दिनेश एल० "जैहिंद" 287 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next दिनेश एल० "जैहिंद" 1 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल : दिल में आता कभी-कभी दिल में आता कभी-कभी जग न भाता कभी-कभी । दिल में आता कभी-कभी ।। देख छल-कपट बे-शर्मी,, मन तो रोता कभी-कभी ।। आकर फँसा जहाँ--तहाँ,, वो नचाता कभी--कभी ।। मेह...री... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 321 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल : ...... हादसा हो जाने दो । ...... हादसा हो जाने दो । आज कोई गजब हादसा हो जाने दो ।। दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो ।। ख्वाहिशें दिलों में जब्त थीं अब तलक,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 Aug 2017 · 1 min read ....... झूठ मुआ रह गया ! ..... झूठ मुआ रह गया ! बीत गया अच्छा वक्त बुरा रह गया, चली गयी सच्चाई झूठ मुआ रह गया ।। आदमी की भीड़ में कोई इंसान नहीं, ईमान की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 1 min read मेंहदी : मुक्तक मेंहदी // दिनेश एल० "जैहिंद" मैं कभी जंगलों में गुमसुम सोई थी । निज अनुपयोगिता पे छुपछुप रोई थी ।। शुक्रगुजार हूँ मैं उन ऋषि-मुनियों की,, उनकी नज़रों में जो... Hindi · मुक्तक 601 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 1 min read स्कूली जीवन स्कूली जीवन // दिनेश एल० "जैहिंद" है कुछ गहरा रिश्ता हमारे बचपन और स्कूली जीवन में । हंसता-खेलता बालपन कुछ स्कूल में, कुछ वन-उपवन में ।। थोड़ा पढ़ना, ज्यादा खेलना... Hindi · कविता 488 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 1 min read गहना : मुक्तक गहना // दिनेश एल० "जैहिंद" एक गहना आपका एक गहना शर्मो लाज का ।। एक गहना दिव्य द्रव्य का एक सज्जो साज का ।। लग गई जो दाग तन पर... Hindi · मुक्तक 556 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 1 min read मेघ,,,, कुछ हाइकु ₹जैहिंद के हाइकु सुनाई नानी कल रात कहानी बरखा रानी । मेघ गरजा जीवों का मन हर्षा आई बरसा । बादल दानी चली पूर्वा सुहानी आशाएँ जागीं । ठुमके मोर... Hindi · हाइकु 524 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 1 min read परिंदों की भाषा परिंदों की भाषा // दिनेश एल० " जैहिंद" देख परिंदे दुश्मन को फर्र-फर्र कर उड़ जाते । किसी वार को भाप के वो झटके से मुड़ जाते ।। कैसा भी... Hindi · कविता 672 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 1 min read सावन के झूले सावन के झूले // दिनेश एल० "जैहिंद" आओ सखियों ! झूला झूलें, पेंग बढ़ाकर नभ को छू लें । चलो चलें हम जी भर खेलें, झूम-झूम खूब मज़े ले..लें ।।... Hindi · कविता 2k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 2 min read लघुकथा : पर्दे की ओट पर्दे की #ओट // दिनेश एल० "जैहिंद" ( #सोपान परिवार द्वारा दैनिक लेखन प्रतियोगिता में चुनी गई दैनिक श्रेष्ठ लघुकथा ) “पुराने रिवाजों को तोड़कर औरतें बाहर निकल रही हैं... Hindi · लघु कथा 503 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 10 Jul 2017 · 2 min read लघुकथा : ग्रहण ग्रहण // दिनेश एल० "जैहिंद" “मम्मी.... ! मम्मी !! मम्मी !!!” विवेक ने बेल न बजाकर बंद दरवाज़े पर खड़े-खड़े दबे स्वर में आवाज़ लगाई । दरवाज़ा खुलते ही विवेक... Hindi · लघु कथा 459 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 18 Jun 2017 · 1 min read +++ जल +++ +++ जल +++ ये है एच० टू० ओ० सदा फुलटू पीओ रहो नीरोग । ////////////////// जल जीवन नष्ट पर्यावरण असुरक्षित । ////////////////// जल के बिन छटपटाती मीन गंभीर प्रश्न ।... Hindi · हाइकु 390 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 18 Jun 2017 · 1 min read ### नारी, तुम शक्ति हो ! ### नारी, तुम शक्ति हो ! युग बीते, अंधकार छँटे, अज्ञानता हटी । शिक्षित हुए, ज्ञानी बने, साक्षरता बढ़ी ।। लोग, कुटुंब, समाज की विवशता घटी । जग में बड़ा... Hindi · कविता 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 18 Jun 2017 · 1 min read *** हे दीप देव !!! हे दीप देव !!! हे दीप देव ! मन- मलिनता चूर करो ।। अज्ञान रूपी मलेच्छ को अब दूर करो । हर घर का तुम क्लेश चकनाचूर करो । उपयोग... Hindi · कविता 338 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 18 Jun 2017 · 1 min read ## प्रेम ## ((( प्रेम ))) ईश से प्रेम है सांसारिक मुक्ति किताबी बातें । ********** कुटुंब-प्रेम होता मायावी बँधन अक्षर: सत्य । *********** प्रेम-बँधन खुशहाल परिवार विश्व में शांति । *********** विभिन्न... Hindi · हाइकु 770 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 18 Jun 2017 · 1 min read ### मेरा कवि मन कहता है...... #### मेरा कवि मन कहता है.... @ दिनेश एल० "जैहिंद" किसी मजलूम की आवाज़ बनकर उसकी आवाज़ दूर-दूर पहुँचाऊँ । किसी लाचार, बेबस, पीड़िता का बनकर मैं मसीहा हक़ दिलवाऊँ... Hindi · गीत 518 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 18 Jun 2017 · 1 min read (((( नालंदा )))) ((( नालंदा ))) विश्व प्रसिद्ध पुरातन विश्वविद्यालय, चहुदिश प्रसिद्धि - प्राचीन ज्ञानालय । बजता डंका देश-विदेश को जिसका, है नाम अतिविलक्षण नालंदा उसका । प्राचीन भारत का है द्दोतक नालन्दा,... Hindi · कविता 1 547 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 4 Jun 2017 · 1 min read [[[[ माँ की तस्वीर ]]]] •माँ की तस्वीर• //दिनेश एल० "जैहिंद" एक सात वर्षीय बालक अपने जर्जर कमरे में आता है एक टूटे-फूटे संदूक से एक फोटो निकालता है हाथों में लेकर उसे अपलक निहारता... Hindi · कविता 476 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 4 Jun 2017 · 1 min read ** मगरूर ** ~मगरूर~ //दिनेश एल० "जैहिंद" कुछ लोग दुनिया में होते मगरूर । दौलत के नशे में वे होते बड़े चूर ।। नेकी-उदारता से होते कोसो दूर । दौलतमंदों की ये है... Hindi · कविता 381 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 31 May 2017 · 1 min read ⛅ हमारी रंगीन दुनिया ☔ ⛅ हमारी रंगीन दुनिया ☔ ?दिनेश एल० “जैहिंद” श्वेत बादलों के आगोश में चाँद दिखा है । आभास होता कि सीप में मोती छिपा है ।। चित्र की बनावट है... Hindi · कविता 611 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 31 May 2017 · 1 min read ? वो माँ को ढूढ़ता रहा ? ? वो माँ को ढूढ़ता रहा ? ?दिनेश एल० “जैहिंद” वो पत्थरों में ही खुदा को पूजता रहा । मोहब्बतों में उसकी वो डूबता रहा ।। करता खुदा पर वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 184 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 31 May 2017 · 1 min read ..... मुहब्बत मेरी पुरानी मिल गयी ! ..... मुहब्बत मेरी पुरानी मिल गयी ! @@@@ दिनेश एल० “जैहिंद” बरसों खोई मोहब्बत मेरी पुरानी मिल गयी । मुरझाई मेरी काया को फिर जवानी मिल गयी । मेरी आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 31 May 2017 · 1 min read ?आत्मा : एक मुसाफिर ? आत्मा : एक मुसाफिर चला गया हँसता एक मुसाफिर रोता लौटा जग में कोई और ।। आते रहते हैं सैकडों इसी तरह चलता रहता निरंतर ये दौर ।। जीवन जीव... Hindi · कविता 243 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 31 May 2017 · 1 min read वाह रे ! दिवाकर दादा वाह रे ! दिवाकर दादा @@@ दिनेश एल० "जैहिंद" मशीनी पंखे काम न करे, पंखों को कोन पूछे ! वाह रे !