हिमांशु Kulshrestha Tag: Quote Writer 147 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 हिमांशु Kulshrestha 16 Feb 2024 · 1 min read प्रेम जब निर्मल होता है, प्रेम जब निर्मल होता है, निर्दोष होता है, निराकार होता है; जब हम प्रेम में सिर्फ देते हैं, माँगते नहीं; तब प्रेम दान होता है--- प्रेम सम्राट समान होता है,... Quote Writer 137 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Feb 2024 · 1 min read होठों को रख कर मौन होठों को रख कर मौन बातेँ आँखों से आँखों की होने दो बहुत पावन है प्रेम प्रिये रूह से रूह का आलिंगन होने दो जिस्मों की ख्वाहिश रखें क्यूँ धड़कन... Quote Writer 88 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Feb 2024 · 1 min read एक गुलाब हो एक गुलाब हो ख़ुद तुम... मदमस्त, मरमरी मल्लिका ए हुस्न फ़ूल सी कोमल सुगन्धित इत्र सी कामिनी, गजगामिनी मोहिनी, माधुरी मनमोहिनी हो तुम प्रिया हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 121 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Feb 2024 · 1 min read आज तू नहीं मेरे साथ आज तू नहीं मेरे साथ तो क्या तेरा वज़ूद आज भी हमराह है मेरा शाम की ख़ामोशियों में आज भी सुनता हूँ सरगोशिया अक्सर जिनमें तेरा ज़िक्र होता है डूबता... Quote Writer 1 136 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Jan 2024 · 1 min read ये अलग बात है ये अलग बात है अब तुम नहीं, तुम्हारी परछाइयां हैं मेरी हमसफर...... आज भी उम्मीद को थाम कर बैठा हूं अपने नशेमन में, आ जाओ शायद एक दिन, उस एक... Quote Writer 76 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Jan 2024 · 1 min read ये बेकरारी, बेखुदी ये बेकरारी, बेखुदी और ये बेबसी, हज़ारों हजार ख्याल हर पल दूर दूर तक निहारती ये नज़रे उफ्फ्फ..... किस क़दर दुश्वार है , इंतजार ऐ यार भी.... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 141 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Jan 2024 · 1 min read मैं तुम्हें यूँ ही मैं तुम्हें यूँ ही प्यार नहीं करता... मेरे हर दिन का उजाला हो तुम मेरी हर रात की चाँदनी मेरे जज्बातों का नूर हो तुम तुम से ही तो है... Quote Writer 2 137 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Dec 2023 · 1 min read मेरा भूत मेरा भूत मेरे वर्तमान पर हावी है, वो किस्से, वो यादें जो दिमाग़ की गुल्लक में रेजगारी की तरह भरी थी तोड़ कर गुल्लक उन्हें निकलने की जैसे बेक़रारी है.... Quote Writer 1 216 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Nov 2023 · 1 min read तुमसे बेहद प्यार करता हूँ तुमसे बेहद प्यार करता हूँ मगर कुछ इस तरह कि तुम्हें पता ना चले एक दर्द है बड़ी शिद्दत से जो पालता हूँ मैं फ़िर भी कभी जो भूले भटके... Quote Writer 229 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Oct 2023 · 1 min read पलकों की पलकों की कोर से टपकतेआँसू मद्धिम पड़ती साँसे उलझती डोर सी तेरी यादें लफ्ज़ हो रहे धुआं धुआं तन्हाइयों में भी तन्हा होना जज्बातों का बर्फ़ सा सुन्न हो जाना... Quote Writer 1 117 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Oct 2023 · 1 min read रिश्ते.. रिश्ते.. फूल की नाजुक पंखुरी जैसे होते हैं, महकते है, महकाते हैं. रिश्ते पेड़ पर लगे फल की तरह हैं अगर भावनाओं, विश्वास और अपनेपन की खाद न मिले वृक्ष... Quote Writer 1 331 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Sep 2023 · 1 min read मन तो बावरा है मन तो बावरा है अटकता है कभी तो भटकता है कभी.. विरक्त है कभी तो आसक्त है कभी... धूप है प्रेम की तो छाह यादों की कभी!! डूबता उतरता सा... Quote Writer 335 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Sep 2023 · 1 min read अल्फाज़ अल्फाज़ गुमशुदा हैं महसूस जो हुआ तो, बस "दर्द" लिख दिया है हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 157 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Sep 2023 · 1 min read क्यूँ ख़ामोशी पसरी है क्यूँ ख़ामोशी पसरी है दरमियाँ... कुछ बताना है उनको कुछ कहना है मुझ को भी फ़िर. क्या मज़बूरी है ख़ामोशी क्यों ज़रूरी है हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 208 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Aug 2023 · 1 min read वो, वो, जो हुआ करता था मैं कुछ और था, अब जो हूँ मैं.. छोड़ो, अब क्या फर्क़ पड़ता है हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 