Santosh Khanna (world record holder) 104 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Santosh Khanna (world record holder) 10 Jun 2023 · 1 min read एकात्म एकात्म सृष्टि के आर्विभाव से ले कर अब तक सूर्य के उदय से अस्त तक कितने ही अवतारों की कृपा से अनुप्राणित मानव अनेक महामानवों ने समझाया मनुष्य का उद्गम... Poetry Writing Challenge 68 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Jun 2023 · 4 min read पागल पागल +सन्तोष खन्ना सड़क के किनारे एक पागल अनाप-शनाप बकता है पुलिस का सिपाही डंडा दिखा उसे हांक कर ले जाता है उसकी बातों पर हंसता है सिपाही के... Poetry Writing Challenge 266 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Jun 2023 · 1 min read धरती मां वसुंधरा धरती मां वसुंधरा ब्राह्मंड में सभी अपने अपने स्थान पर धरती की महिमा न्यारी है धरती है हरित मानव -फलित ईश्वर को सबसे प्यारी है। इसकी रक्षा तू कर मानव... Poetry Writing Challenge 95 Share Santosh Khanna (world record holder) 7 Feb 2023 · 1 min read नहीं कभी होते अकेले साथ चलती है कायनात नहीं कभी होते अकेले साथ चलती है कायनात रात में तो नींद रहती ले चांद तारों की बारात खुलती जब आंख तो प्रात का वंदन करें जब हाथ में ले... Quote Writer 640 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Jan 2019 · 1 min read साकार मन में रहे हमेशा आशा और विश्वास मत भटको अधेरों में कभी न होना निराश मत करो कभी तनाव मत करो कभी विवाद जब तय नियति विधान फिर क्यों नहीं... Hindi · कविता 457 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Jan 2019 · 1 min read साकार मन में रहे हमेशा आशा और विश्वास मत भटको अधेरों में कभी न होना निराश मत करो कभी तनाव मत करो कभी विवाद जब तय नियति विधान फिर क्यों नहीं... Hindi · कविता 482 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Dec 2018 · 1 min read कविता रविंद्रनाथ टैगोर की बंगला कविता का हिंदी अनुवाद कभी कभार हो जाती है तुम से मुलाकात ओ प्रिय प्रभु, क्यों नही मिल जाते तुम हो जाओ हमेशा मेरे साथ क्यों... Hindi · कविता 425 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Dec 2018 · 1 min read कहाँ हो चिड़िया तुम? कहाँ हो चिड़िया तुम? कूछ वर्ष पहले.तो तुम खूब आती थी गाती थी सुबह सवेरे घर की खिड़की के उपर या किसी खाली स्थल पर धौंसला बनाती थी तुम्हारे नन्हे... Hindi · कविता 1 364 Share Santosh Khanna (world record holder) 3 Dec 2018 · 1 min read पहचान चलता रहता है सतत वार्तालाप, कभी उलाहना देते हुए, कभी सजदा करते हुए, कभी आँसूओ का सैलाब कभी तुम्हारी पुलक का अहसास कभी मौन में व्यक्त करते आभार कभी उमड़... Hindi · कविता 489 Share Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read कविता मांग मेरी अनन्त सत्ता से पक्षी-पवन-सी हो उडान मेरी बन जाऊं धरती और आकाश सूर्य से अवतरित होता किरणों का प्रकाश धूम आऊं हर नक्षत्र हर सितारा कहीं न छूटे... Hindi · कविता 1 1 326 Share Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read सूरज . सूरज सूरज, तू न होता . धरती पर जीवन न होता न होती नदियां और सागर न पानी के मीठे निर्झर नहीं होता खेतो में अन्न बोलो क्या फिर... Hindi · गीत 508 Share Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read सूरज . सूरज सूरज, तू न होता . धरती पर जीवन न होता न होती नदियां और सागर न पानी के मीठे निर्झर नहीं होता खेतो में अन्न बोलो क्या फिर... Hindi · गीत 1 284 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Nov 2018 · 1 min read याद तेरी अमलतास याद तेरी अमलतास आज तुम नहीं हो मां याद कितना आती हो सूने पलों में मुझे बच्चों-सा रुलाती हो कभी कभी लगता गोद में लो गी उठा। वैसे ही जैसे... