डाॅ. बिपिन पाण्डेय 433 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक- मुक्तक- कैसे पढ़ूँ हृदय की पीड़ा,अवतार नहीं हूँ। भाव नहीं छुपते चेहरे के,फनकार नहीं हूँ। बोलूँ कैसे झूठ बताओ,तुम सब अपनों से, कलमकार हूँ मैं तो केवल,सरकार नहीं हूँ।। डाॅ... Quote Writer 374 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक बेकार हुईं डिग्री मिलता न काम है। हर चीज हुई महँगी जीना हराम है। भोग लो सुख शौक से ध्यान ये रहे, बस यहीं से आपसे अब राम राम... Quote Writer 426 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक - मुक्तक - उलझी नज़रें कह रहीं,दिल की पावन प्रीत। खुशियाँ गम को साथ ले,रहती हैं भयभीत। शायद उनको है सभी,सत्य जगत का ज्ञात, निष्ठुर दुनिया कब सुने, मधुर प्रेम के... Quote Writer 280 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Oct 2023 · 1 min read दोहे-* दोहे-* कभी सत्य के पक्ष में,देना नहीं बयान। हो जाएगी ज़िन्दगी,खुशियों से वीरान।। -- छँटते जीवन से तभी ,छाए दुख के मेह। जब रहती है परस्पर,सन्मति पसरी गेह।। डाॅ बिपिन... Quote Writer 296 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल रखना बस उससे याराना, अच्छा लगता है। मिलना उससे बना बहाना,अच्छा लगता है।। रंज-ओ-गम हो ,मायूसी हो ,या बेकद्री हो, मिला इश्क में हर नज़राना,अच्छा लगता है। छूकर उसे... Hindi · ग़ज़ल 329 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Sep 2023 · 2 min read इच्छा का सम्मान पिता जी का दसवाँ-तेरहवीं करने के बाद जब एक -डेढ़ महीना बीत गया तो रामदीन और सुकेश ने आपस में सलाह-मशवरा करके यह निर्णय लिया कि पिता जी के खाते... Hindi · लघु कथा 103 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Sep 2023 · 1 min read गीतिका रात - रात भर रोता रहता,मुस्काने की कोशिश में। चेहरा मैला और हो गया ,चमकाने की कोशिश में।।1 आभारी हूँ जीवन में जो, मिला हमें है लोगों से, लगा सदा... Hindi · गीतिका 1 150 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Sep 2023 · 1 min read दोहे दोहे-* हे योगेश्वर साँवरे ,वासुदेव हे कृष्ण। तेरे दर्शन के लिए ,रहते नैन सतृष्ण।।1 किंकर्तव्यविमूढ़ मन ,बना हुआ है पार्थ। जीवन रण में है खड़ा,छोड़ सत्य पुरुषार्थ।।2 पद के कारण... Hindi · दोहा 125 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Sep 2023 · 1 min read मुक्तक- मुक्तक- चाह ले मधुपान की उड़ती हमेशा तितलियाँ। प्यास धरती की बुझाने ही घुमड़ती बदलियाँ। मान बैठे ज़िंदगी में जो सफलता को खुशी, वे उठाने में लगे हैं कोशिशों पर... Quote Writer 307 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Sep 2023 · 1 min read प्यारी भाषा हिंदो हिंदी दिवस पर- अपनी प्यारी भाषा हिंदी। जन जन की अभिलाषा हिंदी। और अधिक क्या करूँ प्रशंसा, जीवन की परिभाषा हिंदी।।1।। जीवन का हर मर्म बताती। अर्णव से यह रत्न... Hindi · कविता 185 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Sep 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद* कोरे भाषण से नहीं ,भरता साहब पेट। भूख गरीबी का करो,अब थोड़ा आखेट। अब थोड़ा आखेट ,जरूरी है दुश्मन का। ऐसा करो इलाज,दूर हो भ्रम हर मन का।... Hindi · कुण्डलिया 155 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Sep 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद-* जोड़े जिसने कृष्ण से,अपने दिल के तार। उसका समझो हो गया ,भव से बेड़ा पार। भव से बेड़ा पार ,समर्पण से है होता। करके भक्ति अनन्य,लगाओ सुख में... Hindi · कुण्डलिया 110 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक (दोहा मुक्तक) प्रेमी उड़कर जा बसे,धरा गगन के बीच। बनी प्रेम शुचिता रहे,पड़े न उन पर कीच। खोज खोजकर दृष्टि हर,पहुँच गई आकाश, लगा टकटकी देखता,पतित अधम हर नीच।। डाॅ.... Hindi · मुक्तक 104 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Aug 2023 · 1 min read दोहे अपने जब हैं पूछते,आकर दुख में हाल। जीवन का दुख दूर तब,होता है तत्काल।।