Pragya Goel 53 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pragya Goel 21 May 2023 · 1 min read पत्थर की नगरी कटी है कांटों पे सोकर के हर रात फूलो की मौसम सभी झेले वाह क्या बात फूलों की रंग-ओ-बू सभी कुछ तो लुटाया है मगर पत्थर की नगरी में क्या... Hindi 2 2 319 Share Pragya Goel 9 Feb 2023 · 1 min read हम बरसात में रोए जब तुमसे मिले उन हालत पे रोए बिछड़कर तेरी हर बात पे रोए जेहन में अब भी तेरा ही बसेरा है हम रात दिन तेरे ख्यालात पे रोए दर्द होता... Hindi 184 Share Pragya Goel 31 Jan 2023 · 1 min read छालो के फूटने से पत्थर कभी नम नही होते फ़रेब-ए-इश्क़ फितरत कभी हमदम नही होते छालो के फूटने से पत्थर कभी नम नही होते झोंका सर्द हवा का उन पर उष्ण सा लगता है कुछ नासूर ऐसे भी जिनके... Hindi 97 Share Pragya Goel 30 Jan 2023 · 1 min read मेरे दिल से तेरी हर एक याद निकल जाए तो अच्छा मेरे दिल से तेरी हर एक याद निकल जाए तो अच्छा बातों बातों में दिल की बात निकल जाए तो अच्छा तू मुस्तकिल था मेरा है मेरा ये मेरा ख़्वाब... Hindi 151 Share Pragya Goel 29 Jan 2023 · 1 min read सर झुका कर हम वफा का वहम रखते है छलने आते है हमे वो मुहब्बत के नकाब में बड़े शऊर से हम कायम वहम रखते है नज़र में हम ज़िगर में सूरत है गैर की सर झुका के हम... Hindi 149 Share Pragya Goel 24 Jan 2023 · 1 min read मेरी तस्वीर उनकी मुहब्बत सुना है मेरी तस्वीर वो छुपाकर देखते है खुशी में ग़म में सीने से लगाकर देखते है वो चाहते है के बोल उठे तस्वीर हमारी जब नही बोलती तो मुस्कुरा... Hindi 1 88 Share Pragya Goel 18 Nov 2022 · 1 min read यहां सुनता नही कोई तू चल अकेला ये जीवन संघर्ष तेरा है हिस्से दारी की तमन्ना बस वहम तेरा है यहां दर्द के नही ,बस शौहरत के भागीदार ये गूंगो की बस्ती है यहां... Hindi 115 Share Pragya Goel 19 Sep 2022 · 1 min read मेरे गीत जब तुमको गुनगुनाए तो चले आना गीत मेरे जब तेरा नाम गुनगुनाए तो चले आना खुली आंखे ख्वाब तेरा दिखाए तो चले आना पत्तो की साएंसाएं में जब तेरे कदमों की आहट हो फूलों में भी... Hindi 117 Share Pragya Goel 24 Jul 2022 · 1 min read चल सको तो चलो प्रेम मीरा सा तुम कर सको चलो पथ पे दीपक से तुम जल सको चलो हर दिल में प्रेम पलटा तो है मगर ख़ोज में उसकी तुम चल सको तो... Hindi 176 Share Pragya Goel 22 Jun 2022 · 1 min read निराला महबूब वो जब नज़रों से पिलाते है,तो हर मयकदा को मात देते है वो जब जुल्फों को सूखाते है, तो हर घटा को मात देते है वो शर्मा के नज़रों को... Hindi · कविता 219 Share Pragya Goel 14 Jun 2022 · 1 min read मेरे साथ चलो काटों भरा है सफ़र मेरे साथ चलो ना जाने कब हो गम की सहर, मेरे साथ चलो मैं अकेले भटक ना जाऊं कही अंधेरी है डगर, मेरे साथ चलो चारो... Hindi · कविता 113 Share Pragya Goel 6 Jun 2022 · 1 min read मन मेरा देवालय सा हो गया बनी सांसे लए बांसुरी सी मेरी घर मानो संगीतालय सा हो गया पुष्प ऐसे खिले ना खिले थे कभी मन मानो पुष्पालय सा हो गया तुम जो आ बैठे हो... Hindi · मुक्तक 156 Share Pragya Goel 31 May 2022 · 1 min read ह्रदय संवाद बनना है शब्दों से मुझे हर