152
posts
तुझको संगम की
kumar ashok3
ऐ जिंदगी तू ज्ञानज्योति का
kumar ashok3
मेरी भटकती आत्मा को भी
kumar ashok3
कहाँ तू बिकेगा
kumar ashok3
आना शव यात्रा पर
kumar ashok3
तुझे क्यो दर्द नही तेरा इक खिलौना टूट जाने में
kumar ashok3
हो सके तो मेरे मन की
kumar ashok3
यूँ ही नहीं कहलाती मेरे भारत माँ की
kumar ashok3
गौर से देंखो हम है यहाँ के थानेदार
kumar ashok3
आकाश को अश्कों का पानी लगे
kumar ashok3
अश्क़ गीत बन कह रहे हालात
kumar ashok3
मेरे सपनों का अब रहा ये हिन्दुस्तान नहीं
kumar ashok3
यहाँ सड़के भी मिलती हो कातिलों के नाम पर
kumar ashok3
तेरी द्रौपदी को तो कृष्न
kumar ashok3
कान लगे होते है दीवारों में
kumar ashok3
चढ़कर न उतरी इश्क़ खुमारी
kumar ashok3
लोग बनते चमचे बीबी के
kumar ashok3
नहीं चल रही राजनीतिज्ञों की दुकान
kumar ashok3
रंग मेकशो का वही मिलेगा
kumar ashok3
पूछ रही थी बेटी
kumar ashok3
कवियों के सर का वरदान है हिंदी
kumar ashok3
पद्मिनी के जौहर की बात न पूछना
kumar ashok3
राम ने जला डाली मथुरा यहाँ
kumar ashok3
साक्षी बना मौन रहकर पालघर
kumar ashok3
भयानक आई कोरोना बीमारी
kumar ashok3
भारत माता का दर्द
kumar ashok3
तू देश का सिपाही है तो मैं क़लम को हथियार
kumar ashok3
आरती भारत माता ,आज तू माते क्यो तू खो गई है
kumar ashok3
बिल्लू पिंकी बबलू बंटी बबली सब देना
kumar ashok3
अब के बरस नए साल में तू
kumar ashok3
क्या कहा ए दिल तूने
kumar ashok3
हमदर्द को मिला इश्क़
kumar ashok3
भेजते रहें कबूतर पर कबूतर हम
kumar ashok3
मन का मैल
kumar ashok3
मेरा बिस्तर
kumar ashok3
अपनी डिक्शनरी से ही गायब रविवार
kumar ashok3
इश्क़ हो हमारे दरम्यां
kumar ashok3
कविता गिद्ध और चिड़िया
kumar ashok3
भिगो रही बरसात मगर
kumar ashok3
बदरंग हुई फिजा
kumar ashok3
सुन चंद अब तू कभी मत होना उदास
kumar ashok3
आये है आपकी महफिल में
kumar ashok3
दर्पण को देख देखकर राधे
kumar ashok3
ग़ज़ल बेरंग जिंदगी
kumar ashok3
कविता तेरी ख़बर न पाकर दिल
kumar ashok3
कविता सुपुत्र सूरज मल था जाटों की पहचान
kumar ashok3
कविता
kumar ashok3
कविता चाहत की मंजिल
kumar ashok3
कविता आज भी मेरे सपनों में
kumar ashok3
कविता तुझसे इश्क हुआ तो
kumar ashok3