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 21 530 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Sep 2018 · 1 min read बाल कविता बाल कविता पंछियों को देख उड़ता मै भी अब उड़ना चाहूं पूछ रही हूं मैं मां से पंख मैं कैसे उगाऊं उड़ रही उड़न तश्तरी पर नहीं हैं पंख दिखते... Hindi · कविता · बाल कविता 347 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Sep 2018 · 1 min read प्रश्न प्रश्न चलता रहता है सतत वार्तालाप, कभी उलाहना देते हुए, कभी सजदा करते हुए, कभी आँसूओ का सैलाब कभी तुम्हारी पुलक का अहसास कभी मौन में व्यक्त करते आभार कभी... Hindi · कविता 284 Share Santosh Khanna (world record holder) 18 Sep 2018 · 1 min read नमस्कार बार बार प्रभु मूरत हर उगते सूर्य में हर फूल में हर किसलय में हरी घास पर ओसकणों में मेरे मन की हर धड़कन में भोले भाले हर बचपन में मेरे तेरे... Hindi · कविता 1 324 Share Santosh Khanna (world record holder) 18 Sep 2018 · 1 min read दोहे मां पर मां मन की ज़मीर है, देह की है काया काशी काबा है वहीं, जग की है माया । मां से ही हैं हम सब, मां बिना न कोई कृष्ण भये... Hindi · दोहा 249 Share Santosh Khanna (world record holder) 15 Sep 2018 · 1 min read हिंदी हिंदी की राह में कैसे बने गा कोई दीवार जब उसे मिल गया है मेरा, तुम्हारा हम सब का साथ। Hindi · मुक्तक 458 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2018 · 1 min read परिवर्तन परिवर्तन क्या खो दिया है हमने क्या पा लिया है हमने कितने कच्चे हैं हम अपने हिसाब के हीरों के बदले ठीकरों का व्यापार किया है हमने सुबह के उजाले... Hindi · कविता 517 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2018 · 1 min read भारत देश को मेरा नमन भारत देश को मेरा नमन सदा प्रेम का पाठ पढ़ाता युद्ध इसे कभी नहीं भाता संस्कृति विहग है यह अपना देश देश संस्कार जगाता जैसे जंगलों में हो चमन भारत... Hindi · गीत 483 Share Santosh Khanna (world record holder) 19 Jan 2018 · 2 min read क्या लिखू? मैं ने सोचा आज एक नायाब कविता लिखू सोचा तो किस पर लिखूं सोचा चांद पर लिखूं सदियों से जिसकी उपमा दी जाती है प्रिया के सुंदर चेहरे से जिसकी... Hindi · कविता 1 2 453 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Oct 2017 · 1 min read बाल कविता बाल कविता बच्चों को दिवाली उपहार देखो खेले मेरी मुनिया भांति भांति के सुंदर खेल। कभी उछाले गेंद हवा में कभी पलंग के नीचे डाले बोले मुझ से दादी जाओ... Hindi · गीत 667 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Oct 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 269 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Oct 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 240 Share Santosh Khanna (world record holder) 21 Sep 2017 · 1 min read नमन भारत देश को मेरा नमन सदा प्रेम का पाठ पढ़ाता युद्ध इसे कभी नहीं भाता संस्कृति विहग है यह अपना देश देश संस्कार जगाता जैसे जंगलों में हो चमन भारत... Hindi · गीत 586 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2017 · 1 min read हिंदी हिंदी हिंदी भारत माँ की बोली माँ के दूध -सी मिश्री घोली उसके सब हैं,वह है सबकी जैसे रिश्ता दामन-चोली हिंदी है हर मुख की शोभा ह्रदय से हृदय का... Hindi · कविता 554 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Sep 2017 · 1 min read यादों की छांव.