Kanchan verma 56 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kanchan verma 29 Jun 2024 · 1 min read सांझ की वेला सांझ की वेला लौटे पंछी वापस अपने घर को, तेज धूप की थकन से देती राहत सांझ तन को। छोटा मुन्ना करे अटखेली बाबा जब वापस आएं, चुनियां पूंछ रही... 56 Share Kanchan verma 12 Jun 2024 · 1 min read ऐसे रूठे हमसे कि कभी फिर मुड़कर भी नहीं देखा, ऐसे रूठे हमसे कि कभी फिर मुड़कर भी नहीं देखा, वफा की उम्मीद क्या उनसे जिनका जमीर वेवफा हो। ©®कंचन वर्मा Quote Writer 82 Share Kanchan verma 4 May 2024 · 1 min read उजालों के साए उजाले के साए मुश्किलों में दौर में छाया हर तरफ़ अंधेरा है। उम्मीद बनकर रोशनी फिर हमें आवाज देती है। गिरकर ही आया संभालना फितरत रही इंसान की। संभलने के... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share Kanchan verma 4 May 2024 · 1 min read संवेदना संवेदना मनुष्य होकर भी मनुष्यता से हीन है। पशु सम निरा मानव,संवेदना विहीन है। न हो हृदय में दर्द पीड़ितों को देखकर , हृदय शून्य व्यक्ति वह स्वार्थ में प्रवीण... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 80 Share Kanchan verma 3 Apr 2024 · 1 min read शून्य ही सत्य बड़ा बेचैन है बड़ा उदास सा खड़ा वो इंसान, लड़कर जिंदगी से जुटा रहा जीने का सामान। रहा सोच बनाऊं खुद को समाज में मैं ऊंचा, पाकर चंद सिक्के ज्यादा... 102 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read मेरा भी जिक्र कर दो न कुछ लम्हे भ्रम में जी लूं याद रहें, जिंदगी में कुछ रंग यूं भर दो न । कुछ लफ्ज मेरे नाम लिखकर ही, शब्दों की सरगम को संवरने दो न... Poetry Writing Challenge-2 122 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read लगाव देख तुझे यूं लगता है मुझे जैसे जन्मों का रिश्ता है। यूं ही नहीं मिलाया रब ने,जाने क्यों वही फरिश्ता है। बेचैन नजर बस ढूंढे तुझको कैसा बंध गया बंधन... Poetry Writing Challenge-2 94 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी तुझसे कहां जी भरता है तुझे देखे बिना कहां चैन मिलता है, ये लगता है जुड़ा जन्मों का रिश्ता है। जी लेते हैं जब साथ मिलता है तेरा। जिंदगी.... तुझसे कहां जी भरता है। आइना... Poetry Writing Challenge-2 95 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read कलम और तलवार कलम या कि तलवार सज्य, दोनों ही हों वीरों के लिए। बढ़ाए हौसला लिखें गान गौरव, दूजी शोभा बने रण के लिए । मान कलम का जग में बड़ा, ज्ञान... Poetry Writing Challenge-2 168 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read एक पल पल पल गुजरती ज़िंदगी एक दिन गुजर जायेगी। संभल कर करो कर्म अपने घड़ी मौत भी लाएगी। रोक न पाओगे उस लम्हे को वो होगा वक्त जाने का। क्या करोगे... Poetry Writing Challenge-2 1 137 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read गीत के मीत गीत की धुन में तुम हो, मेरे गीतों की धड़कन। मेरे साज को सरगम दो, हमराज मेरे सुनो हमदम। जब जब पढ़ती हूं गीत मैं, मैं उसे पढ़ती ही जाती... Poetry Writing Challenge-2 1 75 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read साहित्यकार कौन अनवरत मार्गदर्शक समाज का, दिखला निर्भीक आइना सभी को। करता युग परिवर्तन जो निरन्तर, प्रशस्त क्रांति कर्मपथ पाथिक को । समदर्शी, विनीत सदभाव करे प्रेरित, मन में अगणित