा गीत: आदमी हो आदमी बनकर ¤दिनेश एल० “जैहिंद” आदमी हो आदमी बनकर तो देखो हर संकटों में खड़ा तनकर तो देखो स्वर्ग यही धरा नर्क भी यही धरती ।... Hindi · गीत 1 432 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read :: अंदाज़ :: ** अंदाज़ ** // दिनेश एल० “जैहिंद” जग में सबके अपने-अपने अंदाज़ हैं । अपने-अपने सबके यहाँ तो काज है ।। कौन क्या किसी से लेता-देता यहाँ,, सबको अपने-आप पर... Hindi · कविता 409 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read ......... सेवा करना आदत है ! .........सेवा करना आदत है ! // दिनेश एल० “जैहिंद” उनको वादा करके मुकरना आदत है । हमें दुष्कर राहों पर चलना आदत है ।। जल्दी सो जाना रातों को अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 352 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read स्त्री : दोहों में **स्त्री : दोहों में ** // दिनेश एल० “जैहिंद” बात कहूँ मैं गूढ़ अब, भारी नर पर नार । हारे जब नारी कहीं, होती नर की हार ।। माय सदृश... Hindi · दोहा 449 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read गीत : आओ चलो....... ! गीत:--- आओ चलो चलें हमदम ¤दिनेश एल० “जैहिंद” आओ चलो चलें हमदम मेरे धरती के पार । अब महफूज नहीं हैं हम और हमारा प्यार ।। आओ चलो चलें हमदम......................... Hindi · गीत 1 273 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read मैं गिरा इतना नहीं हूँ........ मैं गिरा इतना नहीं हूँ....... // दिनेश एल० “जैहिंद” 2122 2122 2122 22 आज का वादा हुआ है _ मैं ना कल जाऊँगा । मैं भी क्या वादा तुम्हारा हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read प्यार क्यूँ आजमाया नहीं प्यार क्यूँ आज़माया नहीं // दिनेश एल० “जैहिंद” 212 212 212 प्यार क्यूँ आज़माया नहीं ।। साथ तुमने निभाया नहीं ।। मैं तो थी राह में यूँ खड़ी,, हाथ तुमने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read उत्पाद और हम उत्पाद और हम // दिनेश एल० “जैहिंद” देखके टाइगर के बिस्कुट ना-ना करते बच्चे । खाके बिस्कुट पार्ले जी कहते कितने अच्छे ।। शक्तिमान यों चक्कर खूब चलाया बच्चों पर... Hindi · कविता 348 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read ** प्रेम : कुछ दोहे ** ** प्रेम : कुछ दोहे ** // दिनेश एल० “जैहिंद” प्रीत जनमी प्रभु-मनवा, प्रकट हुआ ब्रह्मांड । प्रेम काम का रूप धर, बना जग-कर्म-कांड ।। माटी की मूरत गढ़ै, _... Hindi · दोहा 385 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read कुदरत की करिश्मा कुदरत की करिश्मा // दिनेश एल० “जैहिंद” कुदरत की करिश्मा अजीब है ।। कोई अमीर तो कोई गरीब है ।। कोई एक निवाले को तरसता,, तो कोई यहाँ अन्न का... Hindi · कविता 1 568 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read दिलों में कहीं....... ** दिलों में कहीं..... ** // दिनेश एल० “जैहिंद” 122 122 122 122 मिरा दिल तो*अब मनचला हो रहा है । दिलों में कहीं ___फासला हो रहा है ।। घरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read आधुनिकता की मार ** आधुनिकता की मार ** // दिनेश एल० “जैहिंद” फैशन का बोलबाला, अंग्रेजी का अब हल्ला, लगा हिंदी को ताला, __भाषा बद हाल है । अभद्रता में गच है, __यही... Hindi · कविता 270 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read :: मंज़िल :: ** मंजिल ** // दिनेश एल० “जैहिंद” हर