ह्रदय का अहसास बनना है अक्षर तृप्ति प्रेम की अक्षर अक्षर प्यास बनना है आलौकिक काव्य निर्मित पुष्पमाल कर समर्पित हृदय भाव व्यक्त हो जिससे वो... Hindi · मुक्तक 130 Share Pragya Goel 25 May 2022 · 1 min read साथ चल सको तो हाथ बढ़ाना ताउम्र साथ चल सको तो हाथ बढ़ाना पूरा कर सको तो ही ख़्वाब दिखाना ढलकता हुआ फूल हूं कांटो से घिरा ये खार बिन सको तो हाथ बढ़ाना ताउम्र साथ... Hindi · कविता 2 1 172 Share Pragya Goel 19 May 2022 · 1 min read तू बरस के मुझपे देख मैं बादल बन जाऊं तु मेरा आसमा बन के देख मैं जमी बनू तुम्हारी तु बरस कर तो मुझ पे देख मैं ग़ज़ल बनू पिया जी ,जो तुम गुनगुनाओ मुझे... Hindi · मुक्तक 1 4 150 Share Pragya Goel 11 May 2022 · 1 min read मैं अंजाम से वाकिफ हूं इस दौर में मैं मुहब्बत के परिणाम से वाकिफ हूं क्या है सिला वफा का इनाम से वाकिफ हूं रिश्ता रूह का अब जिश्मों तक सिमट रह गया तुझे आगाज़... Hindi · शेर 237 Share Pragya Goel 11 May 2022 · 1 min read मैं अंजाम से वाकिफ हूं इस दौर में मैं मुहब्बत के परिणाम से वाकिफ हूं क्या है सिला वफा का इनाम से वाकिफ हूं रिश्ता रूह का अब जिश्मों तक सिमट रह गया तुझे आगाज़... Hindi · शेर 226 Share Pragya Goel 10 May 2022 · 1 min read मुझे बुझाने ख़ुद तूफ़ान चल के आया है गर ये हवाएं मेरे मुखालिफ है तो होने दो गर ये फिजाएं भी मुखालिफ है तो होने दो मुझे बड़ा गुरूर है मेरी डिमदिमाती लो पर मुझे बुझाने तूफ़ान खुद... Hindi · शेर 191 Share Pragya Goel 9 May 2022 · 1 min read मेरे साहिल को भी न छू पाओगे तुम मेरे परवाज़ से , आसमान ले के देख लो काट दो पंख मेरे , मेरे अरमान ले के देख लो मंजिल क्या तुम मेरा साहिल भी न छू पाओगे... Hindi · शेर 1 2 132 Share Pragya Goel 11 Mar 2022 · 1 min read पत्थरो के शहर में शीशा रख के आई हूं मैं झूठ के बाज़ार में सच रख के आई हूं सफ़ेद दामन मेरा पाक था पाक ही रहा मैं कोयले की खदान से यूं बच के आई हूं मेरे मालिक... Hindi · कविता 1 149 Share Pragya Goel 11 Mar 2022 · 1 min read ज़ख्म भरे ही नही बहुत बार तुरपन कर के देखे है तुम याद ना आओ जतन वो सब कर के देखे है दिल लग जाए कही ये भी सनम कर के देखे है सुर्ख आंखो से हमारी कुछ बहता ही रहता... Hindi · शेर 162 Share Pragya Goel 5 Mar 2022 · 1 min read शोहरत पा के झुक जाना ये पाटी याद रखती हूं नर्म मिजाज़ ,नीची आवाज़, ऊंचे अख्लाख रखती हूं शोहरत पा के झुक जाना वो पाटी याद रखती हूं सिकंदर जीतकर दुनियां भी खाली हाथ लोटा था बस प्रेम ही साथ... Hindi · शेर 1 419 Share Pragya Goel 1 Mar 2022 · 1 min read पसीने छूट जाते है जब दरिया डुबाता है बहुत आसान है किनारे बैठ कर लहरों का पता देना मगर , पसीने छूट जाते है जब दरिया डुबाता है प्रज्ञा गोयल ©® Hindi · शेर 1 339 Share Pragya Goel 14 Feb 2022 · 1 min read धूप में जलना मैंने सूरज से मिलने की शाम के सीने में तड़प देखी है मैने झरने के सीने में पर्वत से बिछड़े की तड़प देखी है मुझे ऐहसास है पत्तों की तड़प... Hindi · मुक्तक 502 Share Pragya Goel 26 Jan 2022 · 1 min read तुम मेरे साथ हो तुम मेरे साथ हो, मैं तेरे साथ हूं तुम मेरी