Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2022 · 1 min read

यहां सुनता नही कोई

तू चल अकेला ये जीवन संघर्ष तेरा है
हिस्से दारी की तमन्ना बस वहम तेरा है
यहां दर्द के नही ,बस शौहरत के भागीदार
ये गूंगो की बस्ती है यहां अंधों का बसेरा है
यहां सिसकियों को हाथ बढ़ाता नही कोई
ये नगरी है बहरो की यहां सुनता नही कोई

प्रज्ञा गोयल ©®

Language: Hindi
72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
Surinder blackpen
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
gurudeenverma198
बाबा महादेव को पूरे अन्तःकरण से समर्पित ---
बाबा महादेव को पूरे अन्तःकरण से समर्पित ---
सिद्धार्थ गोरखपुरी
At the age of 18, 19, 20, 21+ you will start to realize that
At the age of 18, 19, 20, 21+ you will start to realize that
पूर्वार्थ
मेरे जीने की एक वजह
मेरे जीने की एक वजह
Dr fauzia Naseem shad
मौन तपधारी तपाधिन सा लगता है।
मौन तपधारी तपाधिन सा लगता है।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्रणय 6
प्रणय 6
Ankita Patel
किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं
किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं
Dushyant Kumar Patel
मैं तेरा कृष्णा हो जाऊं
मैं तेरा कृष्णा हो जाऊं
bhandari lokesh
"पूछो जरा"
Dr. Kishan tandon kranti
मन मूरख बहुत सतावै
मन मूरख बहुत सतावै
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
Ram Krishan Rastogi
ईश ......
ईश ......
sushil sarna
"चैन से इस दौर में बस वो जिए।
*Author प्रणय प्रभात*
मैं और मेरा यार
मैं और मेरा यार
Radha jha
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
हम जैसे बरबाद ही,
हम जैसे बरबाद ही,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सौंदर्य छटा🙏
सौंदर्य छटा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
त्याग
त्याग
Punam Pande
रिश्ता
रिश्ता
अखिलेश 'अखिल'
अपना जीवन पराया जीवन
अपना जीवन पराया जीवन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
Devesh Bharadwaj
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
Rj Anand Prajapati
काया अच्छी चल रही ,दया तुम्हारी नाथ (कुंडलिया)
काया अच्छी चल रही ,दया तुम्हारी नाथ (कुंडलिया)
Ravi Prakash
कातिल
कातिल
Gurdeep Saggu
मिट न सके, अल्फ़ाज़,
मिट न सके, अल्फ़ाज़,
Mahender Singh
चिरैया पूछेंगी एक दिन
चिरैया पूछेंगी एक दिन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Colours of heart,
Colours of heart,
DrChandan Medatwal
*****सबके मन मे राम *****
*****सबके मन मे राम *****
Kavita Chouhan
Loading...