दिवाकर दादा, ताप दिए आप अच्छे !! नर-नारी हुए... Hindi · कविता 284 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 31 May 2017 · 1 min read *** सालियाँ और पहुना *** सालियाँ और पहुना / ** दिनेश एल० "जैहिंद" पहुना को करने को परेशान सालियों ने किया खूब प्लान ।। टूटी खाट पर बिछाके चादर किया पहुना का खूब आदर ।।... Hindi · कविता 419 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 7 May 2017 · 1 min read प्यार हुआ तब,,,, गीत / दिनेश एल० "जैहिंद" ल से लड़का ल से लड़की ल से हुआ लव लड़का लड़की दोनों मिले प्यार हुआ तब We’re love-birds ! ??❤️??❤️??❤️?? ह से होटल प... Hindi · गीत 474 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 7 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल : वो मेरा साया है...... ग़ज़ल / दिनेश एल० "जैहिंद" अलग नहीं मुझसे वो मेरा साया है । मैं आधा वो आधा हम इक काया हैं ।। तू बायाँ मैं दायां दोनों इक तन हैं,,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 May 2017 · 1 min read == ख़त और मन == ख़त और मन / दिनेश एल० "जैहिंद" ख़त जो मैंने कभी भेजे नहीं,, लिखे थे#उनको मैंने तो कई ।। भर-भर आँसू रोए थे लिखते,, भेजूँ मैं हिम्मत हुई ना कतई... Hindi · कविता 443 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 May 2017 · 1 min read तू मेरी मधुशाला +++ तू मेरी मधुशाला +++ तेरी आँखों की गलियों में है मेरी मद्दशाला ।। मैं तो भूल जाऊँगा दुनिया की हर मधुशाला ।। तेरा श्रृंगार है बड़ा सजीला.. मैं होता... Hindi · गीत 324 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 May 2017 · 1 min read मानव जीवन मानव जीवन / दिनेश एल० "जैहिंद" कौन जाना वह जीवन क्यों पाया ।। इस धरती पर वह क्योंकर आया ।। यह जीवन तो है एक कठिन प्रश्न,, मानव कभी इसे... Hindi · कविता 651 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Apr 2017 · 1 min read दहेज एक राक्षस लघुकथा : दहेज एक राक्षस दिनेश एल० "जैहिंद" बिन ब्याही कमला खुद को एकांकी पाकर आज अतीत के गलियारे में गोता लगा रही थी । वह पैंसठवां वसंत पार कर... Hindi · लघु कथा 519 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Apr 2017 · 2 min read शांति की ओर...... यादों के झरोखे से ------- शांति की ओर मैं कभी मग़रूरी नहीं हुआ, शत प्रतिशत सच है । परन्तु मुझमें आत्मविश्वास कूट-कूटकर भरा था और वह इसलिए कि भगवान के... Hindi · कविता 546 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 15 Apr 2017 · 1 min read सच और झूठ सच और झूठ #दिनेश एल० "जैहिंद" पीछे छूट गई सच बचा रह गया अब झूठ । रिश्ते-नाते, यारी-दोस्ती सब हो गए ठूँठ ।। झूठ की चादर ओढ़ सच बैठ गई... Hindi · कविता 604 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 15 Apr 2017 · 1 min read ये कैसी बेबसी ये कैसी बेबसी / दिनेश एल० "जैहिंद" कितने बेबस आज हुए वो जो अपने रखवाले हैं । ऐसे हालात बनाने वाले ये सब तो टोपीवाले हैं ।। देश के सैनिक... Hindi · कविता 209 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 13 Apr 2017 · 2 min read *** संस्मरण *** संस्मरण / दिनेश एल० "जैहिंद" हम दो भाई हैं, मैं ज्येष्ठ हूँ । पिताजी की हार्दिक इच्छा थी कि हम दोनों भाई पढ़-लिख कर किसी सरकारी नौकरी पर लग जाएं... Hindi · लेख 731 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Apr 2017 · 1 min read नारी-मन ###नारी-मन मेरे नारी-मन की अनवरत प्रगति हो । कुछ ऐसे ही अविरल मेरी उन्नति हो ।। हो ये तन मेरा साजन की बाँहों में । उनकी छाया बसी रहे निगाहों... Hindi · गीत 319 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 Apr 2017 · 1 min read मोरे घनश्याम मोरे घनश्याम दरश दिखा के प्यास जगा के कुछ क्षण मोरे संग बीता के शाम ! मुझ विरहन को तू छोड़ अकेला कौन देस गया हे मोरे घनशाम ! मैं... Hindi · कविता 289 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 