1 जिसने अपने काम से,बदल दिया है वक्त। दुनिया उसकी ही यहाँ,रही सदा बन भक्त।।2 देख प्रेम... Hindi · दोहा 1 1 110 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Aug 2023 · 1 min read दोहा एकादश दोहे-* जीव जगत में है बँधा,तड़प रहा दिन रात। फिर भी वह सोचे नहीं,आज़ादी की बात।।1 परंपरा की बेड़ियाँ , पड़ीं हमारे पाँव। आज़ादी हित चाहिए,अब वैज्ञानिक छाँव।।2 आज समय... Hindi · दोहा 1 1 169 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Aug 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद बिखरा बिखरा दिख रहा,जाने क्यों सम्मान । ऐसा लगता खो गई, कोई झूठी शान ।। कोई झूठी शान, नहीं ज्यादा दिन टिकती। आज सरे बाजार, देखिए इज्ज़त लुटती। कसते रहते... Hindi · कुण्डलिया 2 367 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 13 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक- मुक्तक- नहीं देता दिखाई है, धरा पर कर्ण- सा दानी। नहीं गंगा सरीखा है,किसी नद में कहीं पानी। करें तारीफ़ क्या इसकी,हमें है जान से प्यारा, न हिंदुस्तान का कोई,कहीं... Quote Writer 1 356 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक दीपक-सम जग ज्योतित करना,जलना सीखा है। जीत भरोसा नहीं किसी को, छलना सीखा है। कुछ तो गुण आएँगे उनके , है सच्चाई ये, जिनकी उँगली का संबल ले, चलना सीखा... Hindi · मुक्तक 1 214 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Aug 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कविताई को छोड़कर ,करो नेक कुछ काम। देते यही सलाह नित ,मुझको लोग तमाम। मुझको लोग तमाम , यही रहते समझाते। रँग कर कागज़ व्यर्थ,बैठ क्यों समय बिताते। ताने मारे... Hindi · कुण्डलिया 1 1 397 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Jul 2023 · 1 min read दोहे बेटा बसा विदेश में,ले ऊँची तालीम। भरे बुढ़ापे में हुए,माता-पिता यतीम।।1 जीवन में मुझको मिला,अनुभवजन्य निचोड़। मुड़ना ही पड़ता अगर ,पथ में आए मोड़।।2 डाॅ बिपिन पाण्डेय Hindi · दोहा 1 261 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jul 2023 · 1 min read मुक्तक आसमान में घूम रहे हैं, आतंकी - से काले बादल। भयाक्रांत करते रहते हैं,सबको ही मतवाले बादल। कभी अचानक फट पड़ते हैं,कर देते हैं मुश्किल जीना, मुझको तो पागल लगते... Hindi · मुक्तक 154 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Jul 2023 · 1 min read कुण्डलिया छंद होते हैं मुश्किल बहुत ,जीवन के किरदार। जो रिश्तों को जोड़ता,वह बिखरे हर बार। वह बिखरे हर बार ,करे जो दुनियादारी। रहे हमेशा त्रस्त ,चुकाए कीमत भारी। करें निर्वहन धर्म... Hindi · कुण्डलिया 92 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Jul 2023 · 1 min read गीतिका संग्रह- अनुबंधों की नाव से बात- बात पर लोग हो रहे, देखो पीले- लाल। संयम धीरज शौर्य चुक गया,है प्रभाव कलिकाल।।1 सच्चाई दम तोड़ रही है, झूठ मचाए शोर, जाने समझे बिना देखिए, करते लोग... Hindi · गीतिका 2 1 111 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jul 2023 · 1 min read दोहे अपना यही विचार है, खूब करो आराम। सबके ही आ राम जी,सदा बनाएँ काम।।1 गंगाजल ले हाथ में ,खाई थी सौगंध। आए दुर्दिन चल दिए,तोड़ सभी संबंध।।