में अरसा बीता चले गये तुम फिर भी दिल से याद न जाये जाते सावन की बदली ज्यों मुड़ मुड़ आकर मेंह बरसाए। कूक रही है कोयल तब से पपहिरी भी... Hindi · गीत 502 Share Santosh Khanna (world record holder) 8 Sep 2017 · 1 min read बाल कविता पढ़ना चाहें गे एक बाल कविता। थोड़े समय के लिए बन जाये बच्चे। पंछियों को देख उड़ता मै भी अब उड़ना चाहूं पूछ रही हूं मैं मां से पंख मैं... Hindi · कविता 497 Share Santosh Khanna (world record holder) 28 Aug 2017 · 1 min read अहसास अहसास कितने ही बीत गए वर्ष हर्ष में भी, विषाद में भी जिन्दा हूँ क्यों,में मर नहीं सकी अब तो हो गई है आदत सहज सहज जीने की फिर भी... Hindi · कविता 479 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Aug 2017 · 1 min read आज की स्त्री आज की स्त्री आंखों में विश्वास भावों में संवेदना विचारों में प्रकाश फैसलों का बोझ उठाती वह करती है सड़क पार कभी नहीं लगा उसे डगमगा जाये गे पांव चल... Hindi · कविता 1 440 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Aug 2017 · 1 min read युद्ध और शान्ति नहीं देखता भारत स्वपन कभी विश्व विजय के नहीं किये युद्ध किसी देश से उसे गुलाम बनाने के लिये या उस पर अधिकार जमाने के लिये या उसे मौत की... Hindi · कविता 451 Share Santosh Khanna (world record holder) 9 Jul 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 279 Share Santosh Khanna (world record holder) 7 Jul 2017 · 1 min read सच सच यह सच है पत्थर की लकीर-सा जब मिलती हैं सहस्र भुजाएँ लहलहाने लगते हैं खेत भर जाते अन्न के भंडार नहीं रहता कोई भूखा पेट शौर्य के शिखर होते... Hindi · कविता 458 Share Santosh Khanna (world record holder) 28 May 2017 · 1 min read खुशी बहुत दिनों के बाद आज खालिस खुशी ने डाला फेरा जैसे उषा का आंचल हो गया सुनेहरा पर्वत से छलकती आती जैसे नदिया की धार तपते मौसम के बाद जैसे... Hindi · कविता 473 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read चाह चाह मेरे ह्रदय का हिमालय बार बार उठ खड़ा होता है वह फैल जाना चाहता है निरन्तर विस्तार पाते गगन की तरह वह मिलना चाहता है हर मन से,हर कण... Hindi · कविता 591 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read सभ्यता नहीं बनाई जा सकती कोई भी सभ्यता ईंट और गारे से लौहे और औजारोंं से बनती है सभ्यता जन जन के कर्म से साफ सोच और संवेदना के मर्म से... Hindi · कविता 275 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read सभ्यता नहीं बनाई जा सकती कोई भी सभ्यता ईंट और गारे से लौहे और औजारोंं से बनती है सभ्यता जन जन के कर्म से साफ सोच और संवेदना के मर्म से... Hindi · कविता 351 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 May 2017 · 1 min read कहर बार बार रहा कांप धरा का धरातल मच रहा है तांडव तनाव व् विनाश का चाँद-सितारों पर विजय रथ दौड़ाने वाला जल-थल-हवा में विजय-दुदंभि बजाने वाला नहीं रोक पा रहा... Hindi · कविता 381 