प्यास हो , मैं तेरी प्यास हूं जिसको कोई जुदा कर ना सके तुम वो एहसास हो, मैं वो एहसास... Hindi · शेर 566 Share Pragya Goel 26 Jan 2022 · 1 min read मेरा दिल मेरा प्यार मेरा हमनवा मेरा दिल मेरा प्यार मेरा हमनवा हो जा ज़ख्म सीने पर मेरे बहुत है सनम थोड़ा चैन थोड़ा साथ थोड़ी दवा हो जा है ज़माने ने हमको सताया बहुत थोड़ा... Hindi · गीत 240 Share Pragya Goel 26 Jan 2022 · 1 min read गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं जवानी थी बहुत झूली प्राधिनता के झूले पर खाई अनगिनत गोली मां के सपूतों ने सीने पर बहुत सी चूड़ियां टूटी , बहुत से लाला खोए थे बुढ़ापे ने कांधो... Hindi · शेर 352 Share Pragya Goel 26 Jan 2022 · 1 min read गौरव है बेटियां मान है सम्मान है गौरव है बेटियां आकाश सी बुलंद गंगा सी पावन है बेटियां सिंदूर के लिए कभी यमराज से लड़ी सम्मान के लिए कभी जोहर है बेटियां दुश्मन... Hindi · कविता 166 Share Pragya Goel 20 Jan 2022 · 1 min read तुम मेरे साथ हो तुम मेरे साथ हो, मैं तेरे साथ हूं तुम मेरी प्यास हो , मैं तेरी प्यास हूं जिसको कोई जुदा कर ना सके तुम वो एहसास हो, मैं वो एहसास... Hindi · गीत 246 Share Pragya Goel 17 Jan 2022 · 1 min read बातों से संस्कार का पता चलता है देखना है ,कैसी है हुकूमत , तो आवाम से पूछो है कैसी ,सियासत ये कब दरबार में पता चलता है बाज़ार में जाओ तो व्यापार का पता चलता है और... Hindi · मुक्तक 1 2 268 Share Pragya Goel 13 Jan 2022 · 1 min read जय श्री राम का उद्घोष यूं तो मैं सभी धर्मो का सम्मान करती हूं पर बात जब हो स्वाभिमान की , तब मैं हिंदुत्व की बात करती हूं मेरे दिल को अल्लाह कोई बैर नही... Hindi · मुक्तक 1 241 Share Pragya Goel 13 Jan 2022 · 1 min read Meri awaz ho ja tu मेरी आवाज़ हो जा तू, मैं तेरा बोल बन जाऊं बिके जब जहा भी तू , मैं तेरा मोल बन जाऊं गुनहगार है मोहब्बत के जमाने में सभी जानम तू... Hindi · शेर 310 Share Pragya Goel 13 Jan 2022 · 1 min read मेरे दिल में समा जा तू मेरे दिल में समा जा तू , तेरे दिल में घर कर लूं मेरा श्याम हो जा तू, मैं राधा सा मन कर लूं मुझे हर एक जर्रे में ,... Hindi · शेर 202 Share Pragya Goel 26 Dec 2021 · 1 min read मयखाने को घर करेंगे हम बाकी जिंदगी को मयखाने में बसर करेंगे हम बोतल में भर उसी को बंदा परवर करेंगे हम सोचते है आने जाने का तकलूफ भी क्यों उठाया जाए सकून यही है... Hindi · शेर 1 2 187 Share Pragya Goel 24 Dec 2021 · 1 min read आरजू आरजू इतनी के समन्द्र भी कत्रा लगे . मुकद्दर ऐसा के एक बुंद भी मयस्सर नही प्रज्ञा गोयल ©® Hindi · शेर 200 Share Pragya Goel 20 Dec 2021 · 1 min read चलो हम प्रेम का आगाज़ करते हैं चलो हम प्रेम का , आगाज़ करते है ना हिले लब , कुछ ऐसे बात करते है भुला दे तू ज़माना के सभी बंधन मेरी जानम दिया और बात है... Hindi · शेर 2 211 Share Pragya Goel 10 Dec 2021 · 1 min read ख्वाबों को तेरी बाहों का सिरहाना चाहिए शफीना ऐ जिंदगी भवर में है, किनारा चाहिए दौलत ऐ जहान नही , रहमते परवर चाहिए बहुत तलब है , फकत एक सुकूने नींद की मेरे ख्वाबों को तेरी बाहों... Hindi · शेर 