हो विचार... Poetry Writing Challenge-2 139 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read जीना चाहिए जिंदा तो सब रहते है जीना चाहिए। गम हो या खुशी, ये आते जाते हैं। इनके हर पहलू को देखो समझो, मिला हैं जीवन ये जीने के लिए। आसुओं को... Poetry Writing Challenge-2 57 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read जीवन तो चलता रहता है अविरल गति से चलता जीवन, कब रुकता बीच थपेड़ों से। चलना ही सदा जीवन है, फिर क्या डरना अंधेरों से। बाधाएं उलझन तो आएंगी, ये तो जीवन की परीक्षा है।... Poetry Writing Challenge-2 1 86 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read मनोबल न डिगे कभी जीवन में , ऊंचा रखे मनोबल। पग बढ़ते ही जाएं , मेहनत ही होता संबल। पथ में हों चाहे कांटे , चाहे तूफान घनेरे हों। मनोबल मत... Poetry Writing Challenge-2 1 94 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read ख्वाब ख्वाब हकीकत अगर बन जाते, अकर्मण्य शायद सभी हो जाते। ख्वाब अगर न आते किसी को, न उम्मीदों के गुलशन सज पाते। ख़्वाबों का सुंदर जहां न होता, कैसे चिंता... Poetry Writing Challenge-2 105 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read मातृभूमि मातृ भूमि को करूं नमन , कितने हैं उपकार। मां बनकर रखे शरण, दे अमूल्य उपहार। गोद जिसकी खेलता ,बचपन सदा निर्दवंद। उसकी सेवा में अर्पण करूं जीवन ये स्वच्छंद।... Poetry Writing Challenge-2 54 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read आकांक्षाएं आकांक्षा मन मे रहे सदा कुछ अच्छा कर जाना। कैसी भी हो परिस्थितियों से कभी विचलित न होना। शुभ कर्मों के राह में चल सदा सुंदर पुष्प खिलाना। विचलित करेंगी... Poetry Writing Challenge-2 1 126 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read प्राण वायु दूषित हुआ वातावरण,वायु हुई विषाक्त। प्राण वायु हम खोज रहे,कर वृक्षों संग घात। वाहन का नित शोर है, और धुएं का जोर। घुटन भरा माहौल हुआ, अब जाएं किस ओर।... Poetry Writing Challenge-2 136 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अपनों का गम तोड़ जाता है ये गहरे तक इंसान को, बिखरा जाता है जीवन के अरमान को। वही समझता है सहता है जो इस पीड़ा को, जिसने अपनो का गम बेवक्त झेला... Poetry Writing Challenge-2 69 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read दुआ दुआ यही मांगते हैं प्रभु से, कष्ट दूर हों जमीं से। न रहे कोई परेशां न बेजार हो खुशी से। सबके घर लौटे खुशियां सब पाएं सुकून। दर्द की सारी... Poetry Writing Challenge-2 51 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read सकारात्मक सोच सकारात्मक सोच रखो जीवन में, जब भी मुश्किल आए। घबराहट में कभी , मिलता नही उपाय । होकर अधीर कभी, अपना काम नहीं बिगाड़ो। मुश्किल जब भी आए , अच्छी... Poetry Writing Challenge-2 1 67 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read संदेह मन में संदेह को मत आने देना, संदेह बढ़ाता है नित उलझन। विश्वास रखो उस पर अपने उर , जिसको भी अपना समझा हो। बातचीत से सुलझा लो दुविधा, मत... Poetry Writing Challenge-2 1 109 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अपने पराए कौन है अपना कौन पराया, सब को ईश्वर तूने बनाया। भेद नहीं जब तू कभी माने, किसको अपना पराया जाने। जब जो भी कर्तव्य मिलेगा, पूरा करूं