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 May 2017 · 1 min read दामिनी जिंदा है अभी आज निर्भया यानी दामिनी या असली नाम ज्योति का जन्मदिन है। ज्योति की मां ने आज पत्रकार को उसका कमरा खोल कर दिखाया। निर्भया पर तब लिखी एक कविता यहां... Hindi · कविता 390 Share Santosh Khanna (world record holder) 23 Apr 2017 · 1 min read हिंदी सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं हिंदी हिंदी भारत माँ की बोली माँ के दूध -सी मिश्री घोली उसके सब हैं,वह है सबकी जैसे रिश्ता दामन-चोली हिंदी है हर मुख... Hindi · कविता 439 Share Santosh Khanna (world record holder) 22 Apr 2017 · 1 min read खबर। खबर बहुत पहले की प्रकाशित मेरी एक रचना । तडफती धूप में खाली खेतों की फट्टी बिवाईयां पर खडा है वह आकाश पर नजर गड़ाये कहीं मेधों के घर से... Hindi · कविता 266 Share Santosh Khanna (world record holder) 22 Apr 2017 · 1 min read पेड़ मेरा पेड़ तपती दुपहरी में जलाता है सूर्य जब हर इमारत, हर सड़क तब भी खड़ा रहता अटल मेरा पेड़ अचल एक ठांव हर राहगीर, हर रेहड़ीवाले को देता अपनी... Hindi · कविता 653 Share Santosh Khanna (world record holder) 11 Apr 2017 · 1 min read शब्द शब्द जब मैं शब्दों के बीच होती हूँ अकेली नहीं होती साथ चलता है समय आकाश के संग धरती इन्द्र धनुषी हो जाती है शब्द रिश्ते-नाते, दोस्ती-संबंध सब निभाते हैं... Hindi · कविता 494 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Apr 2017 · 1 min read बदलाव पुरुष वर्चंस्व का विरोध करती फिर भी पुरुष के लिये सजती नहीं बिठा पायी तालमेल नारी कथनी करनी में अंतर करती अच्छा हो छोड़े वह अपने बुने जालों को मुक्त... Hindi · कविता 513 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Feb 2017 · 1 min read पहचान अपने से पहचान कर लो । अपने से पहचान कर लो क्या किया जीवन में अब तक दो गे धोखा खुद को कब तक चल रही हैं सांसे जब तक... Hindi · गीत 358 Share Santosh Khanna (world record holder) 8 Feb 2017 · 1 min read यमुना, एक मरन्नासन नदी यमुना , एक मरनासन्न नदी कहां हो तुम कृष्ण? गाए चराते थे बांसुरी बजाते थे यमुना के किनारे रास रचाते थे बज उठते थे सृष्टि के कण कण में संगीत... Hindi · कविता 1 1 772 Share Santosh Khanna (world record holder) 7 Feb 2017 · 1 min read चिड़िया चिडिया उड़ती चिडिया गाती चिडिया मन को बहुत लुभाती चिडिया सुबह सवेरे घर की छत पर गीत सुनाने आती चिडिया पेड़ पेड़ पर डाल डाल पर फुदक फुदक कर गाती... Hindi · कविता 395 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Feb 2017 · 1 min read गज़ल कौन है जो बादलों की ओट से मुस्काता रहा कर के ईशारे रोशनी के पास बुलाता रहा आखों पर परदे थे पहचान नहीं पाये हम उसे बारिश की बौछार बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share Santosh Khanna (world record holder) 3 Feb 2017 · 1 min read आईना आईना कहीं नहीं हूँ मैं अपनी कविता में नहीं है मेरा कोई सपना या फिर कोई अपना हैं तो बस आंसू या फिर आहें या फिर कराहें जो किसी मासूम... Hindi · कविता 457 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Feb 2017 · 1 min read अहं अहं जब जब सोचा पा ली है विजय मैंने अपने अहं पर पता नहीं क्यों जरा- सी-ठोकर लगने पर फिर किसी गहराई से फुफकार उठता है अहं कितना भी दुतकारो... Hindi · कविता 297 Share Previous Page 2 Next