Ashok Sharma Language: Hindi 190 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ashok Sharma 25 Dec 2021 · 1 min read अटल मालवीय जयंती न्योछावर जिसने कर डाला, तन मन राष्ट्र की सेवा में, जिसने देश हित गवाँ दी, सांसों को अपनी रेवा में, उनको शत-2 नमन हैं करते, उनको शीश झुकाते हैं, अटल... Hindi · कविता 1 258 Share Ashok Sharma 24 Dec 2021 · 1 min read युवा व राष्ट्र युवा ऊर्जा की खान हैं, राष्ट्र शक्ति की शान हैं, युवा तूफ़ां की राह मोड़ दें, ऐसे अडिग चट्टान हैं। युवा जागे तो मान है, सरहद की आन बान है,... Hindi · कविता 2 2 330 Share Ashok Sharma 20 Dec 2021 · 1 min read पैसा बोलता है पैसे के गुण अनेक, करे काम बड़े नेक, मान देता जग सारा, श्री चक्षु खोलता है, कि पैसा बोलता है। अभाव न कटे जाड़ा, पैसा भरे पेट सारा, रहता चंचल... Hindi · कविता 2 2 539 Share Ashok Sharma 19 Dec 2021 · 1 min read किरकिरी श्वेत मतंग के रक्षक दल में, चीतों की भरमार है । खाकी चमड़ी धारी शेरों का, गायें बनी शिकार है ।। स्वर ऊंचा अलाप रहे सब, भद्र जीवों को देखकर... Hindi · कविता 1 317 Share Ashok Sharma 12 Dec 2021 · 1 min read सीखो मुश्किलों से लड़ना सीखो, मन्द समीर सा बहना सीखो, तम कोनों से गुम हो जाये, दीपक बनकर जलना सीखो। मृदु लता से झुकना सीखो, आँधी तूफान में रुकना सीखो, जिससे... Hindi · कविता · बाल कविता 1 670 Share Ashok Sharma 2 Dec 2021 · 2 min read हमारे फ़िल्म और हमारा समाज फ़िल्म मानव भावनाओं पर आधारित चलचित्र होते हैं, जो समाज या मानव को प्रेरणा देने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। जब हमारे समाज में फिल्मों का पदार्पण हुआ तो समाज... Hindi · लेख 3 4 228 Share Ashok Sharma 30 Nov 2021 · 1 min read क्या? फिर चुनाव आया है! गली-गली चौराहे पर, ये कैसा रौनक छाया है? कहीं चाय तो कहीं मिठाई, खूब पकौड़ी छनाया है। क्या? फिर चुनाव आया है! जिनसे मिलने खातिर भैया, नैना बरसों तरस गए।... Hindi · कविता 447 Share Ashok Sharma 27 Nov 2021 · 1 min read नशा न अपनाइए मानव का रूप मिला, सुन्दर ये तन खिला, सोच कर नेक भाई, खुशी के गीत गाइये। खान पान शुद्ध रहे, मन भी प्रबुद्ध रहे, जग में महान बन, खूब नाम... Hindi · कविता 3 349 Share Ashok Sharma 14 Nov 2021 · 1 min read बड़ी तकलीफ है बड़ी तकलीफ है, आजकल के प्यार में। झुमका भी नहीं गिरता, अब बरेली के बाजार में। जो अँखियों में लगके, रोशनी बढ़ाता था। वो कजरा मोहब्बत वाला, महंगा हुआ व्यापार... Hindi · कविता 1 347 Share Ashok Sharma 6 Nov 2021 · 1 min read जंगलराज कोयल डाली डाली कुहुके, जब कौवे काँव काँव करें। मेंढक की टर्र टर्र सुनकरके, विषधर धीरे से