388 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Aug 2023 · 1 min read नींद आने की नींद आने की वज़ह कई होती होंगी नींद ना आने की इकलौती वज़ह तुम हो हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 1 220 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Aug 2023 · 1 min read है आँखों में कुछ नमी सी है आँखों में कुछ नमी सी सबब इसका न पूछिए, आँखे ही तो हैं भीग जाया करती हैं! हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 412 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Aug 2023 · 1 min read तलाशती रहती हैं तलाशती रहती हैं मेरी नज़रें तुझे हर लम्हा लौट आते हैं मेरी यादों के ख़त तेरी चौखट से टकरा कर एक तू है, जिसका पता भी नहीं मिलता हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 217 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Aug 2023 · 1 min read दुनियाँ के दस्तूर बदल गए हैं दुनियाँ के दस्तूर बदल गए हैं ख़ामोशी को कमज़ोरी समझने वालो को समझा दो, चेता दो, अगर जिन्दा दिखना है कोहराम मचा दो हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 387 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Aug 2023 · 1 min read जिंदगी, जिंदगी, जिंदगी में रिश्ते और, रिश्तों में हम तीन ही शै है जिन्हें अब तक तलाश रहे हैं हम हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 359 Share हिमांशु Kulshrestha 2 Aug 2023 · 1 min read मोहब्बत तो आज भी मोहब्बत तो आज भी बे पनाह है तुमसे बस, ज़िक्र होता है जब तुम्हारा महफ़िल में बात बदल दिया करते हैं हम. हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 379 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Jul 2023 · 1 min read मेरी तो धड़कनें भी मेरी तो धड़कनें भी कैद हैं दिल में तेरे, हर घड़ी मेरे जज़्बातों से खेलने की फ़िर ज़रूरत ही क्या है...!! तुम तो डरे ही नहीं कभी मुझको खोने से,... Quote Writer 257 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Jul 2023 · 1 min read मेरी चाहत रही.. मेरी चाहत रही.. चलूँ तेरे साथ तेरा हमक़दम बन कर, मुस्कुरा उठूं तेरे साथ कुछ इस तरह... खिलखिला उठें कलियां जीवन बगिया की तेरे आगोश में आऊँ और सदियाँ सिमट... Quote Writer 284 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Jul 2023 · 1 min read किस तरह से गुज़र पाएँगी किस तरह से गुज़र पाएँगी ये उम्र भर की दूरियां, दो घड़ी भी दूर रहें साँस थम सी जाती है ....!! हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 113 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Jul 2023 · 1 min read तुम हासिल ही हो जाओ तुम हासिल ही हो जाओ ये ज़िद तो है, मोहब्बत तो नहीं इश्क़ तो तब है उम्मीद न हो मिलने की पर इश्क़ बेशुमार हो हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 374 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Jul 2023 · 1 min read तुम्हारी बातों में ही तुम्हारी बातों में ही कोई जादू था या तिलिस्म सा था कुछ हर बार, दूर मुझ से जा रहे थे तुम और करीब समझता रहा मैं हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 1 225 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Jul 2023 · 1 min read आओ, आओ, कि जिन्दगी बेनूर, बेरंग हो चली है कमी तेरी, बन के खिजां हर सिम्त बिखर गई है हमसफर मेरी, तलबगार हूँ तेरी बाहों के सहारे का बन के बूँद... Quote Writer 185 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Jul 2023 · 1 min read मेरी तो धड़कनें भी मेरी तो धड़कनें भी कैद हैं दिल में तेरे हर घड़ी मेरे जज़्बातों से फ़िर, खेलने की ज़रूरत क्या है. हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 210 Share हिमांशु Kulshrestha 17 Jul 2023 · 1 min read मुझे अंदाज़ है मुझे अंदाज़ है तेरी मज़बूरी का किस क़दर कमबख्त है ये इश्क़ कितने हिस्सों में तकसीम कर दिया है तुम को हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 185 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Jul 2023 · 1 min read क्या.... क्या.... तुम भी मुझे उतना ही प्यार करती हो, मुझे उतना ही याद करती हो, एक झलक देखने को मेरी, क्या उतना ही बेक़रार रहती हो, चाहती हो क्या तुम... Quote Writer 498 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Jul 2023 · 1 min read मेरे हमसफ़र ... मेरे हमसफ़र ... निकल भी आओ तस्वीर से अब आओ छिपा लो सीने में मेरे सर अपना