तेरा आदेश जानूं।... Poetry Writing Challenge-2 63 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अहमियत अहमियत होती है हर चीज की, समझनी चाहिए। जिंदगी खुद नहीं बदलती, बदलनी चाहिए। कारवां गुज़र जाए , दौड़ने से क्या फायदा, वक्त पर सबको उनकी अहमियत देनी चाहिए। हाथ... Poetry Writing Challenge-2 56 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read जमीर मरते देखा है बच्चों को होटल में काम करते आंखों से देखा है, नन्हे बेबस लाचारों को अपना बचपन खोते देखा है। दहेज देकर भी बेटी को बेवजह सताया जाता, मैंने मां बाप... Poetry Writing Challenge-2 1 103 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read शिक्षक शिक्षक दे जीवन को गति, दे सदा उत्कृष्ट दिशा। सही मार्ग बतला जीवन को, देते सदा उत्तम राह । मात पिता ने जन्म दे, दिया हमारे जीवन को संबल। शिक्षक... Poetry Writing Challenge-2 50 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read तपकर स्वर्ण निखरता है। संघर्षों से घबराकर राही क्यों राह बदलता है, नित संघर्षों से जीवन का अनुभव बढ़ता है। स्वर्ण समान बनता जीवन जितना ही तपता है। सुना है आग में तपकर ही... Poetry Writing Challenge-2 65 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अपनो का गम तोड़ जाता है ये गहरे तक इंसान को, बिखरा जाता है जीवन के अरमान को। वही समझता है सहता है जो इस पीड़ा को, जिसने अपनो का गम बेवक्त झेला... Poetry Writing Challenge-2 48 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read विचार #सादर_नमन विचारों की जमी बड़े गहरे तक जाती हैं। कितने अनछुए पहलुओं से हमे मिलवाती है। खोकर इनमे से हम कुछ सच्चे मोती निकाले। क्यों न सुंदर विचारों से हम... Poetry Writing Challenge-2 87 Share Kanchan verma 15 Feb 2024 · 1 min read प्रकृति का प्रकोप #सादर_नमन_मंच #राब्ता_ किया असंतुलन प्रकृति में,हुआ मानव से दोहन बारंबार। आज कुपित होकर प्रकृति,कर रही जग भीषण संहार। वन प्रदेश शून्य हुआ जब,तप्त हुई धरती कटे बहु वृक्ष। बंद हुआ... 117 Share Kanchan verma 15 Feb 2024 · 1 min read दर्पण दर्पण में प्रतिबिंब में मैं, नैनो के दर्पण में हो तुम। प्रतिंबिब निहारे तेरा मुझको, तुझको निहारूं मैं। मन को बना कर दर्पण मैंने, तेरी सूरत ही देखी। तेरे नैनो... 1 165 Share Kanchan verma 15 Feb 2024 · 1 min read भाई रिश्ता अनूठा प्रेम का भैया, बंधन ये अमर रखना। कहे बहन ये भाई से कभी तो मेरी भी खबर रखना। लगा के रोली माथे दूज की,मंगल कामना है करती, खुशहाली,सफलता... 185 Share Kanchan verma 15 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी की उड़ान जिदगी की उड़ान में पंख छोटे पड़ गए, बीच राह में छोड़ प्राण जो तन से उड़ गए। कभी नहीं टालना कोई काम कल के लिए, काल रुकता नहीं तेरे... 121 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read झरोखा झरोखा नैनो का खोला, ज़िंदगी मुझसे रूबरू हुई। ख्वाब ओझल हो गए सब, हकीकत की गुफ्तगू हुई। झरोखा खोल कर रखना, गर बचना चाहो ठोकर से, फिर न कहना ज़िंदगी... 84 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read क़िताब ज़िंदगी की कभी गम कभी खुशी के दौर से गुजर रहे हैं, ये किताब है जिंदगी की जिसे हम पढ़ रहे हैं। कितनी भूले कितनी सीखें कितनी समझ दिखाई है, कहां-कहां हम... 193 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read ख्वाब और हकीकत अक्सर ख्वाब हमारे धोखा देते हैं, बंद आंखों में जितने भी संजोते हैं। खुली आंखो देखे ख़्वाब करें पूरे, कड़वी हकीकत से दो चार होते हैं। कब कहता हैं भला... 