पाँव धरे। गंगा तट पर बगुले देखो, एक टांग खड़े ध्यान लगा। होती... Hindi · कविता 2 2 227 Share Ashok Sharma 6 Nov 2021 · 1 min read आओ ना एक दीप जलायें मर्यादा के विजय का पर्व, हर हर नारी को है गर्व। जग को मर्यादा सिखलाने, आदर्शों की राह दिखाने, नई रंगोली घर में बनाएं। आओ ना एक दीप जलायें।। जिनके... Hindi · कविता 1 193 Share Ashok Sharma 5 Nov 2021 · 1 min read इस दीवाली देखा हमने इस दीवाली देखा हमने, स्नेह की बाती से दीप जले। कोने कोने से भी भगाया, तम जो छुपा था चिराग तले। खूब खिलाई हलवा पूड़ी, मिष्ठान भी खूब चले। महंगा... Hindi · कविता 1 525 Share Ashok Sharma 3 Nov 2021 · 1 min read किस बात का दीप किस बात का दीप जलाते, हो तुम अपने छत आँगन में? क्या अंधियारा मिटा चुके हो, दीन हीन उजड़े बागन में? क्या कुम्हार के बच्चों का, बिस्कुट टॉफी है याद... Hindi · कविता 2 2 235 Share Ashok Sharma 2 Nov 2021 · 1 min read दीवाली आयी है प्यारा पर्व-प्रकाश, दीवाली आई है, दीपों का त्योहार ,दीवाली आई है। बने खिलौने चीनी, और मिट्टी के भी, बच्चे उड़ाये रॉकेट, दीवाली आई है। महँगाई की मार, खुशी ले फुर्र... Hindi · गीत 1 2 240 Share Ashok Sharma 31 Oct 2021 · 1 min read कुम्हार ब्रह्माजी का रूप धर, मृतिका को रौंद कर, रचे नयी नयी चीज, कुम्भकार कहलाता। छोटे छोटे बेच दीया, जग में प्रकाश किया, प र्या व र ण सुरक्षा, खातिर हाथ... Hindi · घनाक्षरी 2 2 454 Share Ashok Sharma 28 Oct 2021 · 1 min read मोर जब बादल छा जाते हैं, मोर पंख फैलाते हैं। झूम झूम बादल संग ही, सुंदर नाच दिखाते हैं। टिप टिप बूंदें जब पड़ती, ठुमक ठुमक लहराते हैं। कभी पेड़,कभी डाल... Hindi · बाल कविता 248 Share Ashok Sharma 28 Oct 2021 · 1 min read नयन नयन कटीले, नयन सजीले, नयन लगे हैं, छैल छबीले। नयन नशीले, नयन रंगीले, नयन करे हैं, मन को पीले। नयन चरित्र, नयन विचित्र, नयन से होती,हिया पवित्र। नयन लुभाते, नयन... Hindi · कविता 414 Share Ashok Sharma 25 Oct 2021 · 1 min read कितने दिन का जीवन बोलो मीठा मिलके चलो, सबसे कर लो स्नेह। कितने दिन का जीवन है, कितने दिन का देह। बुझे प्यास वाणी से तेरी, ऐसी भरी हो नेह। छायादार बनो कुटिया तुम,... Hindi · कविता 283 Share Ashok Sharma 10 Oct 2021 · 1 min read दर्द है मैं को मैं की कहता मैं, मैं कितना तरल, सरस शान्त और हूँ शीतल। काया कल्प तो मैं करता हूँ, हमको उतारो तुम भीतर। कहीं गम तो कहीं दर्द को, आधा या पूरा मैं... Hindi · कविता 189 Share Ashok Sharma 4 Oct 2021 · 1 min read दर्पण देख देख मानव का चेहरा, अब दर्पण भी मुस्काता है। सर्वश्रेष्ठ है यही धरा का, जो अपनों को भरमाता है। मुझमें देख लगाए मुखौटे, मेरे