2 भाग्य बदलता है... Hindi · दोहा 209 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jul 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद सुगढ़ तराशा बदन है,आनन शोभित इंदु। तुहिन कणों से राजते ,माथे पर श्रम बिंदु। माथे पर श्रम बिंदु ,गुंथे आटे- सी काया। अति अगाध सौंदर्य,जगाए मन में माया। यौवन का... Hindi · कुण्डलिया 105 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jun 2023 · 1 min read शंकर छंद शंकर छंद ( 16,10 पर यति) चरणांत में 21 मानव तन जो हमें मिला वह ,ईश का वरदान। नश्वर,क्षण-भंगुर काया पर,मत करें अभिमान। पाँव रखें पृथ्वी पर जब भी, भरें... Hindi 1 209 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद लैला का वह सर्वदा ,लेता है दिल जीत। उसके सम्मुख बोलता,जो लव यू के गीत। जो लव यू के गीत,सभी को नित्य सुनाए। हर लड़की के साथ,प्यार के पेंग बढ़ाए।... Hindi · कुण्डलिया 1 108 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 18 Jun 2023 · 1 min read सवैया छंद चकोर सवैया (भगण ऽ।।×7+ गुरु लघु) खोकर सैनिक मुश्किल है अब,भारत को धरना उर धीर। काट करें तन के टुकड़े हम, दें रिपु को हर निर्मम पीर। वापस लें अपनी... Hindi · सवैया 2 250 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Jun 2023 · 1 min read दोहे प्रहरी सीमा पर मरें,होती जब घुसपैठ। नेता भाषण दे रहे ,बस कमरे में बैठ।।1 कभी कीमती चीज़ की,प्राप्ति नहीं आसान। पर होते हैं खोज से ,पूर्ण सभी अरमान।।2 जेठ माह... Hindi · दोहा 1 1 117 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 Jun 2023 · 1 min read कहमुकरी उसने सुन्दर रूप सँवारा, छोड़ूँ उसको नहीं गँवारा। मन में उसकी इज्ज़त तगड़ी, क्या सखि साजन? नहिं सखि पगड़ी।।1 बच्चे - बूढ़े या नर - नारी, दूर करे सबकी बीमारी... Hindi · कहमुकरी 1 1 204 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद लिए पिटारा ज्ञान का ,बाँट रहे जो लोग। उन्हें नहीं यह ज्ञात है,आत्ममुग्धता रोग।। आत्ममुग्धता रोग,लगा है जिसको प्यारे। उसके आगे देव, बृहस्पति भी हैं हारे। गढ़ता बैठ कुतर्क ,मूर्ख... Hindi · कुण्डलिया 1 1 167 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिनी छंद पावन होता है जहाँ ,रिश्तों का अनुबंध। भावों से आती वहाँ ,सात्विकता की गंध। सात्विकता की गंध,सदा होती मनभावन। रहती विषय विरक्ति,प्रीत यदि होती पावन।। आकर हो जाए खड़ी ,विपदा... Hindi · कुंडलिनी छंद 293 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read गीतिका बरसती नित नई हर छंद की रसधार को देखा। नहीं जग ने हमारी शब्द से मनुहार को देखा।।1 बनाया प्रेम का रिश्ता खुशी बाँटी सदा जग को, चला हूँ साथ... Hindi · गीतिका 1 213 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read भारत का संविधान मैं भारत का संविधान हूँ , अपनी व्यथा सुनाता हूँ। क्या- क्या मेरे सँग होता है,सारी बात बताता हूँ। कसमें मेरी खाते नेता,और भूल फिर जाते हैं। जिस जनता के... Poetry Writing Challenge · गीत 1 284 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read हास्य वेदना के भाव हास्य, वेदना के भावों को, जो गीतों में बोता है। उसके ही गीतों को केवल,सुनता बहुधा श्रोता है।। महज चुटकुले बाजी को तो, कविता कहना ठीक नहीं। धरा शिरोमणि के... Poetry Writing Challenge · गीत 1 108 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read दिल्ली के दरबारों में डाले झोला घूम रहे जो ,सत्ता के गलियारों में। उनका सपना पहुँच बने बस,दिल्ली के दरबारों में। भूखी नंगे जन को देना,वाणी उनका काम नहीं। बैठे बैठे वे सिर पीटें,... Poetry Writing Challenge · गीत 1 73 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read थाम सुदर्शन चक्र भृकुटि को करके थोड़ा वक्र, हाथ में थाम सुदर्शन चक्र। दमन हित आओ प्यारे श्याम, धरा पर लोग हुए उद्दाम।। देश में हो प्रयास निर्बाध, उठाए नहीं शीश अपराध। शीघ्र... Poetry Writing Challenge · गीत 139 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 May 2023 · 1 min read कुंडलिनी छंद निर्धन और बुजुर्ग का,करो नहीं अपमान। इनकी सेवा से सदा ,मिलता है वरदान। मिलता है वरदान,प्रफुल्लित होता है मन। सब ईश्वर संतान,धनी अनपढ़ या निर्धन।।