किसी की मंजिल जुदा-जुदा, ऐसा क्यूँ होता है, बता ये खुदा ।। हर कोई तय मंजिल नहीं पाता, हर लक्ष्य का फूल... Hindi · कविता 387 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read कौन आया ..... ? कौन आया है.....? // दिनेश एल० “जैहिंद” 2122 2122 212 कौन आया है _ये आकर देखिए । शीघ्र छाती से _लगाकर देखिए ।। यार बरसों बाद आया _दर तिरे,, दुश्मनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 May 2018 · 1 min read ग़ज़ल : .......... मचल मत जाना ! _______ मचल मत जाना ! @ दिनेश एल० "जैहिंद" 21 22 11 22 22 देख गुल कोई मचल मत जाना, समझ रख संग बहल मत जाना । इश्क़ में....कुर्बां.....लैला मजनूँ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 311 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 24 Mar 2018 · 1 min read ** हमारा रखवाला ** ** हमारा रखवाला ** @दिनेश एल० “जैहिंद” “जो सरजमीन की करे रखवाली उसे रखवाला कहते हैं । जो अपनों के लिए मिट जाय उसे दिलवाला कहते है ।।” एक सिपाही... Hindi · कविता 405 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Mar 2018 · 1 min read .......... निगल जाना जरूरी था । ......... निगल जाना जरूरी था । //दिनेश एल० “जैहिंद” 1222 1222 1222 1222 दिखाकर अक्ल थोड़ी भी निकल जाना जरूरी था । मुझे... हालात के ढाँचे में..... ढल जाना जरूरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Mar 2018 · 1 min read ((( मन ))) ** मन ** //दिनेश एल० “जैहिंद” जब होगा तेरा कर्म अच्छा, तब होगा तेरा सुंदर तन ।। जब होगी तेरी ऊँची सोच, तब होगा तेरा सुंदर मन ।। तन और... Hindi · कविता 306 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Mar 2018 · 1 min read गीत : तेजस्वी आत्माएँ गीत: तेजस्वी आत्माएँ ¤दिनेश एल० “जैहिंद” ( 1 ) वे सारी तेजस्वी आत्माएँ याद हैं...... निज देश का गौरव तथा सौरभ अतीत का, मन में वह यश-गर्व यश-गर्व उस राजपूत... Hindi · गीत 1 353 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Mar 2018 · 4 min read किसान : शुरू से अब तक #लेख: किसान: शुरू से अब तक @दिनेश एल० “जैहिंद” भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री ने “जय जवान जय किसान” का नारा दिया था । इस उक्ति को देश के... Hindi · लेख 366 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Mar 2018 · 2 min read ≈ दूसरा सपना ≈ ** दूसरा सपना ** @दिनेश एल० “ जैहिंद” सोलह वर्षीया मधु के दिमाग़ में यह बात बार-बार कौंध जाती थी कि वह जो बनना चाहती थी, नहीं बन पायी ।... Hindi · लघु कथा 312 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 25 Feb 2018 · 1 min read किस्मत !! ** किस्मत ** ¤ दिनेश एल० “जैहिंद” खाली पेट पानी पीने से पेट नहीं भरता,, पानी के संग-संग कुछ चारा भी चाहिए ।। हाथ-पांव मारने से किनारे नहीं मिलते,, कुछ-कुछ... Hindi · कविता 393 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 25 Feb 2018 · 1 min read आतंकवाद ! ** आतंकवाद ** ¤ दिनेश एल० “जैहिंद” समाजवाद की अगवाई करते-करते,, ये मानवमन आतंकवाद में डूब गया ।। पीछे छूट गया परिवारवाद अब तो,, राष्ट्रवाद हमारा कब का लूट गया... Hindi · कविता 289 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 25 Feb 2018 · 1 min read ** विरही पपीहा ** ** विरही पपीहा ** ¤ दिनेश एल० “जैहिंद” पपीहा, विरही-पपीहा कितना है वो दुख सहा ।। रातो दिन है रट लगाए है पी कहाँ - है पी कहाँ ।। पिया... Hindi · कविता 684 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 25 Feb 2018 · 1 min read ≈ माँ ≈ ≈ माँ ≈ ¤ दिनेश एल० “जैहिंद” “माँ” म...