1 2 422 Share Pragya Goel 31 Oct 2021 · 1 min read मैं नदियां हूं मैं नदिया हूं मुझे अविकल शान्त बहना हैं मिठास ही मेरे सौंदर्य का एकमात्र गहना है तू खार खार है मैं तुझमें मिली तो खो जाऊंगी ये फैसला कर लिया... Hindi · मुक्तक 1 2 209 Share Pragya Goel 27 Oct 2021 · 1 min read मेरे साथ चलो काटों भरा है सफ़र मेरे साथ चलो ना जाने कब हो गम की सहर, मेरे साथ चलो मैं अकेले भटक ना जाऊं कही अंधेरी है डगर, मेरे साथ चलो चारो... Hindi · कविता 265 Share Pragya Goel 18 Oct 2021 · 1 min read मैं प्यार में अक्सर मैं प्यार में उसके अक्सर सभी कुछ भूल जाती हूं सफ़र काटों भरा भी मुस्कुरा कर नाप लेती हूं बाहर से खामोश , भीतर उसी को गुन गुनाती हूं मैं... Hindi · कविता 2 2 303 Share Pragya Goel 27 Sep 2021 · 1 min read सत सत नमन आज़ाद भगत सिंह जी को हुआ बहुत मोन धारण , अब कोलाहल होना चाहिए हुआ समापन शांति सन्देश ,अब युद्ध होना चाहिए हूं नही अबोध मैं जो ज़रा आहट से डर जाऊंगी तू डरायेगा और... Hindi · कविता 262 Share Pragya Goel 27 Sep 2021 · 1 min read समन्दर सी फितरत सा बिछड़ा तो मोहब्बत का वहम दरमियां रहने दिया मुंह मोड़ के गुज़रा और दरिया-ए-मोहब्बत नजरों से बहने दिया समझी थी मैं जिसको फकत आसमान सा यारो था समंदर सी फितरत... Hindi · मुक्तक 399 Share Pragya Goel 25 Sep 2021 · 1 min read फिक्र मंद मल्लाह बेपनाह सिसकियां, बेचनियां,रोना, तड़पना , बिखरना, रुसवाईयां, और तुझी को आह लिखूं तू छोड़ दे शफिना मेरा भंवर में डूबने के लिए मैं तुझी को फिर भी फिक्र मंद मल्लाह... Hindi · मुक्तक 1 361 Share Pragya Goel 20 Sep 2021 · 1 min read सच की बात हमने जब भी सच की बात कह डाली अपने हो गए ख़फा जो हक़ की बात कह डाली प्रज्ञा गोयल ©® Hindi · शेर 1 230 Share Pragya Goel 20 Sep 2021 · 1 min read लाज है वो लाज है वो घर की तो खुद को कुछ यूं संवार लेती है काजल से फासला रख हया को नज़र में उतार लेती है प्रज्ञा गोयल ©® Hindi · शेर 1 242 Share Pragya Goel 20 Sep 2021 · 1 min read ख्याल तेरा आज फिर किसी का ख्याल आया है दर्द फिर मेरी कलम में मुस्कुराया है नाम नही है उसका मेरे अल्फाज़ में पर ज़िक्र उसी का समाया है प्रज्ञा गोयल©® Hindi · शेर 1 237 Share Pragya Goel 20 Sep 2021 · 1 min read शेर अपने अरमानों को खुद में ही दफनाऊ कैसे तेरी खुशी के लिए दर्द में मुस्कुराऊ कैसे तू थाम कर हाथ मेरा मंजिल का मालिक हो गया मैं अकेली सफ़र पर... Hindi · शेर 2 2 242 Share Pragya Goel 8 Sep 2021 · 1 min read शेर ना है दरकार खंजर की मुझे कोई दुश्मन दफ़न होते है मेरे ,फकत मुस्कुराने से प्रज्ञा गोयल ©® Hindi · शेर 1 4 276 Share Pragya Goel 7 Sep 2021 · 1 min read जज़्बात मोहब्बत है बहुत नाम से तेरे मगर इकरार हो तो कैसे हो मैं शीशा हूं और तू पत्थर के मानिंद तुझसे इज़हार हो तो कैसे हो प्रज्ञा गोयल ©® Hindi · शेर 5 366 Share Pragya Goel 6 Sep 2021 · 1 min read मैं दौलत हूं मैं दौलत हूं मैं आज लोगो का ईमान बन गई धर्म कर्म पूजा भगवान बन गई बन गई हूं मैं किसी उपासना किसी के लिए मैं कुरान बन गई बनाया... Hindi · कविता 1 2 305 Share Page 1 Next