मैं तुम्हें अपना बना लूँ तुम बना लो मुझे अपना मेरे हमसफर आओ... Quote Writer 606 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jul 2023 · 1 min read कभी कभी आ इतने करीब ए मेरे इश्क... कि तुझ में, मुझको मेरा ख़ुदा लगे, मेरी रूह में उतर जा तू कुछ इस कदर, मुझे, मुझ में कुछ मुझ सा लगे..... Quote Writer 1 1 288 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Jul 2023 · 1 min read कितना रोका था ख़ुद को कितना रोका था ख़ुद को फ़िर भी डूब गये तेरी आँखों की गहराई में.. दीवानों से फिरते हैं महफ़िल यारी सब छूट गईं ढूंढा करते हैं, ख़ुद को तनहाई में..!!!!... Quote Writer 1 1 399 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Jul 2023 · 1 min read कितना रोका था ख़ुद को कितना रोका था ख़ुद को फ़िर भी डूब गये तेरी आँखों की गहराई में.. दीवानों से फिरते हैं महफ़िल यारी सब छूट गईं ढूंढा करते हैं, ख़ुद को तनहाई में..!!!!... Quote Writer 254 Share हिमांशु Kulshrestha 9 Jul 2023 · 1 min read चलता ही रहा चलता ही रहा निरंतर, अविरल राह ए जिंदगी में लड़ता रहा मुश्किलों से, अपनों के, ग़ैरों के तानों से. कभी लड़ा वक़्त से कभी बहलाया फुसलाया ख़ुद को, मन को.... Quote Writer 1 296 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Jul 2023 · 1 min read एक उलझन में हूं मैं एक उलझन में हूं मैं बावस्ता हूँ एक कशमकश में तुम खो गई हो कहीं या मैं ही गुमशुदा हो गया हूँ ख़ुद में कहीं...!!!! हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 366 Share हिमांशु Kulshrestha 7 Jul 2023 · 1 min read एक अर्सा हुआ है एक अर्सा हुआ है हिसाब लगाया ही नहीं मैंने कितना बाकी रह गया हूँ मैं किसी में हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 448 Share हिमांशु Kulshrestha 6 Jul 2023 · 1 min read काश काश तुम कर पाती मुझ से एक सवाल.. सुकून क्या है..? और मैं मुस्कुरा के तुम्हारे कंधे पे सर रख देता .! हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 1 154 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Jul 2023 · 1 min read चलो चलो साथ साथ चलते हैं माना, अपनी-अपनी सीमाओं में बंधे हैं हम पर तब भी. चलो, अपनी ख्वाहिशों को एक रंग देते हैं हम उम्मीद के पंखों पर हो कर... Quote Writer 285 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Jul 2023 · 1 min read ख़ामोशी मेरी ख़ामोशी मेरी कभी मौन नहीं रहतीं ये दहाड़ती हैं मुझ में एक शोर बन कर. यादें तेरी, हलचल सी हैं ज्यों लहरे मचलती है नदी के सीने पर. अहसास तेरा... Quote Writer 106 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Jul 2023 · 1 min read हर बात हर शै हर बात हर शै आज की ही तो बात है... ज़िन्दगी में कल कभी होता ही नहीं.!!!! हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 285 Share हिमांशु Kulshrestha 2 Jul 2023 · 1 min read एक मीठा सा एहसास एक मीठा सा एहसास हुआ है अभी-अभी.. लगा ऐसा, किसी ने छू लिया है, अभी-अभी..!! हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 283 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Jul 2023 · 1 min read प्रेम एक निर्मल, प्रेम एक निर्मल, निश्छल, अनुपम अद्भुत एहसास है, आनंद है तन का, मन का... पर.... प्रेम श्रापित भी है, अभिशप्त भी नियति है इस की अधूरा रह जाना, सुलगना और... Quote Writer 297 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Jun 2023 · 1 min read मुझ में मुझ में अब मैं रहा ही कहां सिर्फ तुम हो गया हूँ हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 1 2 475 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Jun 2023 · 1 min read किस क़दर आसान था किस क़दर आसान था तुमसे प्यार करना, बेहद आसान था तुम्हारे साथ चलना, कितना खूबसूरत ख्याल था तुम्हारे साथ जीना, बहुत आसान था तुम्हारे लिए सबसे लड़ जाना बस मुश्किल... Quote Writer 351 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Jun 2023 · 1 min read अजीब शख्स था... अजीब शख्स था... दिल से निकला ही नहीं कभी ना कभी पास ही रहा, ना दूर ही जा पाया कभी खबर थी शायद उसे कोई ख्वाहिश नहीं मेरी उसके सिवा,... Quote Writer 2 300 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Jun 2023 · 1 min read किस क़दर किस क़दर बावस्ता हूँ मैं तुम से मेरी तन्हाई भी चैन से जीने नहीं देती मुझ को हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 249 Share Previous Page 3