Apr 2017 · 2 min read मेरा बचपन मेरा बचपन ----- काश कोई मेरा ऐसा बचपन लौटा देता-- भूख लगी है माँ कुछ खाने को दे दो, रूखा-सूखा जो है दे दो माँ, तुम जल्दी दे दो ना... Hindi · कविता 405 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 Apr 2017 · 1 min read एक अधूरा ख्वाब एक अधूरा ख्वाब न कर तंग ये मच्छरो मान जा मुझे सोने दे कम से कम आज तो मुझे ख्वाब में खोने दे न सताओ ये खटमलो गहरी नींद में... Hindi · कविता 503 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 Apr 2017 · 1 min read गुल और भौरे गुल और भौरे कलियाँ खिला करती थीं कभी भौरों के लिए ! अब ये गुल खिलने लगे यहाँ औरों के लिए ? रफ्ता-रफ्ता वक्त बदला बदल गया चाल-चलन । मन... Hindi · कविता 401 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 Apr 2017 · 1 min read कल की किशोरी आज की नारी कल की किशोरी आज की नारी मैं हूँ बच्ची, कल की किशोरी, भविष्य की हूँ मैं समस्त नारी || मैं लक्ष्मी, मैं उमा, मैं हूँ शारदा, जानो ये दुनिया मैंने... Hindi · कविता 497 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 4 Apr 2017 · 1 min read रखो कर्म में आस्था रखो कर्म में आस्था (आ० कवि श्री दीपक शुक्ला जी की चार पंक्तियाँ सम्मिलित हैं) हम हमारे ही हाथों ठगाते रहे ! हम अपने ही मन का गाते रहे !... Hindi · कविता 196 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 4 Apr 2017 · 1 min read नमन वीर शहीदों को * नमन वीर शहीद को * है धरती पर कई देश जवानो,, देशों में एक देश मेरा भारत है !! इस देश की खातिर मरने वाले,, लाखो रखते दिलों में... Hindi · कविता 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 30 Mar 2017 · 1 min read अकेले - अकेले (((( अकेले-अकेले )))) हम हैं, अकेले ही सही, हम अकेले चले ये जग जीतने ! जब आस जगे, बिश्वास जगे, तब जाके यहाँ कोई बात बने !! लोग झूठ कहे,... Hindi · गीत 537 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 30 Mar 2017 · 1 min read सफर ((( सफ़र )))) ( १ ) गतिमान है रवि की परिक्रमा, बुलंद है सहस्त्र नक्षत्रों का सफ़र | सफ़र में है ये सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड, सुदूर है अनंत, अविरल ये सफ़र... Hindi · कविता 267 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 30 Mar 2017 · 1 min read खामोशी ((( ख़ामोशी )))) दिखता काला अहित कहीं !! ये ख़ामोशी कुछ ठीक नहीं !! ( 1 ) अपने जो कहलाते हैं ! वही जो रिश्ते-नाते हैं !! विवेकहीन जो हो... Hindi · गीत 470 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 30 Mar 2017 · 2 min read हाय री बिटिया कविता --- शादी के जोड़े का फंदा बनाकर एक बेटी मर जाती है फाँसी लगाकर बेटी तो मर गई उसकी आत्मा पसर गई रो-रोकर कभी सुबक-सुबक कर कभी चिल्ला-चिल्ला कर... Hindi · कविता 275 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 28 Mar 2017 · 1 min read गजल / मद में नहीं..... गजल / दिनेश एल० "जैहिंद" मद में नहीं आनंद तो सादगी में है सादगी का मोल बड़ा ज़िंदगी में है !! यूँ तो पैसे की क़ीमत कुछ भी नहीं, बढ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 341 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 28 Mar 2017 · 1 min read एक सूनी रात ((( एक सूनी रात ))) एक सूनी रात में बीच सडक पर इस कुंवारे दिल को एक अनजानी मिली ! दिल बाग बाग हुआ मन में अनुराग हुआ मेरी सोई... Hindi · कविता 259 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 28 Mar 2017 · 1 min read हाइकु मेरे सात हाइकु ( १ ) मानसिकता दर्शाती उदारता हुआ विकास ! ( २ ) नीच विचार दिखाता संकीर्णता रूका विस्तार ! ( ३ ) परिवर्तन है विधि का विधान... Hindi · हाइकु 667 Share Previous Page 5 Next