आँ ! कोमल अंतर्मन से निकला हुआ अनादि स्वर न जाने कितने अर्थों को स्वयं में समेटे हुए तथापि इस शब्द के... Hindi · कविता 454 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 25 Feb 2018 · 1 min read आईना और तुम आईना और तुम ¤ दिनेश एल० “जैहिंद” आईने में खुद को निहार लो और मुस्कुरा लो । फिर तुम खुद को सिंगार दो और क्षुधा बुझा लो ।। मगर आईना... Hindi · कविता 517 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Feb 2018 · 1 min read बालगीत : ज्ञानी जी आए हैं !!! बालगीत : ज्ञानी जी आए हैं ¡¡ ¤ दिनेश एल० “जैहिंद” ज्ञानी जी आए हैं....... गिरी मूँछ, लम्बी दाढ़ी । हाथ में डंडा, सिर पे टोपी ।। टिक खूब बढ़ाए... Hindi · कविता · बाल कविता 227 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Feb 2018 · 1 min read गीत : वसंत ऋतु गीत : वसंत ऋतु ¤दिनेश एल० “जैहिंद” बुलबुल गाए, कोयल कूके, पपीहा मचाए शोर । मैना चहके, मुर्गे के कूकने से अब हो जाए भोर ।। बड़ी लुभावन सुबह दुआर... Hindi · गीत 1 316 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Feb 2018 · 2 min read लघुकथा - सँवरते सपने लघुकथा: ** सँवरते सपने ** #दिनेश एल० “जैहिंद” सारा दिन ऑफिस टू ऑफिस चक्कर लगाने के बाद जब मधुरिका शाम ढलते घर वापस लौटी तो उसकी माँ ने उससे कहा,-... Hindi · लघु कथा 581 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Feb 2018 · 2 min read * संस्मरण : जिम्मेदारी का पहला एहसास * एक संस्मरण: ** जिम्मेदारी का पहला एहसास ** @दिनेश एल० “जैहिंद” जिम्मेदारियों की बात चली है तो मैं बता दूँ कि मुझमें जिम्मेदारी कभी रही ही नहीं । शायद इसीलिए... Hindi · लेख 310 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल : .... दिल पे मेरे गिराके बिजलियाँ ! ग़ज़ल: दिनेश एल० "जैहिंद" एक बुत से हम तो टकराए बहुत । दिन में तारे देख चकराए बहुत ।। दिल की मेरे बात समझे ही नहीं,, प्यार में उसने यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 460 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 Feb 2018 · 1 min read ## धोखा : नौ दोहे धोखा: नौ दोहे धोखा है ये जिन्दगी, मिली हमको उधार । झूठे तन कर घूमते, _ बने हम होशियार ।। लालच बड़ी बला बुरी, _ है धोखे की यार ।... Hindi · दोहा 2 1 3k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read #ग़ज़ल मैं गुनगुनाना चाहता हूँ । ग़ज़ल मैं गुनगुनाना चाहता हूँ । 2122 2122 2122 क्या कहूँ क्या मैं बताना चाहता हूँ । नाम मैं भी अब कमाना चाहता हूँ ।। गीत मेरे ये जमाना गुनगुनाए,,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : ..... बूढ़ा भी जवानी सोचता है । ….. बूढ़ा भी जवानी सोचता है । वाह ! बूढ़ा भी जवानी सोचता है । देश अपना तो* कुरबानी सोचता है ।। सब्र उसको है नहीं पाया जो* उसने,, उफ्फ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल : ..... बिखर गए घर-बार आजकल !! ..... बिखर गए घर-बार आजकल !! दिलों में नहीं है वो प्यार आजकल । गायब है घरों से संस्कार आजकल ।। नेताओं के दबदबे से सारे परेशान,, जनता से है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 251 Share Previous Page 3 Next