1 जाना हमको एक दिन,तज मिथ्या... Hindi 2 1 361 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 May 2023 · 1 min read शिकागो में स्वामी जाकर किया शिकागो में जब,भगिनी भ्राता संबोधन। रहा गूँजता बहुत देर तक,सुनकर करतल ध्वनि गर्जन।। सिर पर पगड़ी तन पर भगवा,वस्त्र सुशोभित थे जिनके। आकर्षण का केंद्र बिंदु थे, स्वामी... Poetry Writing Challenge 92 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 May 2023 · 1 min read नारी का परिधान पुरानी बूढ़ी जिनकी सोच, स्वयं को कहते वे विद्वान। ज़रा भी उन्हें न आता रास, आज की नारी का परिधान।। कहीं तन अंबर हैं अति न्यून, करें कामुकता का संचार।... Poetry Writing Challenge · गीत 1 236 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 May 2023 · 2 min read खोटा सिक्का रात के दो बजे डोरबेल बजी।सैनी जी हड़बड़ाहट में उठे।सोचने लगे इतनी रात गए कौन आया होगा? जो भी हो, देखना तो पड़ेगा। खिड़की से झाँक कर देखा तो पड़ोस... Hindi · लघु कथा 1 2 456 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 May 2023 · 4 min read पास बुलाता सन्नाटा यात्रा सदैव आनंददायक होती है क्योंकि यात्रा के दौरान और गंतव्य स्थान पर पहुँचने पर अनेकानेक व्यक्तियों स्थानों और वस्तुओं से परिचय होता है। यदि यात्रा शैक्षिक उद्देश्य से ही... Hindi · संस्मरण 1 2 225 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read करवट लेती यादें रोम रोम में पड़ी सलवटें, करवट लेती यादें। जब तक आग चिलम में बाकी, हुक्का पीना होगा। यादों का परजीवी बनकर, हमको जीना होगा। उर से लिपटी रोतीं रातें, कैसे... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 2 218 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read गाँवों की पगडंडी राजमार्ग से प्रश्न कर रही, गाँवों की पगडंडी। कब पहुँचेगा मेरे द्वारे, यह विकास पाखंडी। बूढ़े गाँवों में दिखता है, सुविधाओं का टोटा। बच्चे मार रहे तख्ती पर, अब तक... Poetry Writing Challenge · नवगीत 2 2 267 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read दिल में पीड़ा अँखुआई है दिल में पीड़ा, सन्नाटे को पढ़कर। ग्रहण लगाती है खुशियों को, गर्द गमों की चढ़कर।। जान बचाने के लोगों को, पड़े हुए हैं लाले। छोड़ सुरक्षा कवच अनोखा,... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 171 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read लेकर हाथ तिरंगा लेकर हाथ तिरंगा। रैली,धरना,हड़तालों में होता है अब दंगा। नहीं बोलने की आज़ादी, लोग लगाते नारे। रोक सड़क की आवाजाही, बैठें पैर पसारे। लोकतंत्र की देखो खूबी, करे झूठ को... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 2 215 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read समय बड़ा अलबेला है ता - ता थैया खूब नचाए, समय बड़ा अलबेला है। कहीं जेब में बोझिल बटुआ, कहीं न कौड़ी - धेला है। कहीं दौड़ता चीते - सा वह कहीं हाथ पर... Poetry Writing Challenge · नवगीत 177 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read बहरे हैं चलने वाले साथ सभी जब अंधे, गूँगे, बहरे हैं, कैसे पूरे होंगे जो भी देखे स्वप्न सुनहरे हैं। बँधी हुई खूँटे से नावें खाती हैं तट पर हिचकोले, उत्ताल तरंगें... Poetry Writing Challenge · नवगीत 241 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read सहमा- सा माहौल पेशानी पर बल हैं सबके, सहमा-सा माहौल, तोड़ रही है दम मानवता, उड़ता रोज़ मखौल। बस बिधिना से आस लगाए बैठा एक गरीब। दो गज धरती मरने पर भी उसको... Poetry Writing Challenge · नवगीत 186 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read परंपरा का घूँघट लिया समय ने करवट। जिसके हिस्से में रहती थी हर पग पर दुश्वारी, स्वप्नों के बटुवे में उसके आई दुनिया सारी। शिक्षा के झोंके ने उलटा परंपरा का घूँघट। रही... Poetry Writing Challenge · नवगीत 201 Share Previous Page 3 Next