सामने ही इतराता है। देख... Hindi · कविता 2 2 519 Share Ashok Sharma 2 Oct 2021 · 1 min read दीपक चाहत है मेरी कि,मैं सिर्फ रहूँ जलता, मेरी रूह रोशनी में , जग रहे पलता। रौंद गया जब मैं, तब बना मिट्टी गीला, चाक का चक्कर सहा,नहीं हुआ ढीला। धूप... Hindi · कविता 1 519 Share Ashok Sharma 2 Oct 2021 · 1 min read शास्त्री गांधी भारत में जन्म लिये, तम को प्रकाश किये, कर्म श्रेष्ठ बड़े नेक, फिर दोनों आओ ना। बापू सत्य के पुजारी, अहिँसा थी बड़ी प्यारी, सबको आजाद किये, करो मरो गाओ... Hindi · घनाक्षरी 1 424 Share Ashok Sharma 1 Oct 2021 · 1 min read पायल एक एक दाने घुँघरू के, जुड़कर बन जाती है पायल। कुछ कहते हैं छम-2 इसकी, कर देती है मुझको घायल। हमें आगमन की सुधि देती, पाँव की सुन्दर प्यारी पायल।... Hindi · कविता 2 4 290 Share Ashok Sharma 1 Oct 2021 · 1 min read थकी कहाँ है जिन्दगी थकी कहाँ है जिंदगी, दुर्गम पथों के रार से, कदम कहाँ थके भी हैं, चलके नग खाई पार से। ये जिंदगी है आस की, रुकी कहाँ है जिंदगी। ले भार... Hindi · कविता 1 326 Share Ashok Sharma 29 Sep 2021 · 1 min read व्याकरण सुंदरी* घुँघरू तेरे छन्द सुनाए, हैं होठ तेरे मधुशाला। नाम अनेकों संज्ञा लेके, वर्णों की पहनी माला। ध्वनि करधन के शब्द बने, तू सौंदर्य की पर्यायवाची। लचक कमर से रस बरसे,... Hindi · कविता 3 2 328 Share Ashok Sharma 29 Sep 2021 · 1 min read प्रकृति (सजल) तेरी आगोश, पलता जीवन ये। सुख सागर, चर अचर सब, सबसे ऊँचा रब। धूप छाँव, नदी नाले सागर। सूरज चाँद, कलकल ये झरने, मन्द सागर बहने। हरे गहने, समृद्धि के... Hindi · कविता 405 Share Ashok Sharma 24 Sep 2021 · 1 min read दर्द-ए-बेवफाई क्यों कुरेदते हो हमें, क्या दर्द जगाने के लिए? या फिर वफ़ा दिखा, उल्फत में फँसाने के लिए। रिश्तों को शर्मसार कर, फिर भरमाने के लिए। दोस्त निकला विश्वासघाती, ये... Hindi · कविता 420 Share Ashok Sharma 22 Sep 2021 · 1 min read अंतिम सुन्दरता बहुत हुआ नादानी, आओ देखें दाना पानी। राग द्वेष छोड़ कर , हिया पटल खोल। गोल देखा है कपोल, रेशमी लटों का मोल। देखा न मन की घटा, दे छाया... Hindi · घनाक्षरी 1 267 Share Ashok Sharma 14 Sep 2021 · 1 min read हमारी हिंदी जननी जन्म भूमिश्च , स्वर्गादपि गरीयसी। संस्कृति संस्कृत से बना, हिंदी है देश की प्रेयसी। हिंदी गौरव हमारी है, है जान भारत महान की। बाग अनेकों पुष्प हैं महके, हिंदी... Hindi · कविता 202 Share Ashok Sharma 9 Sep 2021 · 1 min read मैं जुगनू हूँ मैं एक छोटा तुच्छ अकिंचन, देखूँ मुझसे क्या हो पायेगा? मैं जुगनू हूँ मुझे चाँद, नहीं समझा जाए तो अच्छा है। हमसे सूरज का कोई भी , एहसान नहीं लिया... Hindi · कविता 1 293 Share Ashok Sharma 5 Sep 2021 · 1 min read गुरु की महिमा आप हैं जग के दीपक देखो, ज्ञान की बाती जलाता गुरु है। लौ जस खुद ही जलकरके ही, तम को दूर भगाता गुरु है। धूप हो छाँव हो कठिन परीक्षा... Hindi · गीत 222 Share Ashok Sharma 4 Sep 2021 · 1 min read आस बिखर रहे कलयुग की इस भाग दौड़ में, आधुनिकता की पड़ी होड़ में, जीवन का मूल्य न देखे कोई, बस आय नोटों के शिखर रहे। स्वस्थ सुंदर और सुघर काया, नहीं रही... Hindi · कविता 222 Share Ashok Sharma 4 Sep 2021 · 3 min read गुरु की गरिमा भारत सभ्यताओं, मान्यताओं और आदर्शों का देश है। इन सबके उदीयमान हेतु गुरु की भूमिका अहम होती है। वास्तव में गुरु दो शब्दों से मिलकर बना है।गु-अर्थात अंधकार और रु-अर्थात... Hindi · लेख 386 Share Ashok Sharma 30 Aug 2021 · 1 min read नव भारत में मेरे कान्हा नवभारत में मेरे कान्हा, एक बार तो आना होगा। मटकी लस्सी नहीं है तो क्या? अमूल का दही खाना होगा। नव भारत में मेरे कान्हा, एक बार तो आना होगा।... Hindi · कविता 231 Share Ashok Sharma 30 Aug 2021 · 2 min read कान्हा फिर आओ ना कृष्ण जन्माष्टमी पर मनहरण घनाक्षरी ★★★★★★★★★★★★★★ गोकुल में जन्म लिए, यशोदा को लाल दिए, हर्ष भरे गाँव वाले, फिर तुम आओ ना। दूध दही नहीं रही, छाछ न मलाई सही,... Hindi · घनाक्षरी 4 4 775 Share Ashok Sharma 23 Aug 2021 · 1 min read आजादी से आबादी तक देश दासता के चंगुल में, फँसा रहा कई वर्षों तक। अनगिनत कुर्बानियाँ देकर, मिली आजादी अपने हक। सिन्दुर गया किसी युवती का, किसी माँ के गये हैं लाल। तो किसी... Hindi · कविता 2 215 Share Ashok Sharma 22 Aug 2021 · 1 min read रक्षाबंधन कबीर छन्द/सरसी छन्द(16-11) सावन में चहुँ ओर दिखे हरि, प्रेम मिलन की रीति। वैदिक संस्कारों में ऊँची , भाई बहन की प्रीति। भाई छुए बहन के चरना, चरित्र से होते... Hindi · कविता 244 Share Ashok Sharma 20 Aug 2021 · 1 min read प्यार है कोई खेल नहीं जब कोई दिल की सुन जाए, मन उसे अपना चुन जाए। मन की भाषा आंखें बोले, जुबाँ का ताला बांछें खोलें। तब होता है प्रीत कहीं, प्यार है कोई खेल... Hindi · कविता 477 Share Ashok Sharma 20 Aug 2021 · 1 min read मिलन की रात (रक्ता छंद) मापनी:-2121212 ********************** साथ आप ही रहें, प्रीत भी सही गहें। मीत ही तुझे चुना, ख्वाब भाव से बुना। छाँव प्रेम के तले, खूब झूमते चले। याद प्रीत की... Hindi · कविता 3 277 Share Ashok Sharma 15 Aug 2021 · 1 min read स्वतंत्रता/आजादी आजादी का बिगुल बजाकर, दे दी अपनी जान रे, तब जाकर के मिली है हमको, स्वतंत्रता की शान रे। मेरे प्यारे वतन के वीरों, से है देश की शान रे,... Hindi · कविता 338 Share