128 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read चक्की रोज सुबह आटा पीस कर खिलाने वाली, दाल दलने से लेकर चने को बेसन बनाने वाली। वो चक्की आज बडी उदास है क्यूंकि नहीं पीसता अब कोई सुबह सुबह आटा।... 81 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read याद रखना मुझे मैं रहूं न रहूं याद रखना मुझे, दिल से जुदा न करना मुझे। याद बनकर रहूं तेरे जहन में, ख्वाहिश आखिरी ये कहूं तुझे। मैं रहूं न - - -।... 80 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read साथी तेरे साथ जब तक रहे चांद सूरज गगन में, साथी तेरा हाथ थाम कर मैं चलूं। साथ न छूटे ये जन्मों जन्म तक, बांट सुख दुःख संग चलती रहूं। चांद के जैसी... 146 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read शिक्षक शिक्षा जीवन मूल है, शिक्षक देव समान। देकर ज्ञान करते , कृपा सदैव ही महान । ऋण गुरू का न चुके, कर लें कोटि उपाय । शिक्षा अमूल्य रत्न है... 74 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read गुरु ज्ञान पुंज गुरु अज्ञान विनाशे, सद्गुणों का सबमें विकास करे। तम नाशक स्व शरों से सर्वथा, ज्ञान दीप से हृदय में उजास करे । वचन अमृत है श्री गुरु का,... 72 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read श्री राम जय श्री राम जय सुखधाम,कष्ट हरो सबके भगवान। जग के कष्ट मिटाने को प्रभु ,धर मानव रूप धरा पर आए। चैत्र शुक्ल प्रभु प्रगट हुए,दशरथ भूप के पुत्र कहाए। धीर... 111 Share Kanchan verma 13 Feb 2024 · 1 min read मधुमास वरदायिनी मां शारदे, दया दृष्टि हम सब पर करे। जड़ता हो दूर मन की, ज्ञान उर में हमारे मां भरे। शुभ आगमन वसंत का, उल्लासित हिय को करे। नव किसलय... 143 Share Kanchan verma 12 Feb 2024 · 1 min read श्रम ये श्रम बदले जीवन में बुरे भाग्य को श्रम से जी चुरा देता है न्योता मनु अपने दुर्भाग्य को छोड़ों ये आलस कार्य से प्रेम करो तुम पाओगे खुशी को... 72 Share Kanchan verma 12 Feb 2024 · 1 min read उपवास समीप रखे ईश्वर के, करता हमारे मन को शांत। उपवास नाम है संयम का,दे स्वास्थ्य को विश्राम। उपवास जरूरी जीवन में, तन मन को शुद्ध करें, निर्मल मन से ईश... 79 Share Kanchan verma 12 Feb 2024 · 1 min read मैं मजदूर हूँ कर्तव्य पथ पर हूं अडिग, सब खुशियों से दूर हूं। गृहस्थी की गाडी खींचता, नियति से मजबूर हूं। हां मै एक मजदूर हूं। कर के वादा बेटे से, खिलौना तुझको... 93 Share Kanchan verma 12 Feb 2024 · 1 min read संस्कार पहचान हैं बनते व्यक्तित्व की संस्कार है वो। आदर्श बन साथ होते हमारे दिशा बनते। बिना संस्कार जीवन दोष युक्त गिराता सदा। उच्च विचार प्रदान कर हमें दिखाते मार्ग। पशु... 58 Share Kanchan verma 12 Feb 2024 · 1 min read दहेज निर्णय लें सभी पिता, माने इस रिवाज को। दहेज दे के संवारे नहीं, बेटी के आज को। न दें लें कभी, बस इतनी सी कसम खालें । सदियों से चली... 72 Share Kanchan verma 12 Feb 2024 · 1 min read हिंदी भाषा जगाता है भावो को यह दिवस कर्त्तव्य बोध देकर, हिंदी हमारी जड़ों में है इसे मत भूलो तुम भूलकर। अपनी भाषा से प्रेम करना सदा अधिकार तुम्हारा है, इसको भूलकर... 76 Share Page 1 Next