Ashok Sharma 14 Aug 2021 · 1 min read सावन में बिरह मदिरा सवैया में रचित: सावन में मन झूम रहा ,अब आ न मिलो हमसे सजना। लाल कपोल हुए मुख पे, अब पायल चाह रही बजना। भींग रहा तन आज पिया,मन... Hindi · गीत 1 210 Share Ashok Sharma 13 Aug 2021 · 1 min read नागपंचमी शिवशंकर के प्यारे, होते गले हार सारे, फुफकार छोड़कर, दें शोभा अनमोल। जग इनको भी माने, भोले संग साथी जाने, नागपंचमी में पूजे, लावा व दूध घोल। पर्यावरण खातिर, घूमते... Hindi · घनाक्षरी 1 233 Share Ashok Sharma 13 Aug 2021 · 1 min read खेल कराते मेल व्यस्तता की गहरी खाई में, भौतिकता की अंगड़ाई में, जहाँ अपना कोई न समझे, हो रहा जहाँ पर ठेलमठेल, देखो तब खेल कराते मेल। मानव को मानव से जोड़े, हाथ... Hindi · कविता 2 1 233 Share Ashok Sharma 12 Aug 2021 · 1 min read युवा दिवस युवाओं तुम महान बनो, अमिट देश की शान बनो। दूर दुश्मन सब भागें तुमसे, ऐसी तुम पहचान बनो। जब हो जाये काले बादल, तुम जुगनू बन जगमगाना। जब अम्बर अगन... Hindi · कविता 2 504 Share Ashok Sharma 11 Aug 2021 · 1 min read ज्ञानदीप तम की क्या औकात है प्यारे, अब उसको बतलाना है। ज्ञानदीप बनकर हर जीवन, अंधेर धरा से मिटाना है। माना है बरसात का मौसम, भर गए गड्ढे गंदे पानी, अब... Hindi · कविता 3 3 702 Share Ashok Sharma 10 Aug 2021 · 1 min read अब आलोचक नहीं है बनना सबको सदमार्ग पर चलना, सीखना है कर्तव्य से पलना, भला बुरा तो निरेख लिया, अब आलोचक नहीं है बनना। अपने खुद आदर्श में ढलना, सत्य धर्म का पालन करना, मानवता... Hindi · कविता 2 4 261 Share Ashok Sharma 8 Aug 2021 · 1 min read बम बनाकर, बम हो गए अपने भौतिक विचारों से, और कलुषित व्यभिचारों से, देखो ना हम क्या हो गए? बम बनाकर, बम हो गए। मानव का ही सोचा विस्तार, मानवता पर ना किया विचार, जमीन... Hindi · कविता 2 216 Share Ashok Sharma 6 Aug 2021 · 1 min read एक किताब सी हूँ मैं दबे हो सीने में मेरे, प्यार में समर्पित। शब्दों की माला बन, वाक्यों को अर्पित। अपने अस्तित्व से ही , तूने दिया हमें बुन। एक किताब सी मैं, और एक... Hindi · कविता 2 4 306 Share Ashok Sharma 4 Aug 2021 · 1 min read प्राकृतिक आपदा मनहरण घनाक्षरी °°°°°°°°°°°°°°°° कहीं कहीं सूखा कहीं, बाढ़ की विभीषिका है। कहीं पर जंगलों में , आग है पसरती। कहीं ज्वालामुखी कहीं, फटते है बादल तो। कहीं पे भूकम्पनों से,... Hindi · घनाक्षरी 1 2 424 Share Ashok Sharma 3 Aug 2021 · 1 min read सावन गीत टिप टिप टिप सावन की लड़ी, तन पे गिरे बूंदों की झड़ी। धरा उमंग से झूम उठी, लगने लगी है हरी भरी, टिप टिप............... बदरा मगन हो झूम रहे, गगन... Hindi